प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 11
इतिहास (History)
4. तीन वर्ग
स्मरणीय तथ्य
☞ पश्चिमी
यूरोप में फ्रांसीसी समाज तीन वर्गों में विभाजित था।
☞ प्रथम
वर्ग में पादरी आते थे। पादरियों एवं बिशपों द्वारा ईसाई समाज का मार्गदर्शन किया जाता
था।
☞ पादरियों
एवं बिशपों के पास राजा के द्वारा दी गई भूमि होती थी जिनसे वे कर उगाह सकते थे।
☞ दूसरे
वर्ग में अभिजात आते थे। बड़े भूस्वामी और अभिजात वर्ग राजा के अधीन होते थे।
☞ अभिजात
वर्ग का अपनी संपदा पर पूर्ण रूप से नियंत्रण होता था। उनके पास अपनी सामंती सेना होती
थी। ये अपनी भूमि पर बसे सभी व्यक्तियों के मालिक होते थे।
☞ तीसरे
वर्ग में किसान आते थे। किसान दो प्रकार के थे- स्वतंत्र किसान और कृषि दास।
☞ राजा
द्वारा कृषकों पर लगाए जाने वाले कर को टैली कहा जाता था।
☞ सामंतवाद
एक जर्मन शब्द फ्यूड से बना है जिसका अर्थ एक भूमि का टुकड़ा होता है।
☞ लॉर्ड
एक ऐसे शब्द से निकला है जिसका अर्थ है- रोटी देने वाला।
☞ यूरोप
में 1315 से 1317 के बीच भयंकर अकाल पड़ा था।
☞ आर्थिक
संदर्भ में सामंतवाद एक तरह के कृषि उत्पादन को इंगित करता है जो सामंतों और कृषकों
के संबंधों पर आधारित है।
☞ जर्मनी
की एक जनजाति फ्रैंक ने गॉल को अपना नाम देकर उसे फ्रांस बना दिया।
☞ इंग्लैंड-
स्कॉटलैंड दीपों को 11वीं सदी में फ्रांस के एक प्रांत नरमंडी के राजकुमार द्वारा जीत
लिया गया था।
☞ पॉप लियो
तृतीय ने शार्लमेन को पवित्र रोमन सम्राट का ताज पहनाया था।
☞ पश्चिमी
चर्च के अध्यक्ष पॉप थे जो रोम में रहते थे।
☞ चर्च
को एक वर्ष के अंतराल में कृषकों से उसकी उपज का दसवां भाग लेने का अधिकार था जिससे
टीथ कहते थे।
☞ सेंट
बेनेडिक्ट मठ 529 ई० में इटली में स्थापित किया गया था।
☞ क्लूनी
मठ 910 ई० में बरगंडी में स्थापित किया गया था।
☞ पुरुष भिक्षुओं को मोंक तथा स्त्री भिक्षुओं को नन कहा
जाता था।
☞ आवेस हिल्डेगार्ड एक प्रतिभाशाली संगीतज्ञ था जिसने चर्च
की प्रार्थनाओं में सामुदायिक गायन की प्रथा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
☞ अभिजात वर्ग का घर मेनर कहलाता था। किसी छोटे मेनर की
जागीर में दर्जन भर और बड़ी जागीर में 50 या 60 परिवार हो सकते थे।
☞ सामंतवाद का विकास इंग्लैंड में 11वीं सदी से हुआ।
इंग्लैंड देश का नाम 'एंजिल लैंड' का रूपांतरण है।
☞ अपने लॉर्ड की नजरों से एक वर्ष एवं एक दिन तक छिपे रहने
में सफल रहने वाला कृषि दास एक स्वाधीन नागरिक बन जाता था।
☞ 12वीं सदी से फ्रांस में कथीड्रल कहलाने वाले बड़े चर्चों
का निर्माण होने लगा।
☞ पश्चिम यूरोप 1347 और 1350 के मध्य प्लेग जैसी महामारी के
कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ।
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. मध्यकालीन यूरोप की प्रमुख विशेषता है?
a. सामंतवाद
b. दास प्रथा
c. नगरीकरण
d. अंधविश्वास
2. गोथिक शैली का विकास हुआ?
a. चीन में
b. जापान में
c. इंग्लैंड में
d. फ्रांस मे
3. शॉर्लमेन कहां का शासक था?
a. जर्मनी
b. इटली
c.
