Class 12 Geography Jac Board 2025 Answer key

Class 12 Geography Jac Board 2025 Answer key

 Class 12 Geography Jac Board 2025 Answer key

झारखण्ड अधिविद्य परिषद्

ANNUAL INTERMEDIATE ΕΧΑΜΙΝΑΤΙΟΝ – 2025

GEOGRAPHY (24.02.2025)

कुल समय : 3 घंटे 15 मिनट

पूर्णांक : 70

सामान्य निर्देश :

1. इस प्रश्न-पुस्तिका में दो भाग भाग-A तथा भाग-B हैं।

2. भाग-A में 25 अंक के बहुविकल्पीय प्रश्न तथा भाग-B में 45 अंक के विषयनिष्ठ प्रश्न हैं।

3. परीक्षार्थी को अलग से उपलब्ध कराई गई उत्तर-पुस्तिका में उत्तर देना है।

4. भाग-A इसमें 25 बहुविकल्पीय प्रश्न हैं जिनके 4 विकल्प (A, B, C तथा D) हैं। परीक्षार्थी को उत्तर-पुस्तिका में सही उत्तर लिखना है। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है। गलत उत्तर के लिए कोई अंक काटा नहीं जाएगा।

5. भाग-B इस भाग में तीन खण्ड खण्ड-A, B तथा C हैं। इस भाग में अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय तथा दीर्घ उत्तरीय प्रकार के विषयनिष्ठ प्रश्न हैं। कुल प्रश्नों की संख्या 23 है।

खण्ड-A - प्रश्न संख्या 26-34 अति लघु उत्तरीय हैं। किन्हीं 7 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है।

खण्ड-B - प्रश्न संख्या 35-42 लघु उत्तरीय हैं। किन्हीं 6 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम 150 शब्दों में दें।

खण्ड-C - प्रश्न संख्या 43-48 दीर्घ उत्तरीय हैं। किन्हीं 4 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का है। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम 250 शब्दों में दें।

6. परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में ही उत्तर दें।

7. जहाँ आवश्यक हो स्वच्छ तथा स्पष्ट रेखाचित्र बनाएँ।

8. परीक्षार्थी परीक्षा भवन छोड़ने के पहले अपनी उत्तर-पुस्तिका वीक्षक को अनिवार्य रूप से लौटा दें।

9. परीक्षा समाप्त होने के उपरांत परीक्षार्थी प्रश्न-पुस्तिका अपने साथ लेकर जा सकते हैं।

भाग - A (बहुविकल्पीय प्रश्न)

प्रश्न संख्या 1 से 25 तक बहुविकल्पीय प्रकार हैं। प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प हैं। सही विकल्प चुनकर उत्तर पुस्तिका में लिखें। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है। 1x25= 25

1. रूको और जाओ' निश्चयवाद सम्बन्धित है

(A) नव-निश्चयवाद से

(B) सम्भववाद से

(C) मानवतावाद से

(D) इनमें से कोई नहीं

2. निम्नलिखित में से कौन से/सा आर्थिक कारक जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करनेवाले कारक हैं ?

(A) खनिज पदार्थों की उपलब्धता

(B) नगरीकरण

(C) औद्योगीकरण

(D) इनमें से सभी

3. 'कोलखोज' सम्बन्धित है

(A) सामूहिक कृषि से

(B) ट्रक कृषि से

(C) उद्यान कृषि से

(D) इनमें से कोई नहीं

4. निम्नलिखित में कौन-सा एक कुटीर उद्योग नहीं है?

(A) टोकरी बनाना

(B) मिट्टी से बर्तन बनाना

(C) कागज उद्योग

(D) रस्सी बनाना

5. पर्यटन है

(A) पंचम क्रियाकलाप

(B) तृतीयक क्रियाकलाप

(C) द्वितीयक क्रियाकलाप

(D) इनमें से कोई नहीं

6. आस्ट्रेलियाई पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग जोड़ता है

(A) सिडनी - पर्थ

(B) वैंकूवर - हैलीफैक्स

(C) सेंट पीटर्सबर्ग - व्लाडिवोस्टक

(D) इनमें से कोई नहीं

7. दो देशों के मध्य व्यापार कहलाता है

(A) अंतर्देशीय व्यापार

(B) बाह्य व्यापार

(C) अंतरराष्ट्रीय व्यापार

(D) द्विपक्षीय व्यापार

8. भारत ने 'उदारीकरण' को किस वर्ष अपनाया था ?

(A) 1991

(B) 1993

(C) 1998

(D) 2001

9. निम्नलिखित में से कौन-सा औद्योगिक नगर है ?

(A) वाराणसी

(B) हरिद्वार

(C) जमशेदपुर

(D) अयोध्या

10. वृत्ताकार प्रतिरूप नगर का विकास होता है

(A) नदी के सहारे

(B) झील के सहारे

(C) पर्वतों पर

(D) मैदानों में

11. हाल के वर्षों में, भारत में सर्वाधिक संख्या किस देश के प्रवासियों की रही ?

