Class 11 History 3. यायावर साम्राज्य

Class 11 History 3. यायावर साम्राज्य

 Class 11 History 3. यायावर साम्राज्य

प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

Class - 11

इतिहास (History)

3. यायावर साम्राज्य

स्मरणीय तथ्य

यायावर का अर्थ घुमंतु होता है जिसे खानाबदोश भी कहते हैं

स्थाई समाज वह समाज है जिसमें आजीविका का प्रमुख साधन कृषि एवं पशुपालन है।

खानाबदोश समाज वह समाज है जिसमें आजीविका का मुख्य साधन पशुपालन एवं आखेट (शिकार) है।

जिस प्रदेश की भूमि कृषि योग्य न हो या रेगिस्तान हो वहां के समाज के लोगों के लिए घुमंतू होना एक अनिवार्य विकल्प होता है।

मंगोल मध्य एशिया में रहने वाली एक प्रजाति है।

मंगोल लोग तातार, खितान, मंचू और तुर्की कबीला से भाषागत समानता होने के कारण परस्पर एक दूसरे से जुड़े हुए थे ।

आधुनिक युग में मंगोल लोग मंगोलिया, चीन और रूस में निवास करते हैं।

मंगोल जाति के लोग खानाबदोश जीवन व्यतीत करते थे और घुड़सवारी, तीरंदाजी व शिकार में बहुत कुशल थे।

12वीं शताब्दी में चंगेज खान ने तमाम मंगोल कबीलो को एक करके एक साम्राज्य का निर्माण किया जिसे यायावर साम्राज्य कहते हैं।

यायावर साम्राज्य की सीमाएं उत्तर में रुस दक्षिण में अफगानिस्तान पूर्व में चीन और पश्चिम में पोलैंड और स्पेन तक विस्तारित था।

यायावर साम्राज्य की सीमाएं एशिया से यूरोप तक फैली हुई थी अर्थात यह पारमहा‌द्वीपीय साम्राज्य था।

मध्य एशिया की घास के मैदानों (चारागाह भूमि) को स्टेपीज प्रदेश कहा जाता है।

बर्बर (अंग्रेजी में बारबेरियन) शब्द यूनानी भाषा के बारबरोस शब्द से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ गैर यूनानी लोगों से है।

रोम के लोग बर्बर शब्द का प्रयोग जर्मन जनजातियों गॉल और हण के लिए किया वहीं चीनियों ने स्टैपी प्रदेश के बबरों के लिए दूसरे शब्दों का प्रयोग किया जिनके अर्थ भी नकारात्मक ही थे।

चंगेज खान के विषय में सबसे प्राचीन विवरण मंगकोल- उन-न्यूतोबिअन (मंगोलों के गोपनीय इतिहास) जो मंगोल और चीनी भाषा में है।

 

मंगोलों के राजनीतिक एवं सांस्कृतिक गुरु उड्गुर थे। मंगोल के घरों को जर (gers) कहा जाता है।

मंगोल और तुर्की कबीलो को मिलाकर चंगेज खान द्वारा एक परिसंघ बनाया गया था।

1206 ई में कुरिलताई से मान्यता मिलने पर चंगेज खान मंगोलों का सार्वभौम शासक घोषित हुआ।

चंगेज खान ने अपनी सेना का संगठन दशमलव पद्धति पर किया।

ख्वारिज्म का शासक सुल्तान मोहम्मद चंगेज खान के प्रचंड कोप का शिकार हुआ।

मंगोल सेनाओ ने सुल्तान मोहम्मद के पुत्र जलालुद्दीन का पीछा करते हुए सिंध प्रदेश तक आ गये थे।

चंगेज खान की सैनिकों की सबसे बड़ी इकाई लगभग 10000 सैनिकों की थी जिसे तुमन कहा जाता था।

चंगेज खान ने अपने तीसरे पुत्र ओगोदेई को अपना उत्तराधिकार का संकेत दिया था।

चंगेज खान हरकरा पद्धति के द्वारा दूर दराज के स्थान से संपर्क करता था। इस संचार व्यवस्था के लिए मंगोल यायावर अपने पशु समूह से अथवा अन्य पशुओं का दसवां हिस्सा कर के रूप में देते थे जिसे कुबक कर कहा जाता था, यह कर स्वेच्छा से दिया जाता था।

