प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 11
इतिहास (History)
5. बदलती हुई सांस्कृतिक परंपराएं
स्मरणीय तथ्य
☞ रेनेसाँ शब्द का शाब्दिक अर्थ पुनर्जागरण होता है।
☞ 1860 ईस्वी में वर्कहर्ट ने 'द सिविलाइजेशन ऑफ़ द
रेनेसाँ' नामक पुस्तक लिखी
☞ 1341 ईस्वी में पैट्रार्क को राजकवि की उपाधि से सम्मानित
किया गया।
☞ 1453 ईस्वी में कुस्तुंतुनिया के बाइजेंटाइन को ओटोमन
तुर्की ने पराजित किया ।
☞ 1495 ईस्वी में लिओनार्दो द विंची ने "द लास्ट
सपर" चित्र बनाया।
☞ माइकल एंजेलो ने 'सिस्टीन चैपल' की छत पर चित्र बनाया
☞ पैट्रार्क ने इस बात पर जोर दिया की प्राचीन लेखकों की
रचनाओं को अच्छी तरह से पढ़ा जाए।
☞ पैट्रार्क को मानवतावाद का पिता कहा जाता है।
☞ नई संस्कृति को 19वीं शताब्दी के इतिहासकारों ने
मानवतावाद नाम दिया।
☞ फ्लोरेंस इटली के सबसे जीवंत बौद्धिक नगर के रूप में
प्रसिद्ध हुआ और कलात्मक कृतियों के सृजन का केंद्र बन गयाँ।
☞ मानवतावादी मानते थे कि मनुष्य ईश्वर की देन है, लेकिन
इसे अपना जीवन मुक्त रूप से चलाने की पूरी आजादी है।
☞ रेनेसाँ व्यक्ति शब्द का प्रयोग प्रायः उस मनुष्य के लिए
किया जाता है जिनकी अनेक रुचिया हो और उन्हें अनेक हुनर में महारत हासिल हो।
☞ मानवतावादियों ने आधुनिक शब्द का प्रयोग 15 वीं शताब्दी
से शुरू होने वाले काल के लिए किया।
☞ बेल्जियम मूल के एंड्रिआस् वेसेलियस् पादुआ विश्वविद्यालय
में आयुर्विज्ञान के प्राध्यापक थे। इसी समय से आधुनिक शरीर क्रिया विज्ञान का
प्रारंभ हुआ।
☞ पेंटिंग के लिए तेल चित्र का प्रयोग होने लगा।
☞ इतालवी कला का नया रूप यथार्थवाद का समावेश हुआ। यह
परंपरा 19वीं सदी तक चलती रही।
☞ प्रथम मुद्रित पुस्तक बाईबल थी जो गुटेनबर्ग के छापाखाना
में छपा था।
☞ मानवतावादी संस्कृति की विशेषताओं में सबसे प्रमुख है,
मानव जीवन पर धर्म का नियंत्रण कमजोर होना।
☞ सार्वजनिक जीवन में महिलाओं की भागीदारी बहुत सीमित थी और
उन्हें घर परिवार चलाने के रूप में देखा जाता था।
☞ लोरेंजो बल्ला ने अपनी पुस्तक 'ऑनप्लेजर' में भोग विलास
पर लगाई गई ईसाई धर्म की निषेधाज्ञा की आलोचना की।
☞ इसने अनावश्यक कर्मकांड को त्यागने को कहा। ईसाइयों को
अपने पुराने धर्म ग्रंथो के तरीकों से धर्म का पालन करने का आह्वान किया।
☞ मनुष्य को अपना जीवन मुक्त रूप से चलाने की पूरी
स्वतंत्रता है।
☞ पाप स्वीकारोक्ति दस्तावेज की आलोचना की गई।
☞ बाईबल का स्थानीय भाषा में अनुवाद होने से लोगों को यह
पता चला कि धर्म धन लूटने की प्रथाओं की अनुमति नहीं देती है।
☞ यूरोप के किसानों ने चर्च द्वारा लगाए गए
"करों" का विरोध किया ।
☞ राजा भी राजकाज में चर्च के दखलंदाजी से परेशान रहते थे,
अतः उन्होंने भी इसका विरोध किया। मार्टिन लूथर ने कैथोलिक चर्च के विरुद्ध आंदोलन
छेड़ा जिसे प्रोटेस्टेंट सुधारवादी आंदोलन कहा गया।
☞ इग्नियस लोयोला 1540 ईस्वी में 'सोसाइटी ऑफ जीसस' नामक
संस्था की स्थापना की उनके अनुयायी जेसुइट कहलाते थे।
☞ कॉपरनिकस ने बताया कि पृथ्वी सहित सारे ग्रह सूर्य के
चारों ओर परिक्रमा करते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. पुनर्जागरण कालीन स्थापत्य का सर्वश्रेष्ठ
उदाहरण रोम स्थित सेंट पीटर का गिरजाघर था। इसके निर्माण का श्रेय किस वास्तुविद
को दिया जाता है?
