प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 12
Hindi Core
16. रज़िया सज्जाद ज़हीर - नमक
पाठ्य पुस्तक के प्रश्न - अभ्यास
प्रश्न 1. सफ़िया के भाई ने नमक की पुड़िया ले जाने से क्यों मना कर
दिया?
उत्तर-
सफ़िया लाहौर से विस्थापित होकर गई सिख बीबी के लिए सौगात में नमक ले जाना चाहती थी।
किंतु उनके भाई ने नमक की पुड़िया ले जाने से इसलिए मना किया क्योंकि पुलिस ऑफिसर होने
के नाते वह जानता था कि पाकिस्तान से भारत नमक ले जाना गैरकानूनी है। और चोरी छुपे
नमक भारत ले जाने पर कस्टम अधिकारियों के द्वारा पकड़े जाने का खतरा भी था। इसीलिये
सफिया के भाई ने नमक ले जाने से मना कर दिया।
प्रश्न 2. नमक की पुड़िया ले जाने के संबंध में सफ़िया के मन में क्या
द्वंद्व था?
उत्तर-
सफ़िया को जब पता चला कि पाकिस्तान से नमक ले जाना कानूनन जुर्म है, तो वह द्वंद्व
में पड़ गई। एक तरफ़ उसके लिए नमक ले जाना आवश्यक था, दूसरी तरफ़ वह कानून की मुज़रिम
नहीं बनना चाहती थी। उसके लिए यह नमक एक माँ के लिए प्रेम की सौगात थी । वह उसे छिपाकर
नहीं ले जाना चाहती थी। वह प्रेम की सौगात को जुर्म के रूप में नहीं बल्कि सम्मान के
साथ ले जाना चाहती थी। उसे लग रहा था कि यदि वह बता दे, तो शायद उसे नमक ले जाने दिया
जाएगा। दूसरे ही पल उसे लगता था कि यदि उसे मना कर दें, तो वह एक माँ का दिल तोड़ देगी।
इस बात को लेकर उसके मन में द्वंद्व की स्थिति बन गई।
प्रश्न 3. जब सफ़िया अमृतसर पुल पर चढ़ी थी तो कस्टम ऑफिसर निचली सीढ़ी
के पास सिर झुकाए चुपचाप क्यों खड़े थे?
उत्तर-
जब सफ़िया ने पाकिस्तान से भारत नमक लाने के संदर्भ में सिख बीवी से जुड़ा प्रसंग उन्हें
सुनाया तो उन्हें भी अचानक अपने वतन ढाका की याद हो आई। वह सिख बीबी की दिल की भावना
को अच्छी तरह से समझते थे क्योंकि इतने साल हिंदुस्तान में गुजारने के बाद भी वो भावनात्मक
रूप से अपने वतन से जुड़े थे और अपनी जन्मभूमि ढाका को ही मानते थे।
दूसरा,
वो सफिया के प्रति अपने दिल से सम्मान प्रकट कर रहे थे। क्योंकि उसने सिर्फ एक वादा
निभाने के लिए इतना बड़ा जोखिम उठाया।
प्रश्न 4. “लाहौर अभी भी उनका वतन है और देहली मेरा या मेरा वतन ढाका
है। जैसे उद्गार किस सामाजिक यथार्थ का संकेत करते हैं?
उत्तर-
उपरोक्त कथन से पता चलता है कि राजनैतिक या भौगोलिक, किसी भी कारण से किसी भी देश या
जमीन को टुकड़ों में बांटा तो जा सकता है लेकिन लोगों के दिलों से उनकी भावनाओं, उनके
जज्बातों को मिटाया नहीं जा सकता। इसीलिए हिंदुस्तान के दो टुकड़ों में बंट जाने के
बाद भी एक पाकिस्तानी आज भी अपना वतन हिंदुस्तान को ही मानता है तो एक हिंदुस्तानी
लाहौर को बहुत याद करती है। लोगों ने अपने राजनीतिक उद्देश्य के लिए भले ही देश को
दो टुकड़ों में बाँट दिया हो लेकिन कोई भी शक्ति उनके हृदय से उनकी मातृभूमि के प्रति
प्रेम को मिटा नहीं सकती है। वक्त-बेवक्त उनके हृदय की टीस प्रकट होते ही रहती है।
प्रश्न 5. नमक ले जाने के बारे में सफ़िया के मन में उठे द्वंद्वों
के आधार पर उसकी चारित्रिक विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
नमक ले जाने के बारे में सफ़िया के मन में जो द्वंद्व की स्थिति बन गई थी। इससे उसके
चरित्र की निम्नलिखित विशेषताओं का पता चलता है.
