GIRIDIH PRE TEST EXAMINATION 2024-25
Class 12th, subject- Geography, marks 70, time-3 घंटा 15 मिनट
बहुविकल्पय प्रश्न प्रश्न संख्या 1 से
25 तक प्रत्येक प्रश्न एक अंक के होंगे
1. ग्रिफिथ टेलर द्वारा कौन सी विचारधारा दी गई थी।
(1)
नियतिवाद
(2)
संभववाद
(3) नव नियतिवाद
(4)
इनमें से कोई नहीं
2. विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला महाद्वीप
है।
(1)
ऑस्ट्रेलिया
(2)
उत्तरी अमेरिका
(3) एशिया
(4)
अफ्रीका
3) विश्व व्यापार संगठन का मुख्यालय कहां है।
(1) जिनेवा में
(2)
वियना में
(3)
न्यूयॉर्क में
(4)
वॉशिंगटन में
4. निम्नलिखित में कौन-सा धार्मिक नगर है?
(1)
जमशेदपुर
(2) वाराणसी
(3)
भिलाई
(4)
राउरकेला
5. भारत में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य कौन-सा है
(1)
बिहार
(2)
पश्चिम बंगाल
(3) उत्तर प्रदेश
(4)
महाराष्ट्र
6. भारत का सबसे बड़ा नगर है
(1)
कोलकाता
(2) दिल्ली
(3)
मुम्बई
(4)
चेन्नई
7. झरिया क्षेत्र किसके लिए प्रसिद्ध है ?
(1) कोयला
(2)
ताँबा
(3)
बॉक्साइट
(4)
अभक
8. निम्नलिखित में से किस शहर को 'भारत का मैनचेस्टर' कहा जाता है?
(1)
चेन्नई
(2) अहमदाबाद
(3)
पंजाब
(4)
महाराष्ट्र
9. भारत का सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग है
(1)
NH-19
(2) NH-44
(3)
NH-22
(4)
NH-26
10. बिटुमिनस किस खनिज का प्रकार है?
(1)
लोहा
(2)
अभक
(3) कोयला
(4)
बॉक्साइट
11. "मानव भूगोल मानव समाजों तथा पृथ्वी तल के बीच संबंध का संश्लिष्ट
अध्ययन है।" यह कथन किसका है?
(1)
रैटजेल
(2) ऐलन सैम्पल
(3)
हम्बोल्ट
(4)
रिटर
12. सम्भववाद' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किस फ्रांसीसी विद्वान ने किया
?
(1)
विडाल-डी-ला ब्लाश
(2) लुसियन फैब्रे
(3)
फ्रांसिस बेकन
(4)
जीन ब्रून्श
13.. मानव विकास की अवधारणा निम्नलिखित में से किस व्यक्ति की देन है?
(1)
प्रो. अमर्त्य सेन
(2)
डॉ. मनमोहन सिंह
(3) महबूब उल-हक
(4)
नेल्सन मंडेला
14. रूस में सामूहिक कृषि को कहा जाता है
(1)
सेवखोज
(2) कोलखोज
(3)
सहकारी कृषि
(4)
मिल्पा कृषि
15. निम्न में से कौन-सा घास स्थल अफ्रीका में स्थित है
(1)
प्रेयरी
(2)
स्टेपी
(3) वेल्ड
(4)
डाउंस
16. विनिर्माण की सबसे छोटी इकाई है
(1)
छोटे पैमाने के उद्योग
(2) कुटीर उद्योग
(3)
बड़े पैमाने के उद्योग
(4)
इनमें से कोई नहीं
17. रूर क्षेत्र किस देश में स्थित है
(1) जर्मनी
(2)
इंग्लैण्ड
(3)
स्वीडेन
(4)
फ्रांस
18. मैनचेस्टर किस उद्योग के लिए प्रसिद्ध है?
