प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 12
Geography
3. जनसंख्या संघटन POPULATION COMPOSITION
पाठ के मुख्य बिंदु
*
जनसंख्या संघटन के अंतर्गत जनसंख्या या मानव समूह की समस्त विशेषताओं का अध्ययन किया
जाता है। ये विशेषताएं दो प्रकार की होती हैं - शारीरिक एवं सांस्कृतिक विशेषताएं।
*
शारीरिक विशेषताओं के अंतर्गत मानव की आयु, लिंग, जन्म दर, मृत्यु दर तथा प्रजाति जैसी
विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है।
*
सांस्कृतिक विशेषताओं के अंतर्गत मानवीय जनसंख्या की धर्म, भाषा, शिक्षा, आर्थिक स्तर,
व्यवसायिक संरचना, ग्रामीण नगरीय - आवास, जैसी विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है।
*
लिंगानुपात :- किसी जनसंख्या समूह में महिलाओं तथा पुरुषों की संख्या में मिलने वाले
अनुपात को लिंगानुपात कहा जाता है। इस अनुपात की गणना भिन्न-भिन्न देशों में अलग-अलग
प्रकार से की जाती है। लिंगानुपात से हमारा तात्पर्य पुरुष स्त्री की संख्या के अनुपात
से है। इसके अंतर्गत प्रति हजार पुरुषों की संख्या पर स्त्रियों की संख्या की गणना
की जाती है।
*
विकसित देशों में लिंगानुपात महिलाओं के पक्ष में होता है, जबकि विकासशील और अविकसित
देशों में यह पुरुषों के पक्ष में होता है।
* भारत में लिंगानुपात को प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है जिसे निम्नलिखित सूत्र के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है :-
*
लिंगानुपात को प्रभावित करने वाले कारकों में जन्म दर, मृत्यु दर एवं प्रवास या स्थानांतरण
को शामिल किया जाता है।
*
विश्व में सर्वाधिक लिंगानुपात वाले महाद्वीप क्रमशः यूरोप, दक्षिण अमेरिका एवं मध्य
अमेरिका हैं।
*
विश्व में सबसे कम लिंगानुपात (954) वाला महाद्वीप एशिया महाद्वीप है।
*
आयु संरचना किसी भी जनसंख्या की आधारभूत विशेषता होती है, कुल जनसंख्या में विभिन्न
आयु वर्गों की जनसंख्या का मिलने वाला अनुपात ही आयु संरचना कहलाता है। इसे तीन वर्गों
में बांटा जाता है-
(क)
बाल आयु वर्ग 10-14 वर्ष)
(ख)
प्रौढ़ आयु वर्ग (1559 वर्ष)
(ग)
वृद्ध आयु वर्ग (60 वर्ष व उससे अधिक)
*
जनसंख्या पिरामिड जनसंख्या की आयु व लिंग संरचना को प्रदर्शित करने वाले पिरामिड को
जनसंख्या पिरामिड कहा जाता है, इसे आयु - लिंग पिरामिड भी कहा जाता है।
*
वृद्ध होती जनसंख्या कुल जनसंख्या में वृद्धि आयु वर्ग की जनसंख्या के अनुपात यदि बढ़
जाए, तो ऐसी स्थिति वृद्ध होती जनसंख्या कहलाती है। वर्तमान में विश्व के अधिकांश विकसित
देशों में उच्च जीवन प्रत्याशा तथा निम्न जन्म दरों के कारण जनसंख्या में वृद्ध आयु
वर्ग की जनसंख्या का प्रतिशत बढ़ रहा है।
*
निवास स्थान के आधार पर जनसंख्या को नगरीय और ग्रामीण में विभाजन किया जाता है, जिसे
ग्रामीण नगरीय संयोजन कहा जाता है।
*
संपूर्ण विश्व की जनसंख्या का 48% नगरों में निवास करता है गांव का प्रतिशत 52 है।
*
विकसित देशों में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 76 और विकासशील देशों में यह मात्र
41% है। विकासशील देश कृषि प्रधान होते हैं अतः अधिकांश जनसंख्या गांव में निवास करती
है।
*