a. माइकल एंजेलो
b. ब्रामंते
c. राफेल
d. इनमें से सभी
2. यूरोप में कुस्तुंतुनिया पर तुर्कों की
विजय के समय से आधुनिक युग का आरंभ माना जाता है।
a. 1200 ईस्वी में
b. 1300 ईस्वी में
c. 1453
ईस्वी में
d. 1553 ईस्वी में
3. पुनर्जागरण काल का एक महान वास्तुविद होने
के साथ- साथ एक प्रमुख चित्रकार एवं मूर्तिकार कौन था?
a. राफेल
b. माइकल एंजेलो
c. लिओनार्दो-द-विंची
d. ब्रामंते
4. द लास्ट सपर नमक चित्र किस चित्रकार के
द्वारा बनाया गया?
a माइकल एंजेलो
b लिओनार्दो-द-विंची
c. राफेल
d. इनमें से सभी
5. पुनर्जागरण कालीन प्रमुख मूर्तिकार कौन
थे?
a. डोननेटिलोलो
b. माइकल एंजेलो
c. लिबर्टी
d. इनमें से सभी को
6. आधुनिक युग का पुनर्जागरण युगीन प्रमुख
राजनीतिक चिंतक था
a. दाँते
b. मैक्यावेली
c. हॉब्स
d. इनमें से सभी
7. मोनालिसा किस चित्रकार की रचना है?
a माइकल एंजेलो
b. राफेल
c. लिओनार्दो-द-विंची
d. दाँते
8. कैंटरबरी टेल्स की रचना किसने की?
a. चौसर
b. शेक्सपियर
c. न्यू बर्नार्ड शॉ
d. इनमें से कोई नहीं
9. पुनर्जागरण किस देश से आरंभ हुआ?
a. इंग्लैंड
b. इटली
c. फ्रांस
d. जर्मनी
10. डिवाइन कॉमेडी किसने लिखा?
a. वर्जिल
b. दांते
c. पैट्रार्क
d. सिमरो
11. मानवतावाद का जनक किसे माना जाता है ?
a. पैट्रार्क
b. जियत्रो
c. लिओनार्दो दा
विंची
d. शेक्सपियर
12. यूरोप में आधुनिक युग का प्रारंभ होना
माना है
a. 1455 ईस्वी में
b. 1453 ईस्वी में
c. 1450 ईस्वी में
d. 1451 ईस्वी में
13. तुर्कों से बचकर कई यूनानी विद्वान अपने
ग्रंथो के साथ पहुंचे
a. इटली
b. फ्रांस
c. चीन
d. यूनान
14. थॉमस मोर ने यूटोपिया का प्रकाशन किया
a. 1515 ईस्वी में
b. 1517 ईस्वी में
c. 1516
ईस्वी में
d. 1518 ईस्वी में
15. लूथर ने बाईबिल का जर्मन अनुवाद किया
a.
1522 ई
b. 1525 ई
c.
1521 ई
d. 1518 ई
16. निम्न में से किसे यूरोप का कालिदास कहा
जाता है?
a. रूसो
b. शेक्सपियर
c. दाते
d. लिओनार्दो-द-विंची
17. सौरमंडल के ग्रहों के गति संबंधी
सिद्धांत प्रतिपादित किया
a. मार्कोपोलो
b. विलियम हार्वे
c. कैप्लर
d. मैकियावेली
18. दि पाएटा नामक चरित्र किसकी कृति है?
a. डोनातल्लो
b. वेसेलियस्
c. लिओनार्दो दा विंची
d. माइकल एंजेलो
19. "दि सिविलाइजेशन ऑफ़ द रेनेशां"
नामक पुस्तक की रचना किसने की थी?
a. लियोपोल्ड वॉराके
b. जेकब बर्कहार्ट
c. मार्टिन लूथर
d. पेट्रार्क
20. तुर्कों ने किस वर्ष कुस्तुंतुनिया पर विजय
प्राप्त की?
a. 1200 ई०
b. 1300 ई०
c. 1453 ई०
d. 1553 ई०
21. अरवाकी लुकायों के लोग कहां रहते हैं?
a. ब्राजील में
b. मेक्सिको में
c. कैरेबियाई द्वीप समूह में
d. पेरू मे
22. पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है यह सिद्धांत
किसने प्रतिपादित किया था?
a. कॉपरनिकस
b. गैलीलियो
c. जेबी प्रीस्टले
d. न्यूटन
23. रेनेसाँ का शाब्दिक अर्थ क्या है?
a. पिछला जन्म
b. पुनर्जन्म
c. बुद्धिजीवी
d. अंधकार युग
24. पुनर्जागरण सर्वप्रथम किस देश में आया?
a. जर्मनी
b. फ्रांस
c. इटली
d. ऑस्ट्रेलिया
25. 14 वीं सदी के यूरोप के बारे में जानकारी
के कौन से स्रोत हैं?
