प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 10
Social Science (Geography)
1. संसाधन एवं विकास
वस्तुनिष्ठ प्रश्न-
1. निम्न में से कौन से जैव संसाधन नहीं है?
A.
मनुष्य
B
पशु
C.
वनस्पति जात
D.
चट्टाने
उत्तर-
D. चट्टाने
2. इनमें से कौन नवीकरण योग्य संसाधन है?
A
चट्टान
B.
खनिज
C.
सौर ऊर्जा
D.
इनमें से कोई नहीं
उत्तर-
C. सौर ऊर्जा
3. काली मृदा को किस नाम से जाना जाता है?
A
जलोढ़ मृदा
B
खादर
C.
रेगर
D.
बांगर
उत्तर-
C. रेगर
4. नयी जलोढ़ मृदा को क्या कहा जाता है?
A
खादर
B.
बांगर
C.
लाल मृदा
D.
पीली मृदा
उत्तर-
A खादर
5. किस मिट्टी में लौह धातु की अधिकता होती है?
A
लाल मिट्टी
B.
काली मिट्टी
C.
लेटराइट मिट्टी
D.
इनमें से कोई नहीं
उत्तर
- A लाल मिट्टी
6. लौह किस प्रकार का संसाधन है?
A.
नवीकरण योग्य
B.
जैव संसाधन
C.
अनवीकरण योग्य
D.
प्रवाह
उत्तर-
C अनवीकरण योग्य
7. बांगर और खादर किस प्रकार की मिट्टी है?
A
जलोढ़ मिट्टी
B.
काली मिट्टी
C.
लाल पीली मिट्टी
D.
पर्वतीय मिट्टी
उत्तर-
A जलोढ़ मिट्टी
8. किस प्रकार की मृदा में कंकड़ की मात्रा अधिक होती है ?
A.
खादर
B.
बांगर
C.
लाल
D.
लेटराइट
उत्तर-
B. बांगर
9. भारत के कुल क्षेत्रफल के कितने प्रतिशत क्षेत्र पर पठारी भाग हैं?
A.
43%
B.
27%
C.
30%
D.
40%
उत्तर-
B. 27%
10. समाप्यता आधार पर संसाधन कितने प्रकार के हैं?
A.
तीन
B.
चार
C.
दो
D.
छह
उत्तर-
C. दो
11. प्रथम अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी सम्मेलन का आयोजन किस वर्ष किया गया
था ?
A.
1992
B.
1997
C.
2005
D.
2012
उत्तर-
A.1992
12. जिस भूमि पर खेती की जाती उसे क्या कहते है?
A
कृषि योग्य भूमि
B.
बंजर भूमि
C.
चारागाह
D.
वन भूमि
उत्तर-
A. कृषि योग्य भूमि
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
13. मानव निर्मित संसाधन के पांच उदाहरण दे।
उत्तर-
उद्योग, मशीन, मकान, बांध, परिवहन के साधन
14. जलोढ़ मृदा किसे कहा जाता है?
उत्तर-
नदियों द्वारा लाई गई मृदा को जलोढ़ मृदा कहा जाता है।
15. लेटराइट मृदा किस फसल के लिए अधिक उपयुक्त है?
उत्तर-
लेटराइट मृदा काजू की फसल के लिए अधिक उपयुक्त है।
16. आयु के आधार पर जलोढ़ मृदा कितने प्रकार की हैं?
उत्तर-
दो प्रकार की क. खादर ख. बांगर
17. काली मृदा किस फसल की खेती के लिए उपयुक्त मानी जाती है?
उत्तर
- काली मृदा कपास की खेती के लिए उपयुक्त मानी जाती है।
18. राष्ट्रीय वन नीति 1952 के द्वारा निर्धारित कितने प्रतिशत भौगोलिक
क्षेत्र पर वन होना आवश्यक है ?
उत्तर-
राष्ट्रीय वन नीति 1952 के अनुसार 33 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र पर वन होना आवश्यक है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
19. सतत पोषणीय विकास से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-
सतत पोषणीय विकास का अर्थ है कि विकास पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए, और वर्तमान
में विकास की प्रक्रिया चलती रहे और भविष्य की पीढ़ी के लिए भी संसाधन बचा रहे।
20. नवीकरणीय संसाधन और और अनवीकरणीय संसाधनों मे अंतर स्पष्ट करें?
