प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 10
Social Science
2. भारत में राष्ट्रवाद
वस्तुनिष्ठ प्रश्न-
1) महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत कब लौटे?
(a)
1913
(b)
1914
(c)
1915
(d)
1916
उत्तर
(c) 1915.
2) असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित
हुआ?
(a)
दिसंबर 1922 सूरत अधिवेशन
(b)
दिसंबर 1920 नागपुर अधिवेशन
(c)
जनवरी 1921 कोलकाता अधिवेशन
(d)
1920 लाहौर अधिवेशन
उत्तर-
(b) दिसंबर 1920 नागपुर अधिवेशन
3) भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी?
(a)
1882
(b)
1883
(c)
1884
(d)
1885
उत्तर-
(d) 1885
4) गांधी जी ने किस वर्ष
बिहार के चंपारण इलाके का दौरा किया था ?
(a)
1916
(b)
1917
(c)
1918
(d)
1919
उत्तर-(b)
1917
5) असहयोग आंदोलन के दौरान
अवध में किसानों का नेतृत्व किसने किया ?
(a)
बाबा रामचंद्र
(b)
जवाहरलाल नेहरू
(c)
महात्मा गांधी
(d)
सरदार वल्लभभाई पटेल
उत्तर-
(a) बाबा रामचंद्र
6) जालियांवाला बाग हत्याकांड किस वर्ष हुआ था?
(a)
1918
(b)
1919
(c)
1920
(d)
1921
उत्तर
(b) 1919.
7) उस सन्यासी का नाम बताइए
जो फिजी में एक गिरमिटिया मजदूर थे ?
(a)
अल्लूरी सीताराम राजू
(b)
बाबा सीतारमण
(c)
बाबा जय देव
(d)
बाबा रामचंद्र
उत्तर-
(d) बाबा रामचंद्र
8) असम में बागान श्रमिकों
पर असहयोग आंदोलन का क्या प्रभाव पड़ा?
(a)
वे हड़ताल पर चले गए।
(b)
उन्होंने बागानों को नष्ट कर दिया।
(c)
वे बागानों को छोड़कर घर की ओर चले गए
(d)
उन्होंने हिंसा का उपयोग शुरू कर दिया।
उत्तर-
(c) वे बागानों को छोड़कर घर की ओर चले गए
9) सरदार बल्लभ भाई पटेल ने किस किसान आंदोलन का नेतृत्व किया?
(a)
खेड़ा आंदोलन
(b)
बारदोली आंदोलन
(c)
चंपारण आंदोलन
(d)
सत्याग्रह आंदोलन
उत्तर
- (b) बारदोली आंदोलन
10) साइमन कमीशन भारत क्यों आया ?
(a)
नई शिक्षा नीति लागू करने
(b)
लगान से संबंधित नए कानून बनाने
(c)
व्यापार से संबंधित कानून बनाने
(d)
भारत में संवैधानिक व्यवस्था की कार्यशैली का अध्ययन करने और उसके बारे में सुझाव देने
उत्तर-
(d) भारत में संवैधानिक व्यवस्था की कार्यशैली का अध्ययन करने और उसके बारे में सुझाव
देने
11) निम्न में से कौन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान गठित
"स्वराज पार्टी” से जुड़े थे?
(a)
जवाहरलाल नेहरू और सीआर दास
(b)
मोतीलाल नेहरू और सीआर दास
(c)
मोतीलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस
(d)
महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू
उत्तर
- (b) मोतीलाल नेहरू और सीआर दास
12) लखनऊ समझौता किस वर्ष हुआ ?
(a)
1916
(b)
1918
(c)
1920
(d)
1922
उत्तर-
(a) 1916
13) भारत में खिलाफत आंदोलन कब और किस देश के शासक के समर्थन में शुरू
हुआ ?
(a)
1919 अरब
(b)
1919 तुर्की
(c)
1920 फ्रांस
(d)
1921 ईरान
उत्तर
- (b) 1919 तुर्की
14) निम्नलिखित में से किसे 'बादशाह खान' या 'सीमांत गांधी' के नाम
से जाना जाता है
(a)
सर सैयद अहमद खान
(b)
आगा खाँ
(c)
खान अब्दुल गफ्फार खान
(d)
महात्मा गांधी
उत्तर-
(c) खान अब्दुल गफ्फार खान
15) गांधी जी को महात्मा की उपाधि किसने दी थी ?
(a)
गोपाल कृष्ण गोखले
(b)
श्रीमती एनी बेसेंट
(c)
रविंद्र नाथ टैगोर
(d)
बाल गंगाधर तिलक
उत्तर
-(a) गोपाल कृष्ण गोखले
16) चौरी चौरा के हिंसात्मक घटना के बाद गांधी जी ने किस आंदोलन को
वापस ले लिया?
(a)
सत्याग्रह आंदोलन
(b)
असहयोग आंदोलन
(c)
सविनय अवज्ञा आंदोलन
(d)
भारत छोड़ो आंदोलन
उत्तर
- (b) असहयोग आंदोलन
17) जालियांवाला बाग हत्याकांड के उपरांत किस समिति का गठन किया गया?
(a)
डायर समिति
(b)
मोंटेग्यू समिति
(c)
चेम्सफोर्ड समिति
(d)
हंटर समिति
उत्तर-
(d) हंटर समिति
18) गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन का आरंभ किस कार्य से किया ?
