प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 10
Social Science (Economics)
2. भारतीय अर्थव्यवस्था का क्षेत्रक
वस्तुनिष्ठ प्रश्न-
1. भारतीय अर्थव्यवस्था को कितने क्षेत्रों में बांटा गया है:.
A.
(1)
B.
(2)
C.
(3)
D.
(4)
उत्तर-
C. (3)
2. किस क्षेत्र में सर्वाधिक श्रमिक कार्यरत है?
A.
तृतीयक
B.
द्वितीयक
C.
प्राथमिक
D.
उपरोक्त सभी
उत्तरः
C. प्राथमिक
3. छिपी हुई बेरोजगारी अधिकतर किस क्षेत्र में पाई जाती है:
A.
कृषि क्षेत्र
B.
औद्योगिक क्षेत्र
C.
सेवा क्षेत्र
D.
उपरोक्त सभी
उत्तर:
A. कृषि क्षेत्र
4. कौन सी गतिविधि द्वितीय क्षेत्र से संबंधित है?
A.
बैंक सेवाएं
B.
कपास की खेती
C.
डेयरी
D.
भवनों का निर्माण
उत्तर:
D. भवनों का निर्माण
5. अध्यापक वर्ग किस क्षेत्र से संबंधित है?
A.
असंगठित
B.
तृतीयक
C.
प्राथमिक
D.
द्वितीयक
उत्तरः
B. तृतीयक
6. रोजगार गारंटी अधिनियम कब लागू किया गया?
A.
2005
B.
2004
C.
2003
D.
2006
उत्तर:
A. 2005
7. किस कार्य क्षेत्र में श्रमिक कार्य सुरक्षा का आनंद उठाते हैं?
A.
प्राथमिक
B.
संगठित
C.
गैर संगठित
D.
उपरोक्त सभी
उत्तर:
B. संगठित
8. इनमें से कौन सार्वजनिक क्षेत्र का उदाहरण है?
A.
रेलवे
B.
बीएसएनल
C.
डाकघर
D.
उपरोक्त सभी
उत्तरः
D. उपरोक्त सभी
9. सार्वजनिक और निजी क्षेत्रक आधार पर विभाजित है?
A.
रोजगार की शर्तों
B.
आर्थिक गतिविधि के स्वभाव
C.
उद्यमों का स्वामित्व
D.
उद्यम में नियोजित श्रमिकों की संख्या
उत्तरः
C. उद्यमों के स्वामित्व
10. एक वस्तु का अधिकांशतः प्राकृतिक प्रक्रिया से उत्पादन किस क्षेत्र
की गतिविधि है?
A.
प्राथमिक
B.
द्वितीयक
C.
तृतीयक
D.
सूचना औद्योगिकी
उत्तर:
A. प्राथमिक
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें:
1. कपास एक ……….उत्पाद है; और कपड़ा एक …….उत्पाद है (प्राकृतिक/विनिर्मित)
उत्तरः
प्राकृतिक, विनिर्मित
2. एक वस्तु का अधिकांशत प्राकृतिक प्रक्रिया से उत्पादन....... द्वितीयक)
क्षेत्र से गतिविधि है! (प्राथमिक,
उत्तरः
प्राथमिक
3. क्षेत्र के अधिकांश श्रमिकों को रोजगार सुरक्षा प्राप्त होती है!
(संगठित/असंगठित)
उत्तरः
संगठित
4. प्राथमिक, द्वितीयक, और तृतीय क्षेत्र की गतिविधिपां……... है! (स्वतंत्र
/ परस्पर निर्भर)
उत्तरः
परस्पर निर्भर
5. सेवा क्षेत्र में रोजगार में उत्पादन के समान अनुपात में वृद्धि..
........(हुई है, नहीं हुई है)!
उत्तरः
नहीं हुई है!
6. भारत में……… संख्या में श्रमिक असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे हैं!