(क)
ईमानदार सक्रिया एक ईमानदार स्त्री थी। रिश्तों के साथ- साथ वह व्यवस्था और कानून के
प्रति भी काफी ईमानदार थी। वह अपने प्रेम की सौगात नमक को पूरे सम्मान के साथ ले जाना
चाहती थी। उसे गलत ढंग से ले जाना कदापि मंजूर नही था।
(ख)
विचारशील- वह एक विचारशील स्त्री थी। वह कार्य को करने से पहले उसके विषय में यह निश्चित
कर लेना चाहती थी कि वह जो कर रही है, वह सही है या नहीं है।
(ग)
कानून के प्रति सम्मान सफ़िया कानून का आदर करती थी। यही कारण है कि वह अपने साथ पुड़िया
छिपाकर ले जाने में हिचकिचा रही थी। वह चाहती थी कि वह गलत नहीं कर रही है। अतः कानून
उसकी भावनाओं को समझेगा। यही कारण है कि वह नमक की पुड़िया को अफसरों के सामने रख देती
है।
(घ)
निर्भीक सफ़िया एक निर्भीक स्त्री थी। वह जानती है कि वह कोई गलत काम नहीं कर रही है।
अतः उसे डरने की आवश्यकता नहीं है।
(ङ)
दृढ़ निश्चयी- सफ़िया एक दृढ़ निश्चयी स्त्री थी। भाई द्वारा कानून का डर दिखाए जाने
पर भी वह अपने निश्चय से हिलती नहीं है।
(च)
स्पष्टवादी कस्टम अधिकारियों के समक्ष कीनुओं में छिपाकर लाए गए नमक को रख देना उसकी
स्पष्टवादिता का परिचायक है।
(छ)
वचनबद्ध नमक के सीमा पार ले जाने की अड़चन सुनकर वह चाहती तो भारत आकर सिख बीबी को
अपनी मजबूरी बताकर संतुष्ट कर सकती थी लेकिन वह वचनबद्ध और कर्तव्य परायण स्त्री होने
के नाते उसने अपने वचन को तकलीफों से गुजरकर भी निभाया।
प्रश्न- 6. मानचित्र पर एक लकीर खींच देने भर से ज़मीन और जनता बँट
नहीं जाती है- उचित तर्कों व उदाहरणों के ज़रिये इसकी पुष्टि करें।
उत्तर-
मानचित्र पर एक लकीर खींच देने भर से ज़मीन और जनता बँट नहीं जाती है। इन पंक्तियों
की लेखिका रजिया सज्जाद जहीर का कथन पूरी तरह से सत्य है। इसकी पुष्टि कई तर्कों के
द्वारा की जा सकती है। जैसे- राजनीतिक कारणों से देश का विभाजन कर दिया जाता है लेकिन
यह अलगाव भावनात्मक रूप से उनकी मातृभूमि से अलग नहीं कर सकता।
प्रस्तुत
पाठ में सिख बीबी, पाकिस्तान के कस्टम अफ़सर तथा अमृतसर के कस्टम अफ़सर इस बात का प्रमाण
है। वे सब उन स्थानों को अपना मानते हैं, जहाँ आज वे रहते नहीं हैं। उनका दिल तो वहीं
पर रह गया है, जहाँ उनका जन्म हुआ, जहाँ उन्होंने अपना बचपन तथा जवानी निकाली थी। सिख
बीबी आज भारत में थी लेकिन अपना दिल पाकिस्तान के लाहौर में छोड़ आई थीं। वे सीमाओं
को नहीं मानती। आज भी पाकिस्तान में मिलने वाले लाहौरी नमक में उनकी आत्मा बस गई है।
नमक तो शायद भारत में भी मिल सकता था लेकिन उनके लिए असली नमक तो लाहौर में मिलने वाला
था।
ऐसे
ही पाकिस्तान के कस्टम अफ़सर अवश्य पाकिस्तान में रह रहे थे लेकिन उनके लिए उनका असली
वतन देहली था। सिख बीबी को बुजुर्ग माना जा सकता है लेकिन पाकिस्तान के कस्टम अफ़सर
तो इतने बुजुर्ग नहीं थे।
ऐसे
ही अमृतसर के कस्टम अफ़सर के लिए उनका असली वतन ढाका था। इन सभी बातों से पता चलता
है कि मानचित्र पर लकीर खींच देने से ही में जनता तथा जमीन नहीं बँट जाते हैं। वह दिलों
में तथा स्थानों में यादें बनकर रह जाती हैं।
प्रश्न 7. नमक कहानी में भारत व पाक की जनता के आरोपित भेदभावों के
बीच मुहब्बत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है, कैसे?