चंगेज खान की मृत्यु के बाद कुरिलताई महापरिषद ने उसके तीसरे पुत्र ओगोदेई को अपना कगान (सम्राट) चुना।

ओगोदेई की मृत्यु के पश्चात कुरिलताई मंगू खान को कगान चुना।

मंगू खान के काल में कुबलई खान और हलाकू ने मंगोल साम्राज्य का अत्यधिक विस्तार किया।

मंगू खान के मृत्यु के उपरांत कुबलई खान ने बिना कुरिलताई से मान्यता लिए अपने आप को कगान घोषित किया।

कुबलई खान चीन में युवान वंश की नींव डाली जिसका अत 1368 ई में हुआ।

कुबलई खान की मृत्यु के पश्चात मंगोल साम्राज्य पांच भागों में विभक्त हो गया।

मंगोल साम्राज्य में यात्री 'पास सुविधा' के लिए बाज नामक कर देते थे।

कई ऐसे मंगोल शासक हुए जिन्होंने सूफी संतों के प्रभाव में आकर इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया और अंततः 14वीं सदी के अन्त तक मंगोल साम्राज्य समाप्त हो गया।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. 'यायावर' शब्द का अर्थ है?

a. पर्यटक

b. जनजाति

c. घुमक्कड़

d. मूर्ख

2. मंगोलों ने किसके नेतृत्व में अपने पारस्परिक सामाजिक व राजनीतिक रीति-रिवाजों को रूपांतरित कर एक भयानक सैनिक तंत्र तथा शासन संचालन की प्रभावी पद्धतियों का सूत्रपात किया?

a. पैगम्बर मुहम्मद

b. महमूद गजनवी

c. जोलोए

d. चंगेज़ खान

3. निम्न में से किस इतिहासकार ने 'मंगोलों का गोपनीय इतिहास' लिखा?

a. व्लाडिमीर स्टॉव

b. ईगोर दे रखेविल्ट्स

c. गरेहार्ड डोरफर

d. बारटोल्ड

4. निम्न में से किस वर्ष चंगेज खान को मंगोलों का सार्वभौम शासक घोषित किया गया?

a. 1206 ई.

b. 1227 ई.

c. 1167 ई.

d. 1520 ई.

5. निम्न में से किस वर्ष चीन में यूआन राजवंश का अन्त हुआ?

a. 1921 ई.

b.1520 ई.

c. 1759 ई.

d.1368 ई.

6. अपने किस पुत्र के बारे में चंगेज़ खान ने यह संकेत दिया था कि वह उसका उत्तराधिकारी होगा?

a. जोची

b. चचाई

c. ओगोदेई

d. तोलोए

7. निम्न में से किसने सुनहरा गिरोह का गठन किया था?

a. चंगेज खान

b. जोची

c. ये तू घुसाई

d. उपर्युक्त सभी

8. चंगेज खान की विधि संहिता कहलाती है।

a जेरेज़

b. यास

c. उलुस

d. पैजा

9. निम्नलिखित में से किस शहर पर विजय प्राप्त करने के पश्चात 1220 ई में चंगेज खान ने वहां के अमीर मुसलमान निवासियों को उत्सव मैदान में एकत्रित कर उनकी भर्त्सना किया ?

a. समरकन्द

b. बुखारा

c. बल्ख

d. निशापुर

10. निम्नलिखित में से खानाबदोश जाति कौन सी है?

a. मंगोल

b. हूण

c. शक

d. उपर्युक्त सभी

11. मंगोल का प्रिय पशु कौन था?

a बकरी

b. घोड़ा

c. गधा

d. ऊंट

12. मंगोल का प्रिय पेय कुमिस (एक प्रकार की शराब) किस पशु के दूध से बनती थी?

a. बकरी

b. घोड़ी

c. ऊंटनी

d. गाय

13. मंगोलों के राजनीतिक एवं सांस्कृतिक गुरु कौन थे?

a. हुण

b. तुर्क

c. उईगुर

d. यूचि

14. मंगोल सामाज्य का संस्थापक कौन था?

a. चंगेज खान

b. जोची खान

c. बाटु खान

d. कुबलई खान

15. चंगेज खान ने अपनी राजधानी कहां स्थापित किया?

a. बीजिंग

b. पिकिंग

c. कराकोरम

d. नेहरान

16. चंगेज खान की मृत्यु कब हुई ?

a. 1227 ई

b. 1230 ई.

c. 1250 ई

d. 1240 ई.