(1) सूती वस्त्र
(2)
ऊनी वस्त्र
(3)
लोहा-इस्पात
(4)
कागज
19. स्वेज नहर जोड़ती है
(1)
भूमध्य सागर-काला सागर
(2)
काला सागर-लाल सागर
(3) भूमध्य सागर-लाल सागर
(4)
भूमध्य सागर-अरब सागर
20. 'बिग इंच' पाइप लाइन के द्वारा परिवहित किया जाता है
(1)
दूध
(2)
जल
(3)
तरल पेट्रोलियम गैस
(4) पेट्रोलियम
21. किस फल को सुखाकर मुनक्का एवं किशमिश बनाई जाती है
(1)
संतरा
(2) अंगूर
(3)
सेब
(4)
बेर
22. गन्ना का उत्पादन सबसे अधिक कहाँ किया जाता है?
(1)
बिहार
(2) उत्तर प्रदेश
(3)
तमिलनाडु
(4)
महाराष्ट्र
23. निम्नलिखित में कौन-सा कार्यक्रम जल-संभर विकास परियोजना से सम्बन्धित
है।
(1)
हरियाली परियोजना
(2)
नीरु-मीरु
(3)
अरवरी पानी संसद
(4) इनमें से सभी
24. बॉम्बे (मुम्बई) हाई किसके लिए जाना जाता है?
(1)
सौर
(2)
पवन
(3) पेट्रोलियम
(4)
यूरेनियम
25. ओएनजीसी का पूरा नाम है
(1) तेल और प्राकृतिक गैस निगम
(2)
ऑक्सीजन और नेचर गैस कॉर्पोरेशन
(3)
तेल और प्राकृतिक निगम
(4)
तेल और प्राकृतिक गैस कॉर्पोरेट
Section - A खण्ड - A
(Very short answer type questions) (अति लघु उत्तरीय प्रश्न)
Answer
any five questions. 1×5=5 किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर दें।
1. "प्रवास" को परिभाषित करें।
उत्तर - सांस्कृतिक,राजनैतिक या, अन्य कारणों से एक स्थान
से दूसरे स्थान पर जाकर बसना, या निवास करना प्रवास कहलाता है।
2. मानव भूगोल की दो शाखाओं के नाम लिखिए।
उत्तर - आर्थिक भूगोल, जनसंख्या और बस्ती भूगोल
3. कौन-सा घास स्थल अफ्रीका में स्थित है?
उत्तर - वॅल्ड या वेल्ड
4. संचार के कोई दो स्रोत लिखिए।
उत्तर - समाचार-पत्र, रेडियो, दूरदर्शन
5. जनसंख्या घनत्व से आप क्या समझते हैं?
उत्तर - प्रति वर्ग किमी में रहने वाले लोगों की संख्या को
जनसंख्या घनत्व कहते हैं।
6. 'कर्तन और दहन' कृषि को परिभाषित करें।
उत्तर - कर्तन और दहन कृषि को स्थानांतरित कृषि भी कहते
हैं। यह एक पारंपरिक कृषि प्रणाली है। इसमें, खेती के लिए ज़मीन को साफ़ करने के
लिए पेड़ों और वनस्पतियों को काटकर जलाया जाता है। इसके बाद, इस ज़मीन पर खेती की
जाती है। जब ज़मीन की उर्वरता कम हो जाती है, तो किसान किसी नए भूखंड पर चला जाता
है और वहां से भी खेती करता है। इस तरह, कर्तन और दहन की प्रक्रिया को बार-बार
दोहराया जाता है।
7. किन्हीं चार लौह उत्पादक राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर - ओडिशा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, झारखंड
खण्ड – B (लघु उत्तरीय प्रश्न)
किन्हीं
पाँच प्रश्नों के उत्तर दें।
8. कुटीर उद्योग के किन्हीं तीन विशेषताओं का उल्लेख करें ।
उत्तर - कुटीर उद्योग की विशेषताएँ कुटीर उद्योग की
विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
1. कुटीर उद्योग विनिर्माण की सबसे छोटी इकाई
है।
2. इस उद्योग में दस्तकार/कलाकार अपनी पैतृक
दक्षता के आधार पर घर में ही छोटी-छोटी वस्तुओं का निर्माण करते हैं।
3. इस उद्योग में दस्तकार परिवार के सदस्यों
के साथ मिलकर स्थानीय कच्चे माल का प्रयोग करते हुए वस्तुओं का निर्माण करते हैं।
4. इन उद्योगों का व्यापारिक महत्त्व बहुत ही
कम है।
5.इन उद्योगों में खाद्य पदार्थ, बर्तन,
आभूषण, दरियाँ, चटाइयाँ, थैले, टोकरियाँ इत्यादि बनाने का काम होता है।
9. सड़क परिवहन के तीन लाभ लिखिए ।
उत्तर - सड़क परिवहन के तीन लाभ निम्नलिखित हैं -
