प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 12
Hindi Elective
7. पुस्तक समीक्षा
प्रश्न 1. पुस्तक समीक्षा की परिभाषा (डेफिनेशन ऑफ बुक रिव्यू) बताएँ।
उत्तर-
किसी भी पुस्तक जैसे कहानी, उपन्यास, कविता, नाटक, एकांकी, यात्रावृत्तांत इत्यादि
किसी भी पुस्तक के बारे में पढ़कर उसके सभी अच्छे एवं बुरे पहलुओं के बारे में अवलोकन
कर विचार प्रस्तुत करना पुस्तक समीक्षा कहलाता है।
प्रश्न 2. पुस्तक
समीक्षा क्या है?
उत्तर-
पुस्तक समीक्षा पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होने वाली समस्याओं में प्रमुख स्थान
रखती है। पुस्तक समीक्षा में किसी पुस्तक का सम्यक् विश्लेषण किया जाता है। इस
विश्लेषण से पाठक को पुस्तक विशेष के विभिन्न पहलुओं की जानकारी मिलती है। पुस्तक
समीक्षा में एक पुस्तक की पूरी छानबीन की जाती है। समीक्षक पाठक को पुस्तक से
परिचित कराता है। इस क्रम में वह पुस्तक के लेखक, विषय वस्तु, शिल्प, प्रकाशन
स्तर, आदि पर प्रकाश डालता जाता है। इसके साथ ही वह समग्र रूप में पुस्तक का
आलोचनात्मक मूल्यांकन भी करता है। इस प्रकार पुस्तक विशेष के संबंध में समीक्षक
अपनी राय भी व्यक्त करता है। पुस्तक समीक्षा का पहला और प्राथमिक दायित्व पाठकों
को पुस्तक से परिचित कराना है, लेकिन परिचय का अर्थ पुस्तक की विषय वस्तु का
सारांश भर देना नहीं है निश्चय ही पुस्तक की विषय वस्तु के बारे में जानने की
उत्सुकता है। पाठकों को पुस्तक समीक्षा पढ़ने के लिए प्रेरित करती है, परंतु यह भी
सही है कि वह समीक्षा के द्वारा पुस्तक की विषय वस्तु संरचना और भाविक सर्जनात्मक
के संबंध में समीक्षक की विशेषज्ञता पूर्ण राय जानना चाहता है।
वह
समीक्षक से विश्लेषण और आलोचनात्मक विवेचन की भी अपेक्षा रखता है। इसलिए समीक्षा
लिखते समय समीक्षक को सतर्क रहना चाहिए कि उसकी समीक्षा पुस्तक का सारांश मात्र
बनकर न रह जाए।
प्रश्न 3. पुस्तक समीक्षा का महत्व बताएँ ।
उत्तर-
साहित्य में पुस्तक समीक्षा की अहम भूमिका होती है। समीक्षा पाठक और पुस्तक को एक
दूसरे से जोड़ती है। पाठक के सामने बराबर यह समस्या रहती है कि वह कौन सी किताब
पढ़े। इसके इसलिए सवाल का समाधान पुस्तक समीक्षा कर देती है।
इसके
अलावा पाठक वर्ग का एक हिस्सा भी होता है, जो पूरी किताब नहीं पढ़ना चाहता है या
उसके पास इतना समय नहीं है कि वह सभी पुस्तकों को पढ़ें। यहां समीक्षा उसकी मदद
करती है। इस प्रकार एक बार में पुस्तक को ढेर सारे पाठकों तक पहुंचा देती है। इसके
दो फायदे होते हैं एक तो पाठक को प्रकाशित होने वाली पुस्तकों की जानकारी मिल जाती
है, दूसरे वह नए लेखकों के और रुझानों से भी परिचित होता चला जाता है। साहित्य,
संस्कृति, विज्ञान, समाज विज्ञान, खेलकूद आदि क्षेत्रों से संबंधित पुस्तकों की
जानकारी समीक्षा के माध्यम से पाठकों तक पहुँचती है। पुस्तकों के इस व्यापक संसार
में पाठक के लिए सही पुस्तक का चुनाव मुश्किल काम है।
समीक्षा
इस मुश्किल को कम करती है, इसके अतिरिक्त वह लेखक को पाठक से जुड़ने का सामाजिक दायित्व
भी निभाती है। साथ ही इसकी मदद से पाठक किसी लेखक या कृति के बारे में अपनी समझ विकसित
कर सकता है और अपनी राय बना सकता है।
प्रश्न 4. पुस्तक समीक्षा की विशेषताएं बताएँ ।
उत्तर-
एक अच्छी समीक्षा में निम्न गुणों अथवा विशेषताओं का होना जरूरी है-
1.