फ्रांस
d. इंग्लैंड
4. सामंतवाद शब्द, किस भाषा के फ्यूड शब्द से
बना है?
a. लैटिन
b. जर्मन
c. फ्रेंच
d. रोमन
5. फ्युड शब्द का क्या अर्थ होता है?
a. जमीन का टुकड़ा
b. देश का टुकड़ा
c. महाद्वीप का टुकड़ा
d. प्रायद्वीप का टुकड़ा
6. जर्मनी की किस जनजाति ने गॉल प्रांत को
अपना नाम देकर फ्रांस बना दिया था?
a. फ्रैंक जनजाति
b. फ्रेंचिस जनजाति
c. फ्रेम जनजाति
d. उपरोक्त सभी
7. नरमंडी के राजकुमार ने कब इंग्लैंड और
स्कॉटलैंड दीपों को जीता था?
a आठवीं शताब्दी में
b. दसवीं शताब्दी में
c. 11वीं
शताब्दी में
d. इनमें से कोई नहीं
8. पादरियों ने स्वयं को किस वर्ग
में रखा था?
a. प्रथम वर्ग
b. द्वितीय वर्ग
c. तृतीय वर्ग
d. इनमें से कोई नहीं
9. निम्नलिखित में से कौन सा कथन अभिजात वर्ग
से संबंधित सही कथन है?
a. अभिजात वर्ग का अपनी संपदा पर स्थाई तौर पर
नियंत्रण था।
b. वे अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा सकते थे।
c. वह अपनी स्वयं की न्यायालय लगा सकते थे और अपनी मुद्रा
भी प्रचलित कर सकते थे।
d. उपरोक्त सभी
10. मेनर शब्द किससे संबंधित है?
a. विभाग
b. सेना
c. घर
d. किला
11. नाइट कौन थे?
a राजा
b. सैनिक
c. व्यापारी
d. इनमें से कोई नहीं
12. फीफ के बारे में कौन सा कथन गलत है?
a. फीफ भूमि का एक भाग था।
b. फीफ को उत्तराधिकार में पाया जा सकता था।
c. यह 1000 से 2000 एकड़ या उससे ज्यादा होता था।
d. फीफ एक विशाल सेना थी।
13. पश्चिमी चर्च के अध्यक्ष पॉप थे, वे कहां
रहते थे?
a इंग्लैंड
b. फ्रास
c. स्कॉटलैंड
d. रोम
14. चर्च को एक वर्ष के अंतराल में कृषकों से
उसकी उपज का दसवां भाग लेने का अधिकार था उससे क्या कहा जाता था?
a. मेनर
b. जागीर
c. टीथ
d. इनमें से कोई नहीं
15. आबेस हिल्डेगार्ड कौन था?
a चिकित्सक
b. संगीतज्ञ
c. शिक्षक
d. पादरी
16. भिक्षुओ का ऐसा समूह जिसने 13 वीं सदी
में मठ में न रहने का निश्चय किया उन्हें किस नाम से जाना जाता था?
a. फ्रायर
b. टीथ
c. मेनर
d. इनमें से कोई नहीं
17. बेनेडिक्टीन क्या है?
a. रोमन दवाई की पुस्तक
b. मठो में भिक्षुओं के लिए हस्तलिखित पुस्तक
c. व्यापारिक नियमों की पुस्तक
d. सामुद्रिक यात्राओं से संबंधित वृतांत
18. मोनेस्ट्री शब्द किस भाषा के मोनोस से बना
है जिसका अर्थ है ऐसा व्यक्ति जो अकेला रहता है?