(बड़ी/छोटी)
उत्तरः
बड़ी
7. क्षेत्र के श्रमिकों वस्तुओं का उत्पादन नहीं करते है! (तृतीयक/कृषि)
उत्तरः
तृतीयक
8. एक वस्तु का अधिकांशत प्राकृतिक प्रक्रिया से उत्पादन द्वितीयक………..क्षेत्र
की गतिविधि है! (प्राथमिक, द्वितीयक
उत्तरः
प्राथमिक
9. किसी विशेष वर्ष में उत्पादित……… के मूल्य के कुल योग फल को जीडीपी
कहते हैं सभी वस्तुओं और सेवाओं, सभी अंतिम वस्तु और सेवाओं)
उत्तरः
सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं
10. द्वितीय क्षेत्र को ………. क्षेत्रक भी कहा जाता है! (सेवा, औद्योगिक)
उत्तरः
सेवा
लघु उत्तरीय प्रश्नः
1. प्राथमिक क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तरः
ऐसी गतिविधियां जहां प्रकृति द्वारा प्रदान की गई वस्तुओं को प्रयोग में लाया जाता
है, तो उन्हें हम प्राथमिक क्षेत्र की गतिविधियां कहते हैं!
2. प्राथमिक क्षेत्र से संबंधित कुछ गतिविधियों के उदाहरण दें!
उत्तरः
खनन, लकड़ी काटना, मछली पालन, कृषि, पशुपालन, डेयरी, इत्यादि।
3. द्वितीय क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तरः
ऐसी गतिविधियां जो कच्चा माल अथवा प्राकृतिक उत्पादों को उपयोगी वस्तुओं में बदल देती
है, उन्हें द्वितीय क्षेत्र की गतिविधियां कहा जाता है।
4. द्वितीय क्षेत्र से संबंधित कुछ गतिविधियों के उदाहरण दें।
उत्तरः
चीनी बनाना, कागज बनाना, कपड़ा तैयार करना, ईट बनाना, भवन निर्माण इत्यादि।
5. तृतीय क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तरः
तृतीय क्षेत्र का संबंधवस्तुओं के उत्पादन से नहीं होता वरन् सेवाओं के निर्माण से
होता है।
6. तृतीय क्षेत्र के कुछ उदाहरण लिखें।
उत्तरः
वकालत, शिक्षक, डॉक्टर, बैंक, यातायात, संचार इत्यादि।
7. सकल घरेलू उत्पाद से क्या तात्पर्य है?
उत्तरः
तीनों क्षेत्र को (प्राथमिक, द्वितीयक, और तृतीयक) के उत्पादों के योगफल को देश का
सकल घरेलू उत्पाद कहा जाता है।
8. प्रच्छन्न बेरोजगारी किसे कहते हैं?
उत्तरः
जब एक विशेष कार्य को करने के लिए आवश्यकता से अधिक लोग काम करते हैं, तो उनकी पूरी
रोजी-रोटी नहीं चलती ऐसे में वह जिस बेरोजगारी का शिकार होते हैं, उसे प्रच्छन्न बेरोजगारी
कहते हैं।
9. बेरोजगारी किसे कहते हैं?
उत्तरः
जब किसी व्यक्ति को उसकी योग्यता, क्षमता और इच्छा के अनुसार काम ना मिले तो उसे हम
बेरोजगारी कहते हैं।
10. MNREGA (मनरेगा) का पूरा नाम लिखें।
उत्तरः
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (Mahatma Gandhi National
rural employ- ment guarantee actil
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नः
1. मनरेगा (2005) के उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
केंद्र सरकार (2005) इसवी ने भारत के 200 जिलों में काम का अधिकार लागू करने के लिए
एक कानून बनाया, वही कानून मनरेगा कहलाया।
मनरेगा
के निम्नलिखित उद्देश्य हैं जो इस प्रकार हैं:
क.
इस अधिनियम के अंतर्गत उन सभी लोगों जो काम करने में सक्षम है, और जिन्हें काम की जरूरत
है उन लोगों को सरकार द्वारा वर्ष में 100 दिनों की रोजगार की गारंटी देना।
ख.
प्रस्तावित रोजगार का एक तिहाई भाग महिलाओं के लिए आरक्षित करना।
ग.
रोजगार नहीं उपलब्ध करा सकने में लोगों को बेरोजगारी भत्ता देना।
घ.
गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की आय में वृद्धि कर उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना।
च.
भविष्य में भूमि से उत्पादन बढ़ाने वाले कामों को वरीयता देना।
ट.