विषय वस्तु का संगणन, तार्किक तथा मनोवैज्ञानिक हो, विषय वस्तु का प्रस्तुतीकरण पाठकों
के मानसिक स्तर के अनुरूप हो।
2.
व्याख्या स्पष्टीकरण, उदाहरणों की मदद से विषय का सरलीकरण हो, तथा भाषा शैली में सरलता,
स्पष्टता मौलिकता एवं प्रभावशीलता हो।
3.
विषय वस्तु से संबंधित आधुनिकतम घटनाओं तथा समस्याओं पर बल दिया गया हो।
4.
चिंतन तथा नवीन विचारों का प्रस्तुतीकरण हो
5.
विषय वस्तु से किसी की भी भावनाओं को आघात न पहुंचाना अर्थात् निरपेक्षता की भावना
पर ध्यान देना।
प्रश्न 5. पुस्तक समीक्षा के उद्देश्य बताएँ ।
उत्तर-
1.
पाठकों को पुस्तक अथवा पुस्तक की विषय वस्तु से परिचित कराना ।
2.
लेखक के रचनात्मकता एवं लेखन शैली को उजागर करना।
3.
यदि संपूर्ण रूप से देखा जाए तो लेखक की योग्यता, विषय वस्तु का संगठन, प्रस्तुतीकरण,
पठनीयता, शुद्धता, दृष्टांतता, अनुकूलनीयता इत्यादि का अवलोकन कर पाठकों के समक्ष प्रस्तुत
किया जाना।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1. साहित्यिक समालोचना क्या कहलाती है?
1.
संपादकीय
2.
कहानी लेखन
3. पुस्तक समीक्षा
4.
पत्रकारिता
प्रश्न 2. पुस्तक समीक्षा को अंग्रेजी में क्या कहा जाता है?
1. बुक रिव्यू
2.
फीचर
3.
पोस्टर
4.
बुक राइटिंग
प्रश्न 3. पुस्तक समीक्षा करनेवाला क्या कहलाता है?
1.
लेखक
2.
पत्रकार
3. समीक्षक
4. संवाददाता
JCERT/JAC Hindi Elective प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
अंतरा भाग 2 | ||
पाठ | नाम | खंड |
कविता खंड | ||
पाठ-1 | जयशंकर प्रसाद | |
पाठ-2 | सूर्यकांत त्रिपाठी निराला | |
पाठ-3 | सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय | |
पाठ-4 | केदारनाथ सिंह | |
पाठ-5 | विष्णु खरे | |
पाठ-6 | रघुबीर सहाय | |
पाठ-7 | तुलसीदास | |
पाठ-8 | मलिक मुहम्मद जायसी | |
पाठ-9 | विद्यापति | |
पाठ-10 | केशवदास | |
पाठ-11 | घनानंद | |
गद्य खंड | ||
पाठ-1 | रामचन्द्र शुक्ल | |
पाठ-2 | पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी | |
पाठ-3 | ब्रजमोहन व्यास | |
पाठ-4 | फणीश्वरनाथ 'रेणु' | |
पाठ-5 | भीष्म साहनी | |
पाठ-6 | असगर वजाहत | |
पाठ-7 | निर्मल वर्मा | |
पाठ-8 | रामविलास शर्मा | |
पाठ-9 | ममता कालिया | |
पाठ-10 | हजारी प्रसाद द्विवेदी | |
अंतराल भाग - 2 | ||
पाठ-1 | प्रेमचंद | |
पाठ-2 | संजीव | |
पाठ-3 | विश्वनाथ तिरपाठी | |
पाठ- | प्रभाष जोशी | |
अभिव्यक्ति और माध्यम | ||
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