(a)
आमरण अनशन से
(b)
कैसर-ए-हिंद पदक वापस करके
(c)
दांडी यात्रा से
(d)
स्वाधीनता दिवस मना कर
उत्तर-
(c) दांडी यात्रा से
19) राजनीतिक गतिविधियों को कुचलने और बिना मुकदमा चलाए जेल में बंद
रखने का प्रावधान किस एक्ट में था?
(a)
रालेट एक्ट
(b)
वर्नाक्यूलर एक्ट
(c)
साइमन कमीशन
(d)
इनलैंड इमीग्रेशन एक्ट
उत्तर-
(a) रालेट एक्ट
20) गांधी इरविन समझौता कब हुआ ?
(a)
4 मार्च 1929
(b)
5 मार्च 1931
(c)
6 मार्च 1932
(d)
7 मार्च 1930
उत्तर
(b) 5 मार्च 1931
21) महात्मा गांधी ने नमक कानून कब भंग किया?
(a)
31 अक्टूबर 1929
(b)
30 जनवरी 1932
(c)
12 मार्च 1931
(d)
6 अप्रैल 1930
उत्तर-
(d) 6 अप्रैल 1930
22) दलितों के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्र की मांग किसने की थी?
(a)
डॉ राजेंद्र प्रसाद
(b)
डॉ भीमराव आंबेडकर
(c)
महात्मा गांधी
(d)
जवाहरलाल नेहरू
उत्तर-
(b) डॉ भीमराव आंबेडकर
23) "हिंद स्वराज" नामक पुस्तक की रचना किसने की थी?
(a)
जवाहरलाल नेहरू
(b)
डॉ भीमराव आंबेडकर
(c)
महात्मा गांधी
(d)
सुभाष चंद्र बोस
उत्तर
- (c) महात्मा गांधी
24) "पूर्ण स्वराज" की मांग कांग्रेस के किस अधिवेशन में
स्वीकार किया गया?
(a)
लाहौर अधिवेशन
(b)
नागपुर अधिवेशन
(c)
लखनऊ अधिवेशन
(d)
कोलकाता अधिवेशन
उत्तर-
(a) लाहौर अधिवेशन
25) प्रथम गोलमेज सम्मेलन का आयोजन कब और कहां हुआ था?
(a)
1928 दिल्ली
(b)
1930 मद्रास
(c)
1920 नागपुर
(d)
1930 लदन
उत्तर
- (d) 1930 लंदन
26) आंध्र प्रदेश की गुडेम पहाड़ियों में आदिवासी किसानों के विद्रोह
का नेतृत्व किसने किया?
(a)
बाबा रामचंद्र
(b)
अल्लूरी सीताराम राजू
(c)
सरदार वल्लभभाई पटेल
(d)
महात्मा गांधी
उत्तर
- (b) अल्लूरी सीताराम राजू
27) किस एक्ट के तहत बागानों में काम करने वाले मजदूरों को बगैर इजाजत
बागानों से बाहर जाने की छूट नहीं थी?
(a)
रालेट एक्ट
(b)
वर्नाक्यूलर एक्ट
(c)
इनलैंड इमीग्रेशन एक्ट
(d)
साइमन कमीशन
उत्तर-
(c) इनलैंड इमीग्रेशन एक्ट
28) भारत के लिए डोमिनियन स्टेट का गोलमोल-सा ऐलान किस वायसराय ने किया
?
(a)
लॉर्ड रिपन
(b)
लॉर्ड इरविन
(c)
लॉर्ड लिटन
(d)
लॉर्ड डलहौजी
उत्तर-
(b) लॉर्ड इरविन
29) "स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूंगा"
यह नारा किसने दिया था?
(a)
सुभाष चंद्र बोस
(b)
महात्मा गांधी
(c)
बाल गंगाधर तिलक
(d)
गोपाल कृष्ण गोखले
उत्तर-
(c) बाल गंगाधर तिलक
30) भारत छोड़ो आंदोलन कब हुआ था?
(a)
1942
(b)
1943
(c)
1944
(d)
1945
उत्तर-
(a) 1942
31) "करो या मरो" का नारा किसने दिया था?
(a)
सुभाष चंद्र बोस
(b)
महात्मा गांधी
(c)
बाल गंगाधर तिलक
(d)
जवाहरलाल नेहरू
उत्तर-
(b) महात्मा गांधी
अति लघु उत्तरीय प्रश्न -
1) पिकेटिंग क्या है ?
उत्तर
प्रदर्शन या विरोध का एक ऐसा स्वरूप जिसमें लोग किसी दुकान, फैक्ट्री या दफ्तर के भीतर
जाने का रास्ता रोक लेते हैं।
2) 'बहिष्कार' शब्द का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर
आमतौर पर यह विरोध का एक रूप होता है। बहिष्कार का अर्थ है- किसी के साथ संपर्क रखने
और जुड़ने से इन्कार करना.गतिविधियों में हिस्सेदारी से स्वयं को अलग रखना तथा उसकी
चीजों को खरीदने तथा इस्तेमाल करने से इनकार करना।
3) रालैट एक्ट क्या था ?
उत्तर-
रालेट एक्ट ब्रिटिश सरकार द्वारा 1919 में पारित किया गया एक काला कानून था । इस कानून
के जरिए सरकार को राजनीतिक गतिविधियों को कुचलने और राजनीतिक कैदियों को 2 साल तक बिना
मुकदमा चलाए जेल में बंद रखने का अधिकार मिल गया था।
4) भारत आने के बाद गांधी जी द्वारा चलाया गया पहला आंदोलन कौन सा था
?