(A) पाकिस्तान

(B) बांग्लादेश

(C) नेपाल

(D) भूटान

12. भारत के किस राज्य में साक्षरता दर सबसे कम है ?

(A) पंजाब

(B) केरल

(C) राजस्थान

(D) बिहार

13. परिक्षिप्त बस्तियाँ सम्बन्धित हैं

(A) एकाकी बस्तियों से

(B) सघन बस्तियों से

(C) विखंडित बस्तियों से

(D) इनमें से कोई नहीं

14. निम्नलिखित में से कौन सा/से कॉफी की किस्में हैं ?

(A) अरेबिका

(B) रोबस्ता

(C) लिबेरिका

(D) इनमें से सभी

15. निम्नलिखित में कौन-सा/से भारतीय कृषि की समस्याओं से सम्बन्धित है ?

(A) छोटे खेत

(B) ऋणग्रस्तता

(C) निम्न उत्पादकता

(D) इनमें से सभी

16. जल-समस्या के संभावित कारण हैं

(A) जल का अधिक दोहन

(B) जल प्रदूषण

(C) जल के पुनःचक्रण में कमी

(D) इनमें से सभी

17. भारत में कोयला का सर्वाधिक उत्पादक राज्य कौन-सा है ?

(A) ओडिशा

(B) छत्तीसगढ़

(C) झारखण्ड

(D) कर्नाटक

18. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत के किस राज्य की जनसंख्या सबसे कम है ?

(A) मणिपुर

(B) अरुणाचल प्रदेश

(C) नागालैंड

(D) सिक्किम

19. निम्नलिखित में से कौन-सा अधात्विक खनिज है ?

(A) अभ्रक

(B) कोयला

(C) चूना पत्थर

(D) इनमें से सभी

20. टाटा लौह तथा इस्पात कम्पनी (टिस्को) स्थित है

(A) राँची में

(B) जमशेदपुर में

(C) बोकारो में

(D) धनबाद में

21. भारतमाला परियोजना निम्नलिखित में से किससे सम्बन्धित है ?

(A) राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण

(B) बंदरगाहों का आधुनिकीकरण

(C) रेलवे का आधुनिकीकरण

(D) इनमें से कोई नहीं

22. भारत में रंगीन टेलीविजन की शुरुआत कब हुई ?

(A) 1982

(B) 1992

(C) 2002

(D) 2022

23. निम्नलिखित में से कौन सा/से लौह-इस्पात उद्योग से सम्बन्धित है ?

(A) टाटा लौह तथा इस्पात कम्पनी

(B) राउरकेला इस्पात संयन्त्र

(C) भिलाई इस्पात संयन्त्र

(D) इनमें से सभी

24. एयर इंडिया सम्बन्धित है

(A) इंटरनेट से

(B) उपग्रह से

(C) वायुमार्ग से

(D) राजमार्ग से

25. निम्नलिखित में से कौन भारत में मलिन बस्तियों की प्रमुख समस्या है ?

(A) मूलभूत आवश्यकताओं की कमी

(B) अत्यधिक भीड़-भाड़

(C) नशीले पदार्थों का उपभोग

(D) इनमें से सभी

भाग-B (विषयनिष्ठ प्रश्न)

Section-A (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)

किन्हीं सात प्रश्नों के उत्तर दें। 1x7= 7

26. कर्तन और दहन कृषि' से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर प्रारम्भिक जीविका निर्वाह कृषि जिसमें वनस्पति को काटकर जला दिया जाता है उससे बनी राख मिट्टी में मिला देते हैं और उस पर खेती करते हैं।

27. कुटीर उद्योग के दो उदाहरण बताइए ।

उत्तर – 1. हथकरघा उद्योग और 2. वस्त्र और कपड़ा उद्योग

28. पर्यटन क्या है ?

उत्तर – पर्यटन तृतीयक क्रियाओं के अंतर्गत शामिल किया जाता है। पर्यटन एक ऐसी यात्रा होती है जो व्यापार के बजाय आमोद प्रमोद अथवा मनोरंजन के उद्देश्य से की जाती है।

29. निर्यात से क्या अभिप्राय है ?

उत्तर विदेशों में भेजी या बेची जाने वाली वस्तुओं तथा सेवाओं को निर्यात कहा जाता है।

30. "प्रवास" को परिभाषित करें ।

उत्तर – संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार, "प्रवसन एक प्रकार से भौगोलिक स्थान परिवर्तन अथवा स्थानिक प्रवासिता है जो एक भौगोलिक इकाई और दूसरी भौगोलिक इकाई के बीच देखने को मिलती है जिनमें रहने और पहुँचने का स्थान दोनों बदल गये होते हैं। इस प्रकार का आवास-प्रवास स्थायी होता है क्योंकि इसमें मानव का निवास स्थान स्थायी रूप में बदल जाता है।"

31. वायु प्रदूषण का कोई एक स्रोत लिखिए ।

उत्तर – जीवाश्म ईंधन दहन: कोयला और तेल जैसे जीवाश्म ईंधनों का बिजली उत्पादन के लिए दहन किया जाता है तथा सड़क पर परिवहन के कारण नाइट्रोजन और सल्फर डाई-ऑक्साइड जैसे वायु प्रदूषक उत्पन्न होते हैं। 

32. गैरीसन (छावनी) नगर से क्या अभिप्राय है ?

