प्रोजेक्ट परख (तैयारी उड़ान की)
सेट-01 मॉडल पेपर कक्षा - XII
विषय - हिन्दी (कोर)
समय - 3 घण्टा पूर्णांक- 80
आवश्यक निर्देशः-
(A) इस प्रश्न पत्र में कुल चार भाग होंगे।
(B) कुल 52 प्रश्न पूछे जायेंगे।
(C) प्रश्न संख्या एक से तीस तक बहुविकल्पीय प्रश्न होगें,
ये सभी प्रश्न अनिवार्य हैं, प्रत्येक प्रश्न का एक अंक निर्धारित है।
(D) 31 से 38 तक अतिलघूत्तरीय प्रश्न होंगे, जो कुल मिलाकर
08 प्रश्न होंगे, जिनमें से किन्हीं 06 प्रश्नों का जवाब देना है, प्रत्येक प्रश्न
दो अंक का निर्धारित है।
(E) 39 से 46 तक लघूत्तरीय प्रश्न पूँछे जायेंगे, जो कुल
मिलाकर 08 प्रश्न होंगे, जिनमें से किन्हीं 06 प्रश्नों का जवाब देना है, प्रत्येक
प्रश्न तीन अंक का निर्धारित है।
(F) 47 से 52 तक दीर्घउत्तरीय प्रश्न होगें, जो कुल मिलाकर
06 प्रश्न होंगे, जिनमें से किन्हीं 04 प्रश्नों का जवाब देना है, प्रत्येक प्रश्न
पाँच अंक का निर्धारित है।
भाग- क (बहुविकल्पीय प्रश्न) 30 X 01 = 30
अपठित गद्यांशः-
मानवाधिकार का शाब्दिक अर्थ होता है, मानव का अधिकार।
मानवाधिकार कानून में नारियों को बहुत सारे अधिकार प्रदान किए जाते हैं, जैसे
शिक्षा का अधिकार, सूचना का अधिकार, किसी भी व्यवसाय को चुनने का अधिकार, किसी भी
धर्म को मानने का अधिकार एवं कहीं भी आने जाने का अधिकार इत्यादि। संविधान में
नागरिकों के अधिकार को वर्णित किया गया है, जिसे मानवाधिकार कानून कहा जाता है। अब
नागरिक अपना जीवनयापन सुव्यवस्थित ढंग से जी सकता है, क्योंकि उन्हें मालूम है कि
भारतीय संविधान उन्हें मानवाधिकार कानून दिया है।
प्रश्नः- 1. मानवाधिकार का शाब्दिक अर्थ
क्या है ?
(a) जीवन का अधिकार
(b) मानव का अधिकार
(c) मन का अधिकार
(d) धर्म का अधिकार
प्रश्नः - 2. मानवाधिकार कानून द्वारा
इनमें से कौन सा अधिकार नारियों का नहीं है।
(a) सूचना का अधिकार
(b) शिक्षा का अधिकार
(c) सामाजिक बन्धन का अधिकार
(d) किसी भी व्यवसाय को चुनने का अधिकार
प्रश्नः- 3. अधिकार शब्द में कौन सा
उपसर्ग लगा है ?
(a) अधिका
(b) अधि
(c) अ
(d) अधी
प्रश्नः - 4. नागरिकों के अधिकार का वर्णन
किसमें किया गया हैं?
(a) संविधान में
(b) महाभारत में
(c) रामायण में
(d) वेद में
प्रश्नः- 5. मानवाधिकार में कौन सी संधि
हैं ?
(a) गुण स्वर संधि
(b) यण् स्वर संधि
(c) दीर्घ स्वर संधि
(d) वृद्धि स्वर संधि
अपठित पद्यांशः-
सुख-दुःख में मुस्काना, धीरज से रहना,
वीरों की माता हूँ, वीरों की बहना।
मैं वीर नारी हूँ
साहस की बेटी,
मातृभूमि-रक्षा को
वीर सजा देती।
आकुल अंतर की पीर राष्ट्र हेतु सहना,
वीरों की माता हूँ, वीरों की बहना।
प्रश्नः- 6. सुख-दुःख में किसके साथ
मुस्कराना चाहिये ?
