Class 12 Economics Dumka Model Paper Set-1 Solution 2024-25

Class 12 Economics Dumka Model Paper Set-1 Solution 2024-25

Class 12 Economics Dumka Model Paper Set-1 Solution 2024-25

Dumka Economics Model Set-1 2024-25

वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1x30=30

1. व्यष्टि अर्थशास्त्र में शामिल होता है?

(A) छोटे-छोटे चर

(B) व्यक्तिगत इकाई

(C) व्यक्तिगत मूल्य निर्धारण

(D) इनमें सभी

2. सबसे पहले 'माइक्रो' शब्द का प्रयोग किसने किया

(A) मार्शल

(B) केन्स

(C)  रैगनर फ्रि

(D) बोल्डिंग

3. “PRINCIPLES OF ECONOMICS” नामक पुस्तक किसने लिखी?

(A) एडम स्मिथ

(B) मार्शल

(C) पीहू

(D) केन्स

4. अर्थव्यवस्था को वर्गीकृत किया जा सकता है ?

(A) समाजवादी के रूप में

(B) पूंजीवादी के रूप में

(C) मिश्रित के रूप में

(D) इनमे से सभी।

(5) उपभोक्ता व्यवहार का अध्ययन किया जाता है?

(A) व्यष्टि अर्थशास्त्र में

(B) समष्टि अर्थशास्त्र में

(C) आय विश्लेषण में

(D) आर्थिक विश्लेषण में

(6) निम्न में से किसे गोसेन का प्रथम नियम कहा जाता है?

(A) माँग का नियम

(B) उपभोक्ता बचत

(C) सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम

(D) सम सीमान्त उपयोगिता नियम

(7) सीमान्त उपयोगिता का ज्ञात किया जा सकता है?

(A) TU/∆Q

(B) MU/Q

(C) Q/MU

(D) ∆Q/∆TU

(8) उपयोगिता के क्रमवाचक सिद्धांत के प्रतिपादक कौन है?

(A) पीगू

(B) हिक्स - ऐलन

(C) मार्शल

(D) रिकार्डो

(9)  पूरक वस्तु के उदाहरण है?

(A) चाय तथा चीनी

(B) जुते तथा जुराब

(C) कलम तथा स्याही

(D) उपर्युक्त सभी

(10) यदि मांग की लोच Y-अक्ष के समान्तर है तो माँग की लोच होगी?

(A) शून्य

(B) एक

(C) एक से अधिक

(D) अनन्त

(11) मांग की कीमत लोच का अर्थ है?

(A) कीमत में परिवर्तन के कारण मांग में परिवर्तन

(B) वास्तविक य में परिवर्तन

(C) कीमत में परिवर्तन

(D) माँग में परिवर्तन

(12) आगत को निर्गत में परिवर्तन करने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है

(A) उपभोग

(B) उत्पादन

(C) निवेश

(D) विनिमय

(13) जिस समयावधि में उत्पादन के सभी साधन परिवर्तनशील होते है उसे क्या कहा जाता है?

(A) ग्रीष्मकाल

(B) अल्पकाल

(C) दीर्घकाल

(D) शीत काल

(14) किस बाजार में AR वक्र X अक्ष के समान्तर होता है?

(A) पूर्ण प्रतियोगिता

(B) एकाधिकार

(C) एकाधिकारी प्रतियोगित

(D) इनमे से सभी

(15) किस बाजार में वस्तु विभेद पाया जाताहै?

(A) शुद्ध प्रतियोगिता

(B) पूर्ण प्रतियोगिता

(C) एकाधिकार

(D) एकाधिकारी प्रतियोगित

16. आर्थिक महामंदी किस वर्ष में उत्पन्न हुई?

(A) 1929

(B) 1932

(C) 1945

(D) 1936

17. बाजार कीमत पर सकल राष्ट्रीयत्पाद - शुद्ध अप्रत्यक्ष कर- मूल्यह्रास किसके बराबर होगा?

(A) GDPMP

(B) NNPFC

(C) GNPFC

(D) NDPFC

18. भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कब हुआ ?

(A) 1 जनवरी 1949

(B) 1 जनवरी 1950

(C) 1 मार्च 1951

(D) 10 मार्च 1952

19. साख सृजन का कार्य कौन करता है?