a. मूर्तियां
b. चित्र
c. मुद्रित पुस्तक
d. उपरोक्त सभी
26. नवजागरण की विशेषता इनमें से कौन सी है
a. यथार्थवाद की ओर
b. मानववाद
c. तर्क की प्रधानता
d. उपरोक्त सभी
27. नवजागरण आंदोलन के प्रमुख केंद्र का नाम बताइए
a. वेनिस
b. फ्लोरेंस
c. जेनेवा
d. उपरोक्त सभी
28 यूरोप में पुनर्जागरण से इनमें से क्या फायदा
हुए?
a. मानवतावाद का प्रसार से मनुष्य के लिए साहित्य
की रचनाएं तथा कलाकृतियां मुख्य विषय
बन गई।
b. अंधविश्वास का अंत हुआ।
c. आधुनिक विचारों, विज्ञान तथा नए आविष्कारों का
प्रसार हुआ ।
d. उपरोक्त सभी।
29. जैकव वर्कहार्ट किस विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध
इतिहासकार के रूप में जाने जाते थे।
a. स्विट्जरलैंड की बेसल विश्वविद्यालय
b. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
c. दिल्ली विश्वविद्यालय
d. पेरिस विश्वविद्यालय
30. लियोपोल्ड वानराके कौन थे?
a. फ्रांसीसी इतिहासकार
b. जर्मन इतिहासकार
c. पुर्तगाली इतिहासकार
d. उपरोक्त में से कोई नहीं
31. जैकव वर्कहार्ट की प्रसिद्ध पुस्तक का नाम
बताइए?
a. द सिविलाइजेशन ऑफ द रेनेसां इन इटली
b. दि इटली रेनसां
c. सिविलाइजेशन इन इटली
d. उपरोक्त में से कोई नहीं
32. "द सिविलाइजेशन ऑफ द रेनसां इन इटली"
कब प्रकाशित हुई?
a. 1850
b. 1860
c. 1868
d. 1865
33. पेट्रार्क को रोम में राजकवि की उपाधि कब
दी गई थी?
a. 1341 ई०
b. 1346 ई०
c. 1347 ई०
d. 1349 ई०
34. पेट्रार्क का स्थाई निवास नगर कौन सा था?
a. वेनिस
b. फ्लोरेंस
c. जेनेवा
d. उपरोक्त में से कोई नहीं
35. 11वीं सदी में इटली में कौन सी विश्वविद्यालय
विधि शास्त्र के अध्ययन के केंद्र थे।
a. इटालियन विश्वविद्यालय
b. पाडुआ और बोलाविया विश्वविद्यालय
c. विधि शास्त्र विश्वविद्यालय
d. उपरोक्त में से कोई नहीं
36. डिवाइन कॉमेडी के रचनाकार कौन है?
a. रूसो
b. दांते
c. अरस्तु
d. मार्क्स
37. पुनर्जागरण काल में इटली का सबसे प्रसिद्ध
बौद्धिक नगर कौन था?
a. फ्लोरेंस
b. पाडुआ
c. वेनिस
d. रोम
38. फ्लोरेंस की प्रसिदिध में किन लोगों का हाथ
था?
a. दांते और जोटो कलाकार
b. रूसो का
c.
अरस्तु का
d. गांधी जी का
39. जोटो ने किस प्रकार के चित्र बनाए?
a. भावनाओं के चित्र बनाएं
b. जीते जागते रूप चित्र बनाएं
c. ईश्वर के चित्र बनाएं
d. उपरोक्त में से कोई नहीं
40. किन शताब्दियों को अंधकार युग के नाम से जाना
जाता है?
a. 10वीं से 11वीं सदी
b. 11वीं से 12वीं सदी
c. 5वीं से 9वीं सदी
d. 14वीं से 17वीं सदी
41. अरबी भाषा में प्लेटो को किस नाम से जाना
जाता है?
a. खातून
b. अफलातून
c. बुद्धिजीवी
d. उपरोक्त में से कोई नहीं
42. सबसे पहले ह्यूमैनिटीज शब्द का प्रयोग किसने
किया था ?
a अरस्तु
b ओशो
c दांते
d सिसरो
43. हकीमों का शाह किसे कहा जाता है?
a कार्ल मार्क्स को
b एब्न सीना को
c मांटेग्यू को उपरोक्त में से कोई नहीं
d इनमें से कोई नहीं
44. दि पाईटा व डेविड' नामक प्रसिद्ध चित्रों
का निर्माण किसने किया?
a रॉके
b दांते
c माइकल एंजेलो
d उपरोक्त में से कोई नहीं
45. न्यू टेस्टामेंट क्या है?
a चित्र
b एक प्रकार का कर
c बाईबल
का एक खंड
d
मशीनी आविष्कार
46. छापेखाने में सर्वप्रथम कौन पुस्तक छपी थी
?
a कुरान
b बाईबल
c द ट्रुथ
d उपरोक्त सभी
47. 15वीं शताब्दी के दौरान किन-किन परिवारों
में महिलाओं को अधिक महत्व दिया गया?
a व्यापारी
b विद्वान
c कलाकार
d अभिजात वर्ग
48. ग्रेगोरियन कैलेंडर किस पोप द्वारा पेश किया
गया था?