a. ग्रीक
b. फ्रेंच
c. रोमन
d. जर्मन
19. सामंतवाद का विकास इंग्लैंड में कब हुआ?
a. आठवीं सदी में
b. दसवीं सदी में
c. 11वीं सदी में
d. इनमें से कोई नहीं
20. इंग्लैंड में कृषक विद्रोह कब हुआ था ?
a. 1323 ई०
b. 1358 ई०
c. 1381 ई०
d. इनमें से कोई नहीं
21. सेंट बेनेडिक्ट का मठ इटली में कब स्थापित
हुआ?
a. 523 ई०
b. 527 ई०
c. 529 ई०
d. 540 ई०
22. क्लूनी मठ की स्थापना बरगंडी
a. 723 ई०
b. 927 ई० में कब हुई थी?
c. 529 ई०
d. 910 ई०
23. एक ऐसा कर जो राजा केवल किसानों पर कभी-कभी
लगाता था?
a. टैली
b. टीथ
c. मैनर
d. इनमें से कोई नहीं
24. सर्फ किसे कहा जाता था?
a. स्वतंत्रता किसान को
b. कृषि दास को
c. बिशपों को
d. इनमें से कोई नहीं
25. पुरुष भिक्षुओ को किस नाम से जाना जाता था?
a. नन
b. सर्फ
c. मॉक
d. इनमें से कोई नहीं
26. फ्रांस में कृषकों का विद्रोह कब हुआ था?
a. 1323 ई०
b. 1381 ई०
c. 1358 ई०
d. 1325 ई०
27. यूरोप में भयंकर अकाल कब आया था?
a. 1315 और 1317 के मध्य
b. 370 और 1319 के मध्य
c. 1321 और 1323 के मध्य
d. 1347 और 1350 के मध्य
28. लुई 13वें के शासनकाल में फ्रांस की परामर्शदात्री
सभा एस्टेटस जनरल का अधिवेशन कब हुआ था?
a. 1514 ई०
b. 1600 ई०
c. 1614 ई०
d. 1714 ई०
29. पश्चिमी यूरोप में ब्यूबोनिक प्लेग जैसी महामारी
का संक्रमण कब हुआ था?
a. 1325 और 1327 के बीच
b. 1447 और 1450 के बीच
c. 1335 और 1327 के बीच
d. 1347 और 1350 के बीच
30. मोनेस्ट्री शब्द ग्रीक भाषा के शब्द 'मोनोस'
से बना है जिसका अर्थ है?
a. ऐसा व्यक्ति जो बहुत धनी हो
b. ऐसा व्यक्ति जो अकेला रहता हो
c. ऐसा व्यक्ति जो दान देता हो
d. इनमें से कोई नहीं
31. 'आबे' शब्द सीरिया के अबा से लिया गया है
जिसका अर्थ होता है?
a. पिता
b. माता
c. मित्र
d. दुश्मन
32. आर्थिक संस्था का आधार क्या था?
a. मेनर
b. लॉर्ड
c. श्रेणी
d. इनमें से कोई नहीं
33. चर्च की सर्वोच्च सत्ता थी?
a. रोम के पोप के पास
b. फ्रांस के सम्राट के पास
c. फ्रांस के चर्च के पादरी के पास
d. इनमें से सभी
34. ईसा मसीह का जन्मदिन कब मनाया जाता है?
a. 25 दिसंबर को
b. 26 अप्रैल को
c. 15 अक्टूबर को
d. 26 जनवरी को
35. पोप ने शार्लमेन को पवित्र रोमन सम्राट की
उपाधि से कब सम्मानित किया!
a. 768 ई०
b. 775 ई०
c.