(A) R.B.I

(B) व्यापारिक बैंक

(C) भारत सरकार

(D) S.B.I

20. “The General Theory of Employment, Interest and Money” नामक पुस्तक किसने लिखी है?

(A). J.B. से०

(B) J.M. कीन्स

(C) रिकार्डो

(D) मार्शल

21. आय के संतुलन स्तर पर क्या होता है?

(A) बचत और निवेश बराबर होते है।

(B) बचत निवेश से कम होती है।

(C) बचत निवेश से अधिक होती है

(D) बचत का निवेश से कोई संबंध नहीं होता है।

22. निवेश गुणक सिद्धांत की अवधारणा किसने दी?

(A) मार्शल

(B) काहन

(C) कीन्स

(D) हेन्सन

23. निम्न में कौन सा कथन सत्य है?

(A) MPC + MPS = 0

(B) MPC + MPS = 1

(C) MPC + MPS < 1

(D) MPC + MPS > 1

24. गुणक ज्ञात कीजिए यदि MPS का मान 0.75 है?

(A) 2

(B) 1.67

(C) 8

(D) 1.33

25. अप्रत्यक्ष कर के अंतर्गत निम्नलिखित में किसे शामिल किया जाता है?

(A) उत्पाद शुल्क

(B) बिक्री कर

(C) A और B

(D) सम्पत्ति कर

26. आय का चक्रीय प्रवाह के दो क्षेत्रक मॉडल में कारक सेवाओ का प्रवाह किस दिशा में होता है?

(A) फर्म से फर्म की ओर

(B) परिवार से फर्म की ओर

(C) परिवार से परिवार की ओर

(D) फर्म से परिवार की ओर

27. ज आय के बढ़ने पर कर की दर भी बढ़ जाए तो इस प्रकार के कर को कौन सा कर कहेंगे?

(A) प्रत्यक्ष कर

(B) अप्रत्यक्ष कर

(C) प्रगतिशील कर

(D) आनुपातिक कर

28. भुगतान शेष का चालू खाता कौन सा वास्तविक लेन देन को दर्शाता है

(A) अल्पकालीन

(B) दीर्घकालीन

(C) अति दीर्घकालीन

(D) इनमें से कोई नही ।

29. स्टॉक चर का एक उदाहरण है?

(A) मुद्रास्फीति

(B) पूँजी

(C) आय

(D) व्यय

30. उपभोग फलन C = A+bY में स्वायत्त उपभोग है

(A) C

(B) A

(C) B

(D) bY

अति लघु उत्तरीय प्रश्न 31 से 38 6x2=12

(31) आर्थिक क्रिया किसे कहते हैं?

उत्तर - जिस काम से आय मिलती है, उसे आर्थिक क्रिया कहते हैं

(32) मिश्रित आर्थिक प्रणाली से आप क्या समझते है।

उत्तर - पूंजीवाद और समाजवाद दोनों की विशेषताओं वाला एक आर्थिक ढांचा है।

(33) बजट रेखा किसे कहते है?

उत्तर - बजट रेखा दो वस्तुओं के ऐसे विभिन्न संयोगों का बिन्दुपथ है जो एक उपभोक्ता द्वारा दी गई वस्तु कीमतों एवं उपभोग के लिए उपलब्ध आय के साथ खरीद सकता है।

(34) माँग के दो निर्धारक तत्व बताइए?

उत्तर - 1. किसी वस्तु को खरीदने की इच्छा 2. उस वस्तु को खरीदने के लिए संसाधन

(35) समष्टि अर्थशास्त्र से आप क्या समझते है?

उत्तर - एम. एच. स्पेन्सर के अनुसार, समष्टि अर्थशास्त्र का संबंध अर्थव्यवस्था अथवा उसके बड़े बड़े हिस्सों से है। इसके अंतर्गत ऐसी समस्याओं का अध्ययन किया जाता है जैसे बेरोजगारी का स्तर, मुद्रास्फीति की दर राष्ट्र का कुल उत्पादन आदि जिनका संपूर्ण अर्थव्यवस्था के लिए महत्व होता है"।

(36) राष्ट्रीय आय तथा घरेलू आय में अन्तर स्पष्ट कीजिए?

