Class 11 Geography 1. भूगोल एक विषय के रूप में (Geography As A Discipline)

Class 11 Geography 1. भूगोल एक विषय के रूप में (Geography As A Discipline)

 Class 11 Geography 4. महासागरों और महाद्वीपों का वितरण (Distribution of Oceans and Continents)

प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

Class - 11

भूगोल (Geography)

1. भूगोल एक विषय के रूप में (Geography As A Discipline)

पाठ के मुख्य बिंदु

भूगोल एक स्वतंत्र विषय है, जिसके अंतर्गत पृथ्वी के भौतिक वातावरण, मानवीय क्रियाओं एवं उनके अंतर- प्रक्रियात्मक संबंधों की जानकारी प्राप्त की जाती है।

संसाधन के अंतर्गत उन सभी सामग्रियों को सम्मिलित किया जाता है, जिससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती है।

आदिम समाज अपने भरण-पोषण के लिए प्राकृतिक संसाधनों पर आश्रित थे। जैसेः पशुओं, खाद्य-पदार्थ एवं पौधों आदि।

समय के साथ-साथ मानव ने तकनीक का विकास किया और प्राकृतिक संसाधनों जैसे भूमि, मृदा, जल आदि का उपयोग अपनी आवश्यकता पूर्ति करने के लिए प्रारंभ किया।

प्राकृतिक संसाधनों का विकास तकनीक पर आधारित होता है, जिससे संसाधनों को परिष्कृत किया जाता है और समाज में उपयोगी बनाया जाता है, अंततः इनके उपयोगी होने से सांस्कृतिक विकास संभव हो पाता है।

भूगोल के अध्ययन से समय एवं स्थान के संदर्भ में विविधता एवं विविधताओं को उत्पन्न करने वाले कारकों की खोज करने की क्षमता विकसित होती है।

भौगोलिक अध्ययन के माध्यम से हमें धरातल के दृश्यों की जानकारी प्राप्त होती है, साथ ही मानव तथा प्रकृति के अंतर-संबंधों से उत्पन्न दृश्यों को भी समझ सकते हैं।

वर्तमान समय में भूगोल के अंतर्गत आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों जैसे- भौगोलिक सूचना तंत्र (Geographic Information System), संगणक मानचित्र कला (Computer cartography), वैश्विक स्थिति तंत्र (Global Positioning System) आदि की जानकारी भी प्राप्त होती है।

पृथ्वी को मानव के साथ-साथ अन्य प्राणियों के आवास के रूप में देखा जाता है और इसके भौतिक स्वरूप के अंतर्गत पर्वत, पहाड़ियाँ, घाटियाँ, मैदान, पठार, समुद्र, झील, रेगिस्तान, वन आदि क्षेत्रों को सम्मिलित किया जाता है।

सांस्कृतिक तत्वों अर्थात मानव निर्मित तत्वों के अंतर्गत गांवों, नगरों, सड़कों, रेलों, पत्तनों, बाजारों, जैसे कई अन्य तत्वों को शामिल किया जाता है।

साधारणतः भूगोल का संबंध पृथ्वी का वर्णन करना है। सर्वप्रथम भूगोल शब्द का प्रयोग ग्रीक विद्वान (276- 194 ई.पू.) इरेटॉस्थनीज के द्वारा किया गया।

भूगोल का अंग्रेजी ज्योग्राफी होता है, जो ग्रीक भाषा के दो मूल शब्द Geo एवं Graphos से मिलकर बना है। Geo का अर्थ 'पृथ्वी' होता है एवं Graphos का अर्थ 'वर्णन करना' होता है अर्थात ज्योग्राफी का शाब्दिक अर्थ पृथ्वी का वर्णन करना है।

भूगोल पृथ्वी का वर्णन मानव के निवास के रूप में करता है, जिसमें मानव अपने तकनीकी ज्ञान के आधार पर प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग करता है और पृथ्वी अथवा के साथ अपने आप को समायोजित प्रकृति करने का प्रयास भी करता है। Prek I

प्राकृतिक विज्ञान के अंतर्गत भौमिकी, मृदा विज्ञान, समुद्र विज्ञान, वनस्पति शास्त्र, जीव विज्ञान, मौसम विज्ञान आदि को सम्मिलित किया गया है।

सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत अर्थशास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान, गृह विज्ञान इत्यादि को सम्मिलित किया जाता है।

भूगोल सभी प्राकृतिक एवं सामाजिक विषयों से सूचना प्राप्त कर क्षेत्रीय संश्लेषण करने वाला विज्ञान है।

  भूगोल के उपागम की प्रकृति समग्रात्मक (Holistic) होती है। अर्थात विश्व एक परस्पर निर्भर तंत्र है। वर्तमान समय में विश्व एक वैश्विक ग्राम के रूप में प्रतीत होता है। परिवहन के बेहतर साधनो के कारण दूरियाँ कम हो गई हैं।

  पृथ्वी बह-आयामी है, यहाँ सर्वत्र भिन्नताएं पायी जाती हैं। अतः भूगोल को क्षेत्रीय भिन्नता का अध्ययन करने वाला विज्ञान माना जाता है। भूगोलवेता धरातल पर तथ्यों में विभिन्नता का अध्ययन नहीं करते, बल्कि उन कारकों का भी अध्ययन करते हैं जो विभिन्नताओं के लिए मुख्य रूप से जिम्मेवार होते हैं।