उत्तर-
नवीकरणीय संसाधन
(i)
इस संसाधन का प्रयोग बार-बार किया जा सकता हैं।
(ii)
इस संसाधन का पुनर्निर्माण प्रकृति के द्वारा पुनः किया जाता है।
(iii)
नवीकरणीय संसाधनों के उदाहरण जल, पेड़ पौधे, जीव-जंतु, पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा।
अनवीकरणीय
संसाधन
(i)
इन संसाधनों का उपयोग करने के बाद समाप्त हो जाते हैं।
(ii)
इस संसाधनों का पुनर्निर्माण नहीं हो पाता है
(iii)
अनवीकरणीय संसाधन के उदाहरण खनिज संसाधन, कोयला लौह अयस्क, इत्यादि।
21. जैव संसाधन किसे कहते हैं?
उत्तर-
ऐसे संसाधन जिनमें जीवन व्याप्त है उसे जैव संसाधन कहते हैं जैसे पशु, मनुष्य, मत्स्य,
वनस्पति आदि।
22. नवीकरण योग्य संसाधन किसे कहा जाता है?
उत्तर-
ऐसे संसाधन जिन्हें भौतिक, रासायनिक, यांत्रिक प्रक्रियाओं द्वारा पुनः प्राप्त किया
जा सकता है, नवीकरण योग्य संसाधन कहलाता है।
23. संसाधनों के अंधाधुंध शोषण से कौन सी समस्या उत्पन्न हो गई है
?
उत्तर-
संसाधनों के अंधाधुन शोषण से वैश्विक पारिस्थितिकी संकट पैदा हो गया है जैसे भूमंडलीय
तापन, ओजोन परत का अवक्षय, पर्यावरण प्रदूषण तथा भूमि निम्नीकरण आदि।
24. काली मृदा में कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
उत्तर
काली मृदा में कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम, पोटाश और चूना जैसे पोषक तत्व पाए जाते
हैं।
25. मृदा अपरदन किसे कहा जाता है?
उत्तर-
मृदा के कटाव और उसके बहाव की प्रक्रिया को मृदा अपरदन कहा जाता है। प्राकृतिक कारणों
एवं मानव निर्मित कारणों के द्वारा मिट्टी के ऊपरी सतह का बहाव हो जाता है उसे मृदा
अपरदन कहते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
26. स्वामित्व के आधार पर संसाधनों को कितने भागों में बांटा गया है
व्याख्या करें?
उत्तर-
स्वामित्व के आधार पर संसाधनों को चार भागों में बांटा गया है:-
(I)
व्यक्तिगत संसाधन ऐसे संसाधन जो व्यक्तिगत या निजी संपत्ति होते हैं जैसे मकान, बाग,
कुआं, भूमि आदि।
(II)
सामुदायिक स्वामित्व वाले संसाधन ऐसे संसाधन जिसका उपयोग समुदाय या सभी लोग कर सकते
हैं जैसे शमशान भूमि, तालाब, पिकनिक स्थल, खेल का मैदान आदि।
(III)
राष्ट्रीय संसाधन ऐसे संसाधन जो देश की संपत्ति है अर्थात सरकार के अधीन में है जैसे
सारे खनिज पदार्थ, जल संसाधन, वन, वन्य जीव संसाधन आदि ।
(IV)
अंतर्राष्ट्रीय संसाधन ऐसे संसाधन जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं नियंत्रित करती
हैं जैसे तटरेखा से 200 समुद्री मील की दूरी से बाहर खुले महासागरीय क्षेत्र।
27. संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग से किस प्रकार की समस्याएं उत्पन्न
हो गई हैं?