उत्तर -

1. घरेलू आय (GDP) देश के घरेलू क्षेत्र के उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं तथा सेवाओं के मौद्रिक मूल्य को बताता है। जबकि राष्ट्रीय आय (GNP) देश के सामान्य निवासियों द्वारा उत्पादित अंतिम वस्तुओं तथा सेवाओं का बाजार मूल्य होता है।

2. GDP एक क्षेत्रीय घरेलू धारणा है जो देश के घरेलू क्षेत्र तक सीमित होती है जबकि GNP एक राष्ट्रीय धारणा है जिसका संबंध देश के सामान्य निवासियों के साथ होता है।

3. GDP = GNP - शुद्ध विदेशी साधन आय

GNP = GDP + शुद्ध विदेशी साधन आय

(37) व्यापारिक बैंक के दो कार्य बताइए ?

उत्तर - 1. जमा स्वीकार करना, 2. ऋण देना

(38) वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है ?

उत्तर- विनिमय की वह प्रणाली, जिसमें विनिमय के साधन के रूप में मुद्रा का प्रयोग नहीं होकर वस्तु का प्रयोग होता है, वस्तु विनिमय प्रणाली के नाम से जानी जाती है।

लघु उत्तरीय प्रश्न 39 से 46 6x3=18

(39) केन्द्रीय बैंक द्वारा साख की मात्रा के नियंत्रण के लिए अपनाये जाने वाले कोई दो उपाय बताइए?

उत्तर - केन्द्रीय बैंक द्वारा साख की मात्रा के नियंत्रण के लिए अपनाये जाने वाले दो उपाय निम्न हैं -

(1) बैंक दर में परिवर्तन- बैंक दर में परिवर्तन करके भी साख पर नियंत्रण किया जा सकता है। बैंक दर वह दर है जिस पर केन्द्रिय बैंक व्यवसायिक बैंको को ऋण देता है। बैंक दर से ब्याज दर प्रभावित होता है। बैंक दर में वृद्धि करके साख की मात्रा को कम किया जा सकता है और बैंक दर में कमी करके साख की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है।

(2) खुले बाजार की क्रियाएं- खुले बाजार की क्रियाओ से अभिप्राय केन्द्रीय बैंक के द्वारा बाजार में प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय करना है। प्रतिभूतियों का क्रय कर साख की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है और विक्रय करके साख की मात्रा को घटाया जा सकता है।

(40) निवेश गुणक से क्या अभिप्राय है उदाहरण सहित बताइए?

उत्तर - केन्स के अनुसार," गुणक, विनियोग में हुए परिवर्तन के फलस्वरुप आमें होने वाले परिवर्तन का अनुपात है"

सूत्र के रूप में,

यदि किसी अर्थव्यवस्था में ₹10 करोड़ का प्रारम्भिक निवेश करने से आय में अन्तिम वृद्धि ₹60 करोड़ की है तो 60/10 = 6   का अंक गुणक (Multiplier) कहलाएगा।

(41) एक अर्थव्यवस्था में सीमांत उपयोग प्रवृति 0.75 है। यदि निवेश व्यय मे 500 करोड़ की वृद्धि होती है तो आय तथा उपयोग व्यय में होने वाली कुल वृद्धि की गणना कीजिए ?

उत्तर :- MPC = 0.75 , ΔI = 500 करोड़ रु. , ΔY =?  , ΔC = ?

                 ΔY = K ΔI

`\therefore K=\frac1{1-MPC}`

`=\frac1{1-0.75}=\frac{100}{0.25}=4`

कुल आय (ΔY) = 4 (500) = 2000 करोड़ रु.

`MPC=\frac{\Delta C}{\Delta Y}`

ΔC = ΔY (MPC)

उपभोग व्यय  (ΔC) = 2000 (0.75) = 1500 करोड़ रु.

 कुल आय = 2000 करोड़ रु.  ; 

 उपभोग व्यय = 1500 करोड़ रु.

(42) सरकारी बजट के किन्ही दो उद्देश्यों को समझाइए?