उत्तर
- दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने के बाद गांधीजी ने 1917 ईस्वी में बिहार के चंपारण
से अपने पहले सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत की। गांधीजी ने यहां के दमनकारी बागान व्यवस्था
के खिलाफ किसानों को संघर्ष के लिए प्रेरित किया। यहां के किसान नील की खेती का विरोध
कर रहे थे।
5) खिलाफत आंदोलन की शुरुआत किसने की?
उत्तर-
खिलाफत आंदोलन की शुरुआत मोहम्मद अली और शौकत अली नामक दो अली बंधुओं ने की। जब उन्हें
पता चला कि ऑटोमन तुर्की की हार के बाद ऑटोमन सम्राट पर एक सख्त संधि थोपी जाएगी, तब
उनकी अधिकारों की रक्षा के लिए उन्होंने 1919 में मुंबई में खिलाफत समिति का गठन कर
आंदोलन की शुरुआत की।
6) महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन ही क्यों चलाया?
उत्तर-
महात्मा गांधी ने अपनी पुस्तक "हिंद स्वराज" में कहा था, कि भारत में ब्रिटिश
शासन की स्थापना भारतीयों के सहयोग से ही हुई थी और यह शासन इसी के सहयोग के कारण चल
पा रहा था, यदि भारत के लोग अपना सहयोग वापस ले लें तो साल भर के भीतर ही ब्रिटिश शासन
ढह जाएगा और स्वराज की स्थापना हो जाएगी, इसलिए महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन चलाया।
7) साइमन कमीशन का गठन क्यों किया गया था ?
उत्तर-
सर जॉन साइमन के नेतृत्व में एक वैधानिक आयोग का गठन किया गया । राष्ट्रवादी आंदोलन
के जवाब में गठित किए गए इस आयोग को भारत की संवैधानिक व्यवस्था की कार्यशैली का अध्ययन
करना था और उसके बारे में सुझाव देने थे।
8) असहयोग आंदोलन के दौरान विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार से विदेशी वस्तुओं
पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर
- असहयोग आंदोलन के दौरान विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया गया और विदेशी कपड़ों की
होली जलाई जाने लगी ।1921 से 1922 के बीच विदेशी कपड़ों का आयात आधा रह गया था, उसकी
कीमत 102 करोड़ से घटकर 57 करोड़ रह गई। बहुत सारी स्थानों पर व्यापारियों ने विदेशी
चीजों के व्यापार करने या विदेशी व्यापार में पैसा लगाने से इनकार कर दिया।
9) गांधी- इरविन समझौता कब हुआ ? इसकी कोई एक शर्त बताइए ।
उत्तर-
5 मार्च 1931 को गांधीजी और इरविन के बीच समझौता हुआ था। इस समझौते में सरकार ने वचन
दिया कि हिंसा के आरोप में गिरफ्तार लोगों को छोड़कर सभी राजनीतिक कैदियों को रिहा
कर दिया जाएगा।
10) 'स्वराज पार्टी' का गठन किस उद्देश्य से किया गया था ?
उत्तर-
स्वराज पार्टी के गठन का उद्देश्य प्रांतीय विधायिका में प्रवेश कर सरकार पर दबाव बनाकर
स्वराज की स्थापना के लिए प्रयास करना था।
11) अल्लूरी सीताराम राजू कौन थे ?
उत्तर
- अल्लूरी सीताराम राजू जिसने आंध्र प्रदेश की गुड़ेम पहाड़ियों में रहने वाले आदिवासी
किसानों के बीच आंदोलन का नेतृत्व किया था। जिन्होंने जंगलों में लगे प्रतिबंध को समाप्त
करने के लिए 1920 के दशक में एक उग्र गोरिल्ला आंदोलन चलाया।
12) लोगों को एकजुट करने में तिरंगे झंडे की क्या भूमिका थी ?
उत्तर-
राष्ट्रवादी नेता लोगों को एकजुट करने के लिए बंगाल में स्वदेशी आंदोलन के दौरान एक
तिरंगा झंडा (हरा पीला, लाल) तैयार किया। इसमें ब्रिटिश भारत के 8 प्रांतों का प्रतिनिधित्व
करते हुए कमल के 8 फूल और हिंदुओं व मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करते एक अर्धचंद्र दर्शाया
गया था। 1921 तक गांधी जी ने भी तिरंगा सफेद, हरा और लाल जिस के मध्य चरखा था, तैयार
कर लिया था, जिसने लोगों के भीतर राष्ट्रवाद की भावना को जागृत किया।
लघु उत्तरीय प्रश्न -
1) उपनिवेशों में राष्ट्रवाद के उदय की प्रक्रिया उपनिवेशवाद विरोधी
आंदोलन से जुड़ी हुई क्यों थी ?
उत्तर
उपनिवेशों में राष्ट्रवाद के उदय की प्रक्रिया उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन से जुड़े हुए
थे जिसके कई कारण थे -
क)
वियतनाम और दूसरे उपनिवेशों की तरह हमारे देश में भी आधुनिक राष्ट्रवाद के उदय की परिघटना
उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन के साथ जुड़ी हुई थी।
ख)
औपनिवेशिक शासकों द्वारा उत्पीड़न और दमन के कारण विभिन्न समूह एक दूसरे के समीप आ
गए थे और आपसी एकता का महत्त्व समझने लगे थे।
ग)
उपनिवेशवाद का प्रभाव प्रत्येक समूह और वर्ग पर एक जैसा नहीं था, उनके लिए स्वतंत्रता
के मायने भी अलग थे और अनुभव भी भिन्न थे। महात्मा गांधी इन सभी समूहों को एकत्र करके
एक विशाल आंदोलन खड़ा करना चाहते थे।
2) पहले विश्वयुद्ध ने भारत में राष्ट्रीय आंदोलन के विकास में किस
प्रकार योगदान दिया ?