5 किलोमीटर के दायरे में लोगों को काम उपलब्ध कराना।
प्रश्न 2. व्याख्या कीजिए कि किसी देश के आर्थिक विकास में सार्वजनिक
क्षेत्र कैसे योगदान करता है?
उत्तरः
किसी देश के आर्थिक विकास में सार्वजनिक क्षेत्र निम्न प्रकार से योगदान करता है:
1.
यह बुनियादी संरचना के निर्माण एवं विस्तार द्वारा पूर्व आर्थिक विकास को प्रेरित करता
है, जिससे यह रोजगार के अवसर पैदा करता है।
2.
यह विकास के लिए वित्तीय संसाधन जुटा ता है, और उन संसाधनों का प्रयोग सार्वजनिक कार्यों
में किया जाता है।
3.
यह लोगों के बीच आय एवं संपत्ति की समानता लाता है अर्थात आय के असमान वितरण को दूर
करता है।
4.
लघु एवं कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित करता है।
5.
यह संतुलित क्षेत्रीय विकास को प्रोत्साहित करता है।
6.
सस्ती दरों पर आसानी से वस्तुओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करता है।
7.
यह निजी एकाधिकार को नियंत्रित करके आम व्यक्ति को भी समान अवसर प्रदान करने में सहायक
है।
प्रश्न 3. सार्वजनिक क्षेत्र की गतिविधियों के कुछ उदाहरण दीजिए और
व्याख्या कीजिए कि सरकार द्वारा इन गतिविधियों का कार्यान्वयन क्यों किया जाता है?
उत्तरः
यह गतिविधियां निम्न हो सकती है:
1.
रेलवे: सरकार द्वारा इसका कार्यान्वयन निम्न कारणों से किया जाता है:
क.
केवल सरकार ही उन सार्वजनिक परियोजनाओं पर बड़ी मात्रा में पैसा निवेश कर सकती है जिनसे
निवेश की रकम वापस प्राप्त होने में काफी समय लगता है।
ख.
सरकार परिवहन की सस्ती और आसान उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इसका कार्यान्वयन करती
है।
ग.
यह योजना गत रूप में महत्वपूर्ण क्षेत्रों की उपकरण और संस्थाओं को पूरा करने के लिए
किया जाता है।
2.
AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान): सरकार द्वारा इसके कार्यान्वयन का मुख्य
उद्देश्य सस्ती दरों पर गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
3.
नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेडःयहां तक कि वास्तविक लागत से कम लागत पर भी लोगों
को बिजली प्रदान करना सरकार द्वारा इसके कार्यान्वयन का मुख्य उद्देश्य है ऐसा निजी
क्षेत्र विशेषकर लघु उद्योगों को संरक्षण और प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से किया जाता
है।
4. असंगठित क्षेत्र में श्रमिकों का शोषण किया जाता है, क्या आप इस
विचार से सहमत हैं? अपने उत्तर के समर्थन में कारण दीजिए।
उत्तरः
असंगठित क्षेत्र में श्रमिकों का शोषण किया जाता है इस बात से मैं सहमत हूं इसे निम्नलिखित
तथ्यों से समझा जा सकता है जो इस प्रकार है:
क.
यहां काम के निश्चित घंटे नहीं होते श्रमिकों को सामान्यता दिन में 10 से 12 घंटे काम
करना पड़ता है उन्हें अतिरिक्त घंटे काम के लिए कोई भुगतान भी नहीं किया जाता है लोगों
को दैनिक मजदूरी के अलावा कोई भत्ता नहीं मिलता है।
ख.
श्रमिकों के संरक्षण के लिए बनाए गए सरकारी नियमों एवं विनियमों ओं का यहां पालन नहीं
होता है।
ग.
यहां रोजगार सुरक्षा भी नहीं होती है नियोक्ता द्वारा श्रमिकों को अकारण किसी भी समय
काम छोड़ने के लिए कहा जा सकता है इससे वह किसी भी समय बेरोजगार हो सकते हैं
घ.
श्रमिकों को मजदूरी भी कम मिलती है इससे क्षेत्र में श्रमिक सामान्यता अन्य अशिक्षित
अनभिज्ञ एवं असंगठित होते हैं।
इ.