800 ई०
d. 824 ई०
36. वर्तमान में फ्रांस में किस प्रकार की सरकार
है?
a. गणतंत्रीय
b. राजतंत्रीय
c. तानाशाही
d. इनमें से कोई नहीं
37. इंग्लैंड देश का नाम किसका रूपांतरण है?
a. फर्डीलैंड
b. सैक्सन लैंड
c. एंजिल लैंड
d. इनमें से कोई नहीं
38. महिला भिक्षुओं को किस नाम से जाना जाता था?
a. मोंक
b. नन
c. आबे
d. इनमें से कोई नहीं
39. मध्यकालीन यूरोपीय समाज कितने वर्गों में
विभाजित था?
a. दो
b. तीन
c. पांच
d. सात
40. लार्ड जो जमीन का टुकड़ा नाइट को देता था
वह क्या कहलाता था?
a. टैली
b. फ्यूड
c. फीफ
d. फ्रायर
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. सामंतवाद का शाब्दिक अर्थ क्या है?
उत्तर- सामंतवाद जर्मन भाषा के शब्द फ्यूड से बना है जिसका
अर्थ 'एक भूमि का टुकड़ा' है।
2. फ्रांसीसी समाज कितने वर्गों में विभाजित
था?
उत्तर- फ्रांसीसी समाज तीन वर्गों में विभाजित था। प्रथम
वर्ग में पादरी, द्वितीय वर्ग में अभिजात एवं तृतीय वर्ग में कृषक आते थे।
3. मेनर से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- लॉर्ड के घर को मेनर कहा जाता था। इसमें उनके घर,
निजी खेत, चारागाह और दास होते थे।
4. टीथ क्या है?
उत्तर- टीथ एक प्रकार का कर था, जिसे चर्च एक वर्ष के
अंतराल में कृषक से उसकी उपज के दसवें भाग के रूप में लेता था।
5. नाइट कौन थे?
उत्तर- नौवीं सदी में यूरोप में स्थानीय युद्ध प्रायः होते
रहते थे। शौकिया कृषक सैनिक पर्याप्त नहीं थे और एक कुशल घुड़सवार सेना की
आवश्यकता थी, इन्हे ही नाइट कहा जाता था।
6. फीफ किसे कहते थे?
उत्तर- लार्ड नाइट को खर्च चलाने के लिए भूमि का एक भाग
देता था, जिससे फीफ कहा जाता था। इसके बदले नाइट लॉर्ड को रक्षा का वचन देते थे।
7. मध्यकाल में चर्च की प्रभुसत्ता किसके पास
थी?
उत्तर- मध्यकाल में चर्च की प्रभुसत्ता रोम के पोप के पास
थी।
8. फ्रायर किसे कहते थे?
उत्तर- 13वीं शताब्दी से भिक्षुओं के कुछ समूहों ने मठों
में न रहने का निश्चय किया, इन्हें फ्रायर कहा गया। ये एक स्थान से दूसरे स्थान पर
घूम-घूम कर लोगों को उपदेश देते थे।
9. टैली क्या है?
उत्तर- राजा द्वारा कृषकों पर लगाए जाने वाले प्रत्यक्ष कर
को टैली कहा जाता था।
10. सर्फ किसे कहा जाता था?
उत्तर- वे कृषक जो लॉर्ड के स्वामित्व में ही कार्य कर सकते
थे, उन्हें सर्फ ( कृषि दास) कहा जाता था।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. यूरोप के सामाजिक वर्ग में अभिजात वर्ग की
मुख्य विशेषता क्या थी?