उत्तरगैरिसन नगर या छावनी नगर की स्थापना सैन्य सम्बन्धी कार्यों के सम्पादन हेतु की जाती है। इन नगरों को कैण्ट या कैण्टोनमेन्ट भी कहा जाता है। इन नगरों में सैनिक अभ्यास, प्रशिक्षण, कार्यालय तथा सेना सम्बन्धी अन्य कार्य मुख्य रूप से किए जाते हैं। अंबाला, जालंधर, महू, बबीना तथा ऊधमपुर भारत के प्रमुख गैरिसन नगर हैं।

33. रबी की फसलें क्या हैं तथा ये किस ऋतु की फसलें हैं ?

उत्तर – शीत ऋतु (अक्टूबर से मार्च) में उगाई जाने वाली फसलें रबी फसलें कहलाती हैं। रबी फसलों के उदाहरण गेहूं, चना, मटर, सरसों और अलसी हैं।

34. जीवन प्रत्याशा क्या है ?

उत्तर – जीवन प्रत्याशा किसी व्यक्ति के औसत जीवनकाल का सांख्यिकीय माप है

Section – B (लघु उत्तरीय प्रश्न)

किन्हीं छः प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम 150 शब्दों में दें। 3x6-18

35. संचार सेवाएँ क्या हैं ? यह किस प्रकार पूरे विश्व को प्रभावित कर रहा है ?

उत्तर प्रेषक एवं प्राप्तकर्ता के बीच संदेशों के आदान-प्रदान के माध्यम को सामान्यतया संचार प्रणाली कहा जाता है। वर्तमान वैज्ञानिक युग में मानव ने संचार के विभिन्न माध्यमों का विकास कर लिया है।

संचार प्रणाली के महत्वपूर्ण माध्यम टेलीग्राफ, फैक्स, दूरभाष, टेलीविजन, रेडियो, समाचार पत्र-पत्रिकाएं, मोबाइल सेवा, इंटरनेट आदि।

संचार सेवाओं ने पूरे विश्व को कई तरह से प्रभावित किया है:

1. वैश्विक संपर्क: संचार सेवाओं ने दुनिया भर के लोगों को एक दूसरे से जुड़ने में सक्षम बनाया है। इसने वैश्विक व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया है।

2. सूचना का प्रसार: संचार सेवाओं ने सूचना के प्रसार को तेज और आसान बना दिया है। लोग अब दुनिया भर की घटनाओं के बारे में तुरंत जान सकते हैं।

3. आर्थिक विकास: संचार सेवाओं ने आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है। इसने नए व्यवसायों और उद्योगों के विकास को सक्षम बनाया है और रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।

4. सामाजिक परिवर्तन: संचार सेवाओं ने सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा दिया है। इसने लोगों को अपने विचारों को साझा करने, सामाजिक आंदोलनों में भाग लेने और राजनीतिक परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान किया है।

5. शिक्षा और ज्ञान: संचार सेवाओं ने शिक्षा और ज्ञान के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ऑनलाइन शिक्षा, डिजिटल पुस्तकालय और शैक्षिक संसाधनों की उपलब्धता ने लोगों को ज्ञान प्राप्त करने के नए अवसर प्रदान किए हैं।

6. सांस्कृतिक आदान-प्रदान: संचार सेवाओं ने विभिन्न संस्कृतियों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है। लोग अब दुनिया भर की कला, संगीत, साहित्य और अन्य सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों का आनंद ले सकते हैं।

7. मनोरंजन: संचार सेवाएं मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गई हैं। टेलीविजन, रेडियो, इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से लोग विभिन्न प्रकार के मनोरंजन का आनंद लेते हैं।

36. वायु परिवहन के तीन लाभ लिखिए ।

उत्तर – लम्बी दूरी कम समय में पूरी करने के लिए वायु परिवहन सर्वाधिक उपयुक्त परिवहन साधन है। परिवहन के क्षेत्र में वायु परिवहन का लाभ निम्नलिखित कारणों से है-

(i) वायु परिवहन अन्य परिवहनों की तुलना में यद्यपि महँगा है, लेकिन यह सभी परिवहनों में तीव्रतम है।

(ii) तीव्रतम साधन होने के कारण यह लम्बी दूरी की मात्रा के लिए सबसे लोकप्रिय परिवहन साधन है।

(iii) इसके द्वारा मूल्यवान व हल्की वस्तुओं को कम समय में लम्बी दूरियों तक भेजा जा सकता है।

(iv) पर्वतीय क्षेत्र, हिम क्षेत्र तथा मरुस्थलीय भागों को वायु परिवहन द्वारा बिना किसी अवरोध के पार किया जाता है तथा ऐसे क्षेत्रों में वायु परिवहन ही परिवहन का एकमात्र विकल्प है।