उत्तर
पहले विश्वयुद्ध ने भारत में राष्ट्रीय आंदोलन के विकास में निम्नलिखित प्रकार से योगदान
दिया -
क)
प्रथम विश्वयुदध के कारण एक नई आर्थिक और राजनीतिक स्थिति पैदा होने से रक्षा व्यय
में काफी वृद्धि हुई।
ख)
युद्ध में होने वाले खर्चे को पूरा करने के लिए कर्ज लिए गए, करों में वृद्धि की गई,
सीमा शुल्क बढ़ा दिया गया और आय पर भी कर लगा दिया गया।
ग)
युद्ध के समय कीमतें तेजी से बढ़ रही थी 11913 से 1918 के बीच कीमतें दोगुनी हो चुकी
थी, जिसके कारण जनसाधारण को मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
घ)
गांव में युवकों को जबरन सेना में भर्ती किया जा रहा था, जिसके कारण ग्रामीण इलाकों
में व्यापक गुस्सा था।
ड.)
1918-19 और 19 20-21 में देश के बहुत सारे भागों में फसल नष्ट हो गई थी, जिसके कारण
खाद्य पदार्थों की भारी कमी पैदा हो गई। उसी समय फ्लू की महामारी फैल गई ।1921 की जनगणना
के अनुसार इस महामारी और अकाल के कारण लगभग 120-130 लाख लोग मारे गए।
च)
अंग्रेजी सरकार ने भारत में क्रांतिकारी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए डिफेंस ऑफ
इंडिया एक्ट 1915 ईस्वी में लागू किया। इसके बाद क्रांतिकारी आंदोलन कम होने के बजाय
और तेज हो गया।
3) भारत के लोग रालेट एक्ट के विरोध में क्यों थे?
उत्तर
- रालेट एक्ट ब्रिटिश सरकार द्वारा सन 1919 में लागू किया गया एक कानून था भारत के
लोगों द्वारा रॉलेक्ट एक्ट के विरोध करने के निम्न कारण थे-
क)
गांधीजी ने 1919 में रालेट एक्ट के विरुद्ध सत्याग्रह आंदोलन चलाया।
ख)
भारतीय सदस्यों के भारी विरोध के बावजूद इस कानून को इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल
ने बहुत जल्दबाजी में पारित कर दिया था। इस कानून के जरिए सरकार को राजनीतिक गतिविधियों
को कुचलने और राजनीतिक कैदियों को 2 साल तक बिना मुकदमा चलाए जेल में बंद रखने का अधिकार
मिल गया था।
ग)
महात्मा गांधी ऐसे अन्याय पूर्ण कानूनों के विरुद्ध अहिंसक तरीके से नागरिक अवज्ञा
चाहते थे। जिसे 6 अप्रैल को एक हड़ताल के साथ शुरू होना था।
4) गांधी जी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का फैसला क्यों किया ?
उत्तर-
असहयोग आंदोलन अपने पूरे जोरों पर चल रहा था जब महात्मा गांधी ने 1922 ईस्वी को उसे
वापस ले लिया इस आंदोलन के वापस लिए जाने के निम्नांकित कारण थे-
क)
महात्मा गांधी अहिंसक ढंग से आंदोलन चलाना चाहते थे लेकिन उनकी आशा के विपरीत यह आंदोलन
हिंसक होता जा रहा था और सत्याग्रहियों को व्यापक प्रशिक्षण की आवश्यकता थी इसलिए महात्मा
गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस लेना ही उचित समझा।
ख)
1922 में गोरखपुर में स्थित चौरी चौरा में बाजार से गुजर रहे एक शांतिपूर्ण जुलूस पुलिस
के साथ हिंसक टकराव में बदल गया इस हिंसात्मक घटना के बारे में सुनते ही महात्मा गांधी
ने असहयोग आंदोलन रोकने का आह्वान किया।
ग)
वे सोचने लगे कि यदि लोग हिंसक हो जाएंगे तो अंग्रेजी सरकार भी उत्तेजित हो उठेगी और
आतंक का राज्य स्थापित हो जाएगा और अनेक निर्दोष लोग मारे जाएंगे। महात्मा गांधी जालियांवाला
बाग जैसे हत्याकांड की पुनरावृत्ति नहीं करना चाहते थे।
5) 'सत्याग्रह' के विचार का क्या मतलब है?