उत्तर- यूरोप के सामाजिक प्रक्रिया में अभिजात वर्ग की
महत्वपूर्ण भूमिका थी। ऐसे महत्वपूर्ण संसाधन भूमि पर उनके नियंत्रण के कारण था।
बड़े भूस्वामी और अभिजात वर्ग राजा के अधीन होते थे। जबकि कृषक भू स्वामियों के
अधीन होते थे। अभिजात वर्ग राजा को अपना स्वामी मान लेता था और वे आपस में वचनबद्ध
होते थे। अभिजात वर्ग की विशेष हैसियत होती थी। उनका अपनी संपदा पर स्थाई तौर पर
पूर्ण नियंत्रण था। वे अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा सकते थे, उनके पास अपनी सामंती सेना
थी। वे अपने स्वयं का न्यायालय लगा सकते थे। यहां तक की अपनी मुद्रा भी प्रचलित कर
सकते थे। वे अपनी भूमि पर बसे सभी व्यक्तियों के मालिक थे।
2. सामंतवाद क्या था? इसकी आर्थिक विशेषताएं
बताएं।
उत्तर- सामंतवाद जर्मन शब्द फ्यूड से बना है जिसका अर्थ एक
भूमि का टुकड़ा है। इस प्रकार सामंतवाद भूमि से जुड़ी एक प्रणाली थी। यह एक ऐसे
समाज की ओर संकेत करता है जो मध्य फ्रांस और बाद में इंग्लैंड तथा दक्षिणी इटली
में विकसित हुआ।
आर्थिक दृष्टि से सामंतवाद एक प्रकार के कृषि उत्पादन को
अभिव्यक्त करता है जो सामंत (लॉर्ड) और किसानो के संबंधों पर आधारित था। किसान
अपने खेतों के साथ-साथ लार्ड के खेतों पर भी काम करते थे और लार्ड किसानों को उनके
श्रम सेवा के बदले उनकी सैनिक सुरक्षा की गारंटी देते थे। लार्ड के किसानों पर
व्यापक न्यायिक अधिकार भी थे। इसलिए सामंतवाद ने किसानों के जीवन के न केवल आर्थिक
पहलू बल्कि उनके सामाजिक और राजनीतिक पहलुओं पर भी प्रभाव डाला।
3. मध्यकालीन पश्चिमी यूरोप का प्रथम वर्ग
कौन सा था? कैथोलिक चर्च में उसकी भूमिका का वर्णन कीजिए?
उत्तर- मध्यकालीन पश्चिमी यूरोप का प्रथम वर्ग पादरी वर्ग
था। इस वर्ग में पोप, बिशप तथा पादरी शामिल थे। कैथोलिक चर्च में उन्हें
महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त था। पोप पश्चिमी चर्च के अध्यक्ष थे और वे रोम में रहते
थे। यूरोप में ईसाई समाज का मार्गदर्शन बिशप तथा पादरी द्वारा किया जाता था।
अधिकतर गांवों के अपने चर्च होते थे जहां प्रत्येक रविवार को लोग पादरी के
धर्मोपदेश सुनने तथा सामूहिक प्रार्थना करने के लिए जमा होते थे। चर्च के अपने
नियम होते थे। इसके अनुसार प्रत्येक व्यक्ति पादरी नहीं हो सकता था।
कृषि दास, शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्ति तथा स्त्रियाँ
पादरी नहीं बन सकती थी। पादरी बनने वाले विवाह नहीं कर सकते थे। धर्म के क्षेत्र
में बिशप अभिजात माने जाते थे। बिशपों के पास भी लॉर्ड की तरह विस्तृत जागीरें थी।
चर्च को किसानों से एक वर्ष में उसकी उपज का दसवां भाग लेने का अधिकार था। इससे
टीथ कहा जाता था। धनी लोगों दवारा अपने कल्याण तथा मरणोपरांत अपने रिश्तेदारों के
कल्याण के लिए दिया जाने वाला दान भी चर्च की आय का एक प्रमुख स्रोत था।
4. लॉर्ड तथा नाइट के आपसी संबंधो का वर्णन
करें?
उत्तर- नाइट लॉर्ड से उसी प्रकार जुड़े हुए थे जिस प्रकार
लॉर्ड राजा से संबद्ध थे। लॉर्ड नाइट की जमीन का एक भाग देता था और उसकी रक्षा
करने का वचन देता था। जमीन के इस भू-भाग को फीफ कहा जाता था। फीफ को उत्तराधिकार
में प्राप्त किया जा सकता था। यह 1000 से 2000 एकड़ या इससे अधिक क्षेत्र में फैली
हई हो सकती थी। इसमें नाइट और उसके परिवार के लिए एक पवनचक्की और मदिरा संपीड़क के
अतिरिक्त उनका घर, चर्च और उस पर निर्भर व्यक्तियों के रहने का स्थान होता था।
फीफ के बदले में नाइट अपने लार्ड को एक निश्चित धनराशि देता
था और युद्ध में उसकी ओर से लड़ने का वचन देता था। नाइट अपनी सेवाएं अन्य लार्डों
को भी दे सकते थे पर उसकी सर्वप्रथम निष्ठा अपने लार्ड के लिए ही होती थी।
5. फ्रांस के कथीइल नगर किस प्रकार अस्तित्व
में आए?