  पृथ्वी पर भौतिक तथा मानवीय दोनों प्रकार के भौगोलिक तथ्य स्थैतिक (static) नहीं होते बल्कि गत्यात्मक (Dynamic) होते हैं। पृथ्वी सतत् परिवर्तनशील होती है, तथा मानव भी निरंतर क्रियाशील होते हैं।

  मानव प्रकृति का एक महत्वपूर्ण अंग है, तथा वह प्रकृति पर अपर्नी छाप छोड़ता है तथा प्रकृति भी मानव जीवन के विभिन्न पक्षों को प्रभावित करती है, जिसे मानव के रंग-रूप, वस्त्र, आवास, व्यवसाय, आदि पर देखा जा सकता है।

  मानव प्रकृति के साथ दो तरीके से व्यवहार करता है, प्रथम तरीका प्रकृति के साथ समझौता या अनुकूलन (Adaption) होता है, तथा दूसरा तरीका प्रकृति में परिवर्तन (Modification) करना होता है।

  आदिम मानव समाज अपने निकटतम पर्यावरण के साथ सामंजस्य स्थापित कर अनुकूलन करता था। वर्तमान समाज आदिम समाज की अवस्था पार कर चुका है, और तकनीकी खोज एवं उसके प्रयोग के द्वारा अपने अस्तित्व के लिए प्राकृतिक वातावरण को आपरिवर्तित (Modification) कर रहा है तथा संसाधनों का उपयोग कर रहा है।

  तकनीकी विकास के कारण मानव भौतिक पर्यावरण के बाधाओं को कम कर सका है और अपनी श्रम क्षमता एवं उत्पादन को बढ़ाने में सक्षम हो पाया है। तकनीक की सहायता से प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हुए मानव ने समाज के समक्ष अपने सृजनात्मक योगदौन दिए हैं।

  वर्तमान समय में क्षेत्र के समाकलन एवं संगठन के लिए परिवहन एवं संचार के साधनों का महत्वपूर्ण योगदान है।

  भूगोल को क्षेत्रीय समाकलन एवं संगठन का अध्ययन करने वाला विज्ञान के रूप में भी देखा जाता है, जबकि इतिहास कालिक संश्लेषण करता है।

  एक वैज्ञानिक विषय के रूप में भूगोल तीन प्रश्नों से संबंधित है 'क्या', 'कहाँ' और 'क्यों' धरातल पर पाए जाने वाले प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक विशेषताओं के प्रतिरूप से संबंधित प्रश्नों का उत्तर क्या से जुड़ा हुआ है।

  पृथ्वी पर भौतिक एवं सांस्कृतिक तत्वों के वितरण का संबंध कहाँ प्रश्न से है।

  पृथ्वी के धरातल पर तत्वों एवं तथ्यों के मध्य कार्य कारण संबंध से जुड़ा हुआ प्रश्न क्यों है। भौगोलिक अध्ययन में जब क्यों प्रश्न जुड़ा, तब भूगोल एक वैज्ञानिक विषय के रूप में उभर कर सामने आया।

  भूगोल के द्वारा पृथ्वी पर एक से अधिक तत्वों के मध्य कार्य-कारण संबंध को ज्ञात किया जाता है तथा इसके अंतर्गत क्या, कहाँ और क्यों जैसे प्रश्नों की विस्तृत व्याख्या की जाती है।

  भूगोल का संबंध मुख्यतः अपने क्रोड क्षेत्र से जुड़ा है और यह स्थानिक विशेषताओं एवं गुणों की विवेचना करता है। भूगोल एक संश्लेषणात्मक (Synthesis) विषय के रूप में क्षेत्रीय संश्लेषण का प्रयास करता है।

  श्रव्य-दृश्य माध्यमों (Audio-visual media) एवं सूचना तकनीकी के कारण आंकड़ों को काफी समृद्ध बनाया गया है।

  भूगोल का एक संश्लेषणात्मक विषय के रूप में अनेक प्राकृतिक तथा सामाजिक विज्ञानों से अंतरापृष्ठ (Interface) संबंध है।

  भौगोलिक तथ्य समय के साथ परिवर्तित होते रहते हैं तथा समय के परिप्रेक्ष्य में उसकी व्याख्या की जा सकती है। वर्तमान में समय को भौगोलिक अध्ययन के चतुर्थ आयाम के रूप में माना जाता है।

  भौतिक विज्ञान के अंतर्गत भौतिकी, मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान तथा मृदा विज्ञान को सम्मिलित किया जाता है जिसका संबंध भूगोल में क्रमशः भू-आकृति विज्ञान, जलवायु विज्ञान, समुद्र विज्ञान तथा मृदा भूगोल से है।

  सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत मुख्यतः इतिहास, समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, दर्शनशास्त्र, मानवशास्त्र, अर्थशास्त्र आदि विषयों को सम्मिलित किया जाता है।

  समान्यतया धरातल पर स्थित जितने भी भूदृश्य हैं उन्हें तीन वर्गों में रखा जाता हैः- भौतिक भूदृश्य, सांस्कृतिक भूदृश्य तथा मानव ।

