Project PARAKH Class-12th Hindi Elective [हिन्दी (ऐच्छिक)] Model Set-3 Questions-cum-Answer Booklet (2024-25)

Project PARAKH Class-12th Hindi Elective [हिन्दी (ऐच्छिक)] Model Set-3 Questions-cum-Answer Booklet (2024-25)

 Project PARAKH Class-12th Hindi Elective [हिन्दी (ऐच्छिक)] Model Set-3 Questions-cum-Answer Booklet (2024-25)

प्रोजेक्ट परख (तैयारी उड़ान की)

मॉडल पेपर (कक्षा-XII) सेट-3

विषय-हिन्दी (ऐच्छिक)

समय-3 घण्टा अंक-80

आवश्यक निर्देशः-

(अ) इस प्रश्नपत्र में कुल 52 प्रश्न होंगे।

(ब) 1 से 30 तक बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जो सभी अनिवार्य हैं। प्रत्येक प्रश्न 01 अंक का निर्धारित है।

(स) 31 से 38 तक कुल 08 प्रश्न होंगे, जिनमें से किन्हीं 06 प्रश्नों को हल करना होगा। यें सभी प्रश्न 02 अंक के अतिलघुत्तरीय प्रश्न होंगे।

(द) 39 से 46 तक कुल 08 प्रश्न लघुत्तरीय होंगे, जिनमें से किन्हीं 06 प्रश्नों को हल करना होगा। प्रत्येक प्रश्न तीन अंक का होगा।

(य) 47 से 52 तक कुल 06 प्रश्न दीर्घ उत्तरीय होंगे, जिनमें से किन्हीं 04 प्रश्नों को हल करना होगा। प्रत्येक प्रश्न 05 अंक के होंगे।

भाग - क (बहुविकल्पीय प्रश्न)

अपठित गद्यांश :-

मनुष्य के लिए भोजन सबसे महत्वपूर्ण विषय है। भोजन के लिए न जाने कहाँ-कहाँ से लोग एक दूसरे स्थान पर चले जाते है। फिर भी हमारी दुनिया की एक बड़ी सच्चाई है कि रोज लगभग 70 करोड़ लोग भूखे रह जाते है, जिनमें से करीब 25 करोड़ भूखमरी जैसी स्थिति में रहने को मजबूर हैं। दुनिया में बहुत प्रयासों के बावजूद खाद्य सुरक्षा की समस्या बढ़ती चली जा रही है। जलवायु परिवर्तन-अत्यधिक बारिश या कम बारिश के कारण भी सामान्य खाद्यान्न उत्पादन पर गहरा असर पड़ रहा है।

प्रश्नः- 01. प्रस्तुत गद्यांश का वर्ण्य-विषय हो सकता है

क) बढ़ती खाद्य समस्या

ख) खाद्य सुरक्षा की समस्या

ग) जलीय खाद्य की जरूरत

घ) भुखमारी की समस्या

प्रश्न :- 02. भोजन एक महत्वपूर्ण विषय है :-

क) मनुष्य के लिए

ख) पक्षियों के लिए

ग) पशुओं के लिए

घ) उपर्युक्त सभी के लिए

प्रश्न :- 03. दुनिया के कितने लोग लगभग भूखे रह जाते है।

क) 20 करोड़

ख) 70 करोड़

ग) 50 करोड़

घ) 90 करोड़

प्रश्न :- 04. 70 करोड़ में से लगभग कितने लोग भुखमरी जैसी स्थिति में पहुँच गये हैं?

क) 25 करोड़

ख) 30 करोड़

ग) 35 करोड़

घ) 40 करोड़

प्रश्न :- 05. सामान्य खाद्यान्न उत्पादन के समस्या का कारण हो सकता है:-

क) जलवायु परिवर्तन

ख) अत्यधिक बारिश

ग) क और ख दोनो

घ) इनमें से कोई नहीं

अपठित पद्यांश :-

मौसम आज पतंगों का है,

नभ में राज पतंगों का है।

इन्द्रधनुष के रंगों का है,

मौसम नई उमंगो का है।

निकले सब ले डोर पतंगे,

देखें चारों ओर पतंगे।

उड़ा रहे कर शोर पतंगे ।।

प्रश्न :- 06. कौन सा मौसम आया है?

क) बसन्त

ख) पतंगों का

ग) 15 आगस्त का

घ) वर्षा का

प्रश्न :- 07. आकाश में किन रंगो की पतंगे है?