उत्तर
: बाहरी आवरण को देखने से हम पाते हैं कि भारत व पाक की जनता में भेदभाव की भावना विद्यमान
है। किन्तु यह सच्चाई नहीं है। हकीकत ठीक इसके विपरीत है।
विभाजन
के समय लोगों को विवश होकर अपना देश छोड़ना पड़ा था। उनके गली-मोहल्ले, पड़ोसी, मित्र,
घर, खेत-खलिहान सब पीछे छूट गए थे। किंतु उनकी यादें उनके मन में हमेशा विद्यमान रहीं
सिख बीबी, पाकिस्तान तथा अमृतसर के कस्टम अफ़सर इसके प्रमाण हैं। उनके दिलों में आज
भी मुहब्बत का नमकीन स्वाद घुला हुआ है और जब तक वे जिंदा रहेंगे, वह ऐसे ही विद्यमान
रहेगा। उसे कोई असामाजिक ताकत मिटा नहीं सकती है।
प्रश्न -8. राजनैतिक सीमा तथा सत्ता लोलुप व मज़हबी दुराग्रहों में बँटे
होने के बावजूद हिन्दुस्तान और पाकिस्तान में एक ही इंसानी दिल के टुकड़े धड़क रहे हैं,
जो मिलने को आतुर हैं। पाठ के आधार पर समझाइए ।
उत्तर-
राजनैतिक सीमा द्वारा खींची भारत-पाक की सरहद होते हुए भी पाकिस्तान और भारत में एक
ही इन्सानी दिल के टुकड़े धड़क रहे हैं। सत्ता लोलुप या मजहबी दुराग्रहों के कारण देश
के बंटवारे की स्थितियाँ पैदा हुई किन्तु, निर्वासित होने के बाद भी लोगों के मन में
अपने वतन के प्रति, अपने लोगों के प्रति प्रेम एवं लगाव मौजूद रहता है। यद्यपि भारत-पाक
विभाजन के कारण लोग अपने मित्रों, संबंधियों एवं पड़ोसियों से बिछुड़ गए किंतु उनका
हृदय आज भी उन बिछड़े लोगों से मिलने के लिए आतुर रहता है।
प्रस्तुत
पाठ में भी सफिया अपने वतन लाहौर में रहते भाइयों, मित्रों और पड़ोसियों से मिलने के
लिए बेचैन रहती हैं तथा अपने वतन की चीजों को भारत ले जाती है। सिख बीबी से किये वायदे
के अनुसार अपने वतन लाहौर के नमक को भारत ले जाना नहीं भूलती। कष्टम अधिकारी अपने वतन
दिल्ली (भारत) की निवासी सफ़िया को देखकर अपने वतन को याद करते हैं। अपने वतन जाती सफिया
को गैर कानूनी ढंग से नमक ले जाने से नहीं रोकते। यह दृष्टान्त इसका गवाह है कि भारत-पाक
विभाजन के बावजूद भी लोगों में एक ही इंसानी दिलों के टुकड़े धड़क रहे हैं।
क्यों कहा गया ?
प्रश्न 1: क्या सब कानून हुकूमत के ही होते हैं, कुछ मुहब्बत, मुरौवत,
आदमियत, इंसानियत के नहीं होते ?
उत्तर:
ऐसा इसलिए कहा गया है ताकि यह बताया जा सके कि कानून सब कुछ नहीं होते हैं। कानून से
बढ़कर भी मुहब्बत तथा इंसानियत होती हैं। जिसमें एक मनुष्य दूसरे मनुष्य के लिए कुछ
करने को प्रेरित हो जाता है। लेखिका का भाई जब अपनी बहन को लाहौरी नमक यह कहकर ले जाने
से मना कर देता है कि यह कानूनन जुर्म है, तो लेखिका अपने भाई को समझाती है कि मनुष्य
कानून को गुलाम नहीं है। कानून का आदर-सम्मान सबको करना चाहिए। लेकिन जब बात प्रेम
और इंसानियत की हो, तो उसे इन्हें छोड़ देना चाहिए।
प्रश्न-2. भावना के स्थान पर बुद्धि धीरे-धीरे उस पर हावी हो रही थी।
उत्तर-
भाई द्वारा यह बताए जाने पर कि लाहौरी नमक भारत ले जाना अपराध है, लेखिका उसे अपने
तर्कों से चुप करवा देती है। लेकिन जब वह इस विषय पर सोचती है, तो पाती है कि भाई सही
कह रहा है। भावना बुद्धि के तर्कों के आगे दबने लगती है। अब वह समझ जाती है कि नमक
को सामने से ले जाना कठिन हो जाएगा। अतः वह नमक को छिपा कर ले जाने की सोचती है। अतः
इससे पता चलता है कि भावना के स्थान पर वह बुद्धि का प्रयोग करने लगती है।
प्रश्न- 3. मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह से गुज़र जाती है कि कानून हैरान
रह जाता है।
उत्तर-
यह वाक्य कानून के आगे मुहब्बत की अहमियत दर्शाने के लिए पाकिस्तानी कस्टम आफिसर के
माध्यम से यह बताया गया है कि मुहब्बत की अहमियत इतनी है कि यह किसी कानून को नहीं
देखती हैं। पाकिस्तानी कस्टम ऑफिसर लेखिका को नमक ले जाने देता है वह कानून को भूल
जाता है। बस उसे याद रहता है तो लेखिका का जस्बा और अपना वतन देहली। जहाँ प्रेम हो,
वहाँ कानून की पूछ न के बराबर रह जाती है। क्योंकि कानून का काम दोषियों को संज्ञा
देना है और मुहब्बत का काम दिलों को मिलाना है।
प्रश्न 4: हमारी ज़मीन हमारे पानी का मज़ा ही कुछ और है!