(a) बहन के साथ
(b) माँ के साथ
(c) धीरज के साथ
(d) नारी के साथ
प्रश्नः- 7. सुख-दुःख में कौन सा समास है
?
(a) अव्ययीभाव
(b) द्वन्द्व
(c) तत्पुरुष
(d) द्विगु
प्रश्नः- 8. आकुल अन्तर की पीड़ा किसके
लिए सहनी चाहिये ?
(a) अपने लिए
(b) परिवार के लिए
(c) समाज के लिए
(d) राष्ट्र
के लिए
प्रश्नः- 9.
'पीर' का अर्थ क्या होता है ?
(a) पैगम्बर
(b) पीड़ा
(c) सुख
(d) कामना
प्रश्नः-
10. प्रस्तुत पद्यांश में किसके माता एवं बहन का वर्णन किया गया है ?
(a) वीरों के
(b) नेताओं के
(c) देवताओं के
(d) गंधर्वों के
पठित गद्यांशः-
रात्रि की विभीषिका को सिर्फ
पहलवान की ढोलक ही ललकार कर चुनौती देती रहती थी। पहलवान संध्या से सुबह तक चाहे जिस
ख्याल से ढोलक बजाता हो, किन्तु गाँव के अर्धमृत, औषधि उपचार-पथ्यविहीन प्राणियों में
वह संजीवनी शक्ति ही भरती थी।
प्रश्नः-
11. प्रस्तुत पंक्तियाँ किस पाठ से ली गई है ?
(a) चार्ली चैप्लिन यानी हम
सब
(b) नमक का दरोगा
(c) पहलवान की
ढोलक
(d) बाजार दर्शन
प्रश्नः-
12. रात्रि की विभीषिका को कौन चुनौती देती रहती थी ?
a) पहलवान की तबला
(b) पहलवान की बाँसुरी
(c) पहलवान की
ढोलक
(d) पहलवान का झाँझर
प्रश्नः-
13. ढोलक की आवाज किसके भीतर संजीवनी शक्ति का संचार करती थी?
a) शहर के लोगों
(b) गाँव के
लोगों
(c) बाजार के लोगों
(d) मेले के लोगों
प्रश्नः-
14. टी. वी. किस प्रकार का जनसंचार माध्यम है ?
a) दृश्य
(b) श्रव्य
(c) दृश्य-श्रव्य
(d) इनमें से कोई नहीं
पठित पद्यांशः-
मैं जग जीवन का भार लिए फिरता
हूँ,
फिर भी जीवन में प्यार लिए
फिरता हूँ,
कर दिया किसी ने झंकृत जिनको
छुकर,
मैं साँसों के दो तार लिए फिरता
हूँ,
मैं स्नेह-सुरा का पान किया
करता हूँ
प्रश्नः-
15. प्रस्तुत काव्यांश के कवि कौन हैं ?
a) दिनकर
(b) अज्ञेय
(c) हरिवंशराय
बच्चन
(d) प्रसाद जी
प्रश्नः-
16. प्रस्तुत काव्यांश किस पाठ से लिया गया है ?
a) एक गीत
(b) आत्मपरिचय
(c) कविता के बहाने
(d) बादल राग
प्रश्नः-
17. जग जीवन का भार लिए कौन फिर रहा है ?
a) कवि स्वयं
(b) कवि का पत्नी
(c) कवि का भाई
(d) कवि का मित्र
प्रश्नः-
18. कवि किसका दो तार लिए फिरता है?
(a) शरीर का
(b) साँस का
(c) जीवन का
(d) मृत्यु का
प्रश्नः-
19. कवि किसका पान करने की बात कर रहा है?
(a) विषाद-सुरा का
(b) स्नेह-सुरा
का
(c) अपमान-सुरा का
(d) सम्मान-सुरा का
प्रश्नः-
20. हरिवंशराय बच्चन का जन्म किस सन् में हुआ था?
(a) 1908
(b) 1906
(c) 1907
(d) 1909
प्रश्नः-
21. 'पतंग' कविता के कवि कौन हैं?
(a) आलोक धन्वा
(b) धर्मवीर भारती
(c) रघुवीर सहाय
(d) जैनेन्द्र
प्रश्नः-
22. "पुलों को पार" में कौन सा अलंकार है?