17. मंगोल के आचरण हेतु यास का प्रतिपादन किसने किया?

a. हलाकू

b. चंगेज खान

c. कुबलई खान

d. उरस खान

18. चंगेज खान का जन्म कब हुआ था?

a. 1162 ई.

b. 1163 ई.

c. 1161 ई.

d. 1165 ई.

19. चंगेज खान का प्रारंभिक नाम क्या था?

a. तुमचिन

b. तेमुजिन

c. येसुजेई

d. कारपीनी

20. चंगेज खान के पिता किस कबीले के मुखिया थे?

a. हूण

b. कियात

c. कुरैशी

d. फिनिशियन

21. चंगेज खान मंगोलिया का शासक कब बना?

a. 1205

b. 1206

c. 1204

d. 1203

22. मंगोल के राजनीतिक एवं सांस्कृतिक गुरु कौन थे?

a. उईगुर

b. हुण

c. तुर्क

d. यूची

23. चंगेज खान की विधि संहिता को क्या कहते थे?

a. यास

b. उलुस

c. पैजा

d. जेरेज

24. मंगोलिया कहां स्थित है?

a. यूरोप

b. ऑस्ट्रेलिया

c. एशिया

d. अफ्रीका

25. बर्बर शब्द यूनानी भाषा के किस शब्द से बना है?

a. बारबोरस

b. बारबरोस

c. बारबे

d. बारबेरियन

26. मंगोल पर सबसे बहुमूल्य शोध कार्य कब किया गया?

a. 18वीं सदी

b. 18वीं-19वीं सदी

c. 20वीं सदी

d. 13वीं-14वीं सदी

27. मंगोल के स्टेपीज क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से में कौन सा मरुस्थल है?

a. सहारा

b. गोबी

c. कालाहारी

d. इनमें से कोई नहीं

28. चंगेज खान की मां का नाम क्या था?

a. रुबीना

b. फातिमा

c. रजिया

d. ओलुन-इके

29. किस मंगोल शासक ने धर्म परिवर्तन कर इस्लाम स्वीकार कर लिया?

a मोन्के

b. गजन खान

c. ओगताई

d. जोची

30. मंगोल लोग चीन से क्या मंगाते थे?

a. कृषि उत्पादन

b. लोहे के उपकरण

c. उपरोक्त दोनों

d. इनमें से कोई नहीं

31. ओलुन इके कौन थी?

a. चंगेज खान की मां

b. चंगेज खान की पत्नी

c. मंगोल राजकुमारी

d. चंगेज खान की बेटी

32. चंगेज खान की मृत्यु के समय उसकी आयु क्या थी?

a. 74 वर्ष

b. 72 वर्ष

c. 69 वर्ष

d. 70 वर्ष

33. कुबलई खां चीन में युवान वंश की नींव कब डाली थी?

a. 1270 ई.

b. 1269 ई.

c. 1274 ई.

d. 1271 ई.

34. विश्व इतिहास में प्रथम बार हलाकू ने सांकेतिक मुद्रा के रूप में कागज का नोट कुबलई खां के काल में कब चलाया?

a. 1260 ई.

b. 1263 ई.

c.1259 ई.

d. 1271 ई.

35. निम्न में से किस वर्ष चीन में यूवान राजवंश का अन्त हुआ?

a. 1921 ई.

b. 1520 ई.

c. 1759 ई.

d. 1368 ई.

