10th Social Science (Economics) 1. विकास

10th Social Science (Economics) 1. विकास

10th Social Science (Economics) 1. विकास


प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

Class - 10

Social Science (Economics)

1. विकास

वस्तुनिष्ठ प्रश्न-

1. सामान्यतः किसी देश का विकास किस आधार पर निर्धारित किया जा सकता है?

A. प्रति व्यक्ति आय

B. औसत साक्षरता दर

C. लोगों की स्वास्थ्य स्थिति

D. उपरोक्त सभी

उत्तर. D. उपरोक्त सभी

2. निम्नलिखित पड़ोसी देशों में से मानव विकास के लिहाज से किस देश की स्थिति भारत से बेहतर है है?

A. बांग्लादेश

B. श्रीलंका

C. पाकिस्तान

D. नेपाल नेपाल

उत्तर. B. श्रीलंका

3. मान लीजिए कि एक देश में 4 परिवार हैं? इन परिवारों की प्रति व्यक्ति आय 5000 रुपए हैं। अगर 3 परिवारों की आय क्रमशः 4000, 7000 और 3000 रुपए है तो चौथे परिवार की आय क्या है?

A. 7500

B. 3000

C. 2000

D. 6000

उत्तर. D.₹ 6000

4. जिस देश की प्रति व्यक्ति आय अधिक होता है वह क्या कहलाता है?

A. विकसित देश

B. विकासशील देश

C. अर्ध विकसित देश

D. इनमें से कोई नहीं

उत्तर. A. विकसित देश

5. भारत के किस राज्य की प्रति व्यक्ति आय कम है?

A. उड़ीसा उड़ीसा

B. मध्य प्रदेश

C. बिहार

D. केरल

उत्तर. C. बिहार

6. भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन कौन करता है?

A. राष्ट्रीय प्रतिदर्श संगठन

B. केंद्रीय सांख्यिकी संगठन

C. राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान

D. इनमें से सभी

उत्तर. B. केंद्रीय सांख्यिकी संगठन

7. निम्न में से कौन हमारे रहन-सहन के स्तर को प्रभावित करता है?

A. स्वास्थ्य स्तर

B. प्रति व्यक्ति आय

C. शैक्षिक स्तर

D. जीवन प्रत्याशा

उत्तर. B. प्रति व्यक्ति आय

8. राष्ट्रीय आय के अंतर्गत क्या शामिल है?

A वस्तुओं का मूल्य

B. सेवाओं का मूल्य

C. वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य

D. इनमें सभी

उत्तर. C. वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य

9. निम्नलिखित पड़ोसी देशों में से मानव विकास के लिहाज से किस देश की स्थिति भारत से बेहतर है?

A. श्रीलंका

B. पाकिस्तान

C. बांग्लादेश

D. नेपाल

उत्तर. A. श्रीलंका

10. देश की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान होता है?

A मानव क्रिया

B. आर्थिक क्रिया

C. सामाजिक क्रिया

D. उपरोक्त सभी

उत्तर. B. आर्थिक क्रिया

11. मानव विकास सूचकांक का संक्षिप्त नाम क्या है?

A. HDF

B. HDI

C. HFC

D. UNO

उत्तर. B. HDI

12. 1000 जीवित बच्चों में 1 वर्ष से कम आयु में मरने वाले बच्चों का अनुपात क्या कहलाता है?

A जन्म दर

B. मृत्यु दर

C. शिशु मृत्यु दर

D. उपरोक्त सभी

उत्तर. C. शिशु मृत्यु दर

13. मानव विकास रिपोर्ट 2018 के अनुसार भारत में जन्म के समय संभावित आयु क्या थी?

A. 75.5 वर्ष वर्ष

B. 68.8 वर्ष

C. 66.7 वर्ष

D. 72.8 वर्ष

उत्तर. B. 68.8 वर्ष

14. मानव विकास रिपोर्ट 2018 के अनुसार भारत का मानव विकास रैंकिंग क्या है?

A. 76

B. 130

C 148

D. 149

उत्तर. B. 130

15. मानव विकास का मुख्य उद्देश्य क्या है?

A सामाजिक विकास

B. जीवन स्तर में सुधार

C. आय में वृद्धि

D. इनमें से कोई नहीं

उत्तर. B. जीवन स्तर में सुधार

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. विकास से क्या समझते हैं?