उत्तर-
आज विश्व में इस भागदौड़ की जिंदगी में सभी व्यक्ति अधिक से अधिक संसाधनों का उपयोग
करना चाहते हैं अधिक से अधिक सामुदायिक वस्तुओं को पाना चाहते हैं जिससे संसाधनों का
अत्यधिक उपयोग हो रहा है।
संसाधनों
के अंधाधुंध उपयोग से निम्नलिखित मुख्य समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं।
(1)
कुछ व्यक्तियों के लालच के कारण संसाधनों का दोहन हो रहा है।
(II)
संसाधन कुछ लोगों के हाथ में आ गए हैं जिसके कारण समाज अमीर और गरीब दो वर्गों में
बट गया है।
(III)
संसाधनों के अंधाधुंध शोषण से वैश्विक पारिस्थितिकी संकट पैदा हो गया है जैसे भूमंडलीय
तापन, ओजोन परत अवक्षय और भूमि निम्नीकरण आदि।
(IV)
प्रदूषण संसाधनों के अत्यधिक उपयोग से पूरे विश्व में प्रदूषण की मात्रा में लगातार
वृद्धि हो रही है अत्यधिक उद्योगों के कारण वाहनों का प्रयोग इत्यादि के कारण प्रदूषण
में वृद्धि होती जा रही है।
आज
संसाधनों के अत्यधिक उपयोग को रोकने की आवश्यकता है जिससे मानव के लिए बढ़ती समस्याओं
को कम किया जा सकता है।
28. भूमि निम्नीकरण के क्या कारण है?
उतर
- भूमि निम्नीकरण का अर्थ है की प्राकृतिक तथा मानव निर्मित कारणों से मृदा की उर्वरा
शक्ति में लगातार होने वाले कमी को भूमि क्षरण या भूमि निम्नीकरण कहां जाता है
भूमि
निम्नीकरण के निम्नलिखित कारण है-
(I)
वनोन्मूलन - आधुनिक विश्व में वनों का प्रतिशत में कमी
होती जा रही है कृषि के कारण एवं शहरीकरण के कारण वनों की मात्रा में कमी होती जा रही
है वनों के नहीं होने से भूमि का निम्नीकरण बढ़ता जा रहा है।
(II)
अति पशु चारण- भूमि पर अत्यधिक पशु चारण के कारण भूमि
का निम्नीकरण हो रहा है।
(III)
खनन- अत्यधिक खनन के कारण जैसे कोयला खनन, बॉक्साइट
इत्यादि खनिजों के खनन के कारण भूमि का निम्नीकरण हो रहा है खनिजों के खनन से मिट्टी
की मात्रा में कमी होती जा रही है।
(IV)
अधिक सिंचाई - अत्यधिक सिंचाई के कारण मिट्टी का ऊपरी
सतह जल के साथ बह जाते हैं।
(V)
औद्योगिक जल निकास से बाहर आने वाला अपशिष्ट पदार्थ
उद्योगों से जो जल बाहर निकलता है उस का बहाव मिट्टी पर ही होता है और मिट्टी उसके
साथ बह जाती है या मिट्टी में प्रदूषण कारक सम्मिलित हो जाते हैं जिससे भूमि का निम्नीकरण
हो जाता है।
उपयुक्त
कारणों के द्वारा मिट्टी का निम्नीकरण लगातार बढ़ता ही जा रहा है इन कारणों को कम करके
हम भूमि का निम्नीकरण रोक सकते हैं।
29. मृदा के संरक्षण के क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर-
मृदा का संरक्षण से अर्थ है की मिट्टी की ऊपरी सतह अर्थात मृदा का उर्वरा शक्ति को
बनाए रखने से है मृदा का संरक्षण बहुत ही आवश्यक है।
मृदा
के संरक्षण के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं-
1.
वृक्षारोपण
2.
पेड़ों की रक्षक मेखला बनाना
3.
चारागाहो का उचित प्रबंधन
4.
पशु चारण नियंत्रण
5.
रेतीले टीलों में कांटेदार झाड़ियां लगाना
6.
ढाल वाली भूमि पर सीढ़ी नुमाखेती करना
7.
खनन नियंत्रण
8.
बंजर भूमि का उचित प्रबंधन
9.
औद्योगिक जल को परिष्करण के पश्चात ही विसर्जित करना।
उपयुक्त उपाय के द्वारा हम मृदा का संरक्षण कर सकते हैं और मृदा की उर्वरा शक्ति को बनाए रखा जा सकता है आज मृदा का संरक्षण बहुत ही आवश्यक है।
विषय-सूची
इतिहास | भारत और समकालीन विश्व- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
भूगोल | समकालीन भारत- 2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
नागरिक शास्त्र | लोकतांत्रिक राजनीति-2 |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5. | |
6. | |
7. | |
8. | |
अर्थशास्त्र | आर्थिक विकास की समझ |
1. | |
2. | |
3. | |
4. | |
5 | |