37. वर्षा जल संग्रहण के तीन लाभ लिखिए ।

उत्तर- वर्षा जल संग्रहण के लाभ निम्नलिखित हैं-

(i) वर्षा जल-संग्रहण पानी की उपलब्धता को बढ़ाता है।

(ii) भूमिगत जल स्तर को नीचा होने से रोकता है।

(iii) भूमिगत जल की गुणवत्ता को बढ़ाता है।

(iv) मृदा अपरदन को नियन्त्रित करता है।

38. सघन बस्तियों की विशेषताओं का वर्णन कीजिए ।

उत्तर ग्रामीण भारत में सघन अधिवासों की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

(i) सघन बस्तियाँ उन क्षेत्रों में मिलती हैं जहाँ मनुष्य सामाजिक दृष्टि से अपने पूरे समाज के साथ मिलकर रहना पसन्द करता है।

(ii) उपजाऊ मिट्टी, समतल मैदानी भाग तथा पर्याप्त जलापूर्ति वाले क्षेत्र सघन बस्तियों के बसाव के आदर्श क्षेत्र होते हैं। इन्हें गुच्छित बस्तियाँ भी कहा जाता है।

(iii) सघन बस्तियाँ मुख्यतः पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान का नहरी क्षेत्र एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मिलती हैं। गाँव के घर मिट्टी की दीवारों से बने होते हैं।

(iv) इन गाँवों की व्यवस्था और प्राथमिक व्यवसायों सम्बन्धी कार्यों के लिए सहयोग की आवश्यकता पड़ती है। अतः समूह में रहना आवश्यक-सा हो गया है।

(v) सतलज, यमुना और गंगा-यमुना के मैदानों में दूर-दूर तक फैली सघन बस्तियाँ मिलती हैं। इसका मुख्य कारण प्राकृतिक कम और सामाजिक व सुरक्षात्मक अधिक है। ऐसे गाँवों में कारीगर अथवा कृषक समस्त आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।

39. तृतीयक आर्थिक क्रियाओं की विशेषताओं को लिखें ।

उत्तर   तृतीयक आर्थिक क्रियाओं की विशेषताएंः

1. तृतीयक क्रियाओं को सेवा क्षेत्र भी कहा जाता है।

2. ये क्रियाएं प्राथमिक और द्वितीयक क्षेत्रों को सेवाएं मुहैया कराती है।

3. इनमें भुगतान के बदले कुशल पेशेवरों द्वारा दी जाने वाली सेवाएं शामिल है।

4. इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून, शासन, मनोरंजन, यातायात, व्यापार, बैंकिंग, बीमा वगैरह शामिल है।

5. इनमें विशेष कौशल, सैद्धांतिक ज्ञान, और व्यावहारिक प्रशिक्षण की ज़रूरत होती है

6. विकसित अर्थव्यवस्थाओं में ज़्यादातर श्रमिक तृतीयक क्षेत्र में काम करते हैं

7. साक्षरता और तकनीकी प्रगति के साथ, ज़्यादा लोग रोज़गार की तलाश में तृतीयक क्षेत्र की ओर आ रहे हैं

40. कार्यशील जनसंख्या की मुख्य विशेषताओं का वर्णन करें ।

उत्तर – कार्यशील जनसंख्या की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

1. आयु सीमा : यह आमतौर पर 15-64 वर्ष के लोगों को शामिल करती है, जो कानूनी रूप से काम करने के योग्य माने जाते हैं। कुछ देशों में यह सीमा भिन्न हो सकती है (जैसे, सेवानिवृत्ति आयु 65+ वर्ष)।

2. रोजगार की स्थिति : इसमें वे लोग शामिल होते हैं जो वर्तमान में नौकरी में हैं या सक्रिय रूप से रोजगार की तलाश कर रहे हैं। बेरोजगारी दर इसका प्रमुख संकेतक है।

3. शिक्षा और कौशल : कार्यबल की शैक्षिक योग्यता, तकनीकी कौशल, और प्रशिक्षण उनकी रोजगार क्षमता और नौकरी के प्रकार को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, उच्च शिक्षित लोग सेवा क्षेत्र में अधिक सक्रिय हो सकते हैं।

4. आर्थिक क्षेत्रों में वितरण : कार्यबल का कृषि, उद्योग, और सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में वितरण। विकसित अर्थव्यवस्थाओं में सेवा क्षेत्र प्रभावी होता है, जबकि विकासशील देशों में कृषि प्रधान हो सकता है।

5. भौगोलिक वितरण : शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यबल का संतुलन। शहरीकरण और प्रवासन इस पर प्रभाव डालते हैं।

6. जनसांख्यिकीय संरचना : लिंग अनुपात (महिला और पुरुष श्रमिकों का अनुपात), आयु विविधता (युवा vs वरिष्ठ कर्मचारी), और स्वास्थ्य स्तर जैसे पहलू।