a एवरिस्टस
b पायस प्रथम
c ग्रेगरी-13
d पीटर सेंट
49. यूरोप और चीन के बीच व्यापार की शुरुआत कब
हुई?
a 11वीं सदी में
b 12वीं
सदी में
c 9वीं सदी में
d 10वीं सदी में
50. द प्रिंस नामक पुस्तक किसने लिखी ?
a माइकल एंजेलो ने
b रूसो ने
c दांते ने
d मैक्यावेली ने
51. पुनर्जागरण काल में महिलाओं को शिक्षा प्राप्त
करने के लिए किसने प्रेरित किया किया?
a मार्टिन लूथर
b कसंद्रा फडेल
c इब्न रुशद्
d अरस्तु
52. इब्न रुशद कहां के अरब दार्शनिक थे?
a ब्रिटेन
b जर्मनी
c फ्रास
d स्पेन
53. 'On The Dignity of man' पुस्तक किसके द्वारा
लिखी गई थी?
a जैकव वर्कहार्ट
b लियोपोल्ड
c वानरैंक पेट्रार्क
d पिको डेला मिरांडोला
54. गियोटो कौन था?
a चिकित्सक
b उपदेशक
c राजनीतिज्ञ
d एक कलाकार जिसने आजीवन चित्रांकन किया
55. अमेरिका की खोज कब और किसने की?
a 1492 ईस्वी में कोलंबस ने
b 1501 ईस्वी में मैगलन ने
c 1498 ई० में वास्कोडिगामा ने
d उपरोक्त में से कोई नहीं ।
56. फ्लोरेंस के भव्य गुंबद का परिरूप किस वास्तुकार
ने प्रस्तुत किया?
a गुटेनबर्ग
b फिलिप्पो ब्रुनेलेशी
c माइकल एंजेलो
d जॉनसन मार्क
57. दूरबीन का आविष्कार किसने किया?
a कॉपरनिकस
b न्यूटन
c गैलीलियो
d केप्लर
58. गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत किसने दिया था?
a गैलीलियो
b कॉपरनिकस
c न्यूटन
d केप्लर
59. लंदन में रॉयल सोसाइटी की स्थापना कब हुई?
a 1672 ई.
b 1660 ई.
c 1678 ई.
d 1680 ई.
60. मार्टिन लूथर ने किस नीति का प्रचार किया?
a समाजवादी नीति
b भौतिकवादी नीति
c सुधारवादी
नीति
d सांस्कृतिक नीति
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. यूरोप में आधुनिक युग का आरंभ कब से माना जाता
है?
उत्तर- लॉर्ड एक्टन महोदय के अनुसार 1453 ई माना जाता है।
2. मानवतावाद का जनक किसे कहा जाता है?
उत्तर- पेट्रार्क को।
3. पुनर्जागरण काल का सर्वश्रेष्ठ स्थापत्य क्या
था?
उत्तर- सेंट पीटर का गिरजाघर।
4. पुनर्जागरण काल का सर्वश्रेष्ठ चित्रकार कौन
था?
उत्तर- लिओनार्दो-द-विंची।
5. इटली में पुनर्जागरण कालीन मूर्ति कला का प्रवर्तक
कौन था?
उत्तर- दोनोनेल्लो।
6. रक्त परिसंचरण का सिद्धांत किसके द्वारा प्रस्तुत
किया गया ?
उत्तर- विलियम हार्वे।
7. 'न्यू टेस्टामेंट' क्या है?
उत्तर- न्यू टेस्टामेंट बाइर्बल का एक खंड है।
8. प्रथम मुद्रित पुस्तक कौन थी?
उत्तर- बाईबल ।
9. मानवतावादी संस्कृति का क्या अर्थ है?
उत्तर- मानव जीवन पर धर्म का नियंत्रण कमजोर होना।
10. 'ऑन प्लेजर' नामक पुस्तक किसने लिखा?
उत्तर- लोरेंजो वल्ला
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. 14 और 15वीं शताब्दी में यूनानी और रोमन संस्कृति
के किन तत्वों को पुनर्जीवित किया गया?