बहुविकल्पीय प्रश्न

1. निम्नलिखित में से किस लक्षण को भौतिक लक्षण कहा जा सकता है?

a. पतन

b. मैदान

c. सड़क

d. जल उ‌द्यान

2. निम्नलिखित में से किस विद्वान में भूगोल (Geogra- phy) शब्द का प्रयोग किया?

a. हेरोडोटस

b. गैलीलियो

c. इरेटॉस्थनीज

d. अरस्तु

3. पृथ्वी के धरातल पर तत्वों एवं तथ्यों के मध्य कार्य- कारण संबंध निम्नलिखित में से किससे जुड़ा हुआ है?

a. कहाँ

b. क्यों

c. क्या

d. कब

4. भूगोल का उद्देश्य धरातल की प्रादेशिक/क्षेत्रीय भिन्नता का वर्णन एवं व्याख्या करना है। यह कथन किसका है?

a. हार्टशोर्न ने

b. स्ट्रेबो ने

c. वारेनियस ने

d. इसमें किसी ने नहीं।

5. प्रादेशिक उपागम का प्रवर्तन निम्न में से किस भूगोलवेत्ता द्वारा किया गया।

a. कार्ल रिटर

b. हम्बोल्ट

c. हेटनर

d. काण्ट

6. निम्नलिखित में से कौन भौतिक भूगोल की शाखा नहीं है?

a. मानव शास्त्र

b. भू-आकृति विज्ञान

c. जल विज्ञान।

d. जलवायु विज्ञान

7. भूगोल के अन्तर्गत पृथ्वी तल की क्षेत्रीय विभिन्नताओं को सर्वप्रथम किस वि‌द्वान द्वारा सम्मिलित किया गया?

a. अल्फ्रेड हेटनर

b. इरेटॉस्थनीज

c. हम्बोल्ट

d. रिचर्ड हार्टशोर्न

8. निम्नलिखित में से कौन-सा विषय कालिक संश्लेषण करता है?

a. समाजशास्त्र

b. मानवशास्त्र

c. इतिहास

d. भूगोल

9. भूगोल (geography) शब्द किन दो शब्दों में मिलकर बना है?

a. जी (ge) + ग्राफी (graphy)

b. जियो (geo) + ग्राफोज (graphos)

c. जियो (geo) + ग्राफी (graphy)

d. जी (ge) + ग्राफोज (graphos)

10 . क्रमबद्ध भूगोल का प्रवर्तन किसने किया?

a. हम्बोल्ट

b. काण्ट

c. वारेनियस

d. अरस्तू

11. निम्नलिखित में से सांस्कृतिक लक्षण कौन नहीं है?

a. विद्यालय

b. सड़क

c. महाद्वीप

d. अस्पताल

12. भूगोल का अर्थ क्या होता है?

a. समुद्र का वर्णन

b. महाद्वीपों का वर्णन

c. पृथ्वी का वर्णन

d. इनमें से कोई नहीं।

13. "भूगोल पृथ्वी तल का क्षेत्र - विवरणी विज्ञान है।" यह कथन किससे संबंधित है?

a. अल्फ्रेड हेटनर

b. अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट

c. ग्रिफिथ टेलर

d. कार्ल रिटर

14. अधिवास भूगोल एवं जनसंख्या भूगोल का संबंध किससे है?

a. जीव भूगोल

b. भौतिक भूगोल

c. मानव भूगोल

d. इनमें से कोई नहीं

15. "भूगोल धरातल के विभिन्न भागों में कारणात्मक रूप से संबंधित तथ्यों में भिन्नता का अध्ययन करता है", यह कथन किसका है?

a. अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट

b. वारेनियस

c. अल्फ्रेड हेटनर।

d. कार्ल रिटर

16. निम्नलिखित में से कौन मानव भूगोल की एक शाखा है?

a. वनस्पति विज्ञान

b. भू आकृति विज्ञान

c. जलवायु विज्ञान

d. आर्थिक भूगोल

17. निम्नलिखित में से भौतिक भूगोल का संबंध किससे है?

a. जनांकिकी

b. मृदा शास्त्र

c. मानव शास्त्र

d. अर्थशास्त्र

18. निम्नलिखित में से कौन-सा सांस्कृतिक तत्व नहीं है?

a. उ‌द्योग

b. कृषि

c. व्यापार

d. मैदान

19. किस भूगोलवेत्ता को आधुनिक भूगोल का जनक कहा जाता है?

a. अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट

b. वारेनियस

c. अल्फ्रेड हेटनर

d. हिकेटियस

20. सर्वप्रथम विश्व का मानचित्र बनाने वाले भूगोलवेता कौन है?

a. टॉलेमी

b. अरस्तु

c. हम्बोल्ट

d. कार्ल रिटर

21. भूगोलवेत्ता इरेटॉस्थनीज का संबंध किस देश से है?

a. यूनान (ग्रीक)

b. अमेरिका

c. भारत

d. ऑस्ट्रेलिया

22. निम्नलिखित विषयों में से कौन-सा युग्म स्थानिक एवं कालिक विश्लेषण करता है?