36. चंगेज खान का प्रारंभिक नाम क्या था?

a. तिमुजिन

b. बगातुर

c. अखताची

d. चेरबी

37. चंगेज खान के पुत्र ओगोदेई के बाद कौन कगान (सम्राट) बना

a. मंगू खां

b. हलाकू

c कुबलई खां

d. जोची

38. निम्नलिखित में से किस शासक ने तिब्बत के बौद्ध धर्म ग्रंथों कांग्यूर और तंग्यूर को लिखवाया था?

a. चंगेज खान

b. कुबलई खान

c. हलाकू

d. अब्दुल्ला खान

39. मार्को पोलो कहां का रहने वाला था?

a. इटली

b. जर्मनी

c. इंग्लैंड

d. फ्रांस

40. मार्को पोलो किस मंगोल शासक के दरबार में चीन गया था?

a. चंगेज खान

b. हलाकू

c. उरुस खान

d. कुबलई खान

41. किस शासक ने उत्तराधिकार के चुनाव का निर्णय कुरिलताई (महापरिषद) को सौप था?

a. चंगेज खान

b. मंगू खान

c. कुबलई खान

d. हलाकू

42. कुबलई खान मार्को पोलो को किस प्रांत का गवर्नर बनाया था?

a. यांग-चाऊ

b. पीकिंग

c. वेनिस

d. काराकोरम

43. कुबलई कहां की मृत्यु के पश्चात मंगोल साम्राज्य कितने भागों में विभक्त हो गया था?

a. 7

b. 8

c. 5

d. 10

44. मंगोल वंश का अंत किसके द्वारा किया गया?

a. बाबर

b. तैमूर लंग

c. अहमद शाह अब्दाली

d. सिकंदर

45. मंगोल साम्राज्य का अंत कब हुआ?

a. 16वीं सदी

b. 17वीं सदी

c. 14वीं सदी

d. 13वीं सदी

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

1. खानाबदोश मंगोल जाति का निवास स्थान कहां था?

उत्तर- मंगोल जाति का निवास स्थान मंगोलिया था।

2. चंगेज खान का जन्म कब और कहां हुआ था?

उत्तर- चंगेज खान का जन्म 1162 ई (लगभग) में आधुनिक मंगोलिया के उत्तरी भाग में ओनोन नदी के निकट हुआ था

3. मंगोल कौन थे और उनका निवास स्थान कहां था?

उत्तर- मंगल विविध जन समुदाय की एक प्रजाति है जिसका निवास स्थान आधुनिक मंगोलिया राज्य है।

4. चंगेज खान को समुद्री खान की उपाधि क्यों दी गई?

उत्तर- 1206 ई जमूका और नेमन के लोगों को पराजित करने के कारण कुरिलताई सभा ने चंगेज खान को समुद्री खान या सार्वभौम शासक की उपाधि प्रदान किया साथ ही उसे मंगोलों का महानायक (ग्रेट खान) भी घोषित किया।

5. चीनी शासको ने महान दीवार का निर्माण क्यों करवाया?

उत्तर- यायावर कबीलों के बार-बार आक्रमण व लूट से सुरक्षा के लिए चीनी शासको ने महान दीवार का निर्माण करवाया था।

6. यास क्या है?

उत्तर- एक नियम संहिता जिसके बारे में कहा जाता है कि चंगेज खान ने इसे कुरिलताई में लागू किया था।

7. कुरिलताई से क्या समझते है?

उत्तर- कुरिलताई मंगोल कबीले के सरदारों की एक सभा को कहा जाता था।

8. मंगोलों की राजधानी कहां थी?

उत्तर- मंगोलों की राजधानी मंगोलिया के कराकोरम शहर में थी।

9. मंगोल राजधानी कराकोरम से पीकिंग (चीन) किसने हस्तांतरित किया?

उत्तर- कुबलई खां ने मंगोल राजधानी कराकोरम से पिकिंग हस्तांतरित किया।

10. मार्कोपोलो कहां का निवासी था और किसके शासनकाल में चीन गया था?

उत्तर- मार्को पोलो वेनिस (इटली) का निवासी था और कुबलई खां के शासनकाल में चीन गया था।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. यायावर साम्राज्य से आप क्या समझते हैं?