क्षेत्रक में श्रमिकों का शोषण किया जाता है उन्हें नियोक्ता कम मजदूरी के लिए विवश
करते हैं
प्रश्न 5. आर्थिक गतिविधियां रोजगार की परिस्थितियों के आधार पर कैसे
वर्गीकृत की जाती है या संगठित और असंगठित क्षेत्र को कि रोजगार परिस्थितियों की तुलना
करें।
उत्तर:
संगठित क्षेत्रः संगठित क्षेत्र में वे उद्यम अथवा कार्यस्थल आते हैं जहां रोजगार की
अवधि नियमित होती है, वह सभी उद्यम सरकार द्वारा पंजीकृत होते हैं, और उन्हें सरकारी
नियम एवं विनियम का अनुपालन करना पड़ता है। उदाहरण के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड।
असंगठित
क्षेत्रः क्षेत्र के अंतर्गत वे छोटी-छोटी और बिक्री इकाइयां शामिल होते हैं जो अधिकांशत
सरकारी नियंत्रण से बाहर होती है, यद्यपि इस क्षेत्र में नियम और विनियम तो होते हैं,
परंतु उनका पालन नहीं होता है। उदाहरण के लिए भूमिहीन खेतिहर मजदूर निर्माण व्यापार
एवं परिवहन आदि मैं लगे अनियमित श्रमिक।
प्रश्न 6. प्रच्छन्न बेरोजगारी से आप क्या समझते हैं? शहरी एवं ग्रामीणक्षेत्रों
का उदाहरण देकर व्याख्या कीजिए।
उत्तरः
प्रच्छन्न बेरोजगारी के अंतर्गत लोग नियोजित प्रतीत होते हैं, परंतु वास्तव में वह
बेरोजगार होते हैं, इसके अंतर्गत किसी काम में लोग आवश्यकता से अधिक संख्या में लगे
होते हैं, यदि कुछ लोगों को कार्य से हटा दिया जाए तो भी उत्पादन में कोई प्रभाव नहीं
पड़ता है।
ग्रामीण
क्षेत्रों मेंप्रच्छन्न बेरोजगारीः
इस
प्रकार की बेरोजगारी प्रायः कृषि क्षेत्र में पाई जाती है उदाहरण के लिए 13 लोगों का
एक परिवार के पास एक खेत योग्य भूखंड है जहां वे सभी काम करते हैं यदि इनमें से 7 लोग
को हटा दिया जाए तो भी उत्पादन में कोई कमी नहीं होती है, इसलिए यह सात अतिरिक्त लोगएक
प्रच्छन्न रूप से नियोजित होते हैं।
शहरी
क्षेत्रों में प्रच्छन्न बेरोजगारी: इस प्रकार की बेरोजगारी शहरी क्षेत्रों में छोटे-मोटे
दुकानों एवं व्यवसाय में लगे परिवार की स्थिति में भी पाई जाती है।
प्रश्न 7. तृतीय क्षेत्र अन्य क्षेत्रसे भिन्न कैसे है ? सोदाहरण व्याख्या
कीजिए।
उत्तरः
तृतीय क्षेत्र अन्य दो क्षेत्र से भिन्न है इसका कारण है कि अन्य दो क्षेत्रक वस्तुएं
उत्पादित करते हैं जबकि यह क्षेत्र अपने आपवस्तु उत्पादित नहीं करता है, बल्कि इस क्षेत्रक
में शामिल क्रियाएं प्राथमिक एवं द्वितीयक क्षेत्र को के विकास में सहायक होती है अर्थात
यह क्रियाएं उत्पादन प्रक्रिया में मदद करती हैं उदाहरण के लिए परिवहन भंडारण संचार
बैंकिंग बीमा एवं व्यापार क्रियाएं। जो वस्तुएं अन्य क्षेत्र को में उत्पादित की गई
है उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए ट्रैक्टर ट्रक या रेलगाड़ी की
आवश्यकता होती है इन वस्तुओं को गोदाम या शीतगृह में भंडारण की भी आवश्यकता होती है
इस संदर्भ में हमें कई लोगों से बातें भी करनी पड़ती हैं एवं बैंक से पैसा भी उधार
लेना पड़ता है, इस प्रकार परिवहन भंडारण संचार एवं बैंकिंग प्राथमिक एवं द्वितीयक क्षेत्र
के विकास में सहायक होता है, इसलिए यह क्षेत्र अन्य क्षेत्रसे अलग है और उत्पादन नहीं
वरन सेवाओं का निर्माण करता है।
8. खुली बेरोजगारी और प्रच्छन्न बेरोजगारी में अंतर लिखें।
उत्तरः
खुली बेरोजगारी:
1.