a. भूगोल तथा समाजशास्त्र

b. भूगोल तथा मानवशास्त्र

c. भूगोल तथा दर्शनशास्त्र

d. भूगोल तथा इतिहास

23. निम्नलिखित में कौन प्राकृतिक लक्षण नहीं है?

a. पर्वत

b. पठार

c. सड़कें

d. नदियाँ

24. निम्नलिखित में किसे भौतिक लक्षण में शामिल किया जा सकता है?

a. बाजार

b. व्यापार

c. कृषि

d. पठार

25. मैदानी क्षेत्र का प्रयोग सर्वाधिक मात्रा में किस कार्य के लिए किया जाता है?

a. व्यापार

b. कृषि

c. पर्यटन

d. खनन

26. मानव के निवास स्थल, भोजन, वस्त्र आदि को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक कौन है?

a. जलवायु

b. मृदा

c. पर्वत

d. पठार

27. निम्नलिखित में से GIS का विस्तारित रूप क्या है?

a. Global Information System

b. Geographical Information System

c. Geological Information System

d. Geography Innovation System

28. बस्ती या अधिवास भूगोल की एक शाखा निम्नलिखित में से कौन है?

a. जनसंख्या भूगोल

b. राजनीतिक भूगोल

c. नगरीय भूगोल

d. सामाजिक भूगोल

29. निम्नलिखित में से भौगोलिक अध्ययन का चतुर्थ आयाम क्या है?

a. ऊँचाई

b. लंबाई

c. चौड़ाई

d. समय

30. जल विज्ञान के अंतर्गत किसका अध्ययन नहीं किया जाता है?

a. समुद्र

b. नदी

c. झील

d. मैदान

31. निम्नलिखित में से कौन भौतिक या प्राकृतिक भूगोल से संबंधित है

a. मृदा शास्त्र

b. अर्थशास्त्र

c. मानव शास्त्र

d. जनांकिकी

32. निम्नलिखित में कौन-सा सांस्कृतिक लक्षण है?

a. सड़कें

b. पठार

c. मैदान

d. महाद्वीप

33. निम्नलिखित में से कौन-सामाजिक विज्ञान में सम्मिलित नहीं है?

a. समाजशास्त्र

b. अर्थशास्त्र

c. राजनितिक विज्ञान

d. मृदा विज्ञान

34. मानव भूगोल में कौन शामिल नहीं है?

a. जनसंख्या भूगोल

b. सामाजिक भूगोल

c. आर्थिक भूगोल

d. खगोलिकी भूगोल

35. भूगोल काल एवं स्थान के संदर्भ में किसे केंद्र मानकर अध्ययन करता है?

a. मानव

b. पशु

c. पादप

d. स्थल

36. किसी एक तथ्य या पहलू का विश्व स्तर पर क्रमबद्ध अध्ययन क्या कहलाता है?

a. क्रमबद्ध उपागम

b. प्रादेशिक उपागम

c. सांस्कृतिक उपागम

d. इनमे से कोई नहीं

37. आर्थिक भूगोल के अंतर्गत निम्नलिखित में से किसका अध्ययन नहीं किया जाता है?

a. कृषि

b. उ‌द्योग

c. पर्यटन

d. मॉनसून

38. भूगोल को वैज्ञानिक विषय के रूप में प्रतिस्थापित करने में किसी प्रश्न का योगदान नहीं है?

a. क्या

b. कहाँ

c. क्यों

d. कब

39. प्राकृतिक विज्ञान के अंतर्गत किसे सम्मिलित नहीं करेंगे?

a. खगोलीकी

b. भूविज्ञान

c. मौसम विज्ञान

d. जनांकिकी

40. मानव भूगोल के अंतर्गत निम्नलिखित में से किसे सम्मिलित किया जा सकता है? be

a. जनसंख्या एवं अधिवास भूगोल

b. भू आकृति विज्ञान

c. जलवायु विज्ञान

d. मृदा विज्ञान

41. जल विज्ञान का संबंध निम्नलिखित में से किससे है?

a. जलवायु विज्ञान

b. समुद्र विज्ञान

c. पर्यावरण भूगोल

d. इनमें से कोई नहीं

42. भू-सूचना तंत्र के अंतर्गत निम्नलिखित में से किसे सम्मिलित किया जा सकता है?

a. GIS

b. GPS

c. LIS

d. इनमें से सभी

43. जीव भूगोल के अंतर्गत किसे सम्मिलित नहीं कर सकते हैं?

a. पादप भूगोल

b. पारिस्थितिकी

c. पर्यावरण भूगोल

d. भू-आकृति विज्ञान

44. खनिज संपदा की दृष्टि से कौन-से क्षेत्र संपन्न होते हैं?

a. मैदानी क्षेत्र

b. पठारी क्षेत्र

c. तटीय क्षेत्र

d. इनमें से कोई नहीं

45. पर्यावरण भूगोल निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?

a. पर्यावरण विज्ञान

b. पारिस्थितिक विज्ञान

c. प्राणी विज्ञान

d. वनस्पति विज्ञान

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

1. मानव भूगोल की दो उपशाखाओं के नाम लिखें।

उत्तरः सांस्कृतिक भूगोल एवं सामाजिक भूगोल ।

2. भूगोल' अर्थात् Geography का शब्दिक अर्थ क्या है?