उत्तर. विकास एक निरंतर चलने वाली गतिशील प्रक्रिया है, जो जीवन के हर क्षेत्र में उच्च स्तर स्थिति को प्राप्त करने का लक्ष्य रखते हैं। विकास प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकती है। किसी के लिए लाभदायक हो सकती है तो किसी के लिए विनाशकारी भी हो सकती है।

प्रश्न 2. प्रति व्यक्ति आय या औसत आय क्या होती है?

उत्तर. जब कुल राष्ट्रीय आय को कुल जनसंख्या से भाग देने पर जो राशि प्राप्त होती है उसे प्रति व्यक्ति आय कहते हैं।

प्रश्न 3. शिशु मृत्यु दर क्या है?

उत्तर. किसी वर्ष में पैदा हुए 1000 जीवित बच्चों में से 1 वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले बच्चों का अनुपात दर्शाती है।

प्रश्न 4. साक्षरता दर से आप क्या समझते हैं?

उत्तर. 7 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में साक्षर जनसंख्या का अनुपात को साक्षरता दर कहते हैं। निवल उपस्थिति अनुपात 6 से 10 वर्ष की आयु के स्कूल जाने वाले कुछ बच्चों का उस आयु वर्ग के कुल बच्चों के साथ प्रतिशत उपस्थिति अनुपात कहलाता है।

प्रश्न 5. मानव विकास सूचकांक से क्या समझते हैं?

उत्तर. मानव विकास सूचकांक एक सांख्यिकी तरीका है, जिसका उपयोग किसी देश में रहने वाले लोगों के सामाजिक और आर्थिक विकास को मापने में किया जाता है। यह एक देश की शिक्षा, स्वास्थ्य, और जीवन की स्थिति को बताता है।

प्रश्न 6. पंजाब से अधिक केरल को क्यों अधिक विकसित मानते हैं?

उत्तर. पंजाब से अधिक केरल को विकसित इसलिए माना जाता है क्योंकि केरल में साक्षरता दर और हाजिरी अनुपात अधिक है। इसके अतिरिक्त केरल में प्रति हजार के पीछे शिशु मृत्यु दर भी कम है।

प्रश्न 7. सार्वजनिक सुविधाएं क्या है?

उत्तर. सार्वजनिक सुविधाएं बड़े पैमाने पर समुदाय के लिए आवश्यक सुविधाएं हैं और सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।

प्रश्न 8. सार्वजनिक सुविधाएं क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर. सार्वजनिक सुविधाएं इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह शिक्षा स्वास्थ्य, परिवहन आदि जैसी कई सेवाएं हैं जो सामूहिक रूप से प्रदान की जाने पर सस्ती और सस्ती हो गई है। उदाहरण के लिए रेल, सरकारी स्कूल आदि।

प्रश्न 9. उत्पादन क्या है?

उतर. किसी वस्तु में आर्थिक उपयोगिता का सृजन करना उत्पादन कहलाता है। अर्थात श्रम, तकनीक, बौद्धिक प्रक्रिया, कौशल आदि द्वारा किसी वस्तु के मूल्य में वृद्धि कर उसे उपयोगी बनाने की प्रक्रिया को उत्पादन कहते हैं।

प्रश्न 10. मानव विकास का उद्देश्य क्या है?

उतर. मानव विकास का उद्देश्य ऐसी परिस्थितियों का विकास करना है जिसमें व्यक्ति शारीरिक, सामाजिक, मानसिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से स्थिति को प्राप्त कर सके। इसका उद्देश्य मानव को एक सम्मानजनक जीवन के पथ पर अग्रसर करना है।

प्रश्न 11. उपभोग से क्या समझते हैं?

उतर. उपभोग आय का वह भाग होता है जो विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए खर्च किया जाता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. विश्व बैंक विभिन्न वर्गों का वर्गीकरण करने के लिए किस प्रमुख मापदंड का प्रयोग करता है? इस मापदंड की, अगर कोई है, तो सीमाएं क्या है?