उत्तर-
क)
सत्याग्रह एक ऐसा विचार है, जिसमें सत्य की शक्ति पर आग्रह और सत्य की खोज पर जोर दिया
जाता है। इसका अभिप्राय यह है, कि यदि आप का उद्देश्य सच्चा है यदि आप का संघर्ष अन्याय
के विरुद्ध है, तो उत्पीड़क का मुकाबला करने के लिए आपको किसी शारीरिक बत्त की आवश्यकता
नहीं है।
ख)
सत्याग्रह के विचार में प्रतिशोध या बदले की भावना लिए बिना सत्याग्रही केवल अहिंसा
के बल पर ही अपने संघर्ष में सफल हो सकता है।
ग)
इसके लिए दमनकारी शत्रु की चेतना को झकझोरना चाहिए। उत्पीड़न शत्रु को ही नहीं अपितु
सभी लोगों को हिंसा के जरिए सत्य को स्वीकार करने की बजाय सच्चाई को देखने और सहज भाव
को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। इस संघर्ष में अंततः सत्य की ही जीत
होती है।
6) जालियांवाला बाग हत्याकांड पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर-
क)
रॉलेक्ट एक्ट के विरोध में महात्मा गांधी और सत्यपाल किचलू गिरफ्तार हो चुके थे। अमृतसर
में मार्शल लॉ लागू कर दिया गया था। 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी पर्व के दिन अमृतसर के
जलियांवाला बाग में मेले का आयोजन किया गया था अमृतसर के सैनिक प्रशासन जनरल डायर ने
इस सभा को अवैध घोषित कर दिया काफी लोग तो सरकार द्वारा लागू किए गए दमनकारी कानून
का विरोध करने के लिए भी एकत्रित हुए थे।
ख)
तब जनरल डायर ने बाग को चारों ओर से घेर कर सैनिकों को गोलियां चलाने का आदेश दिया,
इसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई।
ग)
इस हत्याकांड के पश्चात ब्रिटिश सरकार ने एक हंटर आयोग स्थापित की और उस आयोग की रिपोर्ट
के बाद जनरल डायर को सम्मानित किया। इससे महात्मा गांधी असहयोगी हो गए थे और उन्होंने
असहयोग आंदोलन चलाने का निश्चय किया था।
घ)
जालियांवाला बाग हत्याकांड भारत के इतिहास के सबसे दर्दनाक घटना थी। इससे पूरे भारत
में रोष की लहर फूट पड़ी।
7) साइमन कमीशन पर टिप्पणी लिखें।
उत्तर-
क)
19 29 की आर्थिक मंदी का असर भारत पर भी पड़ा, कृषि उत्पादों की मांग गिरने से ग्रामीण
क्षेत्र भारी उथल-पुथल से गुजर रहे थे।
ख)
इसी पृष्ठभूमि में ब्रिटेन के नए टोरी सरकार ने सर जॉन साइमन के नेतृत्व में एक वैधानिक
आयोग का गठन कर दिया।
ग)
राष्ट्रवादी आंदोलन के जवाब में गठित किए गए इस आयोग को भारत में संवैधानिक व्यवस्था
की कार्यशैली का अध्ययन करना और उसके बारे में सुझाव देना था। परंतु इस आयोग में एक
भी भारतीय सदस्य नहीं थे, सारे अंग्रेज थे।
घ)
1928 में जब साइमन कमीशन भारत आया तो उसका स्वागत 'साइमन कमीशन वापस जाओ" के नारों
से किया गया। कांग्रेस, मुस्लिम लीग और अन्य सभी पार्टियों ने प्रदर्शनों में हिस्सा
लिया।
ड.)
पंजाब में लाला लाजपत राय ने इस आयोग के विरुद्ध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, पुलिस ने
उन पर इतनी लाठियां बरसाई कि उनकी मृत्यु हो गई।
8) भारत माता की छवि और जर्मेनिया की छवि की तुलना करें।
उत्तर-
1948 ईस्वी में जर्मन चित्रकार फिलिप वेट ने अपने राष्ट्र को जर्मेनिया के रूप में
प्रस्तुत किया। वे बलूत वृक्ष के पत्तों का मुकुट पहने दिखाई गई हैं क्योंकि जर्मन
बलूत वीरता का प्रतीक है।
भारत
में भी अवनींद्र नाथ टैगोर जैसे अनेक कलाकारों ने भारत राष्ट्र को भारत माता के प्रतीक
के रूप में दिखाया है। एक चित्र में उन्होंने भारत माता को शिक्षा, भोजन और कपड़े देती
हुई दिखाया है।
एक
अन्य चित्र में भारत माता को अन्य ढंग से दिखाया गया है अबनींद्रनाथ टैगोर के चित्र
से बिल्कुल भिन्न है। इस चित्र में भारत माता को शेर और हाथी के बीच खड़ी दिखाया गया
और उसके हाथ में त्रिशूल है।
9) खिलाफत आंदोलन पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
उत्तर
- प्रथम विश्वयुद्ध में ऑटोमन तुर्की की हार हो चुकी थी। अंग्रेजों ने यह घोषणा की,
कि मुस्लिम जगत के आध्यात्मिक नेता खलीफा की शक्ति और पद को समाप्त कर दिया जाएगा और
ओटोमन सम्राट पर एक सख्त संधि थोपी जाएगी। दुनिया भर के मुस्लिम संप्रदाय ने इसका तीव्र
विरोध किया।
खलीफा
के पद को बनाए रखने के लिए और उनकी शक्तियों की रक्षा के लिए मार्च 1919 में मुंबई