उत्तर- 14वीं और 15वीं सदी में यूरोप में परिवर्तन का दौर चल
रहा था। रोम और यूनान भी इससे अछूता नहीं रहा। अब धीरे-धीरे लोगों में रोम और यूनान
की सभ्यता को जानने की जिज्ञासा जागी। लोग धर्म शिक्षा समाज के प्रति अधिक जागरूक हो
गए। नए-नए व्यापारिक मार्ग सामने आए, जिससे यूरोप तथा यूरोप के बाहर खोजने की श्रृंखला
प्रारंभ हुई। जिससे अनेक सांस्कृतिक समूह का पता चला, जिसने इन सभ्यताओं के सभी सांस्कृतिक
तत्वों को पुनर्जीवित कर दिया ।
2. पुनर्जागरण के महत्व का वर्णन करें।
उत्तर- पुनर्जागरण काल में जहां एक और यूरोप में मानवतावादी
अवधारणा का उदय हुआ, वहीं जीवन के प्रति
भौतिकवादी दृष्टिकोण विकसित हआ। अब लोग पारलौकिक सत्ता के स्थान पर लौकिकै सत्ता में विश्वास रखने लगे।
मानव जीवन मध्ययुगीन अंधविश्वासों एवं
संकीर्णताओं से स्वतंत्र हुआ। तथा उसमें बौद्धिक चेतना का विकास हुआ। वैचारिक स्वतंत्रता को बल मिला। पुनर्जागरण
काल के विभिन्न अनुसंधान, वैज्ञानिक
उपलब्धियां, तर्क एवं प्रयोग आधारित चिंतन ने धर्म ग्रंथो के बहुत सारे
व्यर्थ सिद्धांत एवं अवधारणाओं को नकार
दिया।
अतः पुनर्जागरण का महत्व जीवन के प्रत्येक क्षेत्र ज्ञान,
कला एवं विविध पहलुओं में देखा जा सकता
है।
3. मानवतावादी विचारों का अनुभव सर्वप्रथम इतालवी
शहर में क्यों हुआ?
उत्तर- 1453 ईस्वी में तुर्कों द्वारा कस्तुंतुनिया पर अधिकार
कर लेने के उपरांत कई यूनानी विद्वान, दार्शनिक कलाकार इटली पहुंचे। इटली पहुंचने
पर यूनानियों का सहृदय से स्वागत किया गया। यूनानियों ने अपने साहित्य, कला, ज्योतिष
एवं अन्य ज्ञान का प्रसार इटली में किया। कई यूनानी ग्रंथों का लैटिन भाषा में अनुवाद
किया गया। जिसके परिणाम स्वरुप मानवतावादी विषय इटली में पढ़ाए जाने लगे। इस प्रकार
से मानवतावादी विचारों का सर्वप्रथम अनुभव इटली में हुआ।
4. आधुनिक युग के प्रमुख वैज्ञानिक एवं उनकी उपलब्धियां
का उल्लेख करें ।
उत्तर- आधुनिक युग के प्रमुख वैज्ञानिक निम्नलिखित है कॉपरनिकस
इसने प्रमाणित किया कि सौरमंडल का केंद्र सूर्य है। पृथ्वी एक उपग्रह है, जो सूर्य
के चारों ओर चक्कर लगाती है।
केप्लर- इसने
कॉपरनिकस के कार्यों को आगे बढ़ाया। इसने प्रतिपादित किया कि सभी ग्रह सूर्य के चारों
ओर अंडाकार पथ पर घूमते हैं तथा किसी भी ग्रह की गति सूर्य से दूरी पर निर्भर करती
है।
गैलीलियो - इसने पेंडुलम वाली घड़ी का आविष्कार किया। इसने दूरबीन का आविष्कार किया।
न्यूटन- गुरुत्वाकर्षण
के सिद्धांत का प्रतिपादन किया। विलियम हार्वे- रक्त परिसंचरण तंत्र का खोज किया।
5. कुस्तुनतुनिया पर तुर्कों का अधिकार विश्व
इतिहास की प्रमुख घटना क्यों मानी जाती है?
उत्तर- 1453 ईस्वी में कुस्तुंनतुनिया पर तुर्कों के अधिकार
ने पुनर्जागरण में संहर्योग किया। इसके कारण यूरोप का स्थल मार्ग से होने वाला पूर्वी
व्यापार बंद हो गया। जिसने यूरोप वासी को जल मार्ग की खोज हेतु प्रेरित किया परिणाम
स्वरुप अमेरिका की खोज हुई। इसके साथ ही साथ अनेक नए देशों से यूरोप वासी परिचित हुए।
कुस्तुनतुनिया ज्ञान, दर्शन और कला का महान केंद्र था। तुर्कों के अधिपत्य के कारण
वहां के विद्वान दार्शनिक और कलाकार यूरोपीय देशों की ओर पलायन कर गए। उनके इस नवीन
ज्ञान का केंद्र इटली के विभिन्न शहर बन गए। जिसने पुनर्जागरण को एक नई शक्ति एवं ऊर्जा
प्रदान किया।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. 17वीं शताब्दी के यूरोपीय को विश्व किस प्रकार
भिन्न लगा? इसका एक सूचिंतित विवरण दीजिए।
उत्तर- 17वीं शताब्दी की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं जैसे पुनर्जागरण,