सामान्यतया लिखने पढ़ने की कला का न्यूनतम स्तर ही साक्षरता कहलाता है विश्व के विभिन्न
देशों में साक्षरता की परिभाषा में अंतर मिलता है।
*
भारत में, 7 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले उन सभी व्यक्तियों को साक्षर की श्रेणी में
सम्मिलित किया जाता है, जो किसी भाषा को समझते हुए पढ़ तथा लिख सकते हैं, साथ ही उस
व्यक्ति में समझ के साथ अंकगणितीय परिकलन करने की योग्यता होती है।
*
साक्षरता को प्रभावित करने वाले कारकों के अंतर्गत अर्थव्यवस्था के प्रकार, नगरीकरण,
जीवन स्तर, प्राविधिक विकास स्तर, जातीय संरचना, स्त्रियों की स्थिति, यातायात और संचार
के साधन, एवं सरकारी नीति आदि को सम्मिलित किया जाता है।
*
कार्यशील जनसंख्या के अंतर्गत 15 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के व्यक्तियों को सम्मिलित
किया जाता है। कार्यशील जनसंख्या में, कार्य क्षमता सर्वाधिक रहती है और यह वर्ग विभिन्न
व्यवसायों में कार्यरत रहते हैं।
*
व्यावसायिक संरचना के आधार पर किसी देश की अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान है या औद्योगिक
यह ज्ञात होता है।
*
कार्यशील जनसंख्या मुख्य रूप से चार क्षेत्रों में कार्यरत रहती है :-
(क)
प्राथमिक क्षेत्र : कृषि वानिकी मत्स्य एवं खनन।
(ख)
द्वितीय क्षेत्र : विनिर्माण या उद्योग ।
(ग)
तृतीय क्षेत्र : परिवहन संचार तथा अन्य सेवाएं।
(घ)
चतुर्थ क्षेत्र अनुसंधान तथा वैचारिक विकास से संबंधित कार्य
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. निम्नलिखित में से किस ने संयुक्त अरब अमीरात के लिंगानुपात को निम्न
किया है ?
(क) पुरुष कार्यशील जनसंख्या का चयनित प्रवास
(ख)
पुरुषों की उच्च जन्म दर
(ग)
स्त्रियों की निम्न जन्म दर
(घ)
स्त्रियों का उच्च उत्प्रवास
2. निम्नलिखित में से कौन-सी संख्या जनसंख्या के कार्यशील आयु वर्ग
का प्रतिनिधित्व करती है?
(क)
15 से 65 वर्ष
(ख)
15 से 66 वर्ष
(ग)
15 से 64 वर्ष
(घ) 15 से 59 वर्ष
3. निम्नलिखित में से किस देश का लिंगानुपात विश्व में सर्वाधिक है?
(क) लैटविया
(ख)
जापान
(ग)
संयुक्त अरब अमीरात
(घ)
फ्रांस
4. भारत के नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की संख्या में कमी के कारण
है?
(क)
रहन-सहन की उच्च लागत ।
(ख)
रोजगार के अवसर की कमी
(ग)
सुरक्षा की कमी
(घ) उपर्युक्त सभी
5. पश्चिमी विकसित देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की संख्या
के कम होने के कारण है
(क)
कृषि का मशीनीकरण
(ख)
नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं के रोजगार के अवसर
(ग) क और ख दोनों
(घ)
उपर्युक्त कोई नहीं
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. लिंगानुपात शब्द का परिभाषा दीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के अनुपात को लिंग अनुपात कहा जाता है।
2. विश्व की जनसंख्या का औसत लिंगानुपात कितना है?
उत्तरः
100 स्त्रियों पर 102 पुरुष
3. विश्व में सबसे न्यूनतम लिंगानुपात वाला देश कौन सा है?
उत्तरः
संयुक्त अरब अमीरात (प्रति 100 स्त्रियों पर 311 पुरुष)
4. संयुक्त राष्ट्र संघ का सूचीबद्ध कितने देशों में लिंगानुपात स्त्रियों
के अनुकूल है ?