उत्तर
: अमृतसर का कस्टम ऑफिसर अपने वतन की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए यह पंक्ति कहता
है। अमृतसर का कस्टम ऑफिसर एक हिन्दू है लेकिन उसके प्राण उसके वतन ढाका में अटके हुए
हैं। विभाजन के बाद वह भारत में आकर बस गया है। लेकिन अपना दिल वह ढाका में छोड़ आया
है। इससे पता चलता है कि वतन का संबंध सीमाओं से नहीं है। वतन का संबंध तो दिल से है।
पाठ के आस-पास
प्रश्न-1. नमक कहानी में हिंदुस्तान पाकिस्तान में रहने वाले लोगों
की भावनाओं, संवेदनाओं को उभारा गया है। वर्तमान संदर्भ में इन संवेदनाओं की स्थिति
को तर्क सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
: नमक कहानी में लेखिका ने हिंदुस्तान में रहने वाले लोगों की भावनाओं और संवेदनाओं
को उकेरा है। वर्तमान संदर्भ में भी भारत पाक विभाजन के कारण विस्थापित निवासियों की
स्थिति ठीक ऐसी ही है जैसी सिख बीबी और कस्टम अधिकारी की अपने वतन लाहौर और दिल्ली
के प्रति थी। आज भी लोग अपने वतन जाने, अपने मित्रों, संबंधियों और पड़ोसियों से मिलने
के लिए तड़पते हैं। आज भी उनका दिल अपनी जन्मभूमि के दर्शनों के लिए लालायित रहता है।
आज भी लोग अपने समाज, संस्कृति और लोगों की पहचान को अपने दिलों से नहीं निकाल पाए
है।
प्रश्न- 2. सफ़िया की मनःस्थिति को कहानी में एक विशिष्ट संदर्भ में
अलग तरह से स्पष्ट किया गया है। अगर आप सफ़िया की जगह होते/होतीं तो क्या आपकी मनःस्थिति
भी वैसी ही होती? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर-
बिलकुल यदि मैं सफ़िया की जगह होती, तो मेरी भी मनःस्थिति बिलकुल उसकी जैसी होती। क्योंकि
मेरे अंदर भी लोगों के प्रति ऐसा ही प्रेम और इंसानियत है मेरे लिए प्रेम सबसे ऊपर
है। प्रेम के आगे मैं किसी कानून को तथा किसी विभाजित देश के बंधन को नहीं मानती हूँ।
मेरे लिए पाकिस्तान में रहने वाले भी मेरे अपने हैं और भारत में रहने वाले भी मेरे
अपने ही हैं।
प्रश्न- 3. भारत पाकिस्तान के आपसी संबंधों को सुधारने के लिए दोनों
सरकारें प्रयासरत हैं। व्यक्तिगत तौर पर आप इसमें क्या योगदान दे सकते/सकती हैं?