आधुनिकीकरण, धर्म सुधार आंदोलन वैज्ञानिक क्रांति, कृषि क्रांति, औदयोगिक क्रांति आदि
ने यूरोप को पूरी तरह से परिवर्तित कर दिया। यदि यूरोपीय लोग 11 वीं सदी के यूरोप के
पश्चात सीधे 17वीं सदी के यूरोप को देखते तो उसे पूरा का पूरा यूरोप भिन्न नजर आएगा।
यह भिन्नता निम्न परिवर्तनों के कारण नजर आती है-
1. सृष्टि का नियंता पहले ईश्वर को माना जाता था, 17 वीं शताब्दी
तक वैज्ञानिक खोजो ने सृष्टि का नियंता प्रकृति को सिद्ध कर दिया।
2. 17वीं शताब्दी तक लोग मानने लगे थे कि सूर्य ब्रह्मांड के
केंद्र में है, पृथ्वी सूर्य के चारों और चक्कर लगाती है एवं अपनी धुरी पर घूमती है।
3. भौगोलिक खोजों जिसमें खासकर अमेरिका और भारत की खोजो ने यूरोपीय
समाज एवं अर्थव्यवस्था में कई परिवर्तन किए।
4. कला एवं साहित्य के विकास ने लोगों में एक ओर कलात्मक अभिरुचि
पैदा की, दूसरी ओर मस्तिष्क की चिंतन शक्ति में वृद्धि हुई। इससे लोगों में जीवन एवं
प्रकृति के प्रति अनुराग एवं उत्साह का वातावरण तैयार हुआ।
5. मानवतावाद की अवधारणा के विकास ने समाज में सामंजस्य की भावना
पैदा की। इस विचारधारा ने आडंबरों एवं धार्मिक अंधविश्वासों पर प्रहार किया।
6. यूरोप का व्यापारिक संबंध एशिया एवं अफ्रीका के साथ स्थापित
हुआ। इसका लाभ यूरोपीय लोगों को हुआ।
2. पुनर्जागरण से आप क्या समझते हैं? कारण, प्रभाव
एवं महत्व का वर्णन करें।
उत्तर- पुनर्जागरण का शाब्दिक अर्थ होता है "फिर से जागना अथवा
फिर से जन्म लेना"। इसका अर्थ है कला एवं ज्ञान का पुनर्जन्म । थॉमस जॉनसन के
अनुसार रेनेसां शब्द का प्रयोग इतिहासकार 14वीं शताब्दी में इटली में कला एवं बौद्धिक
जागरण के संबंध में करते हैं। सीमोंड के अनुसार रेनेशां एक ऐसा आंदोलन था जिसके फल
स्वरुप पश्चिम के राष्ट्र मध्ययुग से निकलकर वर्तमान युग के विचार तथा जीवन पद्धतियों
को ग्रहण करने लेंगे।
कारण:-
1. धर्मयुद्धः ईसाइयों की पवित्र स्थल जेरुसलम को तुर्कों से मुक्त कराने
के लिए, इनके बीच एक दीर्घकालीन धर्म युद्ध चला। जिसके कारण यूरोप वासी पूर्व के एशियाई
देशों की सभ्यता एवं संस्कृति के संपर्क में आए। इससे उनकी बौद्धिक ज्ञान का काफी विस्तार
हुआ। अब ये चर्च की प्रभाव से मुक्त होने लगे और इसी के परिणाम स्वरुप पुनजौगरण संभव
हो सका।
2. व्यापार का अभ्युदयः- धर्म युद्ध के फलस्वरुप पूर्व एवं यूरोप के मध्य व्यापारिक
प्रगति हुई। व्यापार के सिलसिले में व्यापारी विभिन्न देशों के आचार-विचार एवं बौद्धिक
ज्ञान से परिचित हुए। जब यूरोप वापस आए तो साथ में प्रगतिशील ज्ञान एवं विचारों को
भी लाए।
व्यापार के विकास के कारण यूरोपीय देशों में कई नए-नए शहरों
का विकास हुआ। शहर का वातावरण स्वतंत्र था। जिसमे पुनर्जागरण को प्रोत्साहन मिला।
3. कुस्तुनतुनिया की विजयः कुस्तुनतुनिया पर विजय से पुनर्जागरण को बल मिला। कुस्तुनतुनिया
पर तुर्की की विजय के कारण यूरोप का स्थल मार्ग से होने वाला व्यापार बाधित हो गया। अतः
यूरोप वासी नए मार्ग-जल मार्ग की खोज की ओर अग्रसर हुए। जिसके परिणाम स्वरुप
अमेरिका की खोज हुई एवं यूरोप वासी नवीन देश से परिचित हुए।
कुस्तुनतुनिया ज्ञान, दर्शन एवं कला का एक महान केंद्र था।
तुर्कों के अधिपत्य के कारण यहां के विद्वान, दार्शनिक यूरोपीय देशों की ओर पलायन
कर गए। इन विद्वानों के आगमन से इटली के प्रमुख नगर समृद्ध हुए। जिससे पुनर्जागरण
को बल मिला।
4. छापाखाना का आविष्कारः कागज एवं छापेखाने का आविष्कार ने यूरोप में क्रांतिकारी
परिवर्तन ला दिया। पुस्तकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई तथा पुस्तकें सस्ती