क) लाल पीली नीली

ख) सतरंगो की

ग) सभी रंगो की

घ) हरी, नीली

प्रश्न :- 08. सबके हृदय में कैसा भाव है।

क) पतंगे

ख) पंतंगो का मौसम

ग) जाति का

घ) पतंग उड़ाने की चाह

प्रश्न :- 09. पद्यांश का उचित शीर्षक क्या है ?

क) प्रसन्नता

ख) उत्सव मनाने का

ग) जाति

घ) नई उमंगें

प्रश्न :-10. उपर्युक्त पद्यांश के आधार पर नभ पर किसका राज है:-

क) पतंगों का

ख) पक्षियों का

ग) बादलो का

घ) इनमें से कोई नहीं

पठित गद्यांश :-

हरगोबिन का रोम-रोम कलपने लगा। देवर देवरानियाँ भी कितने बेदर्द हैं। ठीक अगहनी धान के समय बाल-बच्चों को लेकर शहर से आएँगे। ऐसे में दस पन्द्रह दिनों में कर्ज उधार की ढेरी लगाकर वापस जाते समय दो-दो मन के हिसाब से चावल चूड़ा ले जाएँगे। फिर आम के मौसम में आकर हाजिर। कच्चा-पक्का आम तोड़कर बोरियों में बंद करके चले जाएँगे। फिर उलटकर कभी नहीं देखते सब ! राक्षस हैं

प्रश्न :- 11. प्रस्तुत गद्यांश के लेखक कौन है?

क) फणीश्वर नाथ 'रेणु'

ख) प्रेमचन्द

ग) जैनेन्द्र

घ) रामचन्द्र शुक्ल

प्रश्न :- 12. हरगोबिन का क्या कार्य था?

क) चिट्ठी ले जाना

ख) सहायता करना

ग) संवाद पहुँचाना

घ) इनमें से कोई नहीं

प्रश्न :- 13. रोम-रोम कलपने लगना का क्या अर्थ है?

क) बहुत खुश होना

ख) अत्यधिक दुःखी होना

ग) बहुत निर्दयी होना

घ) अत्यधिक चालाक होना

प्रश्न :- 14. प्रस्तुत गद्यांश किस पाठ से लिया गया है ?

क) कच्चा चिट्ठा

ख) संवदिया

ग) जहाँ कोई वापसी नहीं

घ) कुटज

पठित पद्यांश :-

मुझ भाग्य हीन की तू संबल

युग वर्ष बाद जब हुई विकल

दुःख ही जीवन की कथा रही

क्या कहूँ आज जो नही कही।

हो इसी कर्म पर वज्रपात

यदि धर्म रहे नत सदा माथ

इस पथ पर मेरे कार्य सकल

हो भ्रष्ट शीत के-से शतदल।

कन्ये, गत कर्मों का अर्पण

कर, करता मैं तेरा तर्पण।

प्रश्न :- 15. प्रस्तुत काव्यांश में कन्ये तू किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?

क) समाज के लिए

ख) सरोज के लिए

ग) कवि के लिए

घ) परिवार के लिए

प्रश्न :- 16. " गत कर्मों का अर्पण कर" में कर्मों से तात्पर्य है-

क) कवि कर्म

ख) पिता कर्म

ग) मातृ कर्म

घ) सामाजिक कर्म

प्रश्न :-17. संबल शब्द का अर्थ है-

क) विशेष

ख) बलपूर्वक

ग) सहारा

घ) सम्पत्ति

प्रश्न :- 18. प्रस्तुत पद्यांश के कवि कौन है ?

क) जयशंकर प्रसाद

ख) सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

ग) केदारनाथ सिंह

घ) अज्ञेय जी

प्रश्न :-19. " प्रेमद्यन की छाया स्मृति" किस प्रकार का निबंध है?

क) संस्मरणात्मक निबंध

ख) ललित निबंध

ग) यथार्थपरक निबंध

घ) विचारात्मक निबंध

प्रश्न :-20. 'बारहमासा' जायसी के किस महाकाव्य से लिया गया है ?

क) प‌द्मावत से

ख) अखरावट से

ग) आखिरी कलाम से

घ) इनमें से कोई नहीं

प्रश्नः- 21. विद्यापति के नायक-नायिका कौन है ?

क) राम-सीता

ख) राधा-कृष्ण

ग) विद्यापति - लखिमादेई

घ) शिव सिंह-लखिमादेई

प्रश्न :- 22. राधा का मन अपने साथ कौन ले गया ?

