प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
Class - 12
Political Science
अध्याय- 6 अंतर्राष्ट्रीय संगठन
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Question)
1. संयुक्त राष्ट्रसंघ कब अस्तित्व में आया?
a.
1 जनवरी 1945
b.
1 जून 1945
c.
26 जून 1945
d. 24 अक्टूबर 1945
2. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय कहां स्थित है?
a. हेग
b.
लंदन
c.
पेरिस
d.
न्यूयॉर्क
3. वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव
कौन है?
a.
कोजी ए अन्नान
b.
वान की मून
c.
बराक ओबामा
d. एंटोनियो गुटरेश
4. संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में कुल
कितने सदस्य है?
a.
5
b. 15
c.
10
d.
12
5. विश्व व्यापार संगठन की स्थापना कब हुई?
a.
1945
b.
1965
c.
1975
d. 1995
6. भारत संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य कब बना?
a. 1945
b.
1947
c.
1950
d.
1952
7. संयुक्त राष्ट्र संघ का सबसे बड़ा अंग कौन है?
a.
सचिवालय
b. सुरक्षा परिषद
c.
महासभा
d.
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय
8. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का मुख्यालय कहां
है?
a.
मनीला में
b.
पेरिस में
c. वाशिंगटन में
d.
जकार्ता में
9. निम्न में से कौन सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य नहीं है?
a.
फ्रांस
b.
ब्रिटेन
c.
चीन
d. इटली
10. संयुक्त राष्ट्र संघ के कितने अंग है?
a.
2
b.
3
c.
4
d. 6
11. मानव अधिकार परिषद की स्थापना कब हुई?
a. 2006
b.
2009
c.
2008
d.
2005
12. एमनेस्टी इंटरनेशनल का संबंध किससे है?
a. मानव अधिकार
b.
आतंकवाद
c.
लोगों का स्वास्थ्य
d.
आर्थिक विकास
13. क्यूबा संकट किस वर्ष हुआ?
a.
1960
b.
1961
c. 1962
d.
1963
14. वीटो के प्रावधान का फैसला किस सम्मेलन में किया गया?
a. याल्टा
b.
लंदन
c.
सन फ्रांसिस्को
d.
ब्रिटेन
15. परमाणु अप्रसार संधि कब अस्तित्व में आई?
a.
1982
b.
1965
c.
1971
d. 1968
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
1. सुरक्षा अर्थ है? परिषद में निषेधाधिकार अर्थात वीटो का क्या
उत्तर-
सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्य अमेरिका, रूस, ब्रिटेन फ्रांस और चीन को वीटो पावर
प्राप्त है अगर कोई स्थाई सदस्य किसी प्रस्ताव से असमहत हो तो अपने वीटो पावर का इस्तेमाल
कर प्रस्ताव को खारिज या नकार सकता है।
2. संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की नियुक्ति कौन करता है?
उत्तर-
सुरक्षा परिषद की सिफारिश के आधार पर महासभा महासचिव की नियुक्ति करता है।
3. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कितने न्यायाधीश होते हैं और उनका कार्यकाल
कितने वर्षों का होता है?
उत्तर-
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में 15 न्यायाधीश होते हैं और उनका कार्यकाल 9 वर्षों का होता
है।
4. वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्यों की कुल संख्या कितनी
है ?
उत्तर-
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्यों की कुल संख्या 193 है।
5. संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रथम महासचिव कौन थे और वह किस देश के निवासी
थे?
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रथम महासचिव ट्रिगवी ली थे। वे नॉर्वे के निवासी थे।
6. "ह्यूमन राइट्स वाच” क्या है?
उत्तर-
ह्यूमन राइट्स वॉच अमेरिका का सबसे बड़ा गैर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो मानव
अधिकारों की वकालत करता है और उनसे संबंधित अनुसंधान करता है।
7. संयुक्त राष्ट्र संघ के दो उद्देश्य बताएं।
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्र संघ के दो उद्देश्य-
1.
अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की रक्षा करना
2.