उत्तर-
यह सही है कि दोनों देशों की सरकारें भारत-पाकिस्तान के आपसी संबंध सुधारने में प्रयासरत
हैं। मैं भी इसके लिए अपने स्तर से प्रयास कर रही हूँ। मैं वहाँ की संस्कृति तथा परंपराओं
का अध्ययन करती हूँ। इंटरनेट के माध्यम से मैं वहां मित्र बनाती हूं। मैंने जब से पाकिस्तानी
कार्यक्रम देखने आरंभ किए हैं मैं वहाँ के कलाकारों की प्रशंसक बन गई हूँ। मैंने वहाँ
की फ़िल्में जैसे बोल तथा खुदा के लिए देखी है। इसके अतिरिक्त वहाँ के कलाकार जैसे
फवाद खान मेरे प्रिय कलाकार हैं। वहाँ की महिलाओं द्वारा पहने जाना वाला परिधान मेरे
पंसदीदा है। ऐसे ही परिधान में भारत में अपने लिए बनवाए हैं। इस तरह मैं अपने आसपास
के लोगों को भी उनके विषय में परिचित करवाती रहती हैं। इस तरह से मैं व्यक्तिगत तौर
पर अपना हर संभव योगदान दे रही हूँ।
प्रश्न 4. लेखिका ने विभाजन से उपजी विस्थापन की समस्या का चित्रण करते
हुए सफ़िया व सिख बीबी के माध्यम से यह भी परोक्ष रूप से संकेत किया है कि इसमें भी
विवाह की रीति के कारण स्त्री सबसे अधिक विस्थापित है। क्या आप इससे सहमत हैं?
उत्तर-
यह सही है कि प्रत्येक स्त्री को अपने जीवन में विवाह करने के बाद विस्थापन से गुजरना
पड़ता है। जिन माता-पिता के घर वह पत्नी बढ़ी होती है, विवाह के पश्चात उसे छोड़ना
पड़ता है। सिख बीबी और स्वयं सफिया उन्हीं में से एक है। सिख बीबी और सफिया को विवाह
के पश्चात अपने परिवार से अलग होना पड़ता है। लेखिका अपने भाइयों से मिलने पाकिस्तान
जाती है और कई वर्षों तक उनसे नहीं मिल पाती है। ऐसे ही सिख बीबी की स्थिति भी होती
है। यह अवश्य है कि पति का साथ स्त्री को इस विस्थापन से उबार लाता है। लेकिन एक स्त्री
इस विस्थापन से अवश्य गुजरती है।
(अन्य महत्तवपूर्ण प्रश्नोत्तर) दीर्घत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. विभाजन के अनेक स्वरूपों में बँटी जनता को मिलाने की अनेक
भूमिकाएं हो सकती हैं- रक्त संबंध, विज्ञान, साहित्य व कला। इनमें से कौन सबसे अधिक
ताकतवर है और क्यों?
उत्तर
: इनमें से सबसे अधिक ताकतवर साहित्य व कला है। रक्त संबंध एक छोटे दायरे तक सीमित
रहते हैं। विज्ञान लोगों को सुविधा दे सकता है लेकिन मिला नहीं सकता है। हम एक-दूसरे
की तकनीक का उपयोग करते हैं लेकिन उससे मिलाना संभव नहीं है। साहित्य व कला है, जो
लोगों के दिलों में घर कर जाता है। इससे हर वर्ग के लोगों के दिलों में जगह पायी जा
सकती है। सबसे प्रेम पाया जा सकता है और उन्हें प्रेम दिया जा सकता है। साहित्य व कला
के माध्यम से ही लोगों के मध्य बैरभाव को मिटाया जा सकता है। यदि ऐसा न होता तो पाकिस्तान
के कलाकार भारत में और भारत के कलाकार पाकिस्तान के लोगों के दिलों में जगह नहीं पाते।
साहित्य व कला को जंजीरों में जकड़ा नहीं जा सकता है। ये तो पक्षियों के समान पंख फैलाकर
लोगों के दिलों में घर कर जाते हैं।
प्रश्न 2. सिख बीवी के प्रति सफ़िया के आकर्षण का क्या कारण था? 'नमक'
पाठ के आधार पर बताइए।
उत्तर-
जब सफ़िया ने सिख बीवी को देखा, तो वह हैरान रह गई। बीवी का वैसा ही चेहरा था, जैसा
सफ़िया की माँ का था। बिलकुल वही कद, वही भारी शरीर, वही छोटी छोटी चमकदार आँखें, जिनमें
नेकी, मुहब्बत और रहमदिली की रोशनी जगमगा रही थी। चेहरा खुली किताब जैसा था। बीवी ने
वैसी ही सफ़ेद मलमल का दुपट्टा ओढ़ रखा था, जैसा सफ़िया की अम्मा मुहर्रम में ओढ़ा करती
थी, इसीलिए सफ़िया बीवी की तरफ बार-बार बड़े प्यार से देखने लगी। उसकी माँ तो बरसों
पहले मर चुकी थीं, पर यह कौन? उसकी माँ जैसी हैं, इतनी समानता कैसे है? यही सोचकर सफ़िया
उनके प्रति आकर्षित हुई।
प्रश्न 3. लाहौर और अमृतसर के कस्टम अधिकारियों ने सफ़िया के साथ कैसा
व्यवहार किया?