उत्तर -

1. आर्थिक स्थिरता- अर्थव्यवस्था में तेजी और मंदी के चक्र चलते हैं। सरकार अर्थव्यवस्था को इन व्यापार चक्रो से सुरक्षित रखने के लिए सदा वचनबद्ध होती है। सरकार आर्थिक स्थिरता की स्थिति को प्राप्त करने का प्रयत्न करती है।

2. सार्वजनिक उद्यमों का प्रबंध- सरकार के बजट संबंधी नीति से ही यह प्रकट होता है कि वह किस प्रकार सार्वजनिक उद्यमों के माध्यम से विकास की गति को तीव्र करने के लिए उत्सुक है। प्रायः सार्वजनिक उद्यमो को उन क्षेत्रों में लगाने का प्रयत्न किया जाता है जहां प्राकृतिक एकाधिकार पाया जाता है।

(43) कर प्राप्तियों और गैर कर प्राप्तियों में क्या अन्तर है।

उत्तर - कर प्राप्तियों में कर, किसी व्यक्ति या संस्था की आय पर लगाया जाता है वहीं, गैर-कर प्राप्तियों में कर, माल और सेवाओं के लेन-देन के मूल्य पर लगाया जाता है।

कर प्राप्तियों में, अर्जित धन के साथ-साथ उपभोग की गई वस्तुओं और सेवाओं की मात्रा के एक हिस्से पर कर का भुगतान करना ज़रूरी होता है वहीं, गैर-कर प्राप्तियां केवल तभी देय होती हैं, जब सरकार की सेवाओं का इस्तेमाल किया जाता है।

(44) माँग के नियम की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए?

उत्तर- मांग का नियम मूल्य तथा मांग के बीच के विपरीत संबंध को व्यक्त करता है। मार्शल के शब्दों में, "मांगी गई मात्रा मूल्य में कमी के साथ बढ़ती है तथा मूल्य में वृद्धि के साथ घटती है।"

किसी दिए हुए समय में भिन्न-भिन्न मूल्य पर किसी वस्तु की जितनी मांग की जाती है उसकी एक सूची तैयार करें तो उसे ही मांग की तालिका कहते हैं।

कीमत

8

6

4

2

मांग मात्रा

2

3

4

5

तालिका से स्पष्ट है कि जब कीमत घटती है तो वस्तु की मांग मात्रा में वृद्धि होती है।

चित्र से स्पष्ट है कि X अक्ष पर वस्तु X के लिए मांग मात्रा तथा Y अक्ष पर X वस्तु के मूल्य को दर्शाया गया है। मूल्य घटने से मात्रा बढ़ती जाती है। इसलिए DD मांग की रेखा ऊपर से नीचे दाहिनी ओर गीरती है।

(45) नद साख एवं अधिविकर्ष मे क्या अन्तर है?

उत्तर - नकद साख (Cash Credit)- व्यापारिक बैंक उद्योगपतियों, व्यापारियों आदि को उनके माल, गोदाम, स्वीकृत प्रतिभूतियों, सम्पत्ति आदि की जमानत पर साख की व्यवस्था करते हैं। ग्राहक को समय-समय पर बकाया राशि पर ही ब्याज देना पड़ता है और ज्यों-ज्यों वह ऋण राशि का भुगतान करता जाता है, अपनी जमानत की वस्तुओं को वापिस अपने स्वामित्व में लेता रहता है। नकद साख और अधिविकर्ष (Overdraft) में यह मौलिक अन्तर है कि नकद साख किसी भी व्यक्ति को स्वीकार की जा सकती है, पर अधिविकर्ष की सुविधा केवल चालू खाता रखने वाले ग्राहकों को ही प्राप्त होती है। नकद साख की अवधि अधिविकर्षों की अपेक्षा अधिक होती है। अधिविकर्ष बहुत ही अल्पकालीन होते हैं।

अधिविकर्ष (Overdraft) - जब व्यापारिक बैंक अपने चालू खाता वाले ग्राहकों को उनकी जमाओं से भी अधिक राशि अपने खाते से निकालने की अनुमति दे देता है तो बैंक की इस उधार क्रिया को अधिविकर्ष के नाम से जाना जाता है। अधिविकर्ष की सुविधा केवल विश्वासपात्र ग्राहकों के लिए अल्पकाल के लिए होती है। ऋण, अग्रिम तथा नकद साख किसी भी व्यक्ति या संस्था को दिया जा सकता है, पर अधिविकर्ष केवल उन्हीं ग्राहकों के लिए होता है, जिनका चालू खाता होता है। इसमें ब्याज की दर नकद साख की अपेक्षाकृत कम होती है।

(46) प्राथमिक क्षेत्र तथा द्वितीय क्षेत्र के अन्तर बताइए?