उत्तरः 'भूगोल' ग्रीक भाषा के दो शब्दों Geo (पृथ्वी) + Graphos (वर्णन करना) से बना है। इसका शाब्दिक अर्थ 'पृथ्वी का वर्णन करना' है।

3. किन प्रश्नों ने भूगोल को एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापित करने में मदद की?

उत्तरः 'क्या, कहाँ और क्यों, जैसे प्रश्नों ने भूगोल को एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापित करने में मदद की।

4. भौतिक भूगोल (Physical Geography) की दो उपशाखाओं के नाम लिखें।

उत्तरः भू-आकृति विज्ञान एवं समुद्र विज्ञान।

5. भूगोल अध्ययन के दो प्रमुख उपागम कौन-से हैं?

उत्तरः भूगोल अध्ययन के दो प्रमुख उपागम निम्नलिखित हैं :

क. क्रमबद्ध उपागम (Systematic Approach)

ख. प्रादेशिक उपागम (Regional Approach)

6. भूगोल की दो मुख्य शाखाएं कौन-सी हैं?

उत्तरः भूगोल की दो मुख्य शाखाएँ निम्नलिखित हैं :-

7. 'रिचर्ड हार्टशोर्न' के अनुसार भूगोल को परिभाषित करें।

उत्तरः "भूगोल का उद्देश्य धरातल की प्रादेशिक/क्षेत्रीय भिन्नता का वर्णन एवं व्याख्या करना है।"

क. भौतिक भूगोल (Physical Geography) एवं

ख. मानव भूगोल (Human Geography)

8. प्रकृति एवं मानव के बीच अन्तर्सबंध कैसे स्थापित हुए?

उत्तरः प्रकृति और मानव के बीच अंतर संबंध दो तरीके से संभव हुए :-

अनुकूलन (Adaptation) के द्वारा

आपरिवर्तन (Modification) के द्वारा

9. विषयगत उपागम (क्रमबद्ध उपागम) किस भूगोलवेता के द्वारा दिया गया।

उत्तरः अलेक्जेंडर वान हल्बोल्ट (1769-1859) के द्वारा क्रमबद्ध उपागम दिया गया।

10. आर्थिक भूगोल के अंतर्गत किन तथ्यों का अध्ययन किया जाता है?

उत्तरः आर्थिक भूगोल के अंतर्गत मानव की आर्थिक क्रियाओं का अध्ययन क्या जाता है। जैसे कृषि, उ‌द्योग, पर्यटन, व्यापार, परिवहन एवं सेवाओं का अध्ययन किया जाता है।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. भौतिक भू-दृश्यों एवं सांस्कृतिक भू-दृश्यों में अंतर बताएं।

उत्तरः

भौतिक भू-दृश्य

सांस्कृतिक भू-दृश्य

भौतिक दृश्यों के अंतर्गत प्राकृतिक दृश्यों को सम्मिलित किया जाता है, जो स्वतः अथवा प्रकृति द्वारा उत्पन्न किए गए हैं। जैसे महाद्वीप एवं महासागर, पठार, मैदान, नदियां, झीलें, प्राकृतिक वनस्पति, जीव जंतु, जलवायु, संसाधन आदि।

सांस्कृतिक भू-दृश्यों के अंतर्गत मानव द्वारा उत्पन्न किए गए अथवा मानव वातावरण अंतर्संबंधों के परिणाम स्वरूप उत्पन्न हुए तत्वों को सम्मिलित किया जाता है। जैसे व्यापार, यातायात, कृषि, पशुपालन, उदयोग, अधिवास, अन्य विभिन्न प्रकार के संसाधन आदि।

2. भूगोल के क्रमबद्ध उपागम तथा प्रादेशिक उपागम के बीच अंतर स्पष्ट करें।

उत्तरः भूगोल के क्रमबद्ध उपागम तथा प्रादेशिक उपागम के बीच निम्नलिखित अंतर हैं :-

क्रमबद्ध उपागम

प्रादेशिक उपागम

क्रमबद्ध उपागम में किसी प्रदेश के एक विशिष्ट भौगोलिक तत्वों का पृथक-पृथक अध्ययन होता है।

प्रादेशिक उपागम में किसी प्रदेश के सभी भौगोलिक तत्वों का एक इकाई के रूप में अध्ययन होता है।

इस उपागम के अंतर्गत किसी प्रदेश का एकाकी रूप में अध्ययन किया जाता है, जो राजनीतिक इकाइयों पर आधारित होता है।

यह अध्ययन समाकलित होता है तथा भौगोलिक इकाइयों पर आधारित होता है।

वास्तव में यह खोज तथा तथ्यों को प्रस्तुत करता है। इस उपागम में एक घटक जैसे जलवायु के आधार पर विभिन्न प्रकार व उपप्रकार निश्चित किए जाते हैं।

यह किसी प्रदेश के भौतिक इकाइयों तथा मानव के बीच संबंधों को स्पष्ट करता है। इस उपागम के तहत प्रदेशों का सीमांकन भी किया जाता है

3. भूगोल का सामाजिक व प्राकृतिक विज्ञानों के साथ कैसा संबंध है? समझाइये।

उत्तरः सामाजिक एवं प्राकृतिक विज्ञानों के साथ भूगोल के संबंध को निम्नलिखित बिंदुओं द्वारा समझा जा सकता है:-