उत्तर-
दोनों जगह के कस्टम अधिकारियों ने सक्रिया और उसकी नमक रूपी सद्भावना का सम्मान किया।
केवल सम्मान ही नहीं, उसे यह भी जानकारी मिली कि उनमें से एक देहली को अपना वतन मानते
हैं और दूसरे ढाका को अपना वतन कहते हैं उन दोनों ने सफ़िया के प्रति पूरा सद्भाव दिखाया,
कानून का उल्लंघन करके भी उसे नमक ले जाने दिया। अमृतसर वाले सुनील दास गुप्त तो उसका
थैला उठाकर चले और उसके पुल पार करने तक वहीं पर खड़े रहे। उन अधिकारियों ने यह साबित
कर दिया कि कोई भी कानून या सरहद प्रेम से ऊपर नहीं।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. फिर पलकों से कुछ सितारे टूटकर दूधिया आँचल में समा जाते
है।
उत्तर-
लेखिका ने सिख बीबी के आँखों से निकले आँसूओं का उल्लेख बड़े सुंदर रूप में किया है।
सिख बीबी जब अपने वेतन लाहौर को याद करती है, तो उनकी आँखों से आँसू निकलकर उनके आँचल
में गिर जाते हैं। यह आँसू उनकी यादों का प्रतीक है, जो निकलकर आँचल में समा जाते हैं।
प्रश्न 2. किसका वतन कहाँ है- वह जो कस्टम के इस तरफ़ है या उस तरफ़
।
उत्तर
- लेखिका पाकिस्तान तथा अमृतसर के कस्टम ऑफिसर की बात सुनकर हैरत में है। उनके अनुसार
मानचित्र पर भारत तथा पाकिस्तान विभाजित होकर अलग- अलग देश बन चुके हैं। लेकिन लोगों
के दिलों में इस विभाजन का नाम नहीं है। अंतः वह सोच में पड़ जाती है कि यह बता पाना
कठिन है कि किसका वतन कहाँ है ? जो दिलों के अंदर है या जो मानचित्र पर स्थित है।
प्रश्न 3. 'नमक' कहानी की प्रासंगिकता पर विचार कीजिए।
उत्तरः
नमक कहानी भारत-पाक विभाजन के बाद दोनों देशों के विस्थापित लोगों के दिलों को टटोलती
मार्मिक कहानी है। लाहौर से आई सिख बीबी लाहौर को अपना वतन मानती है तथा लेखिका को
वहाँ से नमक लाने को कहती है। पाकिस्तान में कस्टम अधिकारी दिल्ली को अपना वतन मानता
है और उसे नमक ले जाने देता है। दिल्ली का कस्टम अधिकारी ढाका को अपना वतन मानता है।
वस्तुतः ज़मीन पर खींची हुई रेखाएँ लोगों के दिलों को नहीं बाँटती।
प्रश्न 4. सफ़िया को अटारी में समझ ही नहीं आया कि कहाँ लाहौर खत्म
हुआ और किस जगह अमृतसर शुरू हो गया। ऐसा क्यों?
उत्तरः
सफ़िया को लाहौर और अमृतसर में कोई अंतर महसूस नहीं हुआ। क्योंकि दोनों नगरों की जमीन,
बोली, पहनावा आदि एक जैसा था। दोनों तरफ़ के लोग एक ही भाषा में बात कर रहे थे। उनके
मिलने का तरीका एक था। इसलिए सफ़िया को समझ नहीं आया कि कहाँ लाहौर खत्म हुआ और अमृतसर
शुरू हो गया।
प्रश्न 5. 'नमक' कहानी में 'नमक' किस बात का प्रतीक है। इस कहानी में
'वतन' शब्द का भाव किस प्रकार दोनों तरफ़ के लोगों को भावुक करता है?
उत्तरः
नमक कहानी में नमक प्रेम व सद्भावना के तोहफे का प्रतीक है। वतन शब्द का भाव ही है
कि देश का बंटवारा होने के बावजूद लोगों के अंदर अपनी जन्मभूमि से लगाव समाप्त नहीं
होता। वर्तन की याद हरेक के मन में कहीं-न-कहीं दबी हुई है। देश की सीमाएँ बटने के
बावजूद दोनों तरफ के लोगों को अपनी जन्मभूमि की याद आती है।
प्रश्न 6. नमक कहानी में नमक की पुड़िया इतनी महत्त्वपूर्ण क्यों हो
गई है? कस्टम अधिकारी उसे लौटाते हुए भावुक क्यों हो उठा?