उत्तर -

प्राथमिक क्षेत्र (Primary Sector)

द्वितीयक क्षेत्र (Secondary Sector)

1. इस क्षेत्र को 'कृषि तथा सम्बन्धित क्षेत्र' के नाम से जाना जाता है।

इसे 'निर्मित क्षेत्र' के नाम से जाना जाता है।

2. यह वह क्षेत्र है जो प्राकृतिक साधनों का शोषण करता है तथा इससे वस्तुएँ तथा सेवाएँ पैदा करता है।

यह क्षेत्र एक वस्तु को दूसरी में परिवर्तित करता है जिनसे उपभोक्ताओं को अधिक सन्तुष्टि मिलती है।

3. इसमें सभी कृषि तथा सम्बन्धित क्रियाएँ, जैसे-वन, खनन तथा उत्खनन, मछली पालन तथा पशु पालन आदि शामिल होते हैं।

इसमें निर्माण इकाइयाँ-छोटे पैमाने, बड़ी फर्मे, बड़े निगम तथा बहुराष्ट्रीय निगम शामिल होते हैं।

4. असंगठित तथा परम्परागत तकनीकें।

संगठित तकनीकें।

5. श्रम-विभाजन की कोई सम्भावना नहीं।

उत्पादन के लिए जटिल श्रम विभाजन आवश्यक ।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न  47 से 52 5x4=20

(47) केन्द्रीय बैंक की परिभाषा दें और इसके कार्यो की व्याख्या करें ?

उत्तर- डी. कॉक के शब्दों में," केंद्रीय बैंक का बैंक है जो देश की मौद्रिक तथा बैंकिंग प्रणाली के शिखर पर होता है"

भारत का केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया है जिसकी स्थापना 1 अप्रैल 1935 . को की गई

एक केंद्रीय बैंक द्वारा किए जाने वाले मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं

1. मुद्रा जारी करना :- वर्तमान समय में संसार के प्रत्येक देश में नोट (मुद्रा ) छापने का एकाधिकार केवल केंद्रीय बैंक को ही प्राप्त होता है और केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए नोट सारे देश में असीमित विधिग्राह्म के रूप में घोषित होते हैं

2. सरकार का बैंक :- केंद्रीय बैंक सभी देशों में सरकार के बैंकर, एजेंट एवं वित्तीय परामर्शदाता के रूप में कार्य करते हैंसरकार बैंकर के रूप में यह सरकारी विभागों के खाते रखता है तथा सरकारी कोषों की व्यवस्था करता है। यह सरकार के लिए उसी प्रकार कार्य करता है जिस प्रकार व्यवसायिक बैंक अपने ग्राहकों के लिए करते हैंआवश्यकता पड़ने पर सरकार को बिना ब्याज के ऋण दिया जाता है

3.  बैंकों का बैंक :- केंद्रीय बैंक देश के अन्य बैंकों के लिए बैंक का कार्य करता हैकेंद्रीय बैंक अन्य बैंकों के नगद कोका कुछ भाग अपने पास जमा के रूप में रखता है, ताकि ग्राहकों की मांग होने पर वउनके धन की अदायगी कर सके

4. बैंको का निरीक्षण :- बैंकों का बैंक होने के कारण केंद्रीय बैंक वाणिज्य बैंकों का निरीक्षण भी करता हैइसके लिए उसे यकार्य करने होते हैं - (a) वाणिज्यिक बैंकों को लाइसेंस जारी करना (b) देश के विभिन्न भागों तथा विदेशों में वाणिज्यिक बैंकों की शाखाएं खुलवा कर उनका विस्तार करना (c) वाणिज्यिक बैंकों का विलयन तथा (d) बैंको का परिसमापन

5. अन्तिम ऋणदाता 6. देश के विदेशी मुद्रा कोषों का संरक्षण 7. समाशोधन गृह का कार्य 8. साख मुद्रा का नियंत्रण 9. आंकड़े इकट्ठा करना 10. अन्य कार्य - (a) कृषि वित्त (b) अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा सम्मेलन (c) मुद्रा तथा बिल बाजार (d) फटे पुराने नोट वापिस लेना

(48) एक व्यापारिक बैंक की परिभाषा दीजिए और उसके प्रमुख कार्य बताइए?