भूगोल प्राकृतिक एवं सामाजिक विज्ञानों के साथ घनिष्ठता से जुड़ा हुआ है। इसका अपना एक विधि तंत्र एवं उपागमै है, जो इसे अन्य विज्ञानों से अलग करता है।

भूगोल का दूसरे विषयों के साथ परासरणी (Osmotic) संबंध होता है, जबकि दूसरे विषयों का अपना निजी विषय क्षेत्र होता है।

भूगोल व्यष्टिपरक सूचनाओं के बहाव को अवरुद्ध नहीं करता, जैसे कि शरीर की कोशिका झिल्ली रक्त बहाव को अवरुद्ध नहीं करती।

भूगोलवेता सहयोगी विषयों से प्राप्त सूचनाओं एवं आंकड़ों का इस्तेमाल करते हुए क्षेत्रीय संदर्भ में उनका संश्लेषित विश्लेषण करता है।

4. भौतिक भूगोल की प्रमुख शाखाओं का वर्णन कीजिए?

उत्तरः भौतिक भूगोल की निम्नलिखित चार प्रमुख शाखाएँ हैं जिसे निम्नलिखित बिंदुओं से स्पष्ट किया जा सकता है:-

  भू आकृतिक विज्ञान : धरातल पर पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के भू-लक्षणों अथवा भू आकृतियों का अध्ययन भू आकृति विज्ञान के अंतर्गत किया जाता है। जैसे महाद्वीपों, पर्वतों, पठारों, मैदानों, नदी घाटियां आदि।

  जलवायु विज्ञान : इसमें किसी प्रदेश विशेष की जलवायु तथा इसके संघटक तत्वों का क्रमबद्ध अध्ययन किया जाता है। जैसे वर्षा, तापमान, re वायुदाब, पवन, आंधी आदि।

जल विज्ञान : इसमें धरातल पर उपस्थित जल स्रोतों का विस्तृत अध्ययन किया जाता है साथ ही महासागरों, नदियों, झीलों, हिमानियों तथा जल वाष्प द्वारा प्रकृति तथा मानव जीवन में जल की भूमिका का अध्ययन भी किया जाता है।

मृदा भूगोल : इसके अंतर्गत मृदा के निर्माण की प्रक्रिया उनके प्रकार, उत्पादकता स्तर तथा उनके वितरण का अध्ययन किया जाता है।

5. किस आधार पर कहा जा सकता है, कि भूगोल एक वैज्ञानिक विषय है?

उत्तरः भूगोल एक वैज्ञानिक विषय है, जिसके द्वारा पृथ्वी के ऊपरी स्वरूप और उसके प्राकृतिक विभागों जैसे- पहाड़, महाद्वीप, महासागर, नदी, समुद्र, झील, जल-संधियाँ, वन आदि की जानकारी प्राप्त होती है। प्राकृतिक विज्ञानों के निष्कर्षों के बीच कार्य-कारण संबंध स्थापित करते हए पृथ्वी तल की विभिन्नताओं का मानवीय दृष्टिकोण से अध्ययन ही भूगोल का सार तत्व है। एक वैज्ञानिक विषय के रूप में भूगोल का संबंध निम्नलिखित तीन प्रश्नों से है :-

क्या? कुछ प्रश्न ऐसे होते है, जो भूतल पर पाई जाने वाली प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं के प्रतिरूप की पहचान से जुड़े हुए होते हैं, जो 'क्या' प्रश्न का उत्तर देते है।

कहाँ? कुछ ऐसे भी प्रश्न होते हैं जो पृथ्वी पर भौतिक एवं सांस्कृतिक तत्वों के वितरण से जुड़े हुए होते हैं, ये 'कहाँ' प्रश्न से संबद्ध होते हैं।

क्यों? प्रश्नों का तीसरा वर्ग व्याख्या अथवा तत्वों के बीच कार्य कारण संबंध से जुड़ा होता है, जो 'क्यों' का उत्तर देता है।

उपरोक्त प्रश्नों का उत्तर देने में भूगोल सक्षम है। अतः भूगोल को एक वैज्ञानिक विषय कहा जा सकता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. मानव भूगोल की मुख्य उप-शाखाओं का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।

उत्तरः मानव भूगोल की निम्नलिखित उप शाखाएं हैं :-

क. सामाजिक अथवा सांस्कृतिक भूगोल : इसके अंतर्गत समाज तथा इसकी स्थानिक/प्रादेशिक गत्यात्मकता (Dynamism) एवं समाज के योगदान से निर्मित सांस्कृतिक तत्वों का अध्ययन आता है। जैसे- सड़कें, विद्यालय भवन, पार्क आदि।

ख. जनसंख्या भूगोल : यह ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में जनसंख्या वृद्धि, उसका वितरण, घनत्व, लिंगानुपात, प्रवास एवं व्यावसायिक संरचना आदि का अध्ययन करता है।

ग. अधिवास भूगोल : इसके अंतर्गत ग्रामीण तथा नगरीय अधिवासों के वितरण प्रारूप तथा अन्य विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है।