(a) मानवीय अलंकार
(b) उत्प्रेक्षा अलंकार
(c) अनुप्रास
अलंकार
(d) उपमा अलंकार
प्रश्नः-
23. 'कविता के बहाने' किसकी कविता है?
(a) अज्ञेय
(b) कुंवर नारायण
(c) दिनकर
(d) निराला जी
प्रश्नः-
24. 'कविता के बहाने' किस प्रकार की रचना है?
(a) दोहा
(b) चौपाई
(c) छंद युक्त
(d) छंद मुक्त
प्रश्नः-
25. कविता अपने पंख रूपी कल्पना से क्या भरती है?
(a) निराशा
(b) उड़ान
(c) दुःख
(d) स्थिरता
प्रश्नः-
26. 'काले मेघा पानी दे' के लेखक कौन है?
(a) धर्मवीर
भारती
(b) फणीश्वरनाथ रेणु
(c) विष्णु खरे
(d) रजिया सज्जाद जहीर
प्रश्नः 27.
'अतीत में दबे पांव' के लेखक कौन हैं ?
(a) मनोहर श्याम जोशी
(b) आनन्द यादव
(c) ओम थानवी
(d) ऐनी फ्रैंक
प्रश्नः-
28. समाचार लेखन की शैली कौन सी है?
(a) काव्यात्मक शैली
(b) उल्टापिरामिड
शैली
(c) संस्मरणात्मक शैली
(d) भावात्मक शैली
प्रश्नः-
29. मीडिया का इस समय सबसे सशक्त माध्यम क्या है ?
(a) प्रिन्ट मीडिया
(b) इलेक्ट्रानिक मीडिया
(c) सोशल मीडिया
(d) इनमें से कोई नहीं
प्रश्नः -
30. फीचर में तथ्यों की प्रस्तुति का ढंग होता है-
(a) नीरस
(b) व्यापक
(c) मनोरंजक
(d) संकुचित
भाग- ख (अतिलघूत्तरी प्रश्न) (06X02=12)
प्रश्नः-
31. "मैं यौवन का उन्माद लिए फिरता हूँ पंक्ति किसकी है, और किस पाठ से है ?
उत्तर- हरिवंशराय बच्चन की, आत्मपरिचय 'पाठ' से।
प्रश्नः- 32.
कवि कैसा संसार लिए फिरता है एवं कवि की वाणी कैसी है ?
उत्तर- कवि का काल्पनिक संसार लिए फिरता है, एवं कवि की वाणी
कोमल एवं शीतल है।
प्रश्नः -
33. कवि आलोक धन्वा का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
उत्तर- आलोक धन्वा का जन्म 1948 ई० को मुंगेर बिहार में हुआ
था।
प्रश्नः-
34. भादो महीना के मूसलाधार बारिश के बाद किस ऋतु का आगमन होता है ?
उत्तर- शरद ऋतु का आगमन होता है।
प्रश्नः-
35. 'कविता के बहाने' कविता में किसके अस्तित्व पर विचार किया गया है ?
उत्तर- कविता के अस्तित्व पर विचार किया गया है।
प्रश्नः-
36. 'बाहर-भीतर' में कौन सा समास है, तथा हिन्दी में कुल कितने समास होते हैं ?
उत्तर- द्वन्द्व समास, एवं हिन्दी में समास की संख्या 06
है (अव्ययीभाव, तत्पुरूष कर्मधारय, द्विगु, बहुब्रीहि एवं द्वन्द्व)
प्रश्नः-
37. 'बात सीधी थी पर कविता किसकी रचना है?
उत्तर- कुंवर नारायण की रचना है।
प्रश्नः-
38. भक्तिन पाठ की लेखिका कौन हैं, एवं भक्तिन का वास्तविक नाम क्या है?
उत्तर- महादेवी वर्मा एवं भक्तिन का वास्तविक नाम लक्ष्मी
है।
भाग- ग (अतिलघूत्तरी प्रश्न) 06 X 03 = 18
प्रश्नः-
39. कवि को यह संसार अपूर्ण क्यों प्रतीत होता है?