7. श्रम भागीदारी दर : कार्य करने योग्य आयु वर्ग के लोगों का वह प्रतिशत जो कार्यबल का हिस्सा है। यह सांस्कृतिक और आर्थिक कारकों से प्रभावित होता है।

8. उत्पादकता : प्रति श्रमिक उत्पादन क्षमता, जो प्रौद्योगिकी, शिक्षा, और संसाधनों पर निर्भर करती है। विकसित देशों में उत्पादकता अधिक होती है।

9. श्रम गतिशीलता : श्रमिकों का पेशेवर या भौगोलिक रूप से स्थानांतरित होने की क्षमता। यह श्रम बाजार के लचीलेपन को दर्शाता है।

10. कानूनी और संस्थागत ढाँचा : श्रम कानून, न्यूनतम मजदूरी, ट्रेड यूनियन, और सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ कार्यबल के अधिकारों और स्थितियों को निर्धारित करती हैं।

11. अनौपचारिक रोजगार : कई देशों में बड़ी संख्या में श्रमिक अनौपचारिक क्षेत्र (बिना सरकारी पंजीकरण या सुरक्षा) में कार्यरत होते हैं, जैसे छोटे व्यवसाय या दैनिक मजदूरी।

12. रोजगार का प्रकार : पूर्णकालिक, अंशकालिक, अस्थायी, या स्वरोजगार जैसे रोजगार के विभिन्न स्वरूपों का मिश्रण।

41. भारत में ग्रामीण से नगरीय प्रवास के कारणों का उल्लेख करें ।

उत्तर - भारत के कुल आन्तरिक प्रवास का लगभग 24 प्रतिशत भाग ग्राम से नगरों की ओर होता है। यह प्रवास मुख्यतया पुरुष प्रधान होता है। ग्राम से नगर की ओर प्रवास के लिए कई आकर्षक तथा प्रत्याकर्षक कारक उत्तरदायी हैं।

इनमें निम्नलिखित कारक महत्वपूर्ण हैं-

(i) ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती जनसंख्या तथा घटती कृषि जोतों से उत्पन्न बेरोजगारी।

(ii) नगरों में रोजगार के अपेक्षाकृत अधिक अवसरों का होना।

(iii) ग्रामीण क्षेत्रों में असुरक्षा का होना।

42. नगरीय बस्तियों की समस्याओं का वर्णन कीजिए ।

उत्तर - नगरीय बस्तियों की प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं

1. मलिन बस्तियों में वृद्धि - बड़े नगरों का आकार मुख्यतः ग्रामीण जनसंख्या का नगरों की ओर प्रवास है। ये लोग रोजगार की तलाश में नगरों की ओर प्रस्थान करते हैं। नगर में अनियमित, अनियोजित तथा अनियन्नित रूप से मलिन बस्तियाँ बनने लगती हैं। बड़े नगरों में यह समस्या विशेष रूप से उत्पन्न हो जाती है।

2. नगरीय विस्तार - जैसे ही नगरों की जनसंख्या बढ़ती है वे चारों ओर बाहर की ओर फैलते हैं और कृषि योग्य भूमि का हरण करते हैं। वृहद नगरों के आस-पास उपनगर बन जाते हैं। इस तरह नगर और अधिक विस्तृत हो जाते हैं।

3. सुगम यातायात की समस्या नगरों में अनियमित बस्तियों के फैलाव से अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं। इनमें से एक प्रमुख समस्या सुगम यातायात की समस्या भी है। नगरों में बढ़ती भीड़ को परिवहन की आवश्यकता होती है, जिससे यातायात प्रभावित हो जाता है।

4. प्रदूषण - नगरों के अनियमित तथा अनियोजित विकास से विभिन्न प्रकार के प्रदूषणों का विकास होता है।

5. अन्य समस्याएँ - उपर्युक्त समस्याओं के अलावा नगरीय बस्तियों में कुछ अन्य समस्याएँ भी पायी जाती हैं, जैसे-सीवर प्रणाली, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, बेरोजगारी, सामाजिक प्रदूषण आदि।

Section – C (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अधिकतम 250 शब्दों में दें। 5 x 4 = 20

43. भारत में लौह-इस्पात उद्योग की अवस्थिति को निर्धारित करने वाले कारकों की व्याख्या कीजिए ।

उत्तर - उद्योग हर जगह पर विकसित नहीं हो पाते। उनकी स्थापना ऐसे स्थानों पर की जाती है जहाँ उत्पाद के निर्माण और विक्रय पर लागत कम-से-कम आए और अधिक-से-अधिक लाभ हो। ऐसी अवस्थिति का चयन काफी सोच-विचार के उपरान्त किया जाता है। किसी भी उद्योग की अवस्थिति अनेक प्रकार के कारकों द्वारा नियन्त्रित होती है।

उद्योगों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं

1. बाजार - उद्योगों की स्थापना में सबसे महत्त्वपूर्ण कारक उसके द्वारा उत्पादित माल के लिए उपलब्ध बाजार का होना है। बाजार से अभिप्राय उस क्षेत्र से होता है जहाँ तैयार माल की माँग हो और वहाँ के निवासियों में उन वस्तुओं को खरीदने की क्षमता भी हो।