क) गोपियाँ

ख) उद्धव

ग) कृष्ण

घ) कवि

प्रश्न :- 23. घनानन्द के प्रेमिका का क्या नाम है ?

क) सुजान

ख) सुभान

ग) रंगरेजिन

घ) सुहान

प्रश्न :- 24. 'सुजान सागर' किसकी रचना है ?

क) विद्यापति

ख) सूरदास

ग) घनानन्द

घ) देव

प्रश्न :- 25. कोईयाँ का दूसरा नाम क्या है ?

क) जूही

ख) बबूल

ग) सरसो

घ) कुमुद

प्रश्न :- 26. उज्जैन जाते समय लेखक को कौन सी नदी मिली ?

क) नर्मदा

ख) शिप्रा

ग) गंगा

घ) यमुना

प्रश्न :- 27. अखबार की आवाज किसे माना जाता है ?

क) आलेख

ख) फीचर

ग) सम्पादकीय

घ) पत्र-लेखन

प्रश्न :- 28. सम्पादकीय लेखन का दायित्व किसका होता है ?

क) सहायक सम्पादक का

ख) संयुक्त सम्पादक का

ग) क और ख दोनों

घ) इसमें से कोई नहीं

प्रश्न :- 29. आलेख एक विधा है-

क) गद्य लेखन की

ख) पद्य लेखन की

ग) लघुकथा लेखन की

घ) रिपोर्ट और लेखन की

प्रश्न :- 30. पुस्तक समीक्षा करने वाला क्या कहलाता है ?

क) लेखक

ख) पत्रकार

ग) समीक्षक

घ) संवाददाता

अतिलघुत्तरीय प्रश्न (2x6=12)

प्रश्न :- 31. 'देवसेना का गीत' कविता प्रसाद जी के किस नाटक से लिया गया?

उत्तर- 'देवसेना का गीत' प्रसाद जी के 'स्कन्दगुप्त' नाटक से लिया गया है।

प्रश्न :- 32. 'सरोज-स्मृति' कविता का मूल संवेदना क्या है?

उत्तर- 'सरोज-स्मृति' कविता का मूल स्वर कवि की पुत्री के प्रति है।

प्रश्न :- 33. कवि अज्ञेय किस धारा के जनक कवि माने जाते हैं ?

उत्तर- कवि अज्ञेय प्रयोगवादी काव्यधारा के कवि माने जाते हैं।

प्रश्न :- 34. 'हिमालय किधर है' यह प्रश्न किसने किससे पूछा ?

उत्तर- 'हिमालय किधर है' यह प्रश्न कवि एक बच्चे से पूछा।

प्रश्न :- 35. भरत राम को मनाने किस प्रसिद्ध स्थल पर गए थे ?

उत्तर- भरतजी राम को मनाने चित्रकूट गए थे।

प्रश्न :- 36. 'बारहमासा' पाठ के पदों की भाषा कौन-सी है ?

उत्तर- 'बारहमासा' यह प‌द्मावत महाकाव्य से लिया गया है।

प्रश्न :- 37. लेखक को कितने साल की उम्र से ही हिन्दी की मित्र-मंडली मिलने लगी थी?

उत्तर- लेखक रामचन्द्र शुक्लजी को 16 वर्ष की अवस्था से ही हिन्दी की मित्र मंडली मिलने लगी थी।

प्रश्न :- 38. फीचर के प्रकारो की चर्चा कीजिए।

उत्तर- फीचर के प्रमुख दो प्रकार है-

1) ऐतिहासिक फीचर

2) व्यक्ति परक फीचर

लघु उत्तरीय प्रश्न (3x6=18)

प्रश्न :- 39. जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय देते हुए उनके साहित्यिक अवदान को लिखिए । 500

उत्तर- श्री जयशंकर प्रसाद का जन्म 1889 ई में काशी में हुआ था। केवल आठवी तक विद्यालयी शिक्षा प्राप्त करके स्वाध्याय से उन्होंने संस्कृत, पालि, उर्दू, अंग्रेजी भारतीय दर्शन आदि विभिन्न विषयों का अध्ययन किया। प्रसादजी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे उन्होंने नाटक, उपन्यास, कहानी, निबंध तथा कविता आदि मे उच्चकोटि की रचनाओं का सृजन किया। इसके प्रमुख रचनाएँ निम्न है-

नाटक- अजातशत्रु, स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, राजश्री, ध्रुवस्वामिनी आदि।

उपन्यास- कंकाल, तितली, इरावती (अपूर्ण)