घ. आर्थिक भूगोल : यह मानव की आर्थिक क्रियाओं, जैसे- कृषि, उ‌द्योग, पर्यटन, व्यापार एवं परिवहन, अवस्थापना तत्व एवं सेवाओं का अध्ययन है।

ङ. ऐतिहासिक भूगोल : यह ऐतिहासिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है, जो क्षेत्र को संगठित करती हैं। प्रत्येक प्रदेश वर्तमान स्थिति में आने के पूर्व ऐतिहासिक अनुभवों से गुजरते हैं। भौगोलिक तत्वों में भी सामयिक परिवर्तन होते रहते हैं और इसकी व्याख्या ऐतिहासिक भूगोल के अंतर्गत किया जाता है।

च. राजनीतिक भूगोल : इसके अंतर्गत राजनीतिक घटनाओं एवं सीमाओं, निकटस्थ पड़ोसी इकाइयों के मध्य भू-वैन्यासिक संबंध, निर्वाचन क्षेत्र का परिसीमन एवं चुनाव परिदृश्य का विश्लेषण करता है। साथ ही जनसंख्या के राजनीतिक व्यवहार को समझने के लिए सैद्धांतिक रूपरेखा विकसित करता है।

छ. व्यापार एवं परिवहन भूगोल : इसके अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के परिवहन साधनों एवं मार्गों पर पड़ने वाले भौगोलिक प्रभावों, उ‌द्योगों, कच्चे माल एवं खेती की वस्तुओं के प्रकार एवं वितरण पर पड़ने वाले यातायात के साधनों के प्रभावों का अध्ययन किया जाता है। साथ ही परिवहन और व्यापार आपस में किस प्रकार संबंधित है इसका अध्ययन भी होता है।

ज. कृषि भूगोल : इसके अंतर्गत किसी प्रदेश विशेष की कृषि प्रणाली के साथ-साथ वहाँ उगाई जाने वाली फसलों एवं कृषि से संबंधित समस्याओं का अध्ययन भी किया जाता है।

2. हमें भूगोल विषय का अध्ययन क्यों करना चाहिये?

उत्तरः 'भूगोल' का अध्ययन हमारे लिए अति आवश्यक है क्योंकि :-

भूगोल के अध्ययन से हमें मानव समाजों में पायी जाने वाली विभिन्नता को समझने में आसानी होती है। जिससे वैश्विक शांति और भाईचारे की भावना प्रबल होती है।

भूगोल हमको भू पृष्ठ की विविधताओं को समझने तथा स्थान व समय अर्थात Space and Time के संदर्भ में ऐसी विभिन्नताओं को पैदा करने वाले कारकों की तलाश करने की योग्यता देता है।

भूगोल मानचित्र के जरिये वास्तविक पृथ्वी को जानने और धरातल पर विभिन्न तत्वों के दृश्य ज्ञान की कुशलता विकसित करता है।

भूगोल में आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों जैसे:- भौगोलिक सूचना तंत्र (GIS) संगणक मानचित्र कला (Computer Cartography) दूर संवेदन (Remote Sensing) के अध्ययन ने ज्ञान और कुशलता को प्राप्त करने तथा राष्ट्रीय विकास में सहयोग करने की क्षमता प्रदान की है। R

इसने विश्व में व्यापार-वाणिज्य में वृद्धि के साथ साथ प्रशासन चलाने, भ्रमण व पर्यटन को बढ़ावा दिया है।

3. भौतिक भूगोल के महत्व को स्पष्ट कीजिए।

उत्तरः भौतिक भूगोल के महत्व को निम्नलिखित बिंदुओं के द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है-

भौतिक भूगोल में भू-मंडल, वायुमंडल, जलमंडल, जैवमंडल, खाद्य श्रृंखला, मिट्टियों, मृदा पार्श्विका (Profile) आदि का गहन अध्ययन किया जाता है, ये सभी तत्व मानव के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि भू-आकृतियाँ आधार प्रस्तुत करती हैं, जिस पर मानव क्रियाएँ संपन्न होती हैं। जलवायु हमारे घरों के प्रकार, वस्त्र, भोजन आदि को प्रभावित करती है। जलवायु का वनस्पति, शस्य प्रतिरूप, पशुपालन एवं उ‌द्योगों आदि पर गंभीर प्रभाव पडता है।

भौतिक भूगोल प्राकृतिक संसाधनों के मूल्यांकन तथा प्रबंधन से जुड़े विषय के रूप में विकसित हो रहा है। भौतिक पर्यावरण संसाधन प्रदान करता है तथा मानव इन संसाधनों का उपयोग करते हुए अपना आर्थिक और सांस्कृतिक विकास सुनिश्चित करता है।

सतत विकास के लिए भौतिक वातावरण का ज्ञान अतिआवश्यक है, जो भौतिक भूगोल के महत्व को रेखांकित करता है। मैदानों का प्रयोग कृषि कार्य के लिए किया जाता है, जबकि पठारों पर वन तथा खनिज संपदा विकसित होती है। पर्वत पर चरागाहों, वनों, पर्यटक स्थलों के लिए आधार प्राप्त होता है तथा ये निम्न क्षेत्रों को जल प्रदान करने वाली नदियों के स्रोत भी होते हैं।