उत्तर- चर्चा को दान देना अमीर व्यापारियों दवारा अपने धन
को खर्च करने का एक तरीका था। 12वीं सदी से फ्रांस में बड़े-बड़े चर्चों का
निर्माण होने लगा इन्हें ही कथीइल कहा जाता था। कथीड्रल पत्थर के बने होते थे और
उन्हें पूरा करने में अनेक वर्ष लगते थे। जब उन्हें बनाया जा रहा था तो कथीड्रल के
आसपास का क्षेत्र और अधिक बस गया और जब उनका निर्माण पूरा हुआ तो वे स्थान तीर्थ
स्थल बन गए इस प्रकार, उनके चारों तरफ छोटे नगर विकसित हुए। इन्हें ही कथीइल नगर
कहा गया।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. मेनर की जागीर क्या थी? इसकी मुख्य
विशेषताओं का वर्णन करें।
उत्तर- मध्यकालीन लार्ड का अपना मेनर भवन होता था। वह गांवों पर
नियंत्रण रखता था कुछ लार्ड अनेक गांवों के मालिक थे। किसी छोटे मेनर की जागीर में
दर्जन भर और बड़ी जागीर में 50 या 60 परिवार हो सकते थे। मेनर की जागीर की
निम्नलिखित मुख्य विशेषताएं थी-
a. प्रतिदिन के उपभोग की प्रत्येक वस्तु जागीर पर मिलती थी-
अनाज खेतों में उगाए जाते थे, लोहार और बढ़ई लार्ड के औजारों की देखभाल और
हथियारों की मरम्मत करते थे, जबकि राजमिस्त्री उनकी इमारतों की देखभाल करते थे।
औरतें वस्त्र कातती एवं बनती थी और बच्चे लार्ड की मदिरा संपीडक में काम करते थे।
जागीरों में विस्तृत अरण्यभूमि और वन होते थे जहां लार्ड शिकार करते थे। उनके यहां
चारागाह होते थे जहां उनके पशु और घोड़े चरते थे। वहां पर एक चर्च और सुरक्षा के
लिए एक दुर्ग होता था।
b. 13वीं सदी से कुछ दुर्गों को बड़ा बनाए जाने लगा जिससे
वे नाइट के परिवार का निवास स्थान बन सके। वास्तव में, इंग्लैंड में नॉरमन विजय से
पहले दुर्गों की कोई जानकारी नहीं थी और इनका विकास सामंत प्रथा के तहत राजनीतिक
प्रशासन और सैनिक शक्ति के केंद्रो के रूप में हुआ था।
c. मेनर कभी भी आत्मनिर्भर नहीं हो सकते थे क्योंकि उन्हें
नमक, चक्की का पाट और धातु के बर्तन बाहर के स्रोतों से प्राप्त करने पड़ते थे।
ऐसे लॉर्ड जो विलासी जीवन बिताना चाहते थे और महंगे साजो समान, वाद्य यंत्र और
आभूषण खरीदना चाहते थे जो स्थानीय जगहों पर उपलब्ध नहीं होते थे, ऐसी चीजों को
उन्हें दूसरे स्थान से प्राप्त करना पड़ता था।
d. 12वीं सदी से गायक फ्रांस के मेनरों में वीर राजाओं और
नाइट्स की वीरता की कहानी गीतों के रूप में सुनाते हुए घूमते रहते थे। अनेक मेनर
भवनों के मुख्य कैमरे के ऊपर एक संकरा छज्जा होता था जहां मेनर के लोग भोजन के लिए
एकत्र होते थे। यह एक गायक दीर्घा होती थी जो कि संगीतज्ञों दवारा अभिजात वर्ग के
लोगों का भोजन करते वक्त मनोरंजन करने के लिए बनी थी।
2. यूरोप में 14वीं शताब्दी का संकट क्या था?