2. कच्चे माल की प्राप्ति- उद्योग के लिए कच्चा माल अपेक्षाकृत सस्ता एवं आसानी से परिवहन योग्य होना चाहिए। कच्चे माल के स्रोत के समीप स्थित होने वाले उद्योग हैं ह्रासमान भार वाले कच्चे माल का प्रयोग करने वाले उद्योग, जैसे-चीनी उद्योग। भारी कच्चा माल प्रयोग करने वाले उद्योग, जैसे-लौह-इस्पात उद्योग। कच्चे माल का भार कम होने वाले उद्योग, जैसे-ताँबा उद्योग। शीघ्र नष्ट होने वाले कच्चे माल पर आधारित उद्योग, जैसे-दुग्ध पदार्थ, डिब्बाबन्द फल आदि

3. शक्ति के साधन- वे उद्योग जिन्हें अधिक शक्ति की आवश्यकता है, शक्ति स्रोतों के समीप ही लगाए जाते हैं, जैसे-ऐलुमिनियम उद्योग।

4. श्रम आपूर्ति - कम्प्यूटरों के बढ़ते उपयोग, यन्त्रीकरण, स्वचालन एवं औद्योगिक प्रक्रिया के लचीलेपन के कारण उद्योगों की श्रमिकों पर निर्भरता थोड़ी कम हुई है। फिर भी औद्योगिक विकास के लिए उचित वेतन पर सही श्रमिकों का महत्त्व आज भी बना हुआ है।

5. परिवहन एवं संचार की सुविधा- कच्चे माल को कारखाने तक लाने के लिए और उत्पादित माल को खपत केन्द्रों तक पहुँचाने के लिए तीव्र और सक्षम परिवहन सुविधाएँ उद्योगों की अवस्थिति के लिए अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कारक हैं। उद्योगों के लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान एवं प्रबन्धन के लिए संचार की महत्त्वपूर्ण आवश्यकता होती है।

6. सरकारी नीति- सरकारी नीति में उद्योगों के अवस्थितिकरण को प्रभावित करने वाली महत्त्वपूर्ण कारक

उपर्युक्त सभी कारक सम्मिलित रूप से किसी उद्योग की अवस्थिति को प्रभावित व नियन्त्रित करते हैं।

44. भारत में सड़क परिवहन को परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में अधिक उपयोगी क्यों माना जाता है ?

उत्तर- भारत का सड़क जाल विश्व के विशालतम सड़क जालों में से एक है। इसकी कुल लम्बाई 63.6 लाख किमी है। यहाँ प्रतिवर्ष सड़कों द्वारा लगभग 87 प्रतिशत यात्री तथा 60 प्रतिशत भार यातायात का परिवहन किया जाता है। छोटी दूरियों की यात्रा के लिए सड़क परिवहन अपेक्षाकृत अनुकूल होता है। भारत के आर्थिक विकास में सड़कों की भूमिका निम्नलिखित क्षेत्रों में उल्लेखनीय है-

(i) सड़कों के विकास ने गहन व विस्तृत कृषि को सम्भव बनाया है। साथ ही कृषि उपजों की गंतव्य स्थलों तक सुलभ पहुँच ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

(ii) सड़कें श्रमिकों के आवागमान में सहायक बनकर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान कराती है।

(iii) सड़कें प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग तथा वितरण में सहायक होती है।

(iv) सड़कों के विकास से देश में औद्योगिक विकास को पर्याप्त प्रोत्साहन मिला है।

(v) सड़कें अतिरिक्त माल को खपत के केन्द्रों तक ले जाकर मूल्य वृद्धि पर नियन्त्रण लगाती है।

(vi) सड़कों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की शीघ्र नष्ट होने वाली वस्तुओं; जैसे-दूध, सब्जी, फल, मछली आदि को खपत के क्षेत्रों तक शीघ्रता से पहुँचाया जाता है।

(vii) सड़कें, रेलमार्ग, वायुमार्ग एवं जलमार्गों तक यात्री एवं माल पहुँचाकर उनका पोषण करती हैं।

(viii) सड़कें पर्यटकों को उनकी मंजिल तक पहुँचाकर पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देती है।

45. कार्यों के आधार पर नगरों का वर्गीकरण कीजिए ।

उत्तर- केन्द्रीय कार्यों को सम्पादित करने के अतिरिक्त भारत के अनेक नगर कुछ विशिष्ट प्रकार के कार्यों के कारण जाने जाते हैं। उन्हीं विशिष्ट कार्यों की प्रधानता के कारण भारत के नगरों को नौ वर्गों में रखा गया है-

(i) प्रशासनिक नगर- उच्च क्रम के प्रशासनिक मुख्यालय जिनमें प्रशासनिक कार्यों की प्रधानता मिलती है, प्रशासनिक नगर की श्रेणी में आते हैं। इनमें राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों की राजधानियाँ प्रमुख रूप से सम्मिलित हैं। उदाहरण के लिए चण्डीगढ़, लखनऊ, नई दिल्ली, श्रीनगर, भोपाल, जयपुर, पटना, गाँधीनगर तथा चेन्नई आदि।