उत्तर:
139 देशों में लिंगानुपात स्त्रियों के अनुकूल है।
5. जनसंख्या की आयु लिंग संरचना या पिरामिड से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
विभिन्न आयु वर्ग में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या से है।
6. जापान के पिरामिड का संकीर्ण आधार और शुंडाकार शीर्ष क्या दर्शाता
है?
उत्तर:
निम्न जन्म और मृत्यु दरों को दर्शाता है।
7. अनुसंधान सूचना प्रौद्योगिकी और वैचारिक विकास से जुड़े कार्यों
को किंस आर्थिक क्रियाओं के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है ?
उत्तर:
चतुर्थक क्रियाओं के रूप में
8. विश्व में सबसे अधिक नगरीकृत देश कौन सा है?
उत्तर:
ग्रेट ब्रिटेन।
9. कौन सा आयु वर्ग आर्थिक रूप से कार्यशील जनसंख्या का प्रतिनिधित्व
करता है ?
उत्तर:
15 से 59 वर्ष ।
10. विश्व में सबसे अधिक लिंगानुपात किस देश का है?
उत्तर:
लाटविया
11. विश्व का सबसे बड़ा भाषा समूह कौन सा है?
उत्तर:
मंडारिन (चीनी)।
12. 100 प्रतिशत शहरी जनसंख्या वाला देश कौन सा है?
उत्तरः
सिंगापुर ।
13. बाल आयु वर्ग के अंतर्गत किस आयु वर्ग को सम्मिलित किया जाता है
?
उत्तरः
0 से 14 वर्ष ।
14. विश्व में सबसे अधिक प्रजनन दर वाला देश कौन है ?
उत्तर:
नाइजर
15. वर्तमान में विश्व के नगरीय ग्रामीण जनसंख्या का अनुपात कितना है
?
उत्तर:
48:52
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. जनसंख्या संघटन से आप क्या समझते हैं?
उत्तरः
जनसंख्या को आयु, लिंग, निवास स्थान, शिक्षा, जाति, भाषा, धर्म, जीवन प्रत्याशा आदि
के आधार पर वर्गीकृत कर उनकी विशेषताओं का अध्ययन करना ही जनसंख्या संघटन कहलाता है।
जनसंख्या संघटन के माध्यम से हमें यह पता चलता है कि विभिन्न क्षेत्रों की जनसंख्या
की विशेषताएं किस प्रकार की है।
2. आयु संरचना का क्या महत्व है ?
उत्तरः
आयु संरचना विभिन्न आयु वर्गों के लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है। यह जनसंख्या
संघटन का एक महत्वपूर्ण सूचक है। क्योंकि आयु संरचना विभिन्न जनांकिकी तथ्यों के साथ
ही अनेक सामाजिक आर्थिक क्रियाओं को प्रभावित करती है। इसके अन्तर्गत जनसंख्या में
तीन आयु वर्गों के अनुपात का अध्ययन किया जाता है।
3. लिंगानुपात कैसे मापा जाता है ?
उत्तर: जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों के बीच के अनुपात को लिंगानुपात कहा जाता है। विश्व के कुछ देशों में प्रति हजार स्त्रियों पर पुरुषों की संख्या के द्वारा ज्ञात किया जाता है। भारत में लिंगानुपात प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
4. जनसंख्या पिरामिड क्या है ?