हुई। अतः यह आम आदमी के पहुंच में हो गया। जिससे आम जनों में ज्ञान की वृद्धि हुई।
जिससे यूरोप में बौद्धिक चेतना का सर्वाधिक विकास परिलक्षित होता है।
5. स्कालिष्टिक दर्शन का प्रभावः स्कालिष्टिक दर्शन के प्रचार से पुनर्जागरण को काफी बल
मिला। 13वीं शताब्दी में इस दर्शन का काफी प्रचार हुआ। एवेलाई और थॉमस एक्किनस्
इसके प्रवर्तक थे। यह अरस्तु के तर्कशास्त्र और अगस्टाइन के तत्व ज्ञान पर आधारित
था। इसके अनुसार चर्च के धार्मिक सिद्धांतों को क्रमबद्ध किया गया और यूनानी दर्शन
के कुछ सिद्धांतों के आधार पर एक संगठित वैज्ञानिक विचार पद्धति का निर्माण हआ। नव
स्थापित विश्वविद्यालय पेरिस, ऑक्सफोडे तथा इटली के बोलोना ने इस आंदोलन को चलाया
था।
6. मंगोल सामाज्य का प्रभावः मध्य एशिया में स्थापित मंगोल साम्राज्य के शासक कुबलई खान
का दरबार विद्वानों का केंद्र था। मंगलों के राज्यसभा में पोप के दूत, भारत के
बौद्ध भिक्षु, पेरिस, इटली और चीन के दस्तकार, भारतीय गणितज्ञ, ज्योतिषाचार्य आदि
मौजूद थे।
इन संपर्कों से विचारों का आदान-प्रदान हुआ। जिससे ज्ञान की
वृद्धि हई। कुबलई खान के दरबार मैं वेनिसियाई यात्री मार्को पौलो पहुंचा था। उसने
पश्चिम को पूर्व के ज्ञान एवं दर्शन से परिचित करवाया। इसकी यात्रा विवरण को पढ़कर
यूरोप वासी में भी पुनर्जागरण की भावना को बल मिला।
प्रभाव एवं महत्वः-
1. पुनर्जागरण से यूरोप में जहां एक ओर मानवतावादी अवधारणा
का उदय हुआ, वहीं दूसरी ओर जीवन के प्रति भौतिकतावादी दृष्टिकोण विकसित हुआ।
2. मानव जीवन मध्ययुगीन अंधविश्वासों एवं संकीर्णताओं से स्वतंत्र
हुआ और उसमें तर्क, बुद्धि वाद का विकास हुआ।
3. वैचारिक स्वतंत्रता को पुनर्जागरण का आधार स्तंभ माना
जाता है।
4. तर्क एवं बुद्धिवाद ने धार्मिक कर्मकांड की अवधारणा एवं
परंपराओं पर करारा प्रहार किया।
5. पुनर्जागरण कालीन चित्रकारों, मूर्तिकारों एवं वास्तुकरो
ने ऐसी शैलियों को विकसित की जिसमें मानव स्वतंत्रता की झलक दृष्टिगोचर होती है।
6. लैटिन भाषा के एकाधिकार को चुनौती दी गई और लोक भाषाओं
का प्रचार प्रसार हुआ। इससे राष्ट्रीयता की भावना का विकास हुआ।
7. राजनीति के क्षेत्र में पुनर्जागरण ने धर्म को राजनीति
से अलग किए जाने पर जोर दिया अर्थात यथार्थवादी दृष्टिकोण पर बल दिया गया। इस
प्रकार हम देखते हैं कि पुनर्जागरण का प्रभाव मानव जीवन के प्रत्येक पहलू पर दिखता
है और इसी के साथ यूरोप आधुनिक युग में प्रवेश किया।
3. यूरोप में आधुनिक युग की प्रमुख विशेषताओं
का उल्लेख करें।
उत्तर- यूरोप में आधुनिक युग के प्रारंभ को लेकर विद्वानों
के बीच मतभेद है। हालांकि 1453 ईस्वी में कुस्तुनतुनिया पर तुर्की के विजय से
आधुनिक युग का प्रारंभ माना जाता है।
इस युग की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित है:-
1. सामंतवाद का पतनः आधुनिक युग की सर्वप्रमुख विशेषता सामंतवाद का पतन था।
सामंतवादी व्यवस्था में कृषकों की स्थिति दयनीय थी। इस R कारण कृषक विद्रोह
समय-समय पर होते रहते थे। लेकिन बारूद के आविष्कार ने सामंतो की शक्ति को क्षीण कर
दिया। इससे राजाओं की शक्ति में वृद्धि हुई। अब अपनी बढ़ी हुई शक्ति के आधार पर
रौजा ने सामंतवादी व्यवस्था को समाप्त कर उसके स्थान पर शक्तिशाली केंद्रीय शासन
व्यवस्था की शुरुआत की।
2. राष्ट्रीय
राज्यों का उत्थानः रोमन साम्राज्य
का विघटन और शक्तिशाली राष्टीय राज्यों का प्रादुर्भाव आधुनिक युग की सबसे बड़ी
विशेषता re थी। 1450 ई से 1550 ई के बीच पश्चिम यूरोप में फ्रांस इंग्लैंड और