में मोहम्मद अली और शौकत अली नामक दो अली बंधुओं ने खिलाफत समिति का गठन किया। मोहम्मद
अली और शौकत अली बंधुओं के साथ- साथ कई युवा मुस्लिम नेताओं ने इस मुद्दे पर संयुक्त
कार्रवाई की संभावना तलाशने के लिए महात्मा गांधी के साथ वार्तालाप की।
सितंबर
1920 के कोलकाता अधिवेशन में महात्मा गांधी सहित दूसरे अन्य नेताओं ने यह बात मान ली,
कि खिलाफत आंदोलन के जनसमर्थन अथवा स्वराज के लिए एक असहयोग आंदोलन शुरू किया जाना
चाहिए।
10) पूना पैक्ट पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
उत्तर-
क)
डॉ० अंबेडकर ने 1930 में दमित वर्ग एसोसिएशन की स्थापना की। उनका मानना था कि दलित
वर्ग की समस्याओं का समाधान तथा उनकी सामाजिक अपंगता का निवारण केवल राजनीतिक सशक्तिकरण
के द्वारा ही किया जा सकता है, अतः उन्होंने दलितों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्र का
जोर शोर से समर्थन किया।
ख)
इस विषय पर गांधीजी से उनका गंभीर विवाद हुआ इसी बीच सरकार ने अंबेडकर की बात मान ली
इसके विरोध में गांधीजी ने पुणे की यवर्धा जेल में ही आमरण अनशन प्रारंभ कर दिया।
ग)
अन्य राष्ट्रवादी नेताओं की मध्यस्थता से गांधीजी और अंबेडकर के बीच सितंबर 1932 में
एक समझौता हुआ, जिसे पूना पैक्ट के नाम से जाना जाता है।
घ)
इस समझौते के अनुसार दलित वर्ग को प्रांतीय एवं केंद्रीय विद्यायी परिषदों में आरक्षित
सीटें मिल गई, परंतु निर्वाचन सामान्य प्रणाली के आधार पर किया जाएगा। दौलतों को शिक्षा
के लिए आर्थिक सहायता देने के लिए भी पूना पैक्ट में शर्तें रखी गई।
11) राजनीतिक नेता पृथक निर्वाचन के सवाल पर क्यों बंटे हुए थे? चर्चा
करें।
उत्तर-
क)
राजनीतिक नेता भारतीय समाज में विभिन्न वर्गों समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे।
ख)
डॉ भीमराव अंबेडकर दलित वर्गों या दलितों का नेतृत्व करते थे जबकि मोहम्मद अली जिन्ना
भारत के मुस्लिम समुदायों का प्रतिनिधित्व करते थे।
ग)
यह नेतागण विशेष राजनीतिक अधिकारों और अलग निर्वाचन क्षेत्र मांग कर अपने वर्गों और
समुदायों का जीवन स्तर ऊंचा उठाना चाहते थे।
घ)
सभी समुदाय अपने अपने वर्गों के हितों की रक्षा करना चाहते थे।
ड.)
गांधीजी पृथक निर्वाचन का विरोध कर रहे थे, क्योंकि उनका मानना था, कि पृथक निर्वाचन
क्षेत्र भारत की एकता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। यह एकीकरण के मार्ग में रोड़ा
बन कर अटक सकता था।
12) शहरों में असहयोग आंदोलन धीरे-धीरे धीमा पड़ने लगा। क्यों?
उत्तर-
असहयोग आंदोलन का संचालन स्वराज की मांग को लेकर किया गया था इसका उद्देश्य सरकार के
साथ सहयोग नहीं करना था। इसकी शुरुआत शहरी मध्यम वर्ग की हिस्सेदारी से हुई लेकिन कुछ
समय बाद शहरों में यह आंदोलन धीमा पड़ने लगा इसके निम्नांकित कारण थे-
क)
इस आंदोलन में विदेशी कपड़ों का बहिष्कार किया गया था लेकिन खादी का कपड़ा मिलों में
बनने वाले कपड़ों के मुकाबले प्रायः महंगा होता था। जिसे गरीब खरीदने में सक्षम नहीं
थे।
ख)
ब्रिटिश संस्थानों के बहिष्कार से भी समस्या पैदा हो गई। वैकल्पिक भारतीय संस्थानों
की स्थापना की प्रक्रिया बहुत धीमी थी। जिससे विद्यार्थी और शिक्षक ब्रिटिश संस्थानों
में लौटने लगे।
ग)
वकीलों ने भी दोबारा सरकारी अदालतों में योगदान देना शुरू किया क्योंकि दूसरी ऐसी अदालत
नहीं थी जिसमें वकील काम कर सकें।
13) स्वराज दल का गठन क्यों किया गया था? इसका कार्य क्या था?
उत्तर-
क)
स्वराज दल का गठन 1923 ईस्वी में कांग्रेस के स्पेशल अधिवेशन दिल्ली में अबुल कलाम
आजाद की अध्यक्षता में हुआ था। कांग्रेस ने स्वराज वादियों को अनुमति दे दी, कि वे
चुनाव में भाग ले सकते हैं, उन्होंने केंद्रीय और प्रांतीय विधानसभाओं में बहुत अधिक
सीटें पाई।
ख)
इससे अंग्रेजों को परेशानी हुई, कि वे अपनी नीतियों और प्रस्तावों को आसानी से पास
ना करवा पाएंगे।
ग)
स्वराज्य वादियों ने अंग्रेज़ विरोधी भावना बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
14) सविनय अवज्ञा आंदोलन में विभिन्न वर्गों और समूहों ने क्यों हिस्सा
लिया?