उत्तर- यायावर साम्राज्य मंगोलिया के घुमंतू खानाबदोश प्रजाति द‌द्वारा बनाया गया एक साम्राज्य है इसकी स्थापना चंगेज खान के नेतृत्व में 13वीं सदी में किया गया था। ये घुमंतू प्रजाति थे जिनका मुख्य व्यवसाय पशुपालन और शिकार था। उन सभी को एकत्रित करके एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया गया जिसे स्टेपी साम्राज्य, मध्य एशियाई साम्राज्य या मंगोल साम्राज्य भी कहा जाता है।

2. मंगोल के लिए व्यापार क्यों इतना महत्वपूर्ण था?

उत्तर- मंगोल मध्य एशिया के स्टेपीज प्रदेश के रहने वाले लोग थे। वहां की भूमि कृषि योग्य नहीं है फलस्वरुप अपनी जरूरत के लिए व्यापार को अत्यधिक महत्व दिए। वे लोग चीन से कृषि उत्पाद और लोहे के उपकरण का आयात करते थे जिसके बदले में चीनियों को घोड़े, पशु खाल, शिकार आदि वस्तुएं देते थे।

3. चंगेज खान की साम्राज्य विस्तार पर प्रकाश डालिए?

उत्तर- चंगेज खान 1206 ई. में मंगोल का सार्वभौम शासक घोषित हुआ और चीन के उत्तर पश्चिम प्रांत जो सी- सिआ लौगों के अधीन था उसे 1209 ई. में परास्त किया। 1213 ई. में चीन की महान दीवार का अतिक्रमण किया और 1215 ई. में पैकिंग नगर को लूटा, जिससे मंगोलों का साम्राज्य आमू दरिया, तुरान और ख्वारिज्म राज्य तक विस्तृत हो गया। ख्वारिज्म के सुल्तान मोहम्मद को करारी शिकस्त देने के लिए मंगोल सेनाएं अज़रबैजान तक चली गई और क्रीमिया में रूसी सेनाओ को हराने के साथ-साथ उन्होंने कैस्पियन सागर को घेर लिया साथ ही इसकी सेनाएं अफगानिस्तान और सिंध प्रदेश तक विस्तृत हो गई।

4. मंगोल के सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों की विवेचना कीजिए?

उत्तर- मंगोलों की सामाजिक और राजनैतिक पृष्ठभूमि निम्न प्रकार से है-

A. मंगोल विविध जनसमुदायों का एक निकाय था। ये लोग पूर्व में तातार, खितान और मंचू लोगों से तथा पश्चिम में तुर्की कबीलों से भाषागत समानता होने के कारण परस्पर सम्बद्ध थे।

B. समाज अनेक पित्रवंशीय पक्षों में विभाजित था।

C. मंगोल समुदाय के कुछ लोग पशुपालन करते थे, वहीं कुछ लोग शिकारी संग्राहक थे।

D. मंगोल पशुपालक के रूप में घोड़े, भेड़ों, बकरियों व ऊँटों को पालते थे।

E. मंगोल लोगों का यायावरीकरण मध्य एशिया के स्टेपीज क्षेत्र (चारण भूमि) में हुआ था, जो कि आधुनिक मंगोलिया राज्य का भूभाग है।

F. शिकारी संग्राहक लोग पशुपालक कबीलों के तुलना में गरीब थे। शिकारी संग्राहक समाज मुख्य रूप से साइबेरिया वनों में रहते थे और जानवरों के खाल का व्यापार भी करते थे।

G. मंगोल लोग तंबुओं और जरों में रहते थे।

H. मंगोल एवं तुर्की कबीलों को मिलाकर चंगेज़ खान द्वारा बनाया गया परिसंघ पाँचवीं शताब्दी के 'अट्टीला' के द्वारा बनाए गए परिसंघ के बराबर था।

I. मंगोल खेती से प्राप्त उत्पादों एवं लोहे के उपकरणों को चीन से लाते थे एवं घोड़े, फर और शिकार का विनिमय करते थे।

J. कभी-कभी मंगोल लोग व्यापारिक सम्बन्धों की उपेक्षा कर केवल लूटपाट करने लगते थे। मंगोलों की लूटपाट से परेशान होकर चीनी शासकों ने अपनी प्रजा की रक्षा के लिए चीन के महा दीवार का निर्माण किया।