(ii) औद्योगिक नगर- ऐसे नगर जिनमें उद्योग प्रमुख संचालित बल के रूप में कार्य करते हैं, औद्योगिक नगरों की श्रेणी में आते हैं। उनमें से कुछ औद्योगिक नगर ऐसे भी होते हैं जिनमें किसी एक विशेष प्रकार के उद्योग का विकास देखने को मिलता है। मुम्बई, कानपुर, अहमदाबाद, सलेम, कोयम्बटूर मोदीनगर, जमशेदपुर, हुगली, भिलाई तथा राउरकेला इस श्रेणी के प्रमुख नगर हैं।

(iii) व्यापारिक नगर- ऐसे नगर जिसके द्वारा किये जाने वाले केन्द्रीय कार्यों में व्यापार तथा वाणिज्य की प्रधानता होती है, व्यापारिक नगर की श्रेणी में आते हैं। कोलकाता, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, हाथरस तथा सतना इस श्रेणी के प्रमुख भारतीय नगर हैं।

(iv) परिवहन नगर - ऐसे नगर जिनमें परिवहन सेवाएँ सर्वप्रमुख केन्द्रीय कार्य होते हैं, वे परिवहन नगर की श्रेणी में आते हैं। इनमें देश के सभी बन्दरगाह नगर (मुम्बई, मारमागाओ, कान्दला, व कोच्चि आदि) तथा आन्तरिक परिवहन के केन्द्र (जैसे - भुसावल, मुगलसराय, टूण्डला, इटारसी, कटनी तथा सिलीगुड़ी) सम्मिलित हैं।

(v) खनन नगर- इस श्रेणी के नगर खनिज सम्पन्न क्षेत्रों में विकसित होते हैं तथा इन नगरों के केन्द्रीय कार्यों में खनन कार्य सर्वाधिक महत्वपूर्ण होते हैं। भारत में अंकलेश्वर, सिंगरौली, झरिया, रानीगंज, गिरडीह तथा डिगबोई प्रमुख खनन नगर हैं।

(vi) गैरीसन छावनी नगर- इस प्रकार के नगरों का विकास सैनिक छावनियों के रूप में होता है। अम्बाला, लेन्सडाउन, जालन्धर, महू, बबीना तथा ऊधमपुर इस श्रेणी के प्रमुख नगर हैं।

(vii) पर्यटन नगर- इस श्रेणी के नगरों द्वारा किए जाने वाले केन्द्रीय कार्यों में पर्यटन कार्य सर्वाधिक प्रभावी होते हैं। नैनीताल, शिमला, मसूरी, पंचमढ़ी, दार्जिलिंग, माउण्ट आबू, जोधपुर, जैसलमेर, आगरा तथा ऊटी देश के महत्वपूर्ण पर्यटन नगर हैं।

(viii) शैक्षणिक नगर- ऐसे नगर जिनमें शिक्षा सर्वप्रमुख केन्द्रीय कार्य होता है, शैक्षणिक नगर की श्रेणी में आते हैं। रुड़की, ग्रेटर नोएडा, वाराणसी, पिलानी तथा इलाहाबाद देश के प्रमुख शैक्षणिक नगर हैं।

(ix) धार्मिक तथा सांस्कृतिक नगर- इस श्रेणी में धार्मिक अथवा सांस्कृतिक महत्व रखने वाले नगर आते हैं। उदाहरण के लिए मथुरा, वृन्दावन, वाराणसी, हरिद्वार, इलाहाबाद, बोधगया, पुरी, अजमेर, अमृतसर, तिरुपति, कुरुक्षेत्र तथा उज्जैन।

46. भारत में चावल के उत्पादन के लिए अनुकूल भौगोलिक दशाओं को लिखिए ।

उत्तर- चावल उत्पादन के लिए अनुकूल भौगोलिक दशाएँ

(i) वर्षा - भारत की मानसूनी वर्षा चावल की खेती के लिए अति महत्वपूर्ण तत्व है। 125 सेमी. से अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में चावल की खेती बिना सिंचाई के सफलतापूर्वक की जाती है, जबकि 125 सेमी. से कम वार्षिक वर्षा प्राप्त करने वाले क्षेत्रों में चावल की कृषि के लिए सिंचाई की सहायता लेनी होती है। चावल के खेतों में जल भरा होना चावल के पौधों की तीव्र वृद्धि में सहायक होता है।

(ii) तापमान -चावल की कृषि 20° सेग्रे. से कम तापमान वाले क्षेत्रों में नहीं की जा सकती है। चावल की रोपाई के समय 21° सेग्रे., बीच की अवस्था में 24° सेग्रे. तथा काटते समय 27° सेग्रे. तापमान उपयुक्त होता है।