उत्तर. विभिन्न देशों का वर्गीकरण आय के आधार पर विश्व बैंक करता है। विश्व बैंक के अनुसार जिस देश कि आय अधिक होती है वह विकसित माना जाता है। जिस देश की आय कम है वह अविकसित माना जाता है ऐसा माना जाता है कि अधिकाय मतलब है मनुष्य की जरूरतों को प्रचुर मात्रा में उपलब्ध किया जा सकता है। विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट 2006 में देशों का वर्गीकरण करने में इस मापदंड का प्रयोग किया गया है। देश-विदेश जिनकी 2004 में प्रति व्यक्ति आय $10,066 प्रति वर्ष या उससे अधिक है समृद्ध देश है और वेद देश चीन की प्रति व्यक्ति आय $825 प्रति वर्ष या उससे कम है उन्हें निम्न आय देश कहा गया है।

भारत निम्न आय के देशों के वर्ग में आता है क्योंकि उसकी प्रति व्यक्त्ति आय 2004 में केवल $620 प्रति वर्ष थी।

सीमाएं-.विभिन्न देशों का वर्गीकरण करने के लिए किसी देश की राष्ट्रीय आय को सीमाएं नहीं माना जा सकता है क्योंकि विभिन्न देशों की जनसंख्या अलग-अलग होती है। कुल आय की तुलना करने से यह पता नहीं चल पाता कि औसत व्यक्ति क्या कमा सकता है। इससे हमें विभिन्न देशों के लोगों की स्थितियों का भी पता नहीं चल पाता है।

प्रश्न 2. विकास मापने का यूएनडीपी का मापदंड किन पहलुओं में विश्व बैंक के मापदंड से अलग है?

उत्तर. विश्व बैंक का मापदंड सिर्फ आय पर आधारित है। आय के अलावा भी कई और मापदंड है जो विकास के लिए आवश्यक होता है क्योंकि मनुष्य केवल आय के बारे में नहीं सोचता था कि वह अपनी सुरक्षा दूसरों से आदर और व्यवहार, आजादी जैसे अन्य लक्ष्यों के बारे में सोचता है।

यूएनडीपी द्वारा प्रकाशित मानव विकास सूचकांक में विकास के तीन प्रकार के मापदंड अपनाए हैं.

(i) लोगों का स्वास्थ्य-मानव विकास का प्रमुख मापदंड लंबी दीर्घायु है। विभिन्न देशों के लोगों के जीवन प्रत्याशा जितनी अधिक होगी वह देश उतना ही अधिक विकसित माना जाएगा।

(ii) शैक्षिक स्तर. जिस देश की शैक्षिक स्तर जितना अधिक होगा वह देश उतना विकसित माना जाता है और जिस देश की शैक्षिक स्तर कम है वह अल्पविकसित माना जाता है।

(iii) प्रति व्यक्ति आय-जिस देश की प्रति व्यक्ति आय अधिक होगी वह विकसित माना जाएगा क्योंकि आय अधिक होने से लोगों का जीवन स्तर ऊंचा होता है।

प्रश्न 3. प्रति व्यक्ति आय कम होने पर भी केरल का मानव विकास क्रमांक हरियाणा से ऊंचा है इसलिए प्रति व्यक्ति आय उपयोगी बिल्कुल नहीं है और राज्यों की तुलना के लिए इसका उपयोग नहीं करना चाहिए क्या आप सहमत हैं? चर्चा कीजिए?

उत्तर. हरियाणा की तुलना में केरल में लोगों की आय कम है। तथापि हरियाणा की तुलना में केरल, स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों के मामले में अधिक विकसित है।। इसलिए प्रति व्यक्ति आय कम होने के के बावजूद राज्य। में बेहतर विकास और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।

इससे पता चलता है कि किसी भी क्षेत्र के समग्र विकास को मापने के लिए प्रति व्यक्ति आय अकेले उपयोगी नहीं है। प्रति व्यक्ति आय में सुधार, सुरक्षित, स्वास्थ और शैक्षिक सुविधाओं के लिए धन प्रदान करता है। लेकिन ऐसे बहुत से मामले हैं जहां लोग अच्छी संपत्ति होने के बावजूद स्वास्थ्य शिक्षा पर ध्यान नहीं देते हैं। उसी प्रकार से प्रति व्यक्ति आय माप के लिए एक उपयोगी मापदंड है लेकिन इसमें इन दोनों कारको स्वास्थ्य और शिक्षा को भी शामिल किया जाना चाहिए। यूएनडीपी के अनुसार विकास को मापने के लिए तीन कारकों प्रति व्यक्ति आय, स्वास्थ्य और शिक्षा को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

प्रश्न 4. भारत के लोगों द्वारा ऊर्जा के किन स्रोतों का प्रयोग किया जाता है? ज्ञात कीजिए अब से 50 वर्ष पश्चात क्या संभावनाएं हो सकती हैं?