(i) इसके माध्यम से ही कृषि का विकास होता है। उत्पादन को
गन्तव्य स्थान पर पहुँचाने में आसानी होती है।
(ii) इसका निर्माण बहुत ऊँचे स्थानों पर किसी भौतिक स्थान
पर किया जा सकता है।
(iii) सड़कें शीघ्र नष्ट होने वाली वस्तुओं जैसे दूध और
सब्जियाँ आदि को विभिन्न क्षेत्रों में ढोने की सुविधा प्रदान करती है। इससे
उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।
10. जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए कोई तीन महत्वपूर्ण उपाय बताइए।
उत्तर - जल प्रदूषण की रोकथाम
एवं नियंत्रण के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं
(1) प्रत्येक घर में सेप्टिक टैंक होना चाहिए ।
(2) जल स्रोतों में पशुओं को नहीं धोना चाहिए ।
(3) लोगों को नदी , तालाब , झील में स्नान नहीं करना चाहिए ।
(4) कीटनाशियों , कवकनाशियों इत्यादि के रूप में निम्नीकरण योग्य
पदार्थों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
(5) खतरनाक कीटनाशियों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना चाहिए । इन
जल स्रोतों में पशुओं को भी नहीं धोना चाहिए ।
(6) जल स्रोतों के जल के शोधन पर विशिष्ट ध्यान देना चाहिए ।
बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों में जल शोधन संयन्त्रों को लगाना चाहिए ।
11. पाइप लाइन परिवहन का तीन लाभ बताइए।
उत्तर - पाइप लाइनें तरल तथा गैस पदार्थों के परिवहन के लिए
आदर्श माध्यम हैं।
• इनके संचालन एवं रख-रखाव में काफी कम खर्चा होता है।
• यह ऊबड़-खाबड़ भू-भागों तथा पानी के भीतर बिछाई जा सकती
है।
• इसमें ऊर्जा का उपयोग काफी कम होता है।
12. व्यापार सन्तुलन क्या है?
उत्तर - किसी देश के निर्यात और आयात के मूल्य के बीच के
अंतर को व्यापार संतुलन कहते हैं।
13. ग्रामीण बस्तियों की समस्याओं की व्याख्या करें।
उत्तर - ग्रामीण बस्तियों की समस्याएँ ग्रामीण बस्तियों की
प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं
1. पेयजल का अभाव संसार के अधिकतर गाँवों में पेयजल की गम्भीर समस्या है।
महिलाओं व बच्चों को कई-कई किमी दूर से पानी लाना पड़ता है। रेगिस्तानी और पर्वतीय
भागों में पेयजल की समस्या अत्यधिक गम्भीर है।
2. जलवाहित रोग - पेयजल की गुणवत्ता ठीक न होने से जलवाहित रोग जैसे हैजा,
पीलिया आदि फैलते हैं।
3. बाढ़ और सूखा - दक्षिण एशिया के देशों के गाँव बाढ़ और सूखे दोनों की ही मार सहने को
अभिशप्त हैं। सिंचाई के अभाव में सूखा पड़ने पर फसलों को भारी हानि होती है।
4. शौचालयों और कचरे की समस्या- गाँव में शौचालयों के न होने से महिलाओं को अधिक कठिनाई
उठानी पड़ती है। वे इसी कारण अनेक रोगों का शिकार हो जाती हैं। गाँवों में कचरे की
निपटान की कोई सुचारु व्यवस्था नहीं है।
5. मानव और पशु एक साथ पशुओं को और उनके चारे को अपने घर में या घर के अति निकट घेर में रखना
किसान की मजबूरी है, लेकिन इससे अनेक रोगों के फैलने का खतरा बना रहता है।
6. परिवहन और संचार साधनों का अभाव - गाँव में पक्की सड़कों का अभाव है। टेलीफोन सविधा सभी
गाँवों में नहीं है, अतः आपातकाल में गाँव शेष दुनिया से कट जाते हैं। अनेक गाँव
वर्षा ऋतु में सम्पर्कविहीन बने रहते हैं।
7. स्वास्थ्य और शिक्षा का अभाव गाँवों में स्वास्थ्य और शिक्षा का अभाव है। यदि कहीं
सुविधा है भी तो उसका स्तर बहुत घटिया है।
14. प्राथमिक क्रियाकलाप किसे कहते हैं?