उत्तर- "व्यावसायिक बैंक व वित्तीय संस्था है जो लोगों के रुपये को अपने पास जमा के रूप में स्वीकार करती हैं और उनको उपभोग अथवा निवेश के लिए उधार देती है"

व्यवसायिक बैंकों के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं -

1. जमा प्राप्त करना :- व्यवसायिक बैंकों का एक मौलिक कार्य जनता से जमा प्राप्त करना हैजनता से प्राप्त जमा पर बैंक कुछ ब्याज भी देते हैं तथा इसी जमा की रकम को अधिक ब्याज की दरों पर कर्ज दे कर मुनाफा प्राप्त करते हैं

व्यवसायिक बैंक तीन प्रकार के खातों में रकम जमा करते हैं

(क) स्थायी जमा खाता (ख) चालू खाता () बचत बैंक खाता

2. ऋण देना :- व्यवसायिक बैंक खातों में जो जमा की रकम प्राप्त करते हैं उसे विभिन्न उत्पादक कार्यों के लिए अपने ग्राहकों को ऋण के रूप में देते हैं। विभिन्न खातों में जमा रकम पर चुकाई गई ब्याज की राशि एवं ऋणों से प्राप्त ब्याज की राशि का अंतर ही बैंक का मुनाफा होता है। बैंक निम्न प्रकार से ऋण देते हैं -

(a) अधिविकर्ष (b) नकद साख (c) ऋण एवं अग्रिम (d) विनिमय बिलों अथवा हुण्डियो का बट्टा करना तथा (e) याचना तथा अल्प सूचना ऋण

3. सामान्य उपयोगिता सम्बन्धी कार्य :- बैंक के सामान्य उपयोगिता संबंधी कार्य निम्न है - (a) विदेशी विनिमय का क्रय विक्रय (b) बहुमूल्य वस्तुओं की सुरक्षा (c) साख प्रमाण पत्र एवं अन्य साख पत्रों को जारी करना (d) ग्राहकों को दूसरे की साख के बारे में जानकारी देना (e) व्यावसायिक सूचना तथा आर्थिक आंकड़े एकत्रित करना (f) वित्तीय मामलों के संबंध में सलाह देना (g) मुद्रा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने की सुविधा

4. एजेन्सी के कार्य :- बैंक अपने ग्राहकों के एजेण्ट के रूप में कार्य करते हैं जिन्हें एजेन्सी के कार्य कहा जाता है। इसमे निम्नलिखित प्रमुख है - (a)  प्रतिभूतियों का क्रय विक्रय (b) ग्राहकों की ओर से भुगतान का काम करना (c) ग्राहकों के लिए भुगतान प्राप्त करना (d) चेक एवं अन्य साख पत्रों के भुगतान को इकट्ठा करना (e) प्रतिनिधि के समान कार्य करना (f) ग्राहकों की ओर से विनिमय बिलों को स्वीकार करना

(49) मुद्रा के सभी कार्यो वर्णन करें?

उत्तर- क्राउथर के अनुसार, “मुद्रा वह वस्तु है जो विनिमय के माध्यम के रूप में सामान्यतया स्वीकारी जाती है और साथ ही साथ में मुद्रा के माप और मुद्रा के संग्रह का कार्य भी करे।”

प्रो. किनले ने मुद्रा के कार्यो को निम्नलिखित तीन वर्गो में विभाजित किया है -

(A) प्राथमिक या मुख्य कार्य :- इसे आधारभूत अथवा मौलिक कार्य भी कहते हैं।

मुद्रा के मुख्य कार्य दो है -

1. विनिमय का माध्यम :- वस्तु विनिमय प्रणाली की एक मुख्य कठिनाई यह थी कि उनमें आवश्यकताओ के दोहरे सयोग का अभाव पाया जाता था। मुद्रा ने इस कठिनाई को दूर कर दिया है। आज किसी वस्तु को बेचकर मुद्रा प्राप्त कर ली जाती है और उस मुद्रा से आवश्यकतानुसार बाजार में वस्तुएं खरीदी जाती हैअर्थात मुद्रा विनिमय का माध्यम है।