इसके अंतर्गत वे लोग आते हैं जो काम करने के योग्य हैं लेकिन उन्हें काम नहीं मिलता
है।
2.
इस प्रकार की बेरोजगारी औद्योगिक क्षेत्रों में पाई जाती है।
3.
इसके अंतर्गत एक भी व्यक्ति को काम उपलब्ध नहीं होता है।
4.
इस प्रकार के बेरोजगार लोगों की गणना स्पष्ट रुप से की जा सकती है।
5.
इस प्रकार की बेरोजगारी के अंतर्गत लोग पूर्णता बेरोजगार होते हैं
प्रच्छन्न
बेरोजगारीः
1.
इसके अंतर्गत वे लोग आते हैं जो काम तो कर रहे हैं लेकिन यदि उन्हें हटा दिया जाए तो
भी उत्पादन में कोई कमी नहीं आती है।
2.
प्रच्छन्न बेरोजगारी कृषि क्षेत्र में पाई जाती है।
3.
इसके अंतर्गत किसी काम में लो आवश्यकता से अधिक संख्या में लगे होते हैं।
4.
इस प्रकार के लोगों की गणना स्पष्ट रुप से नहीं की जा सकती है।
5.
इसके अंतर्गत लोग नियोजित प्रतीत होते हैं लेकिन वास्तव में वह बेरोजगार होते हैं।
प्र 9. शहरी क्षेत्रों में रोजगार में वृद्धि कैसे की जा सकती है?
उत्तरः
शहरी क्षेत्रों में रोजगार में वृद्धि निम्न प्रकार से की जा सकती है:-
क.
उत्पादन की श्रम कहां तकनीकों को अपनाया जाना चाहिए, अर्थात श्रम प्रधान उद्योगों को
लगाया जाए।
ख
लघु एवं कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, जिससे लोगों को अपने ही क्षेत्र
में रोजगार मिल सके।
ग.
हमारी शिक्षा प्रणाली को रोजगार उन्मुख बनाया जाना चाहिएए। व्यवसायिक शिक्षा पर विशेष
ध्यान दिया जाना चाहिए।
ध.
लक्षित रोजगार सृजन कार्यक्रम को पूर्ण लगन एवं ईमानदारी से लागू किया जाना चाहिए।
च.
सरकार को चाहिए कि वह ऋण प्रशिक्षण विपणन जैसी सुविधाएं प्रदान कर स्वरोजगार को प्रोत्साहित
करें।
इ.
विद्युत आपूर्ति कच्चे माल और यातायात से संबंधित समस्याओं को दूर किया जाना चाहिए,
जिससे जो उद्योग क्षमता से कम उत्पादन कर रहे हैं, वे अपने उत्पादन पूर्ण क्षमता का
उपयोग कर सकें।
प्रश्न 10. सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्रक में अंतर लिखें।
उत्तरः
सार्वजनिक क्षेत्रः
1.
सार्वजनिक क्षेत्र की अधिकांश परिसंपत्तियों पर सरकार का स्वामित्व होता है, और सरकार
ही सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराती हैं, जैसे भारतीय रेलवे या सेल इत्यादि ।
2.
सार्वजनिक क्षेत्र का उद्देश्य सामाजिक कल्याण में वृद्धि करना होता है।
3.
सरकार समाज के लिए आवश्यक सार्वजनिक परियोजनाओं में बहुत अधिक पैसे निवेश करती है,
जैसे सड़क पुल बंदरगाह आदि के निर्माण पर निवेश।
4.