उत्तर- प्रस्तुत प्रश्न आत्मपरिचय पाठ से लिया गया है। यहाँ
कवि भावनाओं को महत्व देता है, लेकिन संसार का प्राणी भावनाओं को महत्व नहीं देता।
कवि दुनियादारी में लगे नहीं रहना चाहता। वह प्रेममयी संसार चाहता है, परन्तु कवि को
यह प्रतीत होता है, कि संसार में प्रेम का अभाव ही अभाव है, और प्रेम के बिना सब कुछ
अधूरा है। इसलिए कवि को यह संसार अपूर्ण लगता है।
प्रश्नः-
40. हो जाए न पथ में रात कहीं मंजिल भी तो दूर नहीं यह सोच थका दिन का पंथी भी, जल्दी-जल्दी
चलता है। दिन जल्दी-जल्दी ढलता है। प्रस्तुत पंक्तियों का काव्य- सौन्दर्य स्पष्ट करें।
उत्तर- प्रस्तुत कविता हालावादी कवि हरिवंशराय बच्चन द्वारा
लिखी गई है। इस कविता के माध्यम से कवि कहता है कि दिन जल्दी-जल्दी बीतता है, अर्थात्
समय कभी रुकता नहीं, वो सतत् गति से चलता रहता है। काव्य सौन्दर्य की दृष्टि से इस
कविता के भावपक्ष को प्रेम की सूक्ष्म व्याकुलता की दृष्टि को रखा गया है। जल्दी-जल्दी
चलना और दिन ढलने का भय सताना, दोनों ही प्रेम की व्याकुलता के परिचायक हैं। इस कविता
का शिल्प सौन्दर्य - भाषा अत्यन्त सरल, संगीतमय, सुकोमल और प्रवाहमयी है।
प्रश्नः-
41. भक्तिन अपना वास्तविक नाम लोगों से क्यों छुपाती थी? भक्तिन को यह नाम किसने और
क्यों दिया होगा?
उत्तर- भक्तिन का वास्तविक नाम लक्षमिन अर्थात लक्ष्मी है।
जिसका अर्थ है धन की देवी। लेकिन नाम के मुताबिक लक्ष्मी के पास बिल्कुल धन नही था।
इसलिए अपना वास्तविक नाम छुपाती थी।
प्रश्नः-
42. बाजार का जादू चढ़ने और उतरने पर मनुष्य पर क्या-क्या असर पड़ता है?
उत्तर- बाजार दर्शन का जादू चढ़ने और उतरने पर मनुष्य बाजार
की आकर्षक वस्तुओं के वश में हो जाता है। वह लालच में आकर गैर-जरूरी चीजों को भी खरीदता
चला जाता है। परन्तु जब जादू उतरता है तो ज्ञात होता है कि वह वस्तुएं उसे आराम देनें
के बजाय, उसके आराम में खलल डालती है।
प्रश्नः-
43. पानी दे, गुड़धानी दे, मेघों से पानी के साथ-साथ गुड़धानी की मांग क्यों की जा
रही है?
उत्तर- गुड़धानी, अनाज और गुड के मिश्रण को कहते हैं। यहाँ
गुड़धानी से तात्पर्य अच्छी फसल से है। हमारी अर्थव्यवस्था कृषि पर आश्रित है, यही
कारण है कि हमारे फसल की वृद्धि वर्षा पर ही आश्रित है। इसलिए पानी के साथ गुड़धानी
की मांग की जा रही है।
प्रश्नः-
44. मनोहर श्याम जोशी का जीवन परिचय देते हुए, पाठ के विषय में संक्षिप्त विवरण दें?