उत्तर- ऐसे समस्त व्यवसाय जिनके द्वारा मनुष्य, प्राकृतिक
संसाधनों से सीधे भोजन, वस्त्र, आवास तथा अन्य सुविधाएँ प्राप्त करता है तथा जिन
व्यवसायों को करने के लिए विशेष ज्ञान, शिक्षा की आवश्यकता नहीं होती उन्हें
प्राथमिक क्रियाकलाप कहते हैं।
खण्ड – C (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)
किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दें। 5x3=15
15. विश्व की जनसंख्या के वितरण एवं घनत्व को प्रभावित करने वाले भौगोलिक
कारकों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर- विश्व जनसंख्या वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले
कारक विश्व जनसंख्या वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कारकों को सामान्यत तीन
वर्गों में रखा जाता है
1. भौगोलिक कारक
(i) जल की उपलब्धता- जल की उपलब्धता मानवीय जीवन के विविध कार्यों के लिए सर्वाधिक
महत्त्वपूर्ण मानी जाती है यही कारण है कि विश्व की नदी घाटियाँ जहाँ जल की पर्याप्त
उपलब्धता मिलती है विश्व के सर्वाधिक सघन बसे क्षेत्र है।
(ii) भू-आकृति- विश्व के समतल मैदानी भाग सामान्यतया सघन बसे मिलते हैं,
क्योंकि यह क्षेत्र कृषि फसलों के उत्पादन, सड़क निर्माण तथा उद्योगों की स्थापना के
लिए अनुकूल दशाएँ रखते हैं. जबकि पहाड़ी तथा पर्वतीय क्षेत्र इस दृष्टि से अधिक उपयुक्त
नहीं होते हैं।
(iii)
जलवायु- मृदुल जलवायु दशाएँ रखने वाले क्षेत्र जिनमें अधिक मौसमीय
परिवर्तन नहीं होते है, सघन रूप से बसे मिलते हैं जबकि अति ठण्डे, अति गर्म मरुस्थलीय
क्षेत्र, अधिक वर्षा या विषम जलवायु रखने वाले क्षेत्रों में बहुत कम जनसंख्या मिलती
है।
(iv)
मुदाएँ- कृषि की दृष्टि से उपजाऊ मिट्टियों वाले क्षेत्र अधिक जनसंख्या
को आकर्षित करते हैं, जबकि कम उपजाऊ मिट्टी रखने वाले क्षेत्रों में विरल जनसंख्या
मिलती है।
II.
आर्थिक कारक
(i)
खनिज-
खनिज संसाधनों से सम्पत्र क्षेत्र खनन कार्य के साथ साथ अनेक उद्योगों को भी अपनी ओर
आकर्षित करते है जिसके कारण ऐसे क्षेत्रों में जनसंख्या का अधिक जमाव देखने को मिलता
है।
(ii)
नगरीकरण - अच्छी नागरिक सुविधाएँ, रोजगार को अधिक साधन तथा नगरीय
जीवन के आकर्षण में बड़ी संख्या में ग्रामीण जनसंख्या नगरीय क्षेत्रों में आकर बस जाती
है।
(III)
औद्योगीकरण औद्योगिक क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर
के अवसर सृजित होते है जिसके कारण यह क्षेत्र सघन जनघनत्व वाले क्षेत्र हो जाते हैं।
III.
सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक
धार्मिक
तथा सांस्कृतिक महत्त्व रखने वाले क्षेत्र अधिक सघन बसे होते हैं जबकि सामाजिक व राजनीतिक
अशान्ति रखने वाले क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व विरल हो जाता है।
16. गैर परम्परागत ऊर्जा संसाधनों की चर्चा कीजिए।
उत्तर - ऊर्जा के गैर-परम्परागत स्त्रोत ऊर्जा के परम्परागत
स्रोतों के भण्डार सीमित हैं अतः विगत वर्षों में गैर-परम्परागत स्त्रोतों का
उपयोग तीव्र गति से बढ़ा है। ऊर्जा अथवा शक्ति के गैर-परम्परागत स्रोत निम्न
प्रकार
(1) सौर ऊर्जा-सौर ऊर्जा एक महत्त्वपूर्ण गैर-परम्परागत स्रोत है। सूर्य से प्राप्त सौर
ऊर्जा, सौर सेलों में विद्युत उत्पन्न करने के लिए प्रयोग की जा सकती है। धूप की
प्रचुरता वाले उष्णकटिबन्धीय देशों के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग की प्रौद्योगिकी
बहुत लाभदायक है। मुख्य रूप से सौर ऊर्जा का उपयोग सौर तापक, सौर कुकर, सोलर
ड्रायर के साथ-साथ समुदाय को रोशनी देने और यातायात संकेतकों में किया जाता है।
(2) पवन ऊर्जा-पवन, ऊर्जा का एक असीमित स्रोत अथवा संसाधन है। इसमें पवन चक्कियों में तीव्र
गति से चलती हवाएँ पवन चक्की को घुमाती हैं जो विद्युत उत्पादन के लिए जेनरेटर से
जुड़ी होती हैं। पवन चक्कियों के समूह से युक्त पवन फार्म तटीय क्षेत्रों और पर्वत
घाटियों में जहाँ प्रबल और लगातार हवाएं चलती हैं वहाँ स्थित हैं। मुख्य रूप से
पवन फार्म नीदरलैण्ड, जर्मनी, डेनमार्क, यू.के., यू.एस.ए. तथा स्पेन में पाए जाते
हैं।
(3) परमाणु ऊर्जा-परमाणु ऊर्जा प्राकृतिक तौर से प्राप्त रेडियो सक्रिय
पदार्थ जैसे यूरेनियम और थोरियम के परमाणुओं के केन्द्रक में संग्रहित ऊर्जा से
प्राप्त की जाती है। ये पदार्थ नाभिकीय रिएक्टरों में नाभिकीय विखण्डन से गुजरते
हैं जिससे उत्सर्जन से ऊर्जा की प्राप्ति होती है। परमाणु ऊर्जा के सबसे बड़े
उत्पादक संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप हैं। भारत में परमाणु ऊर्जा के केन्द्र
तमिलनाडु में कलपक्कम, महाराष्ट्र में तारापुर, राजस्थान में कोटा के निकट
राणाप्रताप सागर, उत्तर प्रदेश में नरोरा और कर्नाटक में कैगा में है |
(4) भूतापीय ऊर्जा-ताप ऊर्जा जो पृथ्वी से प्राप्त की जाती है, भूतापीय ऊर्जा
कहलाती है। पृथ्वी से प्राप्त ताप ऊर्जा का उपयोग खाना बनाने तथा ऊष्मा प्राप्त
करने और नहाने के लिए किया जाता है। यू.एस.ए. विश्व का सबसे बड़ा भूतापीय ऊर्जा का
संयन्त्र है, इसके बाद न्यूजीलैण्ड, आइसलैण्ड, फिलीपींस और मध्य अमेरिका है। भारत
में भूतापीय ऊर्जा के संयन्त्र हिमाचल प्रदेश में मणिकरण और लद्दाख में पूगाघाटी
में स्थित हैं।
(5) ज्वारीय ऊर्जा-ज्वार से उत्पन्न ऊर्जा को ज्वारीय ऊर्जा कहते हैं । इस
ऊर्जा का विदोहन समुद्र के संकरे मुहाने में बाँध के निर्माण से किया जाता है।
