Class 12th SOE School Economics PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 01.02.2025

Class 12th SOE School Economics PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 01.02.2025

Class 12th SOE School Economics PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 01.02.2025

झारखण्ड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, राँची

(Jharkhand council of Educational Research and Training, Ranchi)

Project Rail (Regular Assessment for improved Learning)

CM SOE / MODEL SCHOOL 01.02.2025

विषय (Subject) - अर्थशास्त्र (Economics)

कक्षा (Class) - 12 समय (Time) - 90 min पूर्णांक (Marks)- 40

GENERAL INSTRUCTIONS:

1. This question paper contains four sections:

Section A:- This section contains 10 Multiple Choice Type Questions and Assertion -Reason of 1 mark each.

Section B:-This paper contains 2 Short Answer Type Questions of 3 marks each to be answered in 60 to 80 words.

Section C:- This section contains 3 Short Answer Type Questions of 4 marks each to be answered in 80 to 100 words.

Section D :-This Section contains 2 Long Answer Type Questions of 6 marks each to be answered in 100 to 150 words.

SECTION-A 10x1=10

Q1) मान लीजिए कि एक काल्पनिक अर्थव्यवस्था का व्यापार संतुलन Rs. 500 cr का अनुकूल संतुलन दर्शाता है। माल निर्यात का मूल्य Rs. 1200 cr व हस्तांतरण भुगतान Rs. 400 cr है। वाणिज्य (Merchandise) आयात का मुल्य Rs. ………….. cr होगा।

( रिक्त स्थान को भरने के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए।)

A) 1700

B) 750

C) 700

D) 900

Q2) भुगतान संतुलन BOP मे अधिशेष का तात्पर्य ------- की अधिकता से है।

A) स्वायत्त प्राप्तियों पर स्वायत्त भुगतान।

B) स्वायत्त प्राप्तियों पर चालु खाता भुगतान।

C) पूँजी खाता भुगतान पर पूँजी खाता प्राप्तियाँ ।

D) स्वायत्त भुगतान पर स्वायत्त प्राप्तियाँ।

Q3) पहचानिए कि निम्नलिखित में से कौन भारत के भुगतान संतुलन के पूँजी खाते के डेबिट पक्ष में दर्शाया जाएगा।

A) इंग्लैंड से एक भारतीय द्वारा प्रेषित धनराशि ।

B) विदेशों में परिसंपत्ति में भारतीयों द्वारा निवेश।

C) अमेरिकी कंपनी द्वारा किसी भारतीय कंपनी के अंशों shares का क्रय

D) भारत से मसाले का निर्यात।

Q4) निम्नलिखित चित्र का अध्ययन कीजिए तथा रिक्त स्थान के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए।

Class 12th SOE School Economics PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 01.02.2025

A) निवेश

B) बाहरी ऋण

C) सेवाओं का व्यापार

D) बाहरी सहायता

Q5) निम्नलिखित में से कौन सा स्थिर विनिमय दर प्रणाली का एक लाभ नहीं है।

A) विनिमय दर में स्थिरता सुनिश्चित करना

B) विदेशी मुद्रा के अल्प या आधिक मुल्यांकन की संभावना

C) विदेशी मुद्रा बाजार में सट्टेबाजी पर रोक लगाना।

D) समष्टि - अर्थशास्त्रीय नीतियों का समन्वय सुविधाजनक हो जाता है।

Q6)

कथन 1:- किसी राष्ट्र का आर्थिक क्षेत्र व राजनीतिक सीमा एक ही होते हैं।

कथन 2:- भारत में अमेरिकी दूतावास भारत के आर्थिक क्षेत्र का हिस्सा है।

दिए गए कथनों के आलोक में निम्नलिखित में से सही विकल्प का चयन कीजिए:

A) कथन 1 सत्य है और कथन 2 असत्य हैं।

B) कथन 1 असत्य है और कथन 2 सत्य हैं।

C) कथन 1 और 2 दोनो सत्य है।

D) कथन 1 और 2 दोनो असत्य है।

Q7) कौलम 1 व कौलम 2 में दिए गए युग्मों से सही युग्म का चयन कीजिए।

 

Column 1

 

Column 2

1

विदेशों से प्राप्त प्रेषित धनराशि ।

(i)

समंजन लेनदेन

2

विदेशी मुद्राओं के मुकाबले राष्ट्र की मुद्रा के मूल्य में कमी की सरकारी नीति

(ii)

अवमूल्यन

3

दृश्य निर्यात व दृश्य आयात के मध्य अंतर

(iii)

भुगतान संतुलन

4

विदेशी मुद्रा दर निर्धारित करने में सरकार का एकमात्र प्राधिकार

(iv)

नम्य विनिमय दर प्रणाली

Alternatives : (विकल्प)

A) 1 = (i)

B) 2 = (ii)

C) 3 = ( iii)

D) 4= (iv)