उत्तरः
जनसंख्या की आयु लिंग संरचना को दर्शाने वाला ऐसा पिरामिड जिस के बाएं भाग में विभिन्न
आयु वर्गों में पुरुषों का प्रतिशत तथा दाएं भाग में विभिन्न आयु वर्गों में स्त्रियों
का प्रतिशत प्रदर्शित किया जाता है, जनसंख्या पिरामिड कहलाता है। इसे आयु लिंग पिरामिड
भी कहते हैं क्योंकि इसमें मुख्य रूप से आयु व लिंग संरचना को प्रदर्शित किया जाता
है। जनसंख्या पिरामिड मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:-
(क)
विस्तारित होती जनसंख्या का पिरामिड
(ख)
स्थिर जनसंख्या का पिरामिड ।
(ग)
ह्रासमान जनसंख्या का पिरामिड ।
5. साक्षरता दर को परिभाषित करें ।
उत्तर:
भारत में साक्षरता दर का तात्पर्य है 7 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग वाले जनसंख्या जो
पढ़ लिख सकता है और जिसमें समझ के साथ अंकगणितीय परिकलन करने की योग्यता है। किसी देश
में साक्षरता जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक - आर्थिक विकास का सूचक होता है क्योंकि
इससे रहन-सहन के स्तर महिलाओं की सामाजिक स्थिति शैक्षणिक सुविधाओं की उपलब्धता तथा
सरकार की नीतियों का पता चलता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. जनसंख्या के ग्रामीण नगरीय संघटन का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या का ग्रामीण एवं नगरीय विभाजन उनके निवास / आवास के आधार पर होता है। ग्रामीण
और नगरीय जीवन आजीविका एवं सामाजिक दशाओं में एक दूसरे से भिन्न होते हैं। ग्रामीण
और नगरीय क्षेत्रों में आयु, लिंग, संघटन, व्यावसायिक संरचना, जनसंख्या का घनत्व तथा
विकास के स्तर अलग-अलग होते हैं।
सामान्य
रूप से ग्रामीण क्षेत्र में लोग आर्थिक प्राथमिक क्रियाओं जैसे कृषि, पशुपालन, मत्स्य
पालन, आखेट, वानिकी आदि में सलग्न होते हैं। नगरीय क्षेत्र में अधिकांश कार्यशील जनसंख्या
के गैर-प्राथमिक क्रियाओं जैसे उद्योग, परिवहन, व्यापार, परिवहन एवं सेवाओं में सलग्न
होते हैं।
विकसित
देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों की अपेक्षा पुरुषों की संख्या अधिक है,
जबकि नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। विकासशील
देशों जैसे नेपाल पाकिस्तान और भारत जैसे देशों में स्थिति इसके विपरीत है। ग्रामीण
क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या अधिक है, जबकि नगरीय क्षेत्रों में पुरुषों की संख्या
अधिक है।
विकसित
देशों के नगरीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की अधिक संभावनाओं के कारण ग्रामीण
क्षेत्रों से महिलाओं का आगमन के परिणाम स्वरूप यूरोप कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका
के नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की अधिकता है। कृषि कार्य विकसित देशों में अत्यधिक
मशीनीकृत है। यह लगभग पुरुष प्रधान व्यवसाय है, क्योंकि मशीनों को चलाना पुरुषों के
द्वारा होता है। फलस्वरूप यहां ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों की संख्या अधिक है।
एशिया
के नगरीय क्षेत्रों में पुरुष प्रधान प्रवास के कारण लिंगानुपात भी पुरुषों के अनुकूल
है। भारत जैसे देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्यों में महिलाओं की सहभागिता
काफी ऊंची है। अतः महिलाओं की संख्या ग्रामीण क्षेत्र में अधिक देखी जाती है। नगरों
में आवास की कमी रहन सहन की ऊंची लागत नगरों में रोजगार के अवसर की कमी और सुरक्षा
की कमी महिलाओं के गांव से नगरीय क्षेत्रों में प्रवास को रोकती है, अतः नगरों में