2. मूल्य का मापक :- मुद्रा लेखे की इकाई के रूप में मूल्य का मापदंड करती है लेखे की इकाई से अभिप्राय यह है कि प्रत्येक वस्तु तथा सेवा का मूल्य मुद्रा के रूप में मापा जाता है। मुद्रा के द्वारा सभी वस्तुओं तथा सेवाओं के मूल्य अथवा कीमतों को मापा जा सकता है तथा व्यक्त किया जा सकता है

(B) गौण अथवा सहायक कार्य :- इस श्रेणी में उन कार्यों को सम्मिलित करते हैं जो प्राथमिक कार्यों के सहायक हैइसमें निम्न कार्य है -

1. स्थगित भुगतानका मान :- जिन लेन-देनका भुगतान तत्काल न करके भविष्य के लिए स्थगित कर दिया जाता है उन्हें स्थगित भुगतान कहा जाता हैमुद्रा को स्थगित भुगतानका मान इसलिए माना गया है क्योंकि - () अन्य किसी वस्तु की तुलना में इसका मूल्य स्थिर रहता है (ख) इसमें सामान्य स्वीकृति का गुण पाया जाता है () अन्य वस्तुओं की तुलना में यअधिक टिकाऊ है () स्थगित भुगतानो के मान के रूप में कार्य करके मुद्रा पूंजी निर्माण में सहायक होती है

2. मूल्य का संचय :- मुद्रा के मूल्य संचय से अभिप्राय यह है ि मुद्रा को वस्तुओं तथा सेवाओं के लिए खर्च करने का तुरंत कोई विचार नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी आय का कुछ भाग भविष्य के लिए बचाता हैइसे ही मूल्य का संचय कहा जाता है। मुद्रा के रूप में मूल्य का संचय करना सरल होता है क्योंकि () मुद्रा को सब लोग स्वीकार कर लेते हैं (ख) मुद्रा के मूल्य में अधिक कमी या वृद्धि नहीं होती है () मुद्रा का संग्रह सरलता से किया जा सकता है () मुद्रा के रूप में बचत करने में बहुत कम स्थान की आवश्यकता होती है

3.  मूल्य का हस्तांतरण :- मुद्रा मूल्य के हस्तांतरण का कार्य करती है, क्योंकि इसके माध्यम से कोई व्यक्ति अपनी क्रय शक्ति दूसरे को दे सकता है अथवा एक स्थान पर अपनी अचल संपत्ति को बेच कर दूसरे स्थान पर संपत्ति खरीद सकता है

(C) आकस्मिक कार्य :- मुद्रा के आकस्मिक कार्य निम्नलिखित है

(a) सामाजिक आय का वितरण (b) साख निर्माण का आधार (c) अधिकतम संतुष्टि का माप (d) राष्ट्रीय आय का वितरण (e) शोधन क्षमता की गारंटी (f) पूंजी की तरलता में वृद्धि।

(50) तालिका तथा चित्र के सहायता से सीमांत उपयोगिता तथा कुल उपयोगिता के बीच संबंध स्पष्ट कीजिए?

उत्तर- कुल उपयोगिता :- उपभोक्ता द्वारा उपयोग की जाने वाली वस्तु की सभी इकाइयों से प्राप्त उपयोगिता के संपूर्ण योग को कुल उपयोगिता कहते हैं

  TU =  MU

सीमांत उपयोगिता :- किसी वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई का उपभोग बढ़ाने पर कुल उपयोगिता में जितन वृद्धि होती है उसे वस्तु की सीमांत उपयोगिता कहते हैं।

     MU = TUn - TUn-1

कुल उपयोगिता तथा सीमांत उपयोगिता में संबंध

मात्रा

कुल उपयोगिता

सीमांत उपयोगिता

वर्णन

0

0

-

आरंभिक उपयोगिता

1

8

8-0 =8

2

14

14-8 =6

3

18

18-14 =4

धनात्मक उपयोगिता

4

20

20-18 =2

5

20

20-20 =0

शून्य उपयोगिता

6

18

18-20 =-2

ऋणात्मक उपयोगिता



चित्र और तालिका से निम्न बातें स्पष्ट है -

i. जब सीमांत उपयोगिता गिरती है तब कुल उपयोगिता में घटती दर पर वृद्धि होती है

ii. जब सीमांत उपयोगिता शून्य होती है तब कुल उपयोगिता अधिकतम होती है

iii. जब सीमांत उपयोगिता ऋणत्मक होती है तब कुल उपयोगिता गिरना शुरू हो जाती है

(51)  माँग की कीमत लोच से क्या समझते हैइसकी कितनी श्रेणियां होती है?