सभी राष्ट्रों के बीच समान अधिकारों और आत्म निर्णय के सिद्धांतों के आधार पर मैत्रीपूर्ण
सहयोग का विकास करना।
8. एमनेस्टी इंटरनेशनल" क्या है?
उत्तर-
यह एक गैर-सरकारी संगठन है जो मानव अधिकारों की रक्षा के लिए पूरे विश्व में अभियान
चलाकर मानवाधिकारों से जुड़े प्रतिवेदन तैयार कर प्रकाशित करता है।
9. संयुक्त राष्ट्र संघ के चार प्रमुख अंग के नाम बताएं।
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्र संघ के चार प्रमुख अंग-
1.
महासभा
2.
सुरक्षा परिषद न्याय परिषद
3.
न्याय परिषद
4.
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय
10. संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रधान प्रतिनिधि क्या कहलाता है?
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रधान प्रतिनिधि महासचिव कहलाता है।
11. सैन फ्रांसिस्को सम्मेलन कब हुआ और उसमें कितने राज्य के प्रतिनिधियों
ने भाग लिया था?
उत्तर-
सैन फ्रांसिस्को सम्मेलन 25 अप्रैल 1945 को हुआ था और इसमें 50 राज्यों के प्रतिनिधियो
ने भाग लिया था।
12. विश्व बैंक का मुख्यालय कहाँ है?
उत्तर-
विश्व बैंक का मुख्यालय वॉशिंगटन डी.सी में है।
13. WTO का पूरा नाम क्या है?
उत्तर-
WTO का पूरा नाम विश्व व्यापार संगठन या world Trade organization है।
14. संयुक्त राष्ट्र संघ के पहले अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर-
संयुक्त राष्ट्र संघ के पहले अध्यक्ष ट्रिगवी ली थे।
15. "अंतर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेंसी के दो महत्वपूर्ण कार्य
लिखें।
उत्तर-
1.
यह संगठन परमाण्विक ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने और सैन्य उद्देश्यों
में इसके इस्तेमाल को रोकने की कोशिश करता है।
2.
संगठन के अधिकारी नियमित रूप से विश्व की परमाण्विक सुविधाओं की जांच करते हैं ताकि
नागरिक परमाणु संयंत्रो का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्य के लिए न हो।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. संयुक्त राष्ट्र संघ के क्या उद्देश्य है?
उत्तर-
चार्टर के अनुच्छेद 1 के अनुसार संयुक्त राष्ट्र संघ के निम्नलिखित उद्देश्य हैं-
1.
संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रमुख उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना।
2.
राष्ट्रों के बीच लोगों के समान अधिकारों तथा आत्मनिर्णय के सिधांतों के प्रति सम्मान
पर आधारित मैत्रीपूर्ण संबंधों को विकसित करना तथा विश्व शांति को सुंदर बनाने के लिए
अन्य समुचित उपाय करना।
3.
आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा मानवीय चरित्र की अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं का समाधान
करना तथा मानव अधिकारों व नस्ल, लिंग, भाषा अथवा धर्म के आधार पर भेदभाव के बिना सबके
लिए मौलिक स्वतंत्रताओं को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना ।
4.
इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए विभिन्न राज्यों के कार्यों में सामंजस्य स्थापित करना।
2. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई. एम.एफ.) पर एक लघु निबंध लिखें।
उत्तर-
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष स्थापना 1945 ई. में हुई 1947 ई. में यह संयुक्त राष्ट्र
संघ का एक विशिष्ट अभिन्न अंग बन गया। इसका मुख्यालय अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी
में है। इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुद्रा संबंधी सहयोग को प्रोत्साहन करना
है। यह देशों की मुद्रा संबंधी समस्याओं का समाधान करता है, ताकि उनका भुगतान संतुलन
बना रहे यदि किसी देश की वित्तीय स्थिति डांवाडोल हो रही है तो यह उन्हें अपनी शर्तों
पर ऋण देता है। इस के कुल सदस्यों की संख्या 189 है। लेकिन हर सदस्य के मत का वजन बराबर
नहीं होता है 10 सदस्यों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली कनाडा रूस, सऊदी अरब
और चीन के पास 55% मताधिकार है लेकिन अकेले अमेरिका के पास 17.4% मताधिकार है।
3. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद क्या है?