5. मंगोल आक्रमण के विश्व इतिहास पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर- मंगोल साम्राज्य के विस्तार होने से पुरानी सरकारों के पतन शुरू हुए साथ ही नवीन राज्य के गठन, प्रशासनिक विकास और संस्थागत निकायों का प्रयोग शुरू हुआ। जब सैन्य अभियान में विराम आया तब यूरोप और चीन के भूभाग परस्पर एक दूसरे से जुड़ गए जिसके फल स्वरुप शांति और व्यापारिक संबंध मजबूत हुए। मंगोलों की देखरेख में रेशम मार्ग पर व्यापार और भ्रमण अपने शिखर पर पहुंचा। कृषक वर्ग की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। कृषकों का कत्लेआम रोका गया। मंगोल ने विकसित राज्यों से नागरिक प्रशासकों को अपने यहां भर्ती कर लिया था। इनका कभी-कभी एक स्थान से दूसरे स्थान पर पदस्थापन भी किया जाता था जैसे चीनी सचिवों का ईरान और ईरानी सचिवों का चीन में हस्तांतरण किया जाता था जिससे प्रशासकीय गुणों का विकास हुआ। मंगोल साम्राज्य काफी विस्तृत था जिसमें विभिन्न भाषा, संस्कृति और धर्म के मानने वाले लोग थे क्योंकि मंगोल भी धर्म के मामले में सहिष्णु थे। वे किसी के भी धर्म के व्यक्तिगत अधिकार पर रोक नहीं लगाए। एक विस्तृत क्षेत्र में सुरक्षित व्यापार शुरू हुआ जिससे एक दूसरे के ऊपर भाषा संस्कृति का प्रभाव पड़ा और नवीन चेतना का विकास हुआ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. चंगेज खान और मंगोलों का विश्व इतिहास में क्या स्थान है? विवेचना करें।

उत्तर- चंगेज खान जिसके नाम से यह कल्पना स्वाभाविक रूप से आती है कि वह व्यक्ति जो एक विजेता है नगरों को ध्वस्त करने वाला और जो हजारों लोगों की मृत्यु का उत्तरदाई है जिसे 13वीं शताब्दी के चीन, ईरान और पूर्वी यूरोप के लोग भय और घृणा की दृष्टि से देखते थे फिर भी मंगोल के लिए चंगेज खान अब तक का सबसे महान शासक था। उसने मंगोलों को संगठित किया, लंबे समय से चली आ रही कबीलाई लड़ाइयां और चीनियों के शोषण से मुक्ति दिलवाई साथ ही यायावर कबिलाओं को समृद्ध बनाया और एक शानदार पारमहा‌द्वीपीय साम्राज्य का निर्माण किया जिसके फल स्वरुप व्यापार, रास्तों और बाजारों का पुनर्स्थापना हुआ। इस समृद्धि के दौर में कई यात्री उत्सुकता वश जैसे वेनिस के मार्को पोलो आदि लोग वहां यात्रा को उत्सुक हुए। मंगोल दवारा अधीन किए गए राज्य जिसमें विभिन्न धर्म आस्था और भाषा से संबंध रखने वाले लोग थे उनके सार्वजनिक नीतियों पर उन्होंने कभी भी अपने व्यक्तिगत मत को नहीं थोपे तथा सभी जाति और धर्म के लोगों को अपने यहां प्रशासक और हथियारबंद सैनिक के रूप में भर्ती किया। इनका शासन बह जातीय, बह- भाषी, बह-धार्मिक था जिसको अपने बहै-विद संविधान का कोई भय नहीं था। मंगोल द्वारा स्थापित यायावर शासन इतिहास में एक उदाहरण है जिन्होंने अपनी उच्च महत्वाकांक्षा का परिचय देते हुए एक परिसंघ का निर्माण किया और पारमहाद्वीपीय साम्राज्य बनाया आज वर्तमान समय में मंगोलिया जब रूसी नियंत्रण से मुक्त होकर स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है तब उसने चंगेज खान को एक महान राष्ट्र नायक के रूप में पहचान दिया है और उसकी उपलब्धियां का वर्णन गर्व के साथ किया जाता है। मंगोलिया में चंगेज खान को एक आराध्य व्यक्ति के रूप में सम्मान दिया गया है।

2. यायावर साम्राज्य की स्थापना के क्या कारण थे साथ ही इसके पतन के कारण बताएं ?