उत्तर-
सविनय अवज्ञा आंदोलन में विभिन्न वर्गों और समूहों ने हिस्सा लिया, क्योंकि स्वराज
के मायने सभी के लिए अलग-अलग थे-
क)
ज्यादातर व्यवसायी स्वराज को एक ऐसे युग के रूप में देखते थे, जहां कारोबार पर वैश्विक
पाबंदियां नहीं होंगी और व्यापार और उद्योग निर्वाध ढंग से फल फूल सकेंगे।
ख)
धनी किसानों के लिए स्वराज की लड़ाई भारी लगान के खिलाफ लड़ाई थी, वे चाहते थे कि लगान
में कमी की जाए।
ग)
गरीब किसानों के लिए स्वराज का अर्थ था कि उनके पास स्वयं की जमीन हो, क्योंकि उनमें
से बहुत सारे किसान जमींदारों से पट्टे पर जमीन लेकर खेती कर रहे थे। वे चाहते थे कि
उन्हें जमींदारों को जो किराया चुकाना था, उसे माफ कर दिया जाए।
घ)
महिलाओं के लिए स्वराज का अर्थ था, भारतीय समाज में पुरुषों के साथ बराबरी और स्तरीय
जीवन की प्राप्ति हो सके।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न -
1) असहयोग आंदोलन में भारतीय द्वारा अपनाए गए विभिन्न तरीकों का उल्लेख
करें।
उत्तर
- असहयोग आंदोलन की शुरुआत महात्मा गांधी के नेतृत्व में 1920 में हुई जो 1922 तक चली।
असहयोग
आंदोलन में भारतीयों द्वारा अपनाए गए विभिन्न तरीके-
क)
गांधीजी असहयोग आंदोलन को योजनाबद्ध तरीके से प्रारंभ करना चाहते थे, उनका विचार था
कि सर्वप्रथम सरकार द्वारा दी गई पदवियों को लौटा दिया जाए तथा इसके बाद सरकारी नौकरियों
तथा विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार कर दिया जाए।
ख)
असहयोग आंदोलन का प्रारंभ शहरी मध्यम वर्ग की हिस्सेदारी से प्रारंभ हुआ। विद्यार्थियों
ने स्कूल-कॉलेज छोड़ दिए, शिक्षकों ने त्यागपत्र दे दिया, वकीलों ने मुकदमे लड़ने बंद
कर दिए तथा मद्रास के अतिरिक्त प्रायः सभी प्रांतों में परिषद चुनाव का बहिष्कार किया
गया।
ग)
विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया गया, शराब की दुकानों की पिकेटिंग की गई तथा विदेशी
कपड़ों की होली जलाई गई।
घ)
व्यापारियों ने विदेशी व्यापार में पैसा लगाने से इंकार कर दिया। देश में खादी का प्रचलन
और उत्पादन बढा।
ड.)
ग्रामीण इलाकों में जमींदारों को नाई- धोबी की सुविधाओं से वंचित करने के लिए पंचायतों
ने 'नाई धोबी बंद का फैसला किया।
2) अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में असहयोग आंदोलन कहां तक सफल
रहा।
अथवा
असहयोग आंदोलन असफल क्यों हुआ ?
उत्तर
- महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन पूरे जोर शोर से चल रहा था किंतु
1922 के आते-आते आंदोलन धीमा पड़ने लगा। असहयोग आंदोलन की असफलता के कई कारण थे-
क)
योग्य नेतृत्व का अभाव आंदोलन की शुरुआत गांधी जी ने की तथा शीघ्र ही यह आंदोलन देश
के कोने कोने में फैल गया। लोगों ने अति उत्साह से इस आंदोलन में भाग लिया लेकिन देश
के अन्य भागों में योग्य नेतृत्व के अभाव में आंदोलन को सही दिशा नहीं मिल पाई।
ख)
आर्थिक कारण विदेशी कपड़ों का बहिष्कार बड़े पैमाने पर किया गया तथा लोगों को खादी
का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया गया, लेकिन खादी का कपड़ा मिलों में भारी पैमाने
पर बनने वाले कपड़ों के अपेक्षा काफी मंहगा था गरीब इसे खरीद नहीं सकते थे। अतः जल्दी
ही बहिष्कार की उमंग फीकी पड़ गई।
ग)
वैकल्पिक व्यवस्था का अभाव ब्रिटिश संस्थानों के बहिष्कार से नई समस्याएं पैदा हुई।
स्कूलों कॉलेजों, अदालतों का बहिष्कार तो कर दिया गया लेकिन वैकल्पिक भारतीय संस्थानों
की स्थापना नहीं हुई इसके परिणाम स्वरूप शिक्षक और विद्यार्थी पुनः स्कूलों में लौटने
लगे तथा वकील दुबारा अदालतों में दिखाई देने लगे।
घ)
हिंसा का मार्ग अपनाना यद्यपि आंदोलन का प्रारंभ शांतिपूर्ण प्रदर्शनों तथा विदेशी
वस्तुओं के बहिष्कार से हुआ लेकिन शीघ्र ही आंदोलन ने हिंसा का मार्ग पकड़ लिया। हिंसा
की चरम परिणीति चौरी चौरा कांड के रूप में हुई, जब उग्र आंदोलनकारियों ने एक थाने में
आग लगाकर 22 सिपाहियों की हत्या कर दी। इस घटना के बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन
को वापस ले लिया।
3) दांडी मार्च अभूतपूर्व घटना साबित हुई, जिसने ब्रिटिश साम्राज्य
को हिला कर रख दिया। स्पष्ट करें।
अथवा,
नमक यात्रा की चर्चा करते हुए स्पष्ट करें, कि यह उपनिवेशवाद के खिलाफ
प्रतिरोध का एक असरदार प्रतीक था।
उत्तर-
क)
देश को एकजुट करने के लिए महात्मा गांधी को नमक एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में दिखाई
दिया। 12 मार्च 1930 ईस्वी को दांडी यात्रा द्वारा गांधीजी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन
का सूत्रपात किया। गांधी जी के अनुयायियों ने दांडी नामक समुद्र तटीय स्थान पर नमक
बनाकर नमक कानून तोड़ा यह आंदोलन सरकारी आदेशों को ना मानने का प्रतीक था।
ख)
ब्रिटिश कानून को तोड़ना निसंदेह उपनिवेशवाद के विरुद्ध एक जबरदस्त कदम था। देखने को
यह समुद्र के पानी से नमक बनाने की प्रक्रिया एक साधारण सी घटना लगती है परंतु इसके
उपनिवेशवाद के सारे ढांचे को ही हिला कर रख दिया।
ग)
साबरमती आश्रम से दांडी की कोई 240 मील की यात्रा में महात्मा गांधी और उनके साथियों
को अनेक स्थानों पर रुकना पड़ा। हर पड़ाव में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी होती
रही, जिससे राष्ट्रीय भावनाएं और उत्तेजित होती गई और लोगों में उपनिवेशवाद के प्रति
घृणा पैदा होने लगी।
घ)
जैसे ही 6 अप्रैल 1930 को समुद्र के पानी से नमक बनाकर नमक कानून का उल्लंघन किया गया।
सबको पता चल गया कि ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हो चुकी
है।
ड.)