उत्तर-
सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र संघ का सबसे अधिक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली अंग है यह
संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यपालिका है जिस पर विश्व में अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा
बनाए रखने का दायित्व है। पामर और पार्किनस ने इसे संयुक्त राष्ट्र संघ की कुंजी कहा
है।
सुरक्षा
परिषद में 15 सदस्य होते हैं जिसमें 5 स्थाई और 10 अस्थाई सदस्य होते हैं। ब्रिटेन,
अमेरिका, फ्रांस, रूस और चीन इसके स्थाई सदस्य है। प्रारंभ में सुरक्षा परिषद में अस्थाई
सदस्यों की संख्या 6 थी जिसे 1966 में बढ़ाकर 10 कर दी गई। इन सदस्यों का चुनाव महासभा
द्वारा 2 वर्षों के लिए किया जाता है अपनी अवधि समाप्त होने के बाद कोई भी सदस्य फिर
तुरंत निर्वाचित नहीं हो सकता। महासभा के एक प्रस्ताव के अनुसार अस्थाई सदस्य एक विशेष
फार्मूले के अनुसार चुने जाते हैं एफ्रो एशियाई देशों से पांच, पश्चिमी यूरोप से दो,
पूर्वी यूरोप से एक, तथा लैटिन अमेरिकी देशों से 2 सदस्य चुने जाते हैं। यह भी ध्यान
रखा जाता है कि अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा को बनाए रखने में इनका क्या योगदान रहा
है। साधारण विषयों पर कहीं 9 सदस्यों की सहमति से निर्णय लिए जाते हैं पर महत्वपूर्ण
विषयों में 9 सदस्यों के स्वीकारातमक मतों में पांच स्थाई सदस्यों का मत आवश्यक होता
है यदि एक भी स्थाई सदस्य किसी मामले के विरुद्ध मत देता है तो उस मामले पर निर्णय
नहीं लिया जा सकता है इसे सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों का निषेधाधिकार या वीटो पावर
कहा जाता है।
4. भारत के नागरिक के रूप में सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता
के पक्ष का समर्थन आप कैसे करेंगे अपने प्रस्ताव का औचित्य सिद्ध कीजिए।
उत्तर-
भारत का नागरिक होने के नाते मेरा मानना है कि भारत को सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य
होना चाहिए। इसके समर्थन मैं निम्नलिखित तर्क प्रस्तुत हैं-
1.
भारत संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रारंभिक सदस्यों में से एक है।
2.
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
3.
भारत गुटनिरपेक्ष आंदोलन का अगुवा रहा है और इस आंदोलन ने शीत युद्ध
के समाप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
4.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति अभियानों के लिए कई बार अपनी सेना भेजी है। साथ
ही इन अभियानों में महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका अदा की है।
5.
भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के सिद्धांतों उद्देश्यो, और कार्यों में पूर्ण विश्वास करता
है इसलिए भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्णयों की उपेक्षा या उल्लंघन नहीं करता, चाहे
वह कश्मीर के मामले का ही प्रश्न क्यों ना हो।
6.
भारत विश्व में सर्वाधिक आबादी वाला देश है। यहां विश्व की कुल जनसंख्या का 1/5 भाग
निवास करता है।
7.
भारत की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किए गए शांतिमय कार्यो, वैज्ञानिक अनुसंधानों और
आर्थिक एवं सामाजिक कार्यों में सदैव भागीदारी रही है।
8.
भारत छः बार सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य रह चुका है।
5. संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव के क्या कार्य हैं?