उत्तर- यायावर साम्राज्य की स्थापना चंगेज खान के नेतृत्व में की गई थी जो इतिहास में एक अ‌द्वितीय स्थान रखता है। इसके स्थापना के निम्नलिखित कारण है-

A. संघर्ष से एकता मंगोल का निवास स्थान स्टेपीज प्रदेश उर्वर भूमि नहीं है जिससे भोजन के लिए संघर्ष करना पड़ता था। पशुओं के चारागाह समाप्त होने पर दूसरे स्थान पर जाना पड़ता था इस दौरान भी अनेक संघर्ष होते थे। पशुधन को प्राप्त करने के लिए वे आपस में लूटपाट भौ करते थे। उपरोक्त संघर्षों के कारण कई परिवार आपस में मिलकर एक परिसंघ बना लेते थे और अपनी जीविका और सुरक्षा सुनिश्चित करते थे।

B. योग्य नेतृत्व एक कुशल नेतृत्वकर्ता चंगेज खान जिसने मंगोल और तुर्की कबीला को मिलाकर एक विशाल परिसंघ का निर्माण किया जो पांचवी शताब्दी के अहिला क द्वारा बनाए गए परिसंघ के बराबर था। चंगेज खान के परिसंघ की राजनीतिक व्यवस्था बहत अधिक स्थाई थी और चीन ईरान और पूर्वी यूरोपीय देशों की सशस्त्र सेनाओ का मुकाबला करने में सक्षम थी।

C. कुशल प्रशासन-मंगोल ने अपने अधीन राज्यों में उनकी कृषि अर्थव्यवस्थाएं, नगरीय आवास और समाज का बड़ी कुशलता से प्रशासन किया यद्यपि मंगोल के अपने सामाजिक अनुभव और रहने के तौर तरीके उनसे बिल्कुल ही भिन्न थे।

D. अनिवार्य व्यापार-स्टेपी क्षेत्र में संसाधनों की कमी के कारण व्यापार एक अनिवार्य विकल्प था। यायावर कबीले कृषि उत्पादन और लोहे के उपकरण के लिए अपर्ने पड़ोसी चीनियों पर निर्भर थे बदले में उन्हें घोड़े, फर और शिकार देते थे।

E. कुशल घुड़सवार सेना-यायावर कबीले के लोग एक कॅशल घुड़सवार थे जो घोड़े की पीठ पर बैठकर तौरंदाजी करने में सक्षम थे जिससे वे शत्रु पर हमेशा भारी पड़ते थे।

F. मौसम की जानकारी-यायावर कबीले के लोग चारागाह के लिए हमेशा घूमते रहते थे जिससे उन्हें अपने आसपास के मौसम की जानकारी हो गई थी। इन्होंने कई अभियान शीत ऋतु ऋतु में शुरू किया और नगरों में प्रवेश करने के लिए बर्फ से जमी हुई नदियों का राजमार्ग की तरह प्रयोग किया।

G. घेराबंदी यंत्र, नेफ्था बमबारी और हल्के चल- उपस्करों का निर्माण चंगेज खान ने घेराबंदी यंत्र और नेफ्था बमबारी का प्रयोग प्रारंभ किया उसके इंजीनियरों ने उसके शत्रुओं के विरुद्ध अभियानों में इस्तेमाल के लिए हल्के चल उपस्कर का निर्माण किया जिसके युद्ध में घातक प्रभाव होते थे।