उत्तर- मनोहर श्याम जोशी का जन्म सन् 1935 ई० में हुआ था।
वैसे इनका परिवार उत्तराखण्ड के निवासी (कुमाऊँ) थे, किन्तु इनका जन्म राजस्थान के
अजमेर में हुआ था। दिनमान पत्रिका के सहायक सम्पादक एवं साप्ताहिक हिन्दुस्तान में
सम्पादन का कार्य भी किया। इनकी प्रमुख रचनाएँ- कुरु कुरु स्वाहा, कसप, हरिया-हरक्यूलीज
की हैरानी, हमजाद एवं क्याप आदि है। 'सिल्वर वैडिंग' एक लम्बी कहानी है। यह कहानी आधुनिकता
की ओर बढ़ता हमारा समाज एक ओर नई उपलब्धियों को समेटे हुए है तो दूसरी ओर मनुष्य को
मनुष्य बनाए रखने वाले मूल्य कहीं घिसते चले गए है।
प्रश्नः-
45. सिन्धु सभ्यता साधन सम्पन्न थी, पर उसमें भव्यता का आडंबर नहीं था/क्यूँ?
उत्तर- सिन्धु सभ्यता के शहर मोहनजोदड़ो की व्यवस्था साधन
सम्पन्न और सुव्यवस्थित थी। वहाँ अन्नभण्डार की व्यवस्था सुन्दर थी। भव्य एवं दिव्य
सुविधा के बावजूद भी वहाँ कोई प्रदर्शन या दिखावा नहीं था।
प्रश्नः -
46. तुलसी दास का संक्षिप्त जीवन परिचय देते हुए, कवितावली के उत्तरकाण्ड का संक्षिप्त
प्रस्तुतीकरण करें।
उत्तर- गोस्वामी तुलसीदास जी भक्तिकाल के सगुण काव्यधारा
के रामाश्रयी शाखा के कवि थे। इनका जन्म सन् 1532 ई० को उत्तर प्रदेश के बाँदा जिले
के अन्तर्गत राजापुर ग्राम में हुआ था। इनके माँ का नाम हुलसी देवी एवं पत्नी का नाम
रत्नावली देवी था। ये अकबर के समकालीन थे। इनकी प्रसिद्ध कृति रामचरितमानस महाकाव्य
है, जो अवधी भाषा में लिखा गया है। ब्रजभाषा में इनके द्वारा लिखा गया ग्रंथ विनय पत्रिका,
दोहावली एवं कवितावली आदि है। गोस्वामी तुलसीदास जी कवितावली के उत्तरकाण्ड के माध्यम
से अपने तत्कालीन युग की आर्थिक विषमताओं को दर्शाया है। इसके माध्यम से कवि अपने तत्कालीन
समाज के यथार्थ की समता एवं विषमता का बड़ा ही सुन्दर चित्रण किया है।
भाग- द (दीर्घउत्तरी प्रश्न) 04 x 05 = 20
प्रश्नः-
47. कविता एक उड़ान है, चिड़िया के बहाने
कविता की उड़ान,
भला चिड़िया क्या जानें,
बाहर-भीतर, इस
घर उस घर
कविता में पंख
लगा उड़ने के माने,
चिडिया क्या
जानें ?
प्रस्तुत काव्य पंक्तियों की
सप्रसंग व्याख्या करें।
उत्तर- प्रस्तुत कविता सुकवि कुँवर नारायण द्वारा रचित कविता
के बहाने' नामक पाठ से अवतरित है। यह कविता कवि के काव्य' इन दिनों संग्रह से लिया
गया है। इस काव्यांश के द्वारा कवि ने चिड़िया के उड़ान के दृष्टान्त द्वारा कविता
की भावाभिव्यक्ति की असीम उड़ान का वर्णन किया है। यहाँ कवि अपनी भावाभिव्यक्ति की
ऊँची उड़ान भरता है। चिड़िया और कवि दोनों ही ऊँची उड़ान भरता है, किन्तु उस ऊँची उड़ान
से चिड़िया अनभिज्ञ है, क्योंकि कविता की ऊँची उड़ान कहीं उससे अधिक है। कवि अपनी अभिव्यक्ति
को कहीं भी बाहर भीतर ले जा सकता है। इस घर उस घर कविता की उड़ान या पहुँच कहीं भी
कभी भी हो सकती है, किन्तु चिड़िया इस उड़ान से अनभिज्ञ रहती हैं। अर्थात वो इस उड़ान
के मायने को समझ नहीं पाती।
प्रश्नः-
48. मोहनजोदड़ो की विशेषताएँ बताइये।