उत्तर:
इस कहानी में नमक की पुड़िया के महत्त्वपूर्ण बनने का यह कारण है कि भारत-पाक के बीच
नमक का व्यापार गैरकानूनी था। दूसरे, यह विभाजन की यादों से जुड़ी है कस्टम अधिकारी
नमक की पुड़िया लौटाते हुए भावुक हो उठा क्योंकि हर व्यक्ति को जन्मभूमि से लगाव होता
है। उस प्रेम की अनुभूति से वह भावुक हो उठा।
प्रश्न 7. नमक कहानी में क्या सन्देश छिपा हुआ है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
नमक कहानी में छिपा संदेश यह है कि मानचित्र पर एक लकीर मात्र खींच देने से वहाँ रहने
वाले लोगों के दिल नहीं बैट जाते। जमीन बंटने से लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध और पाबंदियाँ
लग जाती हैं परंतु लोगों का लगाव अपने मूल स्थान से बना रहता है। पाकिस्तानी कॅस्टम
अधिकारी द्वारा दिल्ली को तथा भारतीय कस्टम अधिकारी द्वारा ढाका को अपना वतन मानना
इसका प्रमाण है।
8. भारत-पाकिस्तान के बीच वर्तमान संबंध कैसे हैं?
उत्तर:
यद्यपि विभाजन के बाद दोनों देशों के संबंधों में कई वर्षों तक तनाव का माहौल रहा है?
लेकिन पिछले 5-7 वर्षों से दोनों के बीच संबंधों में भाई-चारे और आपसी लेन-देन की भावना
बढ़ी है। रेल, सड़क, पातापात बहाल हुआ है। आज दोनों के बीच संबंध काफ़ी सुधरे हैं।
कला, साहित्य, विज्ञान और संस्कृति के माध्यम से दोनों देशों में सौहार्दपूर्ण माहौल
बनता जा रहा है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. कीर्तन कितने बजे खत्म हुआ ?
उत्तरः
कीर्तन लगभग ग्यारह बजे तक खत्म हो चुका था।
2. सिख बीबी लाहौर से क्या मंगाना चाहती थी ?
उत्तरः
सीख बीबी लाहौर से नमक मंगवाना चाहती थी।
3. कस्टम अधिकारी ने सफ़िया की बात सुनकर क्या किया?
उत्तरः
कस्टम अधिकारी ने सर्वप्रथम साफ़िया की सारी बातें सुनी फिर नमक के पुड़िये को मोड़
कर स्वयं ही उसके बैग में रख दिया।
4. मोहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुजर जाती है कि कानून हैरान रह जाता।
इस वाक्य से लेखिका का क्या अभिप्राय है?
उत्तरः
उपरोक्त पंक्तियों से लेखिका का अभिप्राय है कि कस्टम वालों का प्रेम की भेंट भेजने
का अंदाज़ कुछ इस प्रकार था जिसे देख कानून भी इस बात पर हैरान रह गई।
5. लेखिका "कस्टम" को कैसे परिभाषित करते हैं?
उत्तर:
लेखिका के अनुसार कस्टम सरहद पर लगे नोकदार लोहे की छड़ों का लगाया गया एक जाल है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1. पाकिस्तान के कस्टम अधिकारी का वतन कौन-सा था ?
क.
लाहौर
ख. दिल्ली
ग.
कोलकाता
घ.
लखनऊ
2. “मुहब्बत तो कस्टम से इस तरह गुज़र जाती है कि कानून हैरान रह जाता
है।" यह कथन किसका है?
क. पाकिस्तान कस्टम अधिकारी का
ख.
सफ़िया का
ग.
सफ़िया के भाई का
घ.
सुनील दास गुप्त का
3. भारत के कस्टम अधिकारी का नाम क्या था ?
क. सुनील दास गुप्त
ख.
सुशील कुमार गुप्त
ग.
सुनील गुप्ता
घ.
सुशील गुप्ता
4. सुनीलदास गुप्त ने सफिया के लिए क्या मँगवाया ?
क.
ठंडा शर्बत
ख.
लिम्का
ग.
कोका कोला
घ. अच्छी वाली चाय
5. सुनील दास किसे अपना वतन मानता है?
क.
भारत को
ख.
पाकिस्तान को
ग.
दिल्ली को
घ. ढाका को
6. सुनील दास के मित्र का नाम क्या था ?
क
. शमसुल मेहरबान
ख. शमसुल इसलाम
ग.
शमसुल मोहम्म
घ.
शमसुल अकरम
7. सुनीलदास गुप्त अपने दोस्त के साथ बचपन में किन साहित्यकारों को
पढ़ते थे ?
क.
नजरूल और निराला
ख.
नजरूल और शरतचंद्र
ग.
टैगोर और शरतचंद्र
घ. नज़रुल और टैगोर
8. सुनील दास गुप्त ने कहाँ के डाभ को श्रेष्ठ बताया ?
क.