कहानी- आँधी, इन्द्रजाल, छाया, प्रतिध्वनि और आकाशदीप (कहानी-संग्रह)

कविताएँ - झरना, आँसू, लहर, कामायनी, कानन-कुसुम और प्रेम-पथिक आदि।

निबंध-संग्रह - काव्य और कला तथा अन्य निबंध

प्रसादजी के साहित्य में राष्ट्रीय जागरण का स्वर प्रमुख है। सम्पूर्ण साहित्य मे विशेषकर नाटकों में प्राचीन भारतीय संस्कृति के गौरव के माध्यम से प्रसाद जी ने यह काम किया है। उनकी कविताओं- कहानियों में भारतीय संस्कृति और जीवन-मूल्यों की झलक मिलती है। प्रसाद जी को छायावाद का प्रधान कवि माना जाता है।

प्रश्न :- 40. जनसंचार के प्रमुख माध्यमों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर- जनसंचार का अर्थ होता है किसी सूचना को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना। जिस माध्यम से यह सूचना या समाचार पहुंचाया जाता है उसे ही जनसंचार माध्यम कहते हैं- इसे दो प्रमुख रूपो में बाट सकते हैं-

क) प्रिंट माध्यम - समाचार पत्र-पत्रिकाएँ आदि।

ख) इलेक्ट्रानिक माध्यम - रेडियो, सिनेमा, टेलीविजन, इंटरनेट, ए०आइ०, चैटजीपीटी।

गुफा पेंटिंग , व प्राचीन काल के बड़े-बडे स्थापत्य मंदिर, आदि। जनसंचार की सबसे मजबूत कड़ी पत्र-पत्रिका या प्रिंट मीडिया ही है।

प्रमुख पत्र-पत्रिका के नाम निम्न हैं जो अपने प्रकाशन काल से अपने पाठक वर्ग की ज्ञानवर्धन कर रहा है आजकल, इंडिया टुडे, दैनिक जागरण, हिदुस्तान, द हिंदू, इंडियन एक्स्प्रेस, सरस्वती, वागर्थ, हंस आदि। इसी प्रकार इंटरनेट और टेलीविजन आज के समय में एक बहुत ही महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है। प्रमुख चैनल डीडी-न्यूज, आजतक, डिस्कवरी, आदि है।

प्रश्न :- 41. 'जो कुछ होना था, हो चुका' यह कथन सूरदास के चरित्र की किन विशेषताओं को उजागर करता है?

उत्तर- जो कुछ होना था, हो चुका यह कथन सूरदास ने उस समय कहा जब उसके झोपड़ी में आग लगाकर सबकुछ नष्ट कर दिया गया। सूरदास अब इस मुद्दे को और अधिक आगे नहीं बढ़ाना चाहता था। क्योंकि वो समझता है जो कुछ होता है ऊपर वाले के मर्जी से होता है। अतः यह कथन सूरदास को भाग्यवादी (नियतिवादी) होने को बताता है।

प्रश्न :- 42. विश्वनाथ त्रिपाठी का संक्षिप्त जीवन परिचय लिखिए।

उत्तर- आचार्य विश्वनाथ त्रिपाठी का जन्म उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला स्थित बिस्कोहर गांव में 16 फरवरी 1931 ई० में हुआ था। वे विस्कोहर में प्रारम्भिक शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् आगे की शिक्षा के लिए ये बलरामपुर चले आए। इन्होंने हिन्दी विषय से कानपुर में स्नातक तथा वाराणसी से परास्नातक की डिग्री प्राप्त की। इन्हें आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जैसे गुरु का सानिध्य प्राप्त हुआ। वरिष्ठ आलोचक नामवर सिंह के कहने पर इन्होंने आलोचना का कार्य किया। इनकी प्रमुख रचनाएँ हैं- प्रारंभिक अवधी, हिंदी आलोचना (1970), लोकवादी तुलसीदास (1974), मीरा का काव्य (1979), देश के इस दौर मे, हिंदी साहित्य का सरल इतिहास एवं पेड़ का हाथ आदि ।

प्रश्न :- 43. संपादकीय लेखन से आप क्या समझते है ?