इसके लिए कौन से कारक उत्तरदाई थे? इस संकट के क्या परिणाम निकले?
उत्तर- 14 वीं सदी की शुरुआत तक यूरोप का आर्थिक विस्तार
धीमा पड़ गया। इस संकट के लिए मुख्य रूप से तीन कारक जिम्मेवार थे-
a. मौसम में परिवर्तन- उत्तरी यूरोप में 13वीं सदी के अंत तक पिछले 300 वर्षों
की तेज ग्रीष्म ऋतु का स्थान तीव्र ठंडी ऋतु ने ले लिया था। पैदावार वाले मौसम
छोटे हो गए और ऊंची भूमि पर फसल उगाना कठिन हो गया। तूफानों और सागरीय बाढ़ों ने
अनेक फॉर्म प्रतिष्ठानों को नष्ट कर दिया जिसके परिणाम स्वरुप सरकार को करों
द्वारा कम आमदनी हुई। 13वीं सदी के पूर्व की अनुकूल जलवायु दद्वारा प्रदान किए गए
अवसरों के कारण अनेक जंगल और चारागाह कृषि भूमि में बदल गए परंतु गहन जुताई ने
फसलों के तीन क्षेत्रीय फसल चक्र के प्रचलन के बावजूद भूमि को कमजोर बना दिया।
चारगाहों की कमी के कारण पशुओं की संख्या में कमी आ गई। जनसंख्या वृद्धि इतनी तेजी
से हुई कि उपलब्ध संसाधन कम पड़ गए जिसका तात्कालिक परिणाम था अकाल। 1315 और 1317
के बीच यूरोप में भयंकर अकाल पड़े।
b. चांदी के उत्पादन में कमी ऑस्ट्रिया और सर्बिया की चांदी की खानों के उत्पादन में
कमी के कारण धातु मुद्रा में भारी कमी हुई जिससे व्यापार प्रभावित हुआ। इसके कारण
सरकार को मुद्रा में चांदी की शुद्धता को घटाना पड़ा और उसमें सस्ती धातुओं का
मिश्रण करना पड़ा।
c. महामारियां 12वीं एवं 13वीं सदी में जैसे-जैसे वाणिज्य में विस्तार हुआ तो दूर देश से
व्यापार करने वाले पोत यूरोपीय तटों पर आने लगे। पोतों के साथ-साथ चूहे आए जो अपने
साथ प्लेग महामारी का संक्रमण लाये। पश्चिमी यूरोप जो प्रारंभिक सदियों में
अपेक्षाकृत अधिक अलग-लग रहा था, जो 1347 और 1350 के मध्य महामारी से बरी तरह
प्रभावित हुआ। आधनिक आकलन के आधार पर यूरोप की आबादी का करीब 20% भाग इसमें काल
कवलित हो गया जबकि कुछ स्थानों पर मरने वालों की संख्या वहां की जनसंख्या का 40%
तक थी। व्यापार केंद्र होने कारण नगर इससे सबसे अधिक प्रभावित हए। यूरोप की
जनसंख्या 1300 में 730 लाख से घटकर 1400 में 450 लाख हो गई।
परिणाम- इस
विनाश लीला के साथ आर्थिक मंदी के जुड़ने से व्यापक सामाजिक विस्थापन हुआ। जनसंख्या में ह्रास
के कारण मजदूरों की संख्या में अत्यधिक कमी आई। कृषि और उत्पादन के बीच गंभीर
असंतुलन उत्पन्न हो गया क्योंकि इन दोनों के ही कामों में पर्याप्त संख्या में लग
सकने वाले लोगों में भारी कमी आ गई थी। खरीदारों की कमी के कारण कृषि उत्पादों के
मूल्य में कमी आई। प्लेग के बाद इंग्लैंड में मजदूरों, विशेष कर कृषि मजदूरों की