उत्तर- "किसी वस्तु के मूल्य में प्रतिशत परिवर्तन के फलस्वरुप उसकी मांग मात्रा में जो प्रतिशत परिवर्तन होता है, उसे मांग की लोच कते हैं"

मांग की लोच के प्रकार

1. पूर्णतया लोचदार मांग या अनन्त लोंच :- जब ूल्य में कमी होने पर मांग में अनन्त वृद्धि हो जाए तथा मूल्य में अल्प ृद्धि होने पर मांग घट कर शून्य हो जाए तो मांग पूर्णतया लोचदार होती है

2. सम लोचदार मांग या इकाई लोचदार मांग :- जिस अनुपात में मूल्य में परिवर्तन हो उसी अनुपात में मांग में परिवर्तन हो तो इसे समलोचदार मांग कते हैं

3. इकाई से अधिक लोचदार मांग :- जिस अनुपात में मूल्य में परिवर्तन हो रहा हो उससे अधिक अनुपात में मांग में परिवर्तन हो तो इसे इकाई से अधिक लोचदार मांग कते हैं

4. इकाई से कम लोचदार मांग :- जिस अनुपात में मूल्य में परिवर्तन हो रहा है उससे कम अनुपात में मांग में परिवर्तन हो तो इसे इकाई से कम लोचदार मांग कते हैं

5. पूर्णतया बेलोचदार मांग :- जब मूल्य में कमी अथवा वृद्धि का मांग पर कुछ भी प्रभाव न पड़े तो इसे पूर्णतया बेलोचदार मांग कते हैं

(52)  माँग की कीमत लोच ज्ञात कीजिए

P

Q

9

100

9

150

 उत्तर :   

P= 9     P1=9      

Q=100,   Q1=150 

P= P1 -P= 9-9=0     

Q = Q1 -Q =150-100=50

`E_d=(-)\frac{\Delta Q}Q\times\frac P{\Delta P}`

`E_d=(-)\frac50{100}\times\frac9{0}`= 

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12th Economics SET -2 Koderma PROJECT RAIL 2.0 MODEL QUESTION PAPER-2023 

12th Economics Koderma PROJECT RAIL 2.0 MODEL QUESTION PAPER-2023 SET -1

 Economics Model Paper 2021 Solution/JAC Board Jharkhand

व्यष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय स्मरण रखें (Remember an Introduction to Microeconomics)

आय/उत्पादक का संतुलन स्मरण रखे (Remember an Revenue/ Producer’s Equilibrium)

समष्टि अर्थशास्त्र-आय और उत्पाद- समुच्चय- राष्ट्रीय आय- मुद्रा स्मरण रखे (Remember an Macroeconomics-Income & Product-Aggregates-NI-M)

अधिमाँग-सरकारी बजट-विनिमय दर-भुगतानशेष-स्मरण रख (Remember an Excess Demand-Budget-Exchange-Balance)

उत्पादन फलन/ लागत स्मरण रखें (Remember an Production Function/ Cost)

बैंकिंग-AD AS- संतुलन - गुणक - समस्याएं स्मरण रख (Remember an Banking-Equilibrium-Multiplier-Problems)

पूर्ति/बाजार/बाजार संतुलन स्मरण रखे (Remember an Supply/ Market/Market Equilibrium)

Economics Model Question Solution Set-1Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-2Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-3Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-4 Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-5 Term-1 Exam.

12th JAC Economics Model Paper Solution 2022-23

Economics Model Question Solution Set-1 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-2 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-3 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-4 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-5 Term-2 Exam. (2021-22)

12th ECONOMICS MODEL (Mock) TEST (I.A/I.SC/I.COM) 2022 

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