रूस, फ्रांस तथा भारत में कच्छ की खाड़ी में विशाल ज्वारीय ऊर्जा क्षेत्र हैं।
(6) बायोगैस-जैविक अपशिष्ट जैसे मृत पौधे एवं पशुओं के अवशेष, गोबर, अवशिष्ट भोजन को जब
गैसीय ईंधन में बदला जाता है तो उसे बायो गैस कहते हैं। बायोगैस खाना पकाने तथा
विद्युत उत्पादन का सर्वोत्तम ईंधन है और इससे प्रतिवर्ष बड़ी मात्रा में जैव खाद
का उत्पादन होता है।
17. कार्यों के आधार पर नगरों का वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर-केन्द्रीय कार्यों को सम्पादित करने के अतिरिक्त भारत
के अनेक नगर कुछ विशिष्ट प्रकार के कार्यों के कारण जाने जाते हैं। उन्हीं विशिष्ट
कार्यों की प्रधानता के कारण भारत के नगरों को नौ वर्गों में रखा गया है-
(1) प्रशासनिक नगर उच्च क्रम के प्रशासनिक मुख्यालय जिनमें प्रशासनिक कार्यों
की प्रधानता मिलती है, प्रशासनिक नगर की श्रेणी में आते हैं। इनमें
राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों की राजधानियाँ प्रमुख रूप से सम्मिलित हैं। उदाहरण
के लिए चण्डीगढ़, लखनऊ, नई दिल्ली, श्रीनगर, भोपाल, जयपुर, पटना, गाँधीनगर तथा
चेन्नई आदि।
(2) औद्योगिक नगर-ऐसे नगर जिनमें उद्योग प्रमुख संचालित बल के रूप में कार्य
करते हैं, औद्योगिक नगरों की श्रेणी में आते हैं। उनमें से कुछ औद्योगिक नगर ऐसे
भी होते हैं जिनमें किसी एक विशेष प्रकार के उद्योग का विकास देखने को मिलता है।
मुम्बई, कानपुर, अहमदाबाद, सलेम, कोयम्बटूर मोदीनगर, जमशेदपुर, हुगली, भिलाई तथा
राउरकेला इस श्रेणी के प्रमुख नगर हैं।
(3) व्यापारिक नगर-ऐसे नगर जिसके द्वारा किये जाने वाले केन्द्रीय कार्यों
में व्यापार तथा वाणिज्य की प्रधानता होती है, व्यापारिक नगर की श्रेणी में आते
हैं। कोलकाता, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, हाथरस तथा सतना इस श्रेणी के प्रमुख
भारतीय नगर हैं।
(4) परिवहन नगर-ऐसे नगर जिनमें परिवहन सेवाएँ सर्वप्रमुख केन्द्रीय कार्य होते हैं, वे
परिवहन नगर की श्रेणी में आते हैं। इनमें देश के सभी बन्दरगाह नगर (मुम्बई,
मारमागाओ, कान्दला, व कोच्चि आदि) तथा आन्तरिक परिवहन के केन्द्र (जैसे- भुसावल,
मुगलसराय, टूण्डला, इटारसी, कटनी तथा सिलीगुड़ी) सम्मिलित हैं।
(5) खनन नगर-इस श्रेणी के नगर खनिज सम्पन्न क्षेत्रों में विकसित होते हैं तथा इन नगरों
के केन्द्रीय कार्यों में खनन कार्य सर्वाधिक महत्वपूर्ण होते हैं। भारत में
अंकलेश्वर, सिंगरौली, झरिया, रानीगंज, गिरडीह तथा डिगबोई प्रमुख खनन नगर हैं।
(6) गैरीसन छावनी नगर- इस प्रकार के नगरों का विकास सैनिक छावनियों के रूप में
होता है। अम्बाला, लेन्सडाउन, जालन्धर, महू, बबीना तथा ऊधमपुर इस श्रेणी के प्रमुख
नगर हैं।
(7) पर्यटन नगर-इस श्रेणी के नगरों द्वारा किए जाने वाले केन्द्रीय कार्यों में पर्यटन कार्य
सर्वाधिक प्रभावी होते हैं। नैनीताल, शिमला, मसूरी, पंचमढ़ी, दार्जिलिंग, माउण्ट