उत्तर-
सचिवालय संयुक्त राष्ट्र संघ का एक महत्वपूर्ण अंग है और इसके अध्यक्ष को महासचिव कहा
जाता है। महासचिव की नियुक्ति सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर महासभा द्वारा 5 वर्षों
के लिए की जाती है। सुरक्षा परिषद के परामर्श पर पांच स्थाई सदस्यों की सहमति आवश्यक
है। महासचिव दोबारा नियुक्त हो सकता है वह सचिवालय का प्रधान होता है और संयुक्त राष्ट्र
संघ के सभी अंगो का महासचिव होता है। महासचिव के कई कार्य हैं जो इस प्रकार हैं-
1.
संयुक्त राष्ट्र संघ के कर्मचारियों की नियुक्ति करता है और उनके वेतन, भत्ते, छुट्टी
आदि के संबंध में नियम बनाता है।
2.
वह अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर नियंत्रण रखता है।
3.
वह संयुक्त राष्ट्रसंघ का बजट तैयार करता है।
4.
महासचिव महासभा व सुरक्षा परिषद की बैठकें बुलाता है तथा उनके निर्णयों को क्रियान्वित
करता हैं।
5.
वह शांति स्थापित करने के लिए सेनाओं का गठन करता है तथा निरीक्षण, नियंत्रण व निर्देशित
करता है।
6.
वह अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय सम्मेलनों में संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रतिनिधित्व
करता है तथा प्रेस व मीडिया के माध्यम से अपने विचारों तथा उपलब्धियों की जानकारी प्रदान
करता है।
7.
वह गंभीर समस्याओं की जांच-पड़ताल करता है और अपने सद्भाव या मध्यस्थता से स्थिति को
संभालते हैं। तथा इस बारे में सुरक्षा परिषद व महासभा को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते
हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. सुरक्षा परिषद के संगठन एवं कार्यों का वर्णन करें।
उत्तर-
सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र संघ का महत्वपूर्ण एवं प्रभावशाली अंग है। यह संयुक्त
राष्ट्र संघ की कार्यपालिका है जिस पर विश्व में अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा बनाए
रखने का दायित्व है। पामर और पार्किनस ने इसे संयुक्त राष्ट्र संघ की कुंजी कहा है।
सुरक्षा
परिषद में कुल 15 सदस्य होते हैं। 5 स्थाई सदस्य और 10 अस्थाई सदस्य। ब्रिटेन अमेरिका
फ्रांस रूस और चीन इसके स्थाई सदस्य हैं प्रारंभ में सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्यों
की संख्या 6 थी
जिसे
1966 में बढ़ाकर 10 कर दी गई। इन सदस्यों का चुनाव महासभा द्वारा 2 वर्षों के लिए किया
जाता है अपनी अवधि समाप्त होने के बाद कोई भी सदस्य फिर तुरंत निर्वाचित नहीं हो सकता।
महासभा के एक प्रस्ताव के अनुसार अस्थाई सदस्य एक विशेष फार्मूले के अनुसार चुने जाते
हैं एफ्रो एशियाई देशों से पांच पश्चिमी यूरोप से दो, पूर्वी यूरोप से एक तथा लैटिन
अमेरिकी देशों से दो सदस्य चुने जाते हैं। यह ध्यान रखा जाता है कि अंतरराष्ट्रीय शांति
व सुरक्षा को बनाए रखने में इनका क्या योगदान रहा है
प्रत्येक
सदस्य को एक मत देने का अधिकार है साधारण विषयों पर कहीं 9 सदस्यों की सहमति से निर्णय
लिए जाते हैं पर महत्वपूर्ण विषयों में 9 सदस्यों को स्वीकारात्मक मतों में पांच स्थाई
सदस्यों का मत आवश्यक होता है। कि यदि एक भी स्थाई सदस्य किसी मामले के विरुद्ध मत
देता हैं तो उस मामले पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है इसे सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों
का निषेधाधिकार (वीटों पावर) कहा जाता है। हर महीने सुरक्षा परिषद के सदस्यों में से
ही परिषद का अध्यक्ष देश के नाम के अंग्रेजी वर्णमाला के प्रथम अक्षर के क्रम के अनुसार
चुना जाता है।
सुरक्षा
परिषद के निम्नलिखित कार्य हैं-
1.
अंतर्राष्ट्रीय शांति व व्यवस्था की स्थापना करना।
2.