स्पेन जैसी शक्तिशाली राजतंत्र की स्थापना हुई थी। साथ ही साथ सामंतवाद का पतन
होने से पुर्तगाल डेनमार्क, नॉर्वे, स्वीडन जैसे स्वतंत्र राज्य स्थापित हुए।
3. राष्ट्रीयता की भावना का उदयः आधुनिक युग के आगमन से यूरोपीय देशों में राष्ट्रीयता की
भावना प्रबल हुई। सामंतवाद के पतन एवं राष्ट्रीय राज्य की उदय के कारण सत्ता का
केंद्र राजा हो गया। अब राजतंत्र की स्थापना होने लगी। जिससे प्रजा के साथ राजा का
सीधा संपर्क स्थापित हआ। साथ ही साथ राष्ट्रीयता की भावना का भी संचार हुआ।
4. बौदधिक विकासः मध्यकाल को अंधकार काल भी कहा जाता है। इस समय शिक्षा,
ज्ञान, विज्ञान, तर्क एवं बुद्धिवाद का अभाव था। लेकिन कुस्तुंनतुनिया के पतन से
यूनानी विद्वानों का आगमन यूरोप में हआ। अब यूरोप के राज्य यूनानी विद्वानों के
ज्ञान विज्ञान से परिचित हुए और मध्ययुगीन कुरीतियां, धार्मिक विसंगतियां एवं
अंधविश्वासों से बाहर निकलने लगे। जिसके परिणाम स्वरुप यूरोप में नवीन ज्ञान का
संचार हुआ तथा तर्क एवं बुद्धिवाद का उदय हुआ।
5. छापेखाने का आविष्कारः जर्मनी में गुटेनबर्ग के दद्वारा सर्वप्रथम छापेखाने का
आविष्कार किया गया। इससे पुस्तक अधिक संख्या में छपी और सस्ती हो गई। जिससे यह आम
जनता तक पहुंच गई। अब जनसाधारण में इन पुस्तकों की पढ़ने से ज्ञान का संचार हुआ और
उनका बौद्धिक विकास हुआ।
6. धार्मिक आंदोलनः शिक्षा एवं ज्ञान के प्रसार के कारण लोगों में तर्क एवं बुद्धिवाद का विकास
हुआ जिसके कारण अब जनता पोप के आदेशों एवं उपदेशों को आंख मूंद कर मानने के लिए
तैयार नहीं थी। इसी समय में मार्टिन लूथर जैसे धर्म सुधारकों का उदय हुआ। जिसने
पोप की सत्ता को चुनौती दी। जिसके कारण ईसाई धर्म में आंदोलन की शुरुआत हुई।
सुधारवादी
7. मानवतावाद का उदयः- आधुनिक युग की महत्वपूर्ण विशेषताओं में मानवतावाद प्रमुख
है। इसके अंतर्गत मध्ययुगी धार्मिक अंधविश्वासों, दैवीय मामलों एवं मोक्ष की
प्राप्ति के स्थान पर मानव कल्याण एवं व्यवहारिक ज्ञान पर विशेष बल दिया गया ।
8. साम्राज्यवाद का उदयः भौगोलिक खोजो ने उपनिवेशवाद के विस्तार को बढ़ावा दिया।
1492 ई. में कोलंबस ने नई दुनिया की खोज की, जिसका नाम अमेरिका रखा गया। 1498
ईस्वी में पूर्तगाली नाविक वास्कोडिगामा ने भारत की खोज की। इस प्रकार नए-नए
क्षेत्र की खोज होने लगी एवं वहां अपना उपनिवेश स्थापित करने लगे, जिसके परिणाम
स्वरुप साम्राज्यवाद का उदय हआ। साम्राज्यवाद का उदय ने यूरोप में उपनिवेशवाद को
स्थापित करने की होड़ शुरू कर दी।
9. मध्यम वर्ग का उदयः मध्यम वर्ग का उदय आधुनिक युग की एक प्रमुख विशेषता थी। अब
व्यापार एवं उदयोग के विकास से शिक्षा के विकास को बल मिला जिससे आर्थिक रूप से
संपन्न एवं शिक्षित वर्ग का उदय हुआ और इस वर्ग ने राजनीतिक सत्ता में अपनी
भागीदारी सुनिश्चित की।
10. पूंजीवाद का जन्मः- आधुनिक यूरोप में सामंतवाद के स्थान पर पूंजीवाद का उदय
उदय हुआ। पूंजीपतियों ने मजदूरों का अत्यधिक शोषण किया, जिसके कारण पूंजीपति और
मजदूरों के बीच खाई काफी बढ़ गई। लेकिन पूंजीवाद ने यूरोप के विकास को एक नई दिशा
दी।
उपर्युक्त परिवर्तनों से यूरोप में आधुनिक युग का आगमन हुआ।
यहाँ आधुनिकता ने धीरे-धौरे राष्ट्र निर्माण की प्रैक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाई।
JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
अध्या सं. | अध्याय का नाम |
Class XI (History) विश्व इतिहास के कुछ विषय
3. तीन महाद्वीपों में फैला हुआ साम्राज्य
4. इस्लाम का उदय और विस्तार लगभग 570-1200 ई.
6. तीन वर्ग
7. बदलती हुई सांस्कृतिक परंपराएँ