आबू, जोधपुर, जैसलमेर, आगरा तथा ऊटी देश के महत्वपूर्ण पर्यटन नगर हैं।
(8) शैक्षणिक नगर-ऐसे नगर जिनमें शिक्षा सर्वप्रमुख केन्द्रीय कार्य होता
है, शैक्षणिक नगर की श्रेणी में आते हैं। रुड़की, ग्रेटर नोएडा, वाराणसी, पिलानी
तथा इलाहाबाद देश के प्रमुख शैक्षणिक नगर हैं।
(9) धार्मिक तथा सांस्कृतिक नगर- इस श्रेणी में धार्मिक अथवा सांस्कृतिक महत्व रखने वाले नगर
आते हैं। उदाहरण के लिए मथुरा, वृन्दावन, वाराणसी, हरिद्वार, इलाहाबाद, बौद्धगया, पुरी,
अजमेर, अमृतसर, तिरुपति, कुरुक्षेत्र तथा उज्जैन।
18. भारतीय कृषि की समस्याओं की व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - भारतीय कृषि की अनेक समस्याएं हैं जिनका वर्णन इस
प्रकार है -
1. भारतीय कृषि की सम्भवतः सबसे बड़ी समस्या भूमि पर
जनसंख्या का भारी दबाव है। देश की अर्जक जनसंख्या का 65 प्रतिशत भाग जीवन निर्वाह
के लिए कृषि पर निर्भर तो करता है परन्तु वह देश की कुल आय का 29 प्रतिशत भाग ही
जुटा पाता है।
2. देश में अधिकांश जोतें छोटी हैं और उनका वितरण बहुत ही
असामान्य है। छोटी जोतें आर्थिक दृष्टि से बड़ी अलाभकारी हैं।
3. वनों और चरागाहों के कम होने के कारण मिट्टी के कटाव के
साथ-साथ उनकी उर्वरता बनाये रखने वाले स्रोतों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है।
4. देश के अधिकांश कृषक अनपढ़ हैं। वे वैज्ञानिक ढंग से फसल
चक्र तैयार नहीं कर पाते। इससे मिट्टी की प्राकृतिक उर्वरता कम होती है। इसी तरह
गहन कृषि का भी प्राकृतिक उर्वरता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
5. देश में सिंचाई भी एक समस्या बन गई है। एक ओर जहां
राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक जैसे बड़ेबड़े राज्यों में सिंचाई
सुविधाएं बढ़ाने की आवश्यकता है, वहां पंजाब में सिंचाई साधनों की अधिकता के कारण
जलसंतृप्तता (Water logging) तथा लवणता (Salinity) की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं।
6. घटता पूंजी निवेश कृषि की एक अन्य समस्या है। 1980-81
में जहां यह निवेश 1769 करोड़ था, वहां 1990-91 में यह घटकर 1002 करोड़ रुपए रह
गया। परन्तु इसके बाद से इस निवेश में निरन्तर वृद्धि हो रही है।
7. उन्नत किस्म के बीजों को विकसित करने में भी नाममात्र
प्रगति हुई है।
8. फसलों की किस्मों की विभिन्नता का अभाव तथा धीमी वृद्धि
दर भी भारतीय कृषि की एक गम्भीर समस्या है।
सच तो यह है कि सरकार का कृषि क्षेत्र पर कड़ा नियन्त्रण है
और वह कृषि उत्पादनों के मूल्यों पर भी नियन्त्रण रखती है। कृषक वर्ग को इतनी अधिक
सुरक्षा प्रदान नहीं की जाती जितनी कि उद्योगों तथा विभिन्न सेवाओं में लगे लोगों
को प्रदान की जाती है।
19. प्रदत्त संसार के मानचित्र में निम्नलिखित को दिखाइए :
(a) कनाडा
(b) आस्ट्रेलिया
(c) रूस
(d) संयुक्त राज्य अमेरिका
(e) मुम्बई