उत्तर. भारत के लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे वर्ष के वर्तमान स्रोत निम्नलिखित हैं. -

(i) कोयला- कोयले का प्रयोग ईंधन के रूप में तथा उद्योगों में कच्चे माल के रूप में किया जाता है। वाष्प इंजन जिसमें कोयले का प्रयोग होता है।

(ii) खनिज तेल - खनिज तेल का प्रयोग सड़क परिवहन, जहाजों, वायुयानों आदि में किया जाता है। तेल को परिष्कृत करके डीजल, मिट्टी का तेल, पेट्रोल आदि प्राप्त किए जाते हैं।

(iii) प्राकृतिक गैस- प्राकृतिक गैस का भी अब शक्ति के साधन के रूप में बहुत प्रयोग किया जाने लगा है। गैस को पाइपों के सहारे दूर-दूर के स्थानों पर पहुंचाया जाता है। इससे अनेक औद्योगिक इकाइयां चल रही

(iv) जल विद्युत - यह ऊर्जा का नवीकरणीय संसाधन है। अब तक ज्ञात सभी संसाधनों में यह सबसे सस्ता है। इसका प्रयोग घरों, दफ्तरों तथा औद्योगिक इकाइयों में बड़े पैमाने पर किया जाता है।

(v) ऊर्जा के अन्य स्रोत ऊर्जा के 5 कुछ ऐसे स्रोत भी है जिनका प्रयोग अभी कुछ समय पूर्व से ही किया जाने लगा है। जैसे पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, बायोगैस, भूतापीय ऊर्जा आदि।

ऊर्जा के अधिकांश परंपरागत साधनों का प्रयोग लंबे समय से हो रहा है। यह सभी स्रोत अनवीकरनीय है मतलब एक बार प्रयोग करने पर समाप्त हो जाते हैं। इनकी पुनः पूर्ति संभव नहीं है। आने वाले 50 वर्षों में यह संसाधन यौद इसी तरह इस्तेमाल किए जाते रहे तो यह जल्दी समाप्त हो जाएंगे। हमें इन संसाधनों को बचाना है तभी ऊर्जा के नए और नवीकरणीय संसाधनों को खोज कर उनका आधिकारिक प्रयोग करना होगा।

प्रश्न 5. धारणीयता का विषय विकास के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर विकास का मतलब केवल वर्तमान को खुशहाल बनाना ही नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाना भी है। धारणीयता का मतलब होता है ऐसा विकास करना जो आने वाले कई वर्षों तक सतत चलता रहे। यह तभी संभव होता है जब हम संसाधनों का दोहन करने के बजाय उनका विवेकपूर्ण इस्तेमाल करते हैं। पिछली सदी में दुनिया की तेजी से औद्योगिकीकरण से स्थाई विकास का मुद्दा उभरा है। यह महसूस किया जाता है कि बहुत आर्थिक विकास और औद्योगिकीकरण ने प्राकृतिक संसाधनों का बहुत शोषण किया है।

यदि हम उन्हें आर्थिक रूप से इस्तेमाल करते हैं तो विकास के लिए हमारे वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए धरती में पर्याप्त संसाधन हैं। लेकिन यदि हम तेजी से आर्थिक विकास के लालच में उनका प्रयोग करते है तो हमारी दुनिया एक विशाल बर्बाद भूमि बन सकते हैं।

प्रश्न 6. पर्यावरण में गिरावट के कुछ ऐसे उदाहरण की सूची बनाएं जो अपने आसपास देखे हों।

उत्तर-कूड़े-कचरे और अवांछित गंदगी से जल, वायु और भूमि का दूषित होना पर्यावरण प्रदूषण कहलाता है। पर्यावरण में गिरावट के बहुत से उदाहरण है जिनमें से कुछ निम्नलिखित

(क) जल प्रदूषण नदियों, झीलों और समुद्रों में बहाए गए कूड़े-कचरे औद्योगिक अपशिष्ट जल को प्रदूषित करते हैं। इससे जल में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से जलीय जीव मर जाते हैं। जहाजों से रिसनेवाले तेल से समुद्री जीवों को हानि होती है।