उत्तर- किसी अखबार के संपादकीय पृष्ठ पर प्रकाशित आलेख से है। जिसमे लेखक या संपादक वर्तमान चर्चित विषयों पर अपनी राय साझा करते हैं। संपादकीय किसी भी समाचार पत्र का अत्यंत महत्वपूर्ण भाग होता है। यह किसी ज्वलंत मुद्दे या घटना पर समाचार पत्र के दृष्टिकोण व विचार को व्यक्त करता है। संपादकीय संक्षेप में तथ्यों और विचारों की ऐसी तर्कसंगत और सुरुचिपूर्ण प्रस्तुति है, जिसका उद्देश्य मनोरंजन एवं विचारों को प्रभावित करना या किसी समाचार का ऐसा भाष्य प्रस्तुत करना है जिससे सामान्य पाठक उसका महत्व समझ सकें। संपादकीय को समाचार पत्रों का दिल और आत्मा माना जाता है।

प्रश्न :- 44. 'वसंत आया' कविता में कवि की चिंता क्या है ?

उत्तर- मनुष्य ने भौतिक प्रगति के लिए प्रकृति को बहुत नुकसान पहुंचाया है। कवि ने कहा है कि आज मनुष्य का प्रकृति से रिश्ता टूट गया है। ऋतुएँ पहले की तरह अपनी व्यवस्था से चलती है परंतु मनुष्य उनसे दूर हो गया है। प्रकृति जो कभी मानव जाति का साथी था, आज उससे दूर है। मनुष्य के पास अत्याधुनिक सुविधाएँ होने का साधन है, लेकिन प्रकृति की सुंदरता को देखने और महसूस करने की संवेदना नही बची है। "यही नहीं जाना था कि आज के नगण्य दिन जानूँगा जैसे मैने आज जाना कि वसंत आया"

प्रश्न :- 45. 'ढेले चुन लो' लघु निबंध का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- ढेले चुन लो निबंध पंडित चन्द्रधर शर्मा गुलेरी जी के द्वारा लिखा एक प्रसिद्ध लघु निबंध है। जो रुढ़ियों एवं अंधविश्वासों का विरोध करती है और यह सन्देश देती है कि हमें अपने बुद्धि-विवेक के बल पर ही जीवन का निर्णय लेना चाहिए।

प्रश्न :- 46. लेखिका ने गंगा पुत्र किसे कहा है और क्यों ?

उत्तर- भक्तों द्वारा दोनों में डालकर गंगा को अर्पित किए गए पैसों को तैराक डूबकर बटोर लेते हैं। गंगा ही इनकी जीविका का साधन है। इसी क्षेत्र में पलने-बढ़ने के कारण वे कुशल गोताखोर हो गए हैं। गंगा के आश्रय में रहने के कारण उन्हें गंगा पुत्र कहा गया।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5x4=20)

प्रश्न :- 47. कुटज पाठ के आधार पर सिद्ध कीजिए कि दुःख और सुख तो मन के विकल्प है।

उत्तर- व्यक्ति का सुख-दुःख इस बात पर निर्भर रहता है कि मन पर उनका नियंत्रण है या नही। सुख और दुःख का चयन मन ही करता है। हम सुखी रहना चाहते हैं तो मन को अपने वश में कर लें। लेकिन जो अपने मन को अपने वश में रखते है तथा मन को साधकर उस पर सवारी करते हैं वह भी सुख-दुःख के फेर में नहीं पड़ते। कुटज इसीलिए सुखी है क्योंकि वह मन पर सवार है मन को अपने ऊपर सवार नही होने देता।

प्रश्न :- 48. भैरो ने सूरदास की झोपड़ी क्यों जलाई ?

उत्तर- भैरो अच्छा आदमी नहीं था वह अपनी पत्नी को मारता-पीटता था। एक बार सुभागी उसकी पिटाई से बचने के लिए सूरदास की झोपड़ी में आकर छिप गई। भैरो उसे मारने के लिए सूरदास की झोपड़ी में घुस आया परन्तु सूरदास नें उसे बचा लिया तब से वह सूरदास से द्वेष करने लगा तथा सूरदास के चरित्र पर लांछन लगाने लगा। वह सूरदास से इतनी ईर्ष्या करने लगा कि उसने सूरदास की अनुपस्थिति में उसकी झोपड़ी में घुस कर उसके रूपयों की पोटली चुरा ली और उसकी झोपड़ी में आग लगा दी।

प्रश्न :- 49. लेखक के अनुसार माँ और बच्चें का संबंध बहुत गहरा क्यों होता है ?