मानव तकनीकी विकास के कारण सीमित क्षेत्रों में जलवायु को आपरिवर्तित (Modify) करने की क्षमता रखते हैं। जैसे- वातानुकूलक (Air conditioner), वायु शीतक इत्यादि । तापमान तथा वर्षा के द्वारा वनों के घनत्व एवं घास प्रदेशों की गुणवात्त सुनिश्चित होती है।

भारत में मानसूनी वर्षा पर कृषि निर्भर करती है। वर्षा के पश्चात भूमिगत जल-धारक क्षमता का विकास होता है। महासागरों एवं सागरों का अध्ययन किया जाता है। क्योंकि यह धरातल पर विभिन्न प्रकार के खनिजों और अन्य संसाधनों के भंडार होते हैं

भौतिक भूगोल प्राकृतिक संसाधनों के मूल्यांकन एवं प्रबंधन से संबंधित विषय के रूप में विकसित हो रहा है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु भौतिक पर्यावरण एवं मानव के मध्य संबंधों को समझना आवश्यक है। भौतिक पर्यावरण संसाधन प्रदान करता है एवं मानव इन संसाधनों का उपयोग करते हुए अपना आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास सुनिश्चित करता है। तकनीकी की सहायता से संसाधनों के बढ़ते उपयोग ने विश्व में पारिस्थितिक असंतुलन उत्पन्न कर दिया है। अतएव सतत् विकास (Sustainable development) के लिए भौतिक वातावरण का ज्ञान नितांत आवश्यक है, जो भौतिक भूगोल के महत्व को रेखांकित करता है।

                                                  

JCERT/JAC प्रश्न बैंक - सह - उत्तर पुस्तक (Question Bank-Cum-Answer Book)

विषय-सूची

भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत (भाग 'अ')

अध्याय सं.

अध्याय का नाम

1.

भूगोल एक विषय के रूप में

2.

पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास

3.

पृथ्वी की आंतरिक संरचना

4.

महासागरों और महाद्वीपों का वितरण

5.

भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ

6.

भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास

7.

वायुमंडल का संघटन तथा संरचना

8.

सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन एवं तापमान

9.

वायुमंडलीय परिसंचरण तथा मौसम प्रणालियाँ

10.

वायुमंडल में जल

11.

विश्व की जलवायु एवं जलवायु परिवर्तन

12.

महासागरीय जल

13.

महासागरीय जल संचलन

14.

जैव विविधता एवं संरक्षण

भारत : भौतिक पर्यावरण (भाग 'ब')

1.

भारत : स्थिति

2.

संरचना तथा भूआकृति विज्ञान

3.

अपवाह तंत्र

4.

जलवायु

5.

प्राकृतिक वनस्पति

6.

प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ

JAC वार्षिक परीक्षा, 2023 - प्रश्नोत्तर


खण्ड – क : भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत

1. भूगोल एक विषय के रूप में (Geography as a Discipline)

2. पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास (The Origin and Evolution of the Earth)

3. पृथ्वी की आंतरिक संरचना (Interior of the Earth)

4. महासागरों और महाद्वीपों का वितरण (Distribution of Oceans and Continents)

5. खनिज एवं शैल (Minerals and Rock)

6. भू-आकृतिक प्रक्रियाएँ (Geomorphic Processes)

7. भू-आकृतियाँ तथा उनका विकास (Landforms and theirEvolution)

8. वायुमंडल का संघटन तथा संरचना (Composition andStructure of Atmosphere)

9. सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन एवं तापमान (SolarRadiation, Heat Balance and Temperature)

10. वायुमंडलीय परिसंचरण तथा मौसम प्रणालियाँ(Atmospheric Circulation and Weather Systems)

11. वायुमंडल में जल (Water in the Atmosphere)

12. विश्व की जलवायु एवं जलवायु परिवर्तन (World Climateand Climate Change)

13. महासागरीय जल {Water (Oceans)}

14.  महासागरीय जल संचलन  (Movements of Ocean Water)

15. पृथ्वी पर जीवन (Life on the Earth)

16. जैव विविधता एवं संरक्षण (Biodiversity andConversation)

खण्ड – ख : भारत-भौतिक पर्यावरण

1. भारत-स्थिति (India Location)

2.  संरचना तथा भू-आकृतिविज्ञान (Structure and Physiography)

3. अपवाह तंत्र (Drainage System)

4. जलवायु (Climate)

5. प्राकृतिक वनस्पति (Natural Vegetation)

6. मृदा (Soils)

7. प्राकृतिक संकट तथा आपदाएँ (Natural Hazards andDisasters)

 

खण्ड – 3 : भूगोल में प्रयोगात्मक कार्य

1. मानचित्र का परिचय (Introduction to Maps)

2. मानचित्र मापनी (Map Scale)

3. अक्षांश, देशांतर और समय (Latitude, Longitude andTime)

4. मानचित्र प्रक्षेप (Map Projections)

5. स्थलाकृतिक मानचित्र (Topographical Maps)

6. वायव फोटो का परिचय (Introduction to AerialPhotographs)

7. सुदूर संवेदन का परिचय (Introduction to RemoteSensing)

8. मौसम यंत्र, मानचित्र तथा चार्ट (WeatherInstruments. Maps and Charts)

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