(ख) वायु प्रदूषण - कारखानों के धुंए तथा मोटर वाहनों के धुए वायु को प्रदूषित करते हैं। हैं। इससे मानव स्वास्थ्य और वन्य जीवन दोनों को ही हानि होती है।

(ग) भूमि प्रदूषण भूमि पर कारखानों द्वारा घरों या अन्य स्रोतों द्वारा कचरा आदि फेंकने से पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न होती है। कृषि क्षेत्रों में अधिक उर्वरकों का प्रयोग करने से भूमि की उपजाऊ शक्ति खत्म होती है तथा यह उर्वरक भूमि को प्रदुषित करते हैं।

बढ़ती हुई जनसंख्या संसाधनों का दुरुपयोग अधिक मात्रा में पेड़ों को काटने के कारण पर्यावरण में गिरावट बहुत तेजी से हो रही है और इसके बहुत से उदाहरण हमारे आसपास है।

प्रश्न 7. दो वर्गों के विकास के लक्ष्य किस प्रकार परस्पर विरोधी हो सकते हैं?

उत्तर. प्रत्येक व्यक्ति या समूह के विकास के लक्ष्य भिन्न-भिन्न हो सकते हैं और कई बार इनकी प्रकृति परस्पर विपरीत भी हो सकती है एक के लिए विकास का लक्ष्य दूसरे के लिए विनाश का कारण भी बन सकता है।

उदाहरण नदी पर बांध बनाना, वहां के किसानों के विस्थापन का कारण बन सकता है तो वही एक बांध निर्माणकर्ता के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है इसलिए विकास और लक्ष्य प्रत्येक मनुष्य के लिए अलग हो सकता है।

कई बार इसके कारण विवाद भी उत्पन्न हो जाता है जो किसी देश या नागरिकों के लिए विनाशकारी सिद्ध हो सकता है।

प्रश्न 8. आय के अतिरिक्त और कौन से अन्य कारक हैं जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं?

उत्तर. प्रत्येक व्यक्ति के लिए सिर्फ आय ही कारक नहीं हो सकता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जिसका समाज में कई कारकों के द्वारा महत्वपूर्ण माना जाता है।

आय के अतिरिक्त बेहतर जीवन के लिए परिवार रोजगार, मित्रता, सुरक्षा व समानता की भावना, शांतिपूर्ण माहौल आदि भी महत्वपूर्ण है क्योंकि मुद्रा से केवल भौतिक वस्तुएं (भोजन, कपड़ा, गाड़ी) ही खरीदी जा सकती है।

प्रश्न 9. आर्थिक विकास के लिए साक्षरता की अनिवार्यता क्यों हैं?

उत्तर. आर्थिक विकास के लिए साक्षरता की अनिवार्यता है-

(क) इससे ज्ञान व दक्षता प्राप्त होती है।

(ख) रोजगार का स्तर बढ़ता है।

(ग) नई तकनीकों के प्रयोग का स्तर बढ़ता है।

(घ) लोगों में स्वास्थ्य, पर्यावरण आदि के प्रति जागरूकता बढ़ती है।

(च) नए नए उद्योगों को स्थापित करने की क्षमता बढ़ती है।

प्रश्न 10. विकसित देश तथा विकासशील देश में क्या अंतर है?

उत्तर- विकसित तथा विकासशील देशों में निम्नलिखित अंतर है-

विकसित देश-

(क) नई तकनीक व विकसित उद्योग।

(ख) उच्च स्तरीय रहन-सहन।

(ग) उच्च प्रति व्यक्ति आय।

(घ) साक्षरता दर उच्च।

(च) लोगों की स्वास्थ्य स्थिति बेहतर (जन्म दर, मृत्यु दर पर नियंत्रण)।

विकासशील देश-

(क) औद्योगिक रूप से पिछड़े हुए क्षेत्र।

(ख) निम्न प्रति व्यक्ति आय ।

(ग) साक्षरता दर में कमी।

(घ) सामान्य रहन-सहन।

(च) बेहतर स्वास्थ्य का अभाव (अधिक मृत्यु दर)।

प्रश्न 11. मानव विकास सूचकांक में भारत का क्या स्थान है?

उत्तर. मानव विकास सूचकांक की गणना में भारत का 136 वां स्थान है।

प्रश्न 12. विकास की धारणीयता की क्या-क्या विशेषताएं हैं?