(iii) मिट्टी-चावल की कृषि के लिए उपजाऊ चिकनी या दोमट मिट्टी उत्तम रहती है। कछारी या चिकनी मिट्टी पौधों की जड़ों को जकड़े हुए सीधा खड़ा रखती है। चावल की जापानी विधि से अधिक उपज लेने के लिए खेतों में कम्पोस्ट खाद एवं रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग अधिक करना होता है।

(iv) श्रमिक- पानी से भरे खेतों में मशीनों का प्रयोग सरलता से नहीं किया जा सकता। अतः चावल की खेती में काम करने के लिए काफी श्रमिकों की आवश्यकता होती है।

47. वायु प्रदूषण क्या है ? भारत में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या कैसे बनता जा रहा है। स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर - धूल, धुंआ, जहरीली गैरों, दुर्गंध व वाष्प की वायु में वृद्धि जो जीव जन्तुओं व सम्पत्ति के लिए हानिकारक होती है. चायु प्रदूषण कहलाता है।

वायु प्रदूषण के स्रोत- जीवाश्म ईंधन का दहन, खनन, औद्योगिक ठोस कचरा निपटान इसके प्रमुख स्त्रोत हैं ये स्त्रोत वायु में सल्फर, नाइट्रोजन आक्साइड, हाइड्रोजन कार्बन व कोबन-डाइ-ऑक्साइड व कार्बन मोनोऑक्साइड, सीसा व एस्बेस्टस छोड़ते हैं। जिससे वायु प्रदूषण होता है।

मानव स्वास्थय पर प्रभाव इसके कारण श्वसन तन्तु, तंत्रिका तंत्र तथा रक्त संचार सम्बन्धी विभिन्न बिमारियाँ होती है। नगरों के ऊपर घूम्र कोहरा छाया रहता है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता। इसके कारण अम्लीय वर्षा भी हो सकती। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

48. प्रदत्त संसार के मानचित्र में निम्नलिखित को दिखाइए :

(a) बांग्लादेश

(b) टोकियो

(c) मैनचेस्टर

(d) मास्को

(e) अफ्रीका ।

Class 12 Geography Jac Board 2025 Answer key

JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

विषय सूची

भाग 'अ' मानव भूगोल के मूलभूत सिद्धांत

1

मानव भूगोल : प्रकृति एवं विषय क्षेत्र

2

विश्व की जनसंख्या : वितरण, घनत्व तथा वृद्धि

3

जनसंख्या संघटन

4

मानव विकास

5

प्राथमिक क्रियाएँ

6

द्वितीयक क्रियाएँ

7

तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप

8

परिवहन एवं संचार

9

अंतरराष्ट्रीय व्यापार

10

मानव अधिवास / बस्ती

भाग 'ब'- भारत : लोग और अर्थव्यवस्था

1

जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि एवं संघटन

2

प्रवास : प्रकार, कारण एवं परिणाम

3

मानव विकास

4

मानव बस्तियाँ

5

भू-संसाधन तथा कृषि

6

जल संसाधन

7

खनिज तथा ऊर्जा संसाधन

8

निर्माण उद्योग

9

भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास

10

परिवहन एवं संचार

11

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

12

भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ

Solved Paper of JAC Annual Intermediate Examination-2023



भूगोल खण्ड 1: मानव भूगोल के मूल सिद्धांत

1. मानव भूगोल- प्रकृति एवं विषय क्षेत्र

2. विश्व जनसंख्या वितरण, घनत्व और वृद्धि

3. जनसंख्या संघटन

4. मानव विकास

5. प्राथमिक क्रियाएँ

6. द्वितीयक क्रियाएँ

7. तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप

8. परिवहन एवं संचार

9. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

10. मानव बस्ती

भूगोल खण्ड 2: भारत- लोग और अर्थव्यवस्था

1. जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि एवं संघटन

2. प्रवास-प्रकार, कारण और परिणाम

3. मानव विकास

4. मानव बस्तियाँ

5. भूसंसाधन तथा कृषि

6. जल संसाधन

7. खनिज तथा ऊर्जा संसाधन

8. निर्माण उद्योग

9. भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास

10. परिवहन तथा संचार

11. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

12. भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ

भूगोल खण्ड 3: भूगोल के प्रयोगात्मक कार्य

1. आंकड़े-स्रोत और संकलन

2. आंकड़ों का प्रक्रमण

3. आंकड़ों का आलेखी निरूपण

4. आंकड़ों का प्रक्रमण एवं मानचित्रण में कंप्यूटर का उपयोग

5. क्षेत्रीय सर्वेक्षण

6. स्थानिक सूचना प्रौद्योगिकी

Class 12 Geography Jac Board SA-1 Exam 2024 Answer key

Class 12th Geography (PRACTICAL) Answer Key 2024

Class 12 Geography Jac Board 2024 Answer key

Jac Board Class 12 Geography 2023 Answer key

Class 12th GEOGRAPHY(PRACTICAL) Answer Key 2023

12th_भूगोल_मासिक_परीक्षा_2021-22

Class 12 Geography Answer Key Term-1 Jac Board 2022

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