ऐसे किसी भी विवाद यह स्थिति की जांच करना जिससे अंतर्राष्ट्रीय शांति को खतरे की संभावना
हो।
3.
झगड़ों के निपटारे के लिए शांतिमय उपायों या समझौतों की शर्तों की सिफारिश करना।
4.
आक्रामक राज्यों के विरुद्ध असैनिक एवं सैनिक कार्रवाई करना और इसके लिए सदस्य राज्यों
से सिफारिश करना।
5.
महासचिव की नियुक्ति के लिए महासभा से सिफारिश करना और महासभा के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय
न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति करना।
6.
राज्यों की राष्ट्रसंघ की सदस्यता के लिए महासभा से सिफारिश करना।
7.
महासभा के साथ मिलकर चार्टर में संशोधन करना।
2. संयुक्त राष्ट्र संघ का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए।
उत्तर-
1945 से अब तक संयुक्त राष्ट्र संघ की गतिविधियों का आलोचनात्मक प्रशिक्षण किया जाए
तो उनके पक्ष व विपक्ष में पर्याप्त सामग्री मिल सकती है। एक ओर निराशावादी थे जिन्होंने
इस संगठन की असफलताओं व दुर्लभताओ पर प्रहार किया तो दूसरी ओर आशावादियों ने राष्ट्र
संघ की उपलब्धियों को सहारा तथा उसके बेहतर भविष्य की कामना की।
पहले
हम इस यह संघ की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को लेते हैं जब 1945 में संयुक्त राष्ट्रसंघ
बना । उस समय चार्टर पर 50 राज्यों ने हस्ताक्षर किये किन्तु धीरे-धीरे इसकी सदस्य
संख्या बढ़ती गई जो 2011 में 193 तक पहुँच गई। जब बार-बार वीटो शक्ति के दुरुपयोग ने
सुरक्षा परिषद् को निष्क्रिय बना दिया तो अचेसन सन्धि योजना ने महासभा को सक्रिय कर
दिया जो शान्ति स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था उदाहरण के लिए स्वेज नहर
व कांगो संघ के संकटमें देखे जा सकते हैं। उपनिवेशवाद के अन्त का अभियान चलता रहा जिससे
इण्डोनेशिया, अल्जीरिया, कैमरून्स टोगोलैंड, टैगानाइका, रुएंडा- उरुंडी तथा नामीबिया
जैसे क्षेत्र स्वतन्त्र राज्य बन गए। ईरान से सोवियत सेनाएँ हट गयी, फिलीस्तीन में
युद्ध विराम हो गया। जब कोरिया की लड़ाई हुई तो सामूहिक सुरक्षा के प्रावधानों का आह्वान
किया गया जिससे यह युद्ध रोका जा सके। 1991 में ऐसी कार्यवाहीसे कुवैत की स्वतन्त्रता
बहाल की गई। 1960 के बाद नयी अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था लाने का अभियान चला जिसने
उत्तर-दक्षिण संवाद का सूत्रपात किया । व्यापार व विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र का
सम्मेलन आयोजित हुआ। दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद नीति की कटु आलोचना हुई जिसके कारण उस
अमानवीय स्थिति का अन्त हुआ। इस अद्भुत विकास ने दुनिया के छोटे व कम महत्वपूर्ण देशों
को अपनी पहचान बनाने का अवसर दिया।
यदि
हम चित्र के दूसरी ओर देखें तो संघ की विफलताओं की लम्बी सूची तैयार की जा सकती है।
शीत युद्ध की चपेट आने के कारण संयुक्त राष्ट्रसंघ को वांछित सफलता नहीं मिली। कोरिया
की लड़ाई रुकी लेकिन वियतनाम की लड़ाई को रोकने में यह संघ विफल रहा। महासभा में गुटबन्दी
शुरू हो गई। 1972 तक उसने साम्यवादी चीन के प्रवेश को असम्भव बनाए रखा तथा महासचिव
की बढ़ती हुई सक्रिय भूमिका की कटु आलोचना की। कश्मीर व फिलिस्तीन की जटिल समस्याएँ