भारी मांग के कारण मजदूरी के दरों में 250% तक की वृद्धि हो गई। बचा हुआ श्रमिक बल
अब अपनी पुरानी दरों से दुगने की मांग करने लगा।
3. मध्यकालीन यूरोप के भिक्षुओं के जीवन तथा मठवाद का वर्णन
कीजिए।
उत्तर- भिक्षु, विशेष श्रद्धालु ईसाइयों की एक दूसरी तरह की संस्था
थी। ये अत्यधिक धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। ये लोग एकांत जीवन जीना पसंद
करते थे। वे धार्मिक समुदायों में रहते थे जिन्हें आबे या मोनेस्ट्री मठ कहा जाता
था जो मनुष्य की आम आबादी से बहुत दूर होते थे। भिक्षु अपना सारा जीवन आबे में
रहने और प्रार्थना करने, अध्ययन और कृषि जैसे शारीरिक श्रम में लगाने का व्रत लेता
था। पादरी कार्य के विपरीत भिक्षु की जिंदगी पुरुष और स्त्रियां दोनों ही अपना
सकते थे। ऐसे पुरुषों को मॉक तथा स्त्रियों नन कहलाती थी। कुछ आबों को छोड़कर
ज्यादातर में एक ही लिंग के व्यक्ति रह सकते थे। पुरुषों और महिलाओं के लिए
अलग-अलग आबे थे। पादरियों की तरह, भिक्षु और भिक्षुणियां भी विवाह नहीं कर सकती
थी।
भिक्षु तथा भिक्षुणियों के लिए नियम-
बेनेडिक्टिन मठों में भिक्षुओं के लिए एक हस्तलिखित पुस्तक
होती थी जिसमें नियमों के 73 अध्याय थे। इनका पालन भिक्षुओं द्वारा कई सदियों तक
किया जाता रहा है। इस पुस्तक के कुछ नियम इस प्रकार हैं-
a. भिक्षुओ को बोलने की आज्ञा कभी-कभी ही दी जानी चाहिए।
b. विनम्रता का अर्थ है-आज्ञा का पालन
c. किसी भी भिक्षु को निजी संपत्ति नहीं रखनी चाहिए।
d. आलस्य आत्मा का शत्रु है, इसलिए भिक्षु और भिक्षुणियों
को निश्चित समय में शारीरिक श्रम और निश्चित घंटे में पवित्र पाठ करना चाहिए।
e. मठ इस प्रकार बनाने चाहिए की आवश्यकता की सभी वस्तुएं
जल, चक्की, उद्यान, कार्यशाला सभी उसकी सीमा के अंदर हों।
चौदहवीं सदी तक आते-आते, मठ वाद के महत्व और उद्देश्य के बारे में कुछ शंकाएं व्याप्त होने लगी। इंग्लैंड में लैग्लैंड की कविता पियर्स प्लाउमैन में कुछ भिक्षुओं के आरामदायक एवं विलासिता पूर्ण जीवन की साधारण कृषकों, गड़ेरियों और गरीब मजदूरों के विशुद्ध विश्वास से तुलना की गई है। इंग्लैंड में भी चौसर ने कैंटरबरी टेल्स लिखी जिसमें भिक्षुणी, भिक्षु, और फ्रायर का हास्यास्पद चित्रण किया गया है।
JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
अध्या सं. | अध्याय का नाम |
Class XI (History) विश्व इतिहास के कुछ विषय
3. तीन महाद्वीपों में फैला हुआ साम्राज्य
4. इस्लाम का उदय और विस्तार लगभग 570-1200 ई.
6. तीन वर्ग
7. बदलती हुई सांस्कृतिक परंपराएँ