कई क्रियाओं को पूरा करना सरकार का प्राथमिक दायित्व होता है, जैसें शिक्षा स्वास्थ्य
बिजली इत्यादि।
निजी
क्षेत्रः
1
निजी क्षेत्र की परिसंपत्तियों पर स्वामित्व और सेवाओं के वितरण की जिम्मेदारी व्यक्ति
या कंपनी के हाथों में होता है। जैसे डाबर इंडिया लिमिटेड हीरो साइकिल्स लिमिटेड इत्यादि
।
2.
निजी क्षेत्र की गतिविधियों का उद्देश्य केवल लाभ अर्जित करना होता है।
3.
निजी क्षेत्रअपने लाभ उद्देश्य के कारण ऐसे लंबी एवं बड़ी पूंजी वाली परियोजनाओं में
निवेश नहीं करती है।
4.
निजी क्षेत्र का ऐसा कोई दायित्व नहीं होता है यदि वह ऐसी सेवाएं प्रदान करता है तो
इसके लिए काफी पैसा लेता है। जैसे प्राइवेट स्कूल, प्राइवेट अस्पताल इत्यादि।
प्रश्न 11. मौसमी बेरोजगारी एवं छिपी हुई बेरोजगारी में अंतर लिखें।
उत्तरः
मौसमी बेरोजगारी:
1
जब लोगों को वर्ष के कुछ महीनों में रोजगार उपलब्ध नहीं होता है, तो उसे मौसमी बेरोजगारी
कहते हैं
2
कृषि पर आश्रित लोग इस तरह की समस्या से जूझते
3.
जब कृषि कार्य होता है जैसे बुवाई कटाईके समय काम मिलता है बाकी समय काम नहीं मिल पाता।
छिपी
हुई बेरोजगारीः
1
किसी काम को करने के लिए 5 लोगों की आवश्यकता होती है लेकिन वहां 8 लोग काम करते हैं
जो 3 लोग अतिरिक्त हैं ऐसी स्थिति को छिपी हुई बेरोजगारी कहा जाता है।
2.
अतिरिक्त श्रमिकों के काम ना करने से उत्पादन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
3.
ग्रामीण क्षेत्र में अन्य रोजगार उपलब्ध ना होने के कारण सभी लोग अपने खेतों पर काम
करते हैं।
प्रश्न 12. उत्पादन में तृतीय क्षेत्र का बढ़ता महत्व के बारे में वर्णन
करें।
उत्तरः
उत्पादन में तृतीय क्षेत्र का बढ़ता महत्व निम्नलिखित
1.
सरकार द्वारा बुनियादी सेवाएं जैसे अस्पताल शिक्षा संस्थाएं डाक बैंक परिवहन बीमा को
बढ़ावा देना।
2.
कृषि एवं उद्योग के विकास में व्यापार परिवहन भंडार आदि क्षेत्र की भूमिका।
3.
जैसे जैसे लोगों की आय बढ़ी लोगों ने विभिन्न प्रकार की सेवाओं का अधिक प्रयोग किया।
4.
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के आधार पर नवीन सेवाओं में तीव्र वृद्धि।
5.
तृतीय क्षेत्र की जीडीपी मेंबढ़ती महत्वता।
6.
लोगों का तृतीय क्षेत्र में हस्तांतरण।
प्रश्न 13. अर्थव्यवस्था की संरचना से आप क्या समझते हैं इन्हें कितने
भागों में बांटा गया है?
उत्तरः
अर्थव्यवस्था की संरचना या ढांचा का अर्थ विभिन्न उत्पादन के क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था
के विभाजन से है किसी भी अर्थव्यवस्था में विभिन्न प्रकार की आर्थिक क्रियाएं जैसे
कृषि उद्योग परिवहन बैंकिंग आदेश संपादित होती है इन्हीं क्रियाओं के आधार पर भारतीय
अर्थव्यवस्था को तीन भागों में विभाजित किया गया है:
क.
प्राथमिक क्षेत्रः प्राथमिक क्षेत्र को कृषि क्षेत्र भी कहा जाता है इसके अंतर्गत कृषि,
पशु पालन, मछली पालन जंगल से लकड़ी प्राप्त करना इत्यादि । आर्थिक क्रियाएं आते हैं।
ख.
द्वितीय क्षेत्रः-द्वितीय क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र भी कहा जाता है इसके अंतर्गत
उद्योग धंधे खनिज व्यवसाय निर्माण कार्य आदि आर्थिक क्रियाएं आते हैं।
ग.