यायावर साम्राज्य के पतन के निम्नलिखित मुख्य कारण थे-

1. इनका शासन एक विशाल जनसंख्या पर था लेकिन संख्या में ये लोग अल्पसंख्यक थे।

2. जिन क्षेत्रों को इन्होंने अपने अधीन बनाया वहां की प्रजा की अपेक्षा ये लोग कम सभ्य समझ जाते थे।

3. मंगोल शासको द्वारा अन्य धर्मों को स्वीकारा जाना।

4. परवर्ती मंगोल शासको के आपसी विरोध और अपनी सभ्यता को विजित देशों की सभ्यता में थोपना।

3. यास क्या था ? इसके अर्थ में परिवर्तन आने के क्या कारण थे? यास के महत्व की विवेचना कीजिए।

उत्तर- यास एक विधि संहिता था जिसे चंगेज खान ने 1206 ई में किरिलताई महपरिषद में लागू किया था। यास प्रारंभिक स्वरूप में यास को यसाक लिखा जाता था, जिसका अर्थ था विधि, आज्ञाप्ति व आदेश। वास्तव में जो थोड़ा बहत विवरण यास के बारे में मिला है उसका संबंध प्रशासैनिक नियमों से है जैसे आखेट सेन्य और डाक प्रणाली का संगठन।

यास के अर्थ में परिवर्तन आने के कारणों को समझने के लिए उस समय घटने वाली घटनाओं से समझा जा सकता है। चंगेज खान के वंशज यह भली-भांति समझ चुके थे कि जिस प्रकार चंगेज खान ने आतंक और नरसंहार के दद्वारा अपना वर्चस्व कायम किया था। वर्तमान समय में वह अनुकूलित नहीं था फिर भी अपनी पहचान और विशिष्टता की रक्षा के लिए उस पवित्र नियम के अधिकार का दावा किया जो उन्होंने अपने पूर्वजों से प्राप्त किया था क्योंकि यास मंगोल जनजाति की ही प्रथागत परंपराओं का एक संकलन था लेकिन चंगेज खान के वंशजों ने उसे चंगेज खान की विधि संहिता कहकर मूसा और सुलेमान की भांति अपने समुदाय के एक स्मृतिकर का होने का दावा किया। यास के नियम मंगोल साम्राज्य के अधीन राज्यों पर लागू नहीं किया जा सकता क्योंकि वहां के निवासियों के अपने इतिहास, संस्कृति और नियम थे।

चंगेज खान के वंशजों ने अपने अधिकार के दावा के लिए यास के नियमों को लागू किया लेकिन चंगेज खान की तरह कठोरता का अभाव था उदाहरण स्वरूप जिस प्रकार चंगेज खान ने 1221 में बुखारा के उत्सव मैदान में वहां के निवासियों को भर्त्सना की थी। बाद के समय में चंगेज खान के सबसे बड़े पुत्र जोची के वंशज अब्दुल्ला खान ने इस उत्सव मैदान में छुट्टी की नमाज अदा किया, जिसे यास के नियम के अनुसार बताया गया।

यास का नियम मंगोल के समान विचारधारा वाले लोग को एकत्रित करने में काम आया। इसने कबीलाई पहचान दिया तथा पराजित लोगों पर इस नियम को लागू करने का आत्मविश्वास भी दिया। यास एक बहत ही सशक्त विचारधारा थी, निश्चित रूप से यह चंगेज खान की कल्पना शक्ति से प्रेरित था, जिसने विश्व व्यापी मंगोल राज्य के निर्माण में अहम भूमिका निभाई।


JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

विषय सूची


Class XI (History) विश्व इतिहास के कुछ विषय 

1. समय की शुरुआत से

2. लेखन कला और शहरी जीवन

3. तीन महाद्वीपों में फैला हुआ साम्राज्य

4. इस्लाम का उदय और विस्तार लगभग 570-1200 ई.

5. यायावर साम्राज्य

6. तीन वर्ग

7. बदलती हुई सांस्कृतिक परंपराएँ

8. संस्कृतियों का टकराव

9. औद्योगिक क्रांति

10. मूल निवासियों का विस्थापन

11. आधुनिकीकरण के रास्ते

Post a Comment

Hello Friends Please Post Kesi Lagi Jarur Bataye or Share Jurur Kare