यद्यपि नमक आंदोलन का केंद्रीय उद्देश्य नमक कानून का उल्लंघन करना था लेकिन इस आंदोलन
ने अंग्रेजो के खिलाफ भारतीय जनमानस में एक राष्ट्रीय विरोध की भावना को जन्म दिया।
च)
इस आंदोलन के जरिए गांधीजी ने समाज के सभी तबकों को प्रभावित किया तथा उन्हें उपनिवेशवाद
के खिलाफ प्रतिरोध के लिए प्रेरित कर दिया।
इस
प्रकार हम कह सकते हैं, कि नमक यात्रा उपनिवेशवाद के खिलाफ प्रतिरोध का एक असरदार प्रतीक
था।
4) भारतीयों में सामूहिक अपनेपन का भाव विकसित करने वाले कारकों का
उल्लेख करें ।
उत्तर-
जब लोग यह महसूस करने लगते हैं कि वे एक ही राष्ट्र के अंग हैं, जब वे एक दूसरे को
एकता के सूत्र में बांधने वाली कोई साझा बात ढूंढ लेते हैं। लेकिन राष्ट्र लोगों के
मस्तिष्क में एक यथार्थ का रूप कैसे लेता है? विभिन्न समुदायों क्षेत्रों या भाषाओं
से संबंध अलग-अलग समूहों ने सामूहिक अपनेपन का भाव कैसे विकसित किया? सामूहिक अपनेपन
की यह भावना आंशिक रूप से संयुक्त संघर्षों के चलते पैदा हुई थी। इनके अलावा बहुत सारी
संस्कृतिक प्रक्रियाएं भी थी जिनके जरिए राष्ट्रवाद लोगों की कल्पना और दिलो-दिमाग
पर छा गया था । इतिहास व साहित्य, लोक कथाएं व गीत, चित्र व प्रतीक सभी ने राष्ट्रवाद
को साकार करने में अपना अहम योगदान दिया था।
5) रालेट एक्ट क्या था? गांधीजी ने रालेट एक्ट का विरोध किस प्रकार
किया? वर्णन करें।
उत्तर
- भारत में ब्रिटिश शासन के हो रहे प्रतिरोधों के खिलाफ ब्रिटेन की इंपीरियल लेजिस्लेटिव
काउंसिल ने 1919 ईस्वी में एक कानून पारित किया। जिसे रालेट एक्ट के नाम से जाना जाता
है।
क)
1918 ईस्वी में अंग्रेजी सरकार ने रालेट की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की। इस
समिति को यह निर्देश दिया गया, कि भारत में क्रांतिकारी आंदोलन को रोकने के लिए किस
तरह के कानून बनाए जाए क्योंकि देश का कानून अपर्याप्त है।
ख)
इस कानून के द्वारा सरकार को राजनीतिक गतिविधियों को कुचलने और राजनीतिक कैदियों को
2 साल तक बिना मुकदमा चलाए जेल में बंद रखने का अधिकार मिल गया। इसी कारण भारतीयों
ने रॉलेक्ट एक्ट का विरोध किया।
ग)
गांधी जी ने इस अन्याय पूर्ण कानून के खिलाफ अहिंसक ढंग से नागरिक अवज्ञा करने की घोषणा
की।
घ)
इस नागरिक अवज्ञा को 6 अप्रैल 1919 से एक हड़ताल के साथ प्रारंभ होना निश्चित किया
गया।
ड.)
रॉलेक्ट एक्ट के खिलाफ विभिन्न शहरों में रैलियों एवं जुलूसों का आयोजन किया गया। रेलवे
कामगार हड़ताल पर चले गए. दुकाने बंद हो गई, टेलीग्राफ सेवा बाधित कर दी गई। इस प्रकार
देश में अव्यवस्था का माहौल हो गया।
च)
अमृतसर में बहुत सारी स्थानीय नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। गांधी जी के दिल्ली
में प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी गई।
छ)
10 अप्रैल 1919 को पुलिस ने अमृतसर में एक शांतिपूर्ण जुलूस पर गोली चला दी। इससे लोग
उग्र हो उठे तथा बैंक, डॉकघरों तथा रेलवे स्टेशनों पर हमले करने लगे।
विषय-सूची
इतिहास | भारत और समकालीन विश्व- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
भूगोल | समकालीन भारत- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
नागरिक शास्त्र | लोकतांत्रिक राजनीति-2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |
अर्थशास्त्र | आर्थिक विकास की समझ |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5 | |