तृतीय क्षेत्रः तृतीय क्षेत्र को सेवा क्षेत्र भी कहा जाता है, इसके अंतर्गत बैंकिंग
एवं बीमा परिवहन संचार एवं व्यापार आदि आर्थिक क्रियाएं आते हैं।
प्रश्न 14. असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को निम्नलिखित मुद्दों पर संरक्षण
की आवश्यकता है मजदूरी, सुरक्षा, और स्वास्थ्य उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तरः
असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को मजदूरी सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर संरक्षण
की काफी आवश्यकता भावश्यकता है इसके निम्नलिखित कारण है जो इस प्रकार हैं:
मजदूरीः
1.
क्षेत्र के श्रमिकों से बंधुआ मजदूरों की तरह व्यवहार किया जाता है, उन्हें तिरिक्त
घंटे के लिए भुगतान के बिना ही दिन में 12 घंटे से भी अधिक काम करना पड़ता है, उन्हें
दैनिक मजदूरी के अतिरिक्त कोई अन्य भत्ता नहीं दिया जाता है।
2.
उन्हें रोजगार सुरक्षा प्राप्त नहीं होती है उन्हें अकारण किसी भी समय काम छोड़ने के
लिए कहा जा सकता, है रोजगार में मजदूरी बहुत कम मिलती है।
3.
वे ऋणग्रस्त होते हैं इसलिए वे कम मजदूरी लेने के लिए विवश होते हैं।
सुरक्षाः
चूकि
वह सामान्यता एक खदान पटाखे जैसे कई जोखिम भरे उद्योगों से काम करते हैं इसलिए उन्हें
संरक्षण की अति आवश्यकता है उपरोक्त कार्य में जान जाने का खतरा होता है इसलिए उनकी
सुरक्षा को महत्व दिया जाना चाहिए।
स्वास्थ्यः
जैसा
कि हम जानते हैं उन्हें बहुत कम मजदूरी मिलती है इसलिए वह पौष्टिक भोजन नहीं ले पाते
हैं, परिणाम स्वरूप उनकी स्वास्थ्य स्थिति बहुत कमजोर होती है, इस प्रकार की स्थिति
में उनकी औसत आयु घट जाती है। अतः उन्हें संरक्षण की सख्त आवश्यकता है।
प्रश्न 15. आर्थिक गतिविधियों का प्राथमिक द्वितीय एवं तृतीय क्षेत्र
में विभाजन की क्या उपयोगिता है ? व्याख्या कीजिए।
उत्तरः
आर्थिक गतिविधियों का प्राथमिक द्वितीयक एवं तृतीय क्षेत्र में विभाजन की उपयोगिता
है इसकी उपयोगिता को निम्नलिखित कारणों से स्पष्ट किया जा सकता है । जो इस प्रकार है:
1.
भूमि और जल से संबंधित क्षेत्रः प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत हुई गतिविधियां शामिल
होती हैं जो प्राकृतिक संसाधनों के प्रत्यक्ष उपयोग पर आधारित होती है। उदाहरण के लिए
धान गेहूं आदि की खेती।
2.
विनिर्माण उद्योग से संबंधित क्षेत्रः द्वितीय क्षेत्र में हुई गतिविधियां शामिल होती
हैं, जिसमें प्राकृतिक या प्राथमिक उत्पादों को विनिर्माण प्रक्रिया के माध्यम से अन्य
रूपों में परिवर्तित किया जाता है।
उदाहरण
के लिए कपास से कपड़ों का निर्माण।
सेवा कार्यों से जुड़ा क्षेत्रकः तृतीय क्षेत्र के अंतर्गत वे गतिविधियांशामिल होती हैं। र्जा प्राथमिक और द्वितीयक क्षेत्रके विकास में मदद करती है। उदाहरण के लिए बैंकिंग, बीमा, परिवहन आदि।
विषय-सूची
इतिहास | भारत और समकालीन विश्व- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
भूगोल | समकालीन भारत- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
नागरिक शास्त्र | लोकतांत्रिक राजनीति-2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |
अर्थशास्त्र | आर्थिक विकास की समझ |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5 | |