महिलाओं की संख्या कम पाई जाती है।
2. आयु पिरामिड के तीन प्रकारों के नाम लिखिए तथा उनका अर्थ स्पष्ट
करें।
उत्तर
: जनसंख्या की आयु लिंग संरचना को दर्शाने वाला ऐसा पिरामिड जिस के बाएं भाग में विभिन्न
आयु वर्गों में पुरुषों का प्रतिशत तथा दाएं भाग में विभिन्न आयु वर्गों में स्त्रियों
का प्रतिशत प्रदर्शित किया जाता है, जनसंख्या पिरामिड कहलाता है। इसे आयु - लिंग पिरामिड
भी कहते हैं क्योंकि इसमें मुख्य रूप से आयु व लिंग संरचना को प्रदर्शित किया जाता
है। जनसंख्या पिरामिड मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं-
(क)
विस्तारित होती जनसंख्या का पिरामिड :- इस प्रकार के पिरामिड में
आधार चौड़ा और शीर्ष क्रमशः पतला होता जाता है। इसका अर्थ यह हुआ कि ऐसे क्षेत्र में
बच्चों की संख्या अधिक, युवाओं की उससे कम और वृद्धों की संख्या सबसे कम होती है। इस
प्रकार का पिरामिड यह दर्शाता है कि मृत्यु दर तथा जन्म दर दोनों अधिक हैं। नाइजीरिया
देश का आप लिंग पिरामिड विस्तारित होती जनसंख्या को दर्शाता है।
(ख)
स्थिर जनसंख्या का पिरामिड :- यह पिरामिड उन विकसित देशों की आयु
लिंग संरचना को प्रदर्शित करता है, जिनमें जन्म दर तथा मृत्यु दर लगभग समान होती है।
जिसके परिणामस्वरूप जनसंख्या स्थिर हो जाती है। यह पिरामिड घंटी के आकार की होता है,
जो शीर्ष की ओर शुंडाकार होता है। ऑस्ट्रेलिया देश की आयु लिंग पिरामिड स्थिर जनसंख्या
को प्रदर्शित करता है।
(ग)
हासमान जनसंख्या का पिरामिड :- यह पिरामिड उन विकसित देशों की आयु
लिंग संरचना को प्रदर्शित करता है, जिनमें जनसंख्या की जन्म दर तथा मृत्यु दर अति निम्न
मिलती है, जिसके कारण जनसंख्या वृद्धि ऋणात्मक हो जाती है।
विश्व
के विकसित राष्ट्रों की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत उच्च मिलता है,
जबकि ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत निम्न मिलता है। विकासशील राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या
का प्रतिशत निम्न तथा ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत उच्च मिलता है। वर्ष 2020 में संपूर्ण
विश्व की जनसंख्या का 56% नगरों में निवास करता है, जबकि ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत
44% है।
3. विश्व के विभिन्न भागों में आयु लिंग में असंतुलन के लिए उत्तरदायी
कारकों तथा व्यावसायिक संरचना की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
आयु लिंग में असंतुलन के लिए उत्तरदायी कारक निम्नलिखित है-
क.
जन्म दरों में भित्रता : विश्व के जिन क्षेत्रों में उच्च जन्म दर
मिलती है उनमे बाल आयु वर्ग 0 से 14 वर्ष का प्रतिशत उच्च रहता है जबकि वृद्ध आयु वर्ग
60 वर्ष से अधिक का प्रतिशत निम्न रहता है। दूसरी ओर विश्व के विकसित राष्ट्रों में
निम्न जन्म दरों के चलते 0 से 14 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों का प्रतिशत कम होता है
तथा वृद्ध आयु का प्रतिशत अपेक्षाकृत अधिक होता है।
ख.
महिला पुरुष मृत्यु दरों में भिन्नता : विश्व के विकासशील देशों
में चिकित्सीय सुविधाओं की कमी होने के कारण शिशु मृत्यु दर तथा मातृत्व मृत्यु दर
अधिक मिलती है। 10 से 14 आयु वर्ग के बच्चों की तथा 15 से 24 आयु वर्ग के महिलाओं की
संख्या कम होती है। 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में विश्व के सभी देशों में महिलाओं की
संख्या पुरुषों से अधिक हो जाती है क्योंकि इस आयु वर्ग में महिला मृत्यु - दर पुरुषों
की तुलना में कम रहती है।
ग.