सुलझ न सकीं जिसकी वजह से भारत व पाकिस्तान तथा इजराइल व अरब देशों के बीच युद्ध चलते
रहे। निःशस्त्रीकरण की दिशा में कोई उल्लेखनीय सफलता न मिल सकी। जर्मनी के एकीकरण का
मुद्दा भी लटक गया।
फिर
भी यह जाना चाहिए कि 1945 से विश्व में ऐसे परिवर्तन होते रहे हैं जिन्होंने आशावादी
दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया है। शीतयुद्ध का प्रभाव धीरे-धीरे कम होती गई। दोनों
महाशक्तियां एक दूसरे के निकट आने लगी जिनकी वजह से 1962 का क्यूबा का गंभीर खतरा टला
तथा 1960 में परमाणु अप्रसारण संधि अस्तित्व में आई।
3. महासभा के अधिकार एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
महासभा संयुक्त राष्ट्र संघ का महत्वपूर्ण अंग है जिसमें सभी सदस्यों को समान प्रतिनिधित्व
और मताधिकार प्राप्त है। संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य महासभा के सदस्य होते हैं।
इसमें प्रत्येक सदस्य राज्य को अपने 5 प्रतिनिधि भेजने का अधिकार है लेकिन उनका मत
1 ही होता है। महासभा का साल में एक नियमित अधिवेशन आमतौर पर सितम्बर महीने में तीसरे
मंगलवार को शुरू होता है जो लगभग तीन महीने तक चलता है। बहुमत की राय पर इसकी विशेष
बैठक भी बुलाई जा सकती है। महासभा संयुक्त राष्ट्रसंघ की व्यवस्थापिका सभा है जिसमें
साधारण विषयों पर साधारण बहुमत से और महत्त्वपूर्ण विषयों पर 2/3 बहुमत से निर्णय लिये
जाते हैं। महासभा अपने सदस्यों में से ही प्रति एक वर्ष के लिए अपना सभापति और उपसभापति
चुनती है। परन्तु यह पद सुरक्षा परिषद् के किसी स्थायी सदस्य को नहीं दिया जा सकता
है।
महासभा
के अधिकारी एवं कार्य-
चार्टर
के प्रावधानों के अनुसार महासभा की शक्तियां व कार्य निम्नलिखित है-
1.
चार्टर के अंतर्गत आने वाले किसी भी विषय पर विचार विमर्श करना।
2.
अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा पर खतरे की स्थिति में सुरक्षा परिषद का ध्यान आकर्षित
करना।
3.
सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर महासचिव की नियुक्ति करना।
4.
सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर देशों को संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता प्रदान करना।
5.
निशस्त्रीकरण व शास्त्रों के विनियमन प्रभावित करने वाले सूत्रों पर विचार करना तथा
सुरक्षा परिषद या अपने सदस्यों को ऐसे सूत्रों के बारे में अपनी सिफारिश भेजना।
6.
सामान्य कल्याण या राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को घातक या चार्टर के उद्देश्य
व सिदधांतों का उल्लंघन करने वाली समस्या की उत्पत्ति के कारणों की परवाह ना करते हुए
उसकी शांतिपूर्ण समाधान हेतु सिफारिश करना।
7.
सुरक्षा परिषद के 10 अस्थाई सदस्यों आर्थिक व सामाजिक परिषद के 54 सदस्यों तथा अंतरराष्ट्रीय
न्यायालय के 15 जजों का निर्वाचन करना।
8.
न्याय परिषद, आर्थिक और सामाजिक परिषद, सुरक्षा परिषद एवं अन्य अंगों के कार्यों का
पर्यवेक्षण करना।
9.
संयुक्त राष्ट्र संघ के बजट को मंजूरी देना ।
10. सुरक्षा परिषद के साथ मिलकर चार्टर में संशोधन का अधिकार ।
JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)
विषय सूची
भाग 1 ( समकालीन विश्व राजनीति) | |
भाग 2 (स्वतंत्र भारत में राजनीति ) | |