उत्तर- बच्चे और माँ का संबंध बहुत गहरा एवं पवित्र होता है। लेखक कहते हैं कि जब भी बच्चा रोता है या बच्चा अपनी माँ को मारता है तो माँ भी अपने बच्चे को कभी-कभी वापस मारती है। लेकिन बच्चा फिर भी अपनी माँ से चिपका रहता है और माँ भी उतना ही प्रेम करती है। इन्हीं सब बातों से माँ और बच्चे का संबंध गहरा होता है।

प्रश्न :- 50. मालवा जैसे जल और अन्न से समृद्ध प्रदेश में सूखा पड़ने का उत्तरदायित्व किसका है ?

उत्तर- लेखक मानता है कि मालवा में पानी की कमी नहीं है। पुराने लोग तालाबों बावड़ियों में पानी एकत्र करते थे। इससे गर्मी में पानी की जरूरत पूरी होती थी। आज पश्चिमी शिक्षा पद्धति से पढ़े हुए योजनाकार तथा इंजीनियरों ने इस बात का ध्यान नही रखा है। वे तालाब के पानी की सफाई करने के स्थान पर कीचड़ गाद भरने देते हैं। दूसरी ओर बिजली-संचालन वाले पंपों की सहायता से जमीन के अंदर पानी का अनावश्यक दोहन करके उसको हानि पहुंचाते हैं। लेखक की दृष्टि से यह दोषपूर्ण चिंतन ही मालवा में सूखा होने का कारण है।

प्रश्न :- 51. जनसंचार मुद्रित माध्यमों की खूबियां और कमियां बताए।

उत्तर- जनसंचार मुद्रित माध्यमों की खूबियां :-

(क) अपनी रूचि और समझ के अनुसार उस स्तर के शब्दों से परिचित हो सकते हैं।

(ख) शब्दों को हम एक ही बार नहीं अनेक बार पढ़ सकते हैं।

(ग) उसका अध्ययन चिंतन-मनन किया जा सकता है।

(घ) जटिल शब्द आने पर शब्दकोश का प्रयोग भी किया जा सकता है।

(ड) चाहे तो किसी भी सामग्री को लम्बे समय तक सुरक्षित भी रखा जा सकता है।

जनसंचार मुद्रित माध्यमों की कमियाँ

(क) अशिक्षित लोगों के लिए अनुपयोगी।

(ख) टेलीविजन तथा रेडियो की भांति मुद्रित माध्यम तुरंत घटी घटनाओं की जानकारी नहीं दे पाता।

(ग) महत्व एवं जगह की उपलब्धता के अनुसार किसी भी खबर को स्थान दिया जाता है।

(घ) मुद्रित माध्यम में अशुद्धि होने पर सुधार हेतु अगले अंक की प्रतीक्षा करनी पड़ती है। अन्य माध्यमों में तत्काल सुधार किया जा सकता है।

प्रश्न :- 52. संपादकीय लेखन की प्रक्रिया को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- संपादकीय लेखन की प्रक्रिया को निम्नलिखित चरणों में बांटा जा सकता है।

(क) विषय का चयन- ज्वलंत व सामाजिक विषय को संपादकीय लेखन के लिए चुना जाता है। विषय प्रादेशिक, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय महत्व का हो सकता है।

(ख) विषयानुरूप सामग्री का संकलन- विषय निर्धारण के उपरान्त सामग्री का संकलन किया जाता है। संपादक दिन-प्रतिदिन के घटनाओं पर पैनी नजर रखते हुए विभिन्न संदर्भ सामग्री के माध्यम से विषयवस्तु का संकलन करता है।

(ग) विषय प्रवेश एवं विस्तार- संपादकीय के विषय प्रवेश में समस्या की ओर ध्यानाकर्षण किया जाता है। तदुपरांत तार्किक ढंग से विचारों एवं तर्क को प्रस्तुत करते हुए विषयवस्तु का विस्तार किया जाता है।

(घ) विषय का निष्कर्ष- संपादकीय के अंतिम भाग में संपादक विषय, घटना या मुद्दे पर अपनी राय अथवा विचार रखता है। यह राय अथवा विचार पाठक के मस्तिष्क को उद्वेलित करने वाला होता है।

(ड) शीर्षक - सम्पूर्ण लेखन के बाद सम्पादक अपने लेख के शीर्षक का निर्धारिण करता है। शीर्षक निश्चय ही किसी लेख के लिए अति महत्वपूर्ण होता है। अतः संपादकीय का शीर्षक पाठक को प्रभावित करने वाला व विषय समग्रता को अपने आप में समाहित करने वाला होना चाहिए।


PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 2024-25

Class 12th Hindi (Elective) PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 11.01.25



Model Question Solution 






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