उत्तर- 'मोहनजोदड़ों की विशेषताएँ-
मोहनजोदड़ो को सिन्धुघाटी सभ्यता के नाम से भी जाना जाता
है। इसका मतलब 'मुर्दो का टीला'। यह दक्षिण एशिया का सबसे पुराना शहर माना जाता है।
इतने साल पूर्व इस शहर को इस तरह व्यवस्थित ढंग से बनाया गया है कि जिसकी हम कल्पना
भी नहीं कर सकते। अभी भी मोहनजोदड़ो और हड़प्पा प्राचीन भारत के ही नहीं दुनिया के
सबसे पुराने नियोजित शहर माने जाते है। ये सिन्धुघाटी सभ्यता के परवर्ती यानी परिपक्व
दौर के शहर हैं। खुदाई में और भी शहर मिले हैं, लेकिन मोहनजोदड़ो ताम्रकाल के शहरों
में सबसे बड़ा है। वह सबसे उत्कृष्ट भी है। व्यापक खुदाई यहीं संभव हुई। बड़ी तादाद
में इमारतें, सड़कें, धातु पत्थर की मूर्तियाँ, चाक पर बनें चित्रित भांडे, मुहरें,
साजो-सामान और खिलौने आदि मिले। जिसके कारण सिंधु घाटी सभ्यता का अध्ययन संभव हो सका।
उधर सैकड़ों मील दूर हड़प्पा जो रावी नदी के किनारे बसा हुआ है, वह मोहनजोदड़ो से बड़ा
नगर नहीं है। मोहनजोदड़ो एक मातृसत्तात्मक नगर हुआ करता था। स्तूप वाला चबूतरा भी मोहनजोदड़ो
की सभ्यता के आकर्षण का केन्द्र है।
प्रश्नः-
49. जनसंचार के प्रमुख कार्य कौन-कौन हैं?
उत्तर- जन संचार के प्रमुख कार्य इस तरह है-
1. सूचना देना जनसंचार माध्यमों का सबसे अहम काम सूचना देना
है। इसके जरिए ही हमें देश-दुनिया की सूचनाओं की जानकारी प्राप्त होती है।
2. शिक्षित करना- जन संचार माध्यम सूचनाओं के जरिए हमें शिक्षित
एवं जागरुक बनाते हैं।
3. मनोरंजन करना- जनसंचार के माध्यम से हमें मनोरंजन के साधन
भी प्राप्त होते हैं।
4. एजेण्डा तय करना- जनसंचार माध्यम सूचनाओं और विचारों के
जरिए किसी देश और समाज के एजेण्डे भी तैयार करते है।
5. जनसंचार के माध्यम से निगरानी रखना, विचार-विमर्श के लिए
मंच तैयार करना आदि प्रमुख कार्य किए जाते हैं।
6. जनसंचार माध्यम संचार करने, सूचना प्रसारित करने और लोगों
को एक साथ आने के लिए एक साझा मंच बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य भी करता है।
प्रश्नः-
50. जनसंचार मुद्रित माध्यमों की खूबियाँ और कमियाँ बताएँ।
उत्तर- जनसंचार मुद्रित माध्यमों की खूबियाँ-
1. शब्दों को एक बार नहीं, अनेक बार पढ़ सकते हैं।
2. अपनी रुचि और समझ के अनुसार उस स्तर के शब्दों से वाकिफ
हो सकते हैं।
3. चिंतन मनन एवं अध्ययन को अच्छे तरीके से सुव्यवस्थित किया
जा सकता है।
4. शब्द कोशों का प्रयोग भी अच्छे तरीके से किया जा सकता
है।
5. किसी सामग्री को लंबे समय तक सुरक्षित भी किया जा सकता
है।
कमियाँ:-
1. यह माध्यम अशिक्षित लोगों के लिए अनुपयोगी है।
2. मुद्रित माध्यम अन्य टी.वी. एवं रेडियों की भाँति तुरन्त
सूचना नहीं दे सकता है।
3. मुद्रित माध्यम एक निश्चित अवधि 24 घण्टे में एक बार,
सप्ताह में, माह में एक ही बार प्रकाशित होते हैं।
प्रश्नः-
51. 'जल-जंगल-जमीन का प्रतीक झारखण्ड' पर एक निबंध लिखें।
उत्तर- झारखण्ड भारत का एक खनिज सम्पदा सम्पन्न राज्य है।