लिंग चयनात्मक प्रवास : विश्व के विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्रों
से नगरीय क्षेत्रों की ओर 15 से 59 वर्ष के कार्यशील आयु वर्ग में पुरुष प्रधान प्रवास
होता है। अधिकांश नगरों में आवास की कमी, रहन-सहन के उच्च लागत, महिलाओं के लिए रोजगार
के सीमित अवसरों तथा महिलाओं की सुरक्षा की कमी, ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों
में महिला प्रवास को अवरोधित करती है, फलस्वरूप नगरों में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं
की संख्या कम पाई जाती है।
व्यावसायिक
संरचना
कार्यशील
जनसंख्या अर्थात 15 से 59 वर्ष के आयु वर्ग के व्यक्ति की कार्य क्षमता सर्वाधिक होती
है। अधिकांश देशों में कार्यशील जनसंख्या में इसी आयु वर्ग का प्रतिशत सर्वाधिक रहता
है। यह आयु वर्ग कृषि, वानिकी, विनिर्माण, व्यवसाय, परिवहन एवं सेवा में कार्यरत मिलती
है ।
किसी
क्षेत्र की कार्यशील जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना के अध्ययन से यह ज्ञात होता है
कि उस देश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित, उद्योग तथा व्यापार पर आधारित है। इसके अध्ययन
से उस देश के आर्थिक विकास के स्तर की भी जानकारी प्राप्त होती है । प्रदेश का भौतिक
संसाधन व्यवसाय के आधार में सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। भौतिक संसाधनों की प्रकृति
के अनुसार वहां के व्यवसाय आधारित होते हैं, जिस क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधन की प्रकृति
जैसी होती है, वहां का व्यवसाय उसी पर आधारित होता है। समुद्र तटीय क्षेत्रों में मछली
व्यवसाय एवं समुद्र आधारित व्यवसाय होते हैं। सघन वनस्पति वाले क्षेत्र में वन आधारित
उद्योग पाए जाते हैं, फल-फूल तथा जड़ी-बूटी आधारित उद्योग होते हैं। विस्तृत घास क्षेत्र
में पशु पालन का व्यवसाय मिलता है। खनिज क्षेत्रों में खनन तथा उद्योग विकसित होते
हैं । प्राकृतिक संसाधन वहां के व्यवसाय को प्रभावित करती हैं।
विज्ञान
एवं तकनीकी के विकास होने से व्यवसाय में विशिष्टीकरण आने लगता है, जिससे अति विशिष्ट
प्रकार के नवीन व्यवसाय विकसित होने लगते हैं। व्यवसायिक स्तर औद्योगीकरण तथा विशिष्टीकरण
जैसे सभी विकास मिलकर एक नवीन नगरीय संस्कृति को जन्म देती है। इस नवीन नगरीय संस्कृति
में विभिन्न सेवाओं की प्रधानता मिलती है। कार्यशील जनसंख्या विभिन्न प्रकार की सेवाओं
एवं उत्पादन कार्यों में संलग्न है ।
कार्यशील
जनसंख्या निम्नलिखित क्षेत्रों में कार्यरत होती है:
(क)
प्राथमिक क्रियाओं के अंतर्गत कृषि, वानिकी, मत्स्यन तथा खनन आदि क्रिया होते हैं ।
(ख)
द्वितीयक क्रिया के अंतर्गत विनिर्माण शामिल है।
(ग)
तृतीय क्रियाओं के अंतर्गत व्यापार, परिवहन, संचार और अन्य सेवाएं आते हैं ।
(घ)
चतुर्थक क्रियाओं में अनुसंधान सूचना प्रौद्योगिकी और वैचारिक विकास से जुड़े कार्यों
को शामिल किया जाता है।
कार्यशील जनसंख्या का अनुपात किसी राष्ट्र के आर्थिक विकास के स्तर का एक अच्छा सूचक है। आदिम अर्थव्यवस्था वाले देशों की अधिकांश कार्यशील जनसंख्या प्राथमिक क्रियाओं में कार्यरत मिलती है, जिसमें केवल प्राकृतिक संसाधनों के द्वारा आधारित कार्य किए जाते हैं। उद्योगों तथा अवसंरचना से युक्त एक विकसित अर्थव्यवस्था वाले देश में कार्यशील जनसंख्या द्वितीयक, तृतीयक एवं चतुर्थक क्रियाओं में कार्यरत दिखाई पड़ते हैं।
JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
भाग 'अ' मानव भूगोल के मूलभूत सिद्धांत | |
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9 | |
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भाग 'ब'- भारत : लोग और अर्थव्यवस्था | |
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