उत्तर. विकास की धारणीयता की विशेषताएं-

(क) संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग।

(ख) नवीकरणीय संसाधनों का अधिकतम उपयोग।

(ग) वैकल्पिक संसाधनों को ढूंढने में मदद।

(घ) संसाधनों के पुनः उपयोग व चक्रीय प्रक्रिया को बढ़ावा।

प्रश्न 13. नवीकरणीय संसाधन तथा गैर नवीकरणीय संसाधन से क्या समझते हैं?

उत्तर. नवीकरणीय संसाधन भूमिगत जल नवीकरणीय संसाधन का उदाहरण है। फसल और पौधों की तरह इन साधनों की पुनः पूर्ति प्रकृति करती है लेकिन यहां भी हम इन साधनों का उचित उपयोग कर सकते हैं।

उदाहरण. भूमिगत जल का यदि बरसात द्वारा हो रही पुनः पूर्ति से अधिक प्रयोग करते हैं तो हम इस साधन का औत उपयोग कर रहे होंगे।

गैर नवीकरणीय साधन-गैर नवीकरणीय साधन वह है जो कुछ ही वर्षों के प्रयोग के बाद समाप्त हो जाते हैं। इन संसाधनों का धरती पर एक निश्चित भंडार है और इनकी पुनः पूर्ति नहीं हो सकती।

उदाहरण. कोयले का अति उपयोग करने से यह जल्द ही समाप्त हो जाएंगे। कोयले के पुन. बहुत वर्षों का समय लग जाता है। चक्रण के लिए

प्रश्न 14. राष्ट्रीय विकास क्या है? राष्ट्रीय विकास के अंतर्गत किन पक्षों को लिया गया है ?

उतर. राष्ट्रीय विकास का अर्थ है किसी देश के नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं, सामाजिक सुविधाएं, शिक्षा स्तर, प्रति व्यक्ति आय आदि में सुधार और विकास, जिन देशों में यह सभी चीजें जितनी अधिक विकसित होती हैं उसे विकसित देश कहा जाता है और जिनमें कम विकसित होता है तो उन्हें अल्पविकसित देश कहा जाता है।

इसके अंतर्गत विभिन्न पक्षों को लिया गया है-

(i) निजी विकास के अंतर्गत एक व्यक्ति के विकास पर जोर दिया जाता है जबकि राष्ट्रीय विकास के अंतर्गत सरकार यह निर्णय लेती है कि कौन सा मार्ग सही है।

(ii) राष्ट्रीय विकास के अंतर्गत हमें यह भी सोचना होगा कि क्या करने का कोई बेहतर तरीका है।

(iii) राष्ट्रीय विकास के अंतर्गत केवल उन्हीं कार्यक्रमों को लागू किया जाता है जिन से अधिकतम लोगों को लाभ होता है।

(iv) राष्ट्रीय विकास के अंतर्गत विचारों की भिन्नता तथा उनके समाधान के बारे में निर्णय लेना बहुत आवश्यक है।

विषय-सूची

इतिहास

भारत और समकालीन विश्व- 2

1.

यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय

2.

भारत में राष्ट्रवाद

3.

भूमंडलीकृत विश्व का बनना

4.

औद्योगीकरण का युग

5.

मुद्रण संस्कृति और आधुनिक दुनिया

भूगोल

समकालीन भारत- 2

1.

संसाधन और विकास

2.

वन एवं वन्य जीव संसाधन

3.

जल संसाधन

4.

कृषि

5.

खनिज तथा उर्जा संसाधन

6.

विनिर्माण उद्योग

7.

राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ

नागरिक शास्त्र

लोकतांत्रिक राजनीति-2

1.

सत्ता की साझेदारी

2.

संघवाद

3.

लोकतंत्र और विविधता

4.

जाति, धर्म और लैंगिक मसले

5.

जन-संघर्ष और आंदोलन

6.

राजनीतिक दल

7.

लोकतंत्र के परिणाम

8.

लोकतंत्र के चुनौतियाँ

अर्थशास्त्र

आर्थिक विकास की समझ

1.

विकास

2.

भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्रक

3.

मुद्रा और साख

4.

वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था

5

उपभोक्ता अधिकार

JAC वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2023 - प्रश्नोत्तर

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