जल जंगल एवं जमीन इस राज्य की विरासत के रूप में पहचान है। भारत को सर्वाधिक खनिज झारखण्ड
राज्य से ही प्राप्त होता है। जो इस राज्य की विरासत जल, जंगल एवं जमीन के रूप में
प्राप्त होता है, किन्तु आज की परिस्थितियाँ बदल रही हैं। आधुनिक विकास के अंधानुकरण
में झारखण्ड के इस विरासत को काफी नुकसान पहुँच रहा है, जिसके कारण झारखण्ड का पर्यावरण
भी प्रदूषित हो रहा है। जिस जल-जंगल एवं जमीन की जमीर के लिए झारखण्ड के कितने आदिवासी
महापुरुष शहीद हो गए, आज उसी झारखण्ड के प्राकृतिक सौम्यता को विकृत किया जा रहा है।
मिल-फैक्ट्रियों के चलते कितने जंगलों को उजाड़ कर दिया गया। जिसके कारण अब झारखण्ड
का मौसम भी सदाबहार नहीं रहता।
अतः हम सभी को ये संकल्प उठाना होगा कि यहाँ के जल-जंगल एवं
जमीन की विशिष्टता बनीं रहे, इसके लिए एक ठोस कदम उठाएँ। जनता से लेकर जननायक तक इसके
अस्तित्तव के प्रभुत्व को बचाने का सप्रयत्न करें। जल-जंगल एवं जमीन से ही इस राज्य
की विशिष्टता है। अतः सभी को मिलकर इसे बचाने का प्रयास करना चाहिये। यदि हम सब अपने
इस विरासत के वर्त्तमान को सुरक्षित करेंगे तो हम सबका आने वाला कल सुन्दर रहेगा। अन्यथा
जल-जंगल जमीन के उजाड़ से इस राज्य की सुन्दरता नष्ट हो सकती है। इस राज्य का अस्तित्व
हमारे देश का महत्वपूर्ण अंग है। जल-जंगल एवं जमीन किसी भी देश के लिए महत्वपूर्ण होता
है। इसलिए झारखण्ड के अतिरिक्त भी देश के अन्य राज्य को भी इस महान विरासत को बचाने
का सप्रयत्न करना चाहिए।
प्रश्नः-
52. चुनाव के दिनों में बढ़ गए शोर और ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने की अपील करते
हुए थानाध्यक्ष को पत्र लिखें। अथवा जल प्रदूषण के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते
हुए जल विभाग को एक पत्र लिखें।
उत्तर- सेवा में,
थानाध्यक्ष महोदय
हिरणपुर पाकुड़ (झारखण्ड)
विषयः- चुनाव के दिनों में बढ़ गए ध्वनि प्रदूषण के रोकथाम
के संदर्भ में।
महोदय,
आपसे विनम्र निवेदन है कि इस समय चुनाव के चलते चारों तरफ
शोरगुल के कारण ध्वनि प्रदूषण फैल रहा है। जिससे हम लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
अतः श्रीमान से सानुरोध निवेदन है कि इस समस्या का तुरन्त
निदान करने की कृपा की जाय। प्रार्थी सदैव आपका आभारी रहेगा।
आपका विश्वसनीय
आर0के0 +2H/S हिरणपुर, पाकुड़।
अथवा
सेवा में,
जल विभाग, पाकुड़।
विषयः- जल प्रदूषण के बढ़ते प्रकोप को नियंत्रित करने के
संदर्भ में।
महाशय,
आपसे सविनय निवेदन है कि कस्बे में आये दिन प्रदूषित जल का
प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण कस्बे के किसी भी नागरिक को शुद्ध पेयजल की पूर्ति
नही हो पा रही है। जल प्रदूषण के कारण अनेक बिमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
अतः श्रीमान से सानुरोध निवेदन है, की इस समस्या के निदान
हेतु ठोस कदम उठाने का प्रयत्न किया जाय। इस कार्य के लिए प्रार्थी सदैव आपका आभारी
रहेगा।
आपका विश्वसनीय
आर०के० +2H/S महेशपुर, पाकुड़।