कोलकाता का
ख.
चेन्नई का
ग.
लाहौर का
घ. ढाका का
9. मैंने आपसे कहा न कि मेरा वतन ढाका है' यह कथन किसका है?
क.
सफ़िया का
ख.
पुलिसवाले का
ग. सुनील दासगुप्त का
घ.
शमसुल इस्लाम का
10. 'नमक' कहानी की लेखिका का नाम क्या है ?
क.
महादेवी वर्मा
ख.
सुभद्राकुमारी चौहान
ग. रज़िया सज्जाद जहीर
घ.
फणीश्वर नाथ रेणु
11. नमक कहानी का संबंध किससे है?
क.
हिंदुओं तथा मुसलमानों से
ख.
भारतवासियों से
ग.
पाकिस्तानियों से
घ. भारत-पाक विभाजन से
12. सफ़िया लाहौर जाने से पहले किस कार्यक्रम में गई थी?
क. कीर्तन में
ख.
जगराते में
ग.
मंदिर में
घ.
मस्जिद में
13. सिख बीबी ने किसे अपना वतन कहा ?
क.
अमृतसर को
ख. लाहौर को
ग.
दिल्ली को
घ.
मुलतान को
14. कीर्तन कितने बजे समाप्त हुआ?
क.
9 बजे
ख.
10 बजे
ग. 11 बजे
घ.
12 बजे
15. सफ़िया पाकिस्तान के किस नगर में गई थी ?
क.
मुलतान में
ख. लाहौर में
ग.
सयालकोट में
घ.
इस्लामाबाद मे
16. सिख बीबी ने सफ़िया से क्या तोहफा लाने के लिए कहा ?
क.
लाहौरी शाल
ख. लाहौरी नमक
ग.
लाहौरी कीनू
घ.
लाहौरी मेवा
17. सफ़िया लाहौर में किसके पास गई थी ?
क.
माता-पिता के पास
ख.
दोस्तों के पास
ग.
पड़ोसियों के पास
घ. भाइयों के पास
18. सफ़िया का भाई क्या था ?
क. पुलिस अफसर
ख.
कस्टम अधिकारी
ग.
व्यापारी
घ.
सरकारी नौकर
19. लाहौरी नमक किस कागज़ में लिपटा हुआ था ?
क.
हरे कागज़ में
ख.
लाल कागज़ में
ग.
पीले कागज़ में
घ. बादामी कागज़ में
20. सफ़िया का भाई किसकी दुहाई देकर नमक न ले जाने के लिए कह रहा था
?
क.
सरकार की
ख. कानून की
ग.
इंसानियत की
घ.
प्रेम की
21. 'आखिर कस्टमवाले भी इंसान होते हैं, कोई मशीन तो नहीं होते, यह
कथन किसका है?
क.
सफ़िया के भाई का
ख. सफ़िया का
ग.
लेखिका का
घ.
सुनील दास गुप्त का
22. आप अदीब ठहरी और सभी अदीबों का दिमाग थोड़ा-सा तो ज़रूर ही घूमा
हुआ होता है। यहाँ 'अदीब' शब्द किसके लिए प्रयोग हुआ है?
क.
सिरफिरे व्यक्ति के लिए
ख.
पागल के लिए
ग. साहित्यकार के लिए
घ.
सरकारी अधिकारी के लिए
23. सफ़िया ने टोकरी में कौन से फल डाले ?
क.
संतरे
ख.
माल्टे
ग.
आम
घ. कीनू
24. पहले सफ़िया ने नमक की पुड़िया को कहाँ रखा ?
क.
अपने पर्स में
ख. फलों की टोकरी की तह में
ग.
फलों के ऊपर
घ.
सूटकेस में
25. शहजादा अपनी रान चीरकर क्या छिपा लेता था ?
क.
सोना
ख.
मोती
ग. हीरा
घ.
चाँद
26. जिस कमरे में सफ़िया सो रही थी उसकी खिड़की के पास कौन- सा दरख्त
लगा हुआ था ?
क. चंपा का
ख.
चमेली का
ग.
गेंदा का
घ. गुलाब का
JCERT/JAC Hindi Core प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
आरोह भाग -2 | |
काव्य - खंड | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | तुलसीदास-कवितावली (उत्तर कांड से),लक्ष्मण मूर्च्छा और राम का विलाप |
9. | |
10. | |
11. | |
गद्य - खंड | |
12. | |
13. | |
14. | |
15. | |
16. | |
17. | |
18. | बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर-श्रम विभाजन और जाति-प्रथा,मेरी कल्पना का आदर्श समाज |
वितान भाग- 2 | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
अभिव्यक्ति और माध्यम | |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |
Solved Paper 2023 |