Q8) अभिकथन (A): प्रतिकूल व्यापार संतुलन की स्थिति में एक राष्ट्र का चालू खाता अधिशेष में हों सकता लें

कारण (B): किसी राष्ट्र की निवल अदशय प्राप्तियाँ निवल दूश्य प्राप्तियों से अधिक हो सकती है।

options: (विकल्प)

A) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है। और कारण (R) अभिकथन की सही व्याख्या करता है

B) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है। और कारण (R) अभिकथन की सही व्याख्या नही करता है

C) अभिकथन (A) सत्य है। लेकीन कारण (R) असत्य है।

D) अभिकथन (A) असत्य है। लेकीन कारण (R) सत्य है।

Q9) अभिकथन (A) अन्य बातें समान रहने पर धरेलू मुद्रा के अवमूल्यन से किसी राष्ट्र को राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है।

कारण (R) स्थिर विनिमय दर प्रणाली के अंतर्गत किसी राष्ट्र की धरेलू मुद्रा का अवमूल्यन विदेशी मुद्रा के संबंध में धरेलू मुद्रा के मूल्य में कभी को संदर्भित करता है।

options: (विकल्प)

A) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है। और कारण (R) अभिकथन की सही व्याख्या करता है

B) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है। और कारण (R) अभिकथन की सही व्याख्या नही करता है

C) अभिकथन (A) सत्य है। लेकीन कारण (R) असत्य है।

D) अभिकथन (A) असत्य है। लेकीन कारण (R) सत्य है।

Q10) भारतीय अर्थव्यवस्था में निम्नलिखित में से कौन विदेशी मुद्रा को माँग का स्रोत नहीं है?

A) वस्तुओं व सेवाओ का आयात

B) भारत में रहने वाले विदेशियों द्वारा विदेशों में अपने परिवारों को प्रेषित धन ।

C) विदेश यात्रा पर जाने वाले भारतीय पर्यटक

D) शेष विश्व (ROW) से प्राप्त ऋण।

SECTION - B 3x2=6

Q11)  स्थिर विनिमय दर प्रणाली तथा नम्य विनिमय दर प्रणाली के मध्य अन्तर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- स्थिर विनिमय दर प्रणाली और नम्य विनिमय दर प्रणाली के बीच अंतर:

  • स्थिर विनिमय दर प्रणाली में मुद्रा का मूल्य स्थिर रहता है, जबकि नम्य विनिमय दर प्रणाली में मुद्रा का मूल्य लगातार बदलता रहता है
  • स्थिर विनिमय दर प्रणाली में विदेशी मुद्रा भंडार बनाए रखना ज़रूरी होता है, जबकि नम्य विनिमय दर प्रणाली में ऐसा नहीं होता
  • स्थिर विनिमय दर प्रणाली में सरकार या केंद्रीय बैंक विनिमय दर तय करता है, जबकि नम्य विनिमय दर प्रणाली में विदेशी मुद्रा बाज़ारों में मांग और आपूर्ति के आधार पर विनिमय दर तय होती है
  • स्थिर विनिमय दर प्रणाली में मुद्रा का अवमूल्यन और पुनर्मूल्यांकन किया जाता है, जबकि नम्य विनिमय दर प्रणाली में मुद्रा का मूल्य बढ़ता और घटता रहता है

Q12) भुगतान संतुलन खाते में स्थिरता बनाए रखने के लिए समायोंजनकारी लेनदेन किए जाते है।" वैध स्पष्टीकरण के साथ दिए गए कथन की पुष्टि कीजिए।

उत्तर- भुगतान संतुलन खाते में स्थिरता बनाए रखने के लिए समायोजनकारी लेनदेन किए जाते हैं। इसे समझने के लिए, हमें पहले भुगतान संतुलन खाते और समायोजनकारी लेनदेन की अवधारणाओं को समझना होगा।

भुगतान संतुलन खाता:

भुगतान संतुलन खाता एक देश का दूसरे देशों के साथ एक निश्चित अवधि में किए गए सभी आर्थिक लेनदेन का विवरण होता है। इसमें वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार, वित्तीय प्रवाह और अन्य लेनदेन शामिल होते हैं। भुगतान संतुलन खाते के दो मुख्य भाग होते हैं:

1. चालू खाता: इसमें वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात और आयात, आय और हस्तांतरण भुगतान शामिल होते हैं।

2. पूंजी खाता: इसमें विदेशी निवेश, ऋण और अन्य पूंजी प्रवाह शामिल होते हैं।

समायोजनकारी लेनदेन:

समायोजनकारी लेनदेन वे लेनदेन होते हैं जो भुगतान संतुलन में असंतुलन को दूर करने के लिए किए जाते हैं। जब किसी देश का भुगतान संतुलन बिगड़ता है, तो उसे समायोजनकारी लेनदेन के माध्यम से ठीक करने की कोशिश की जाती है। ये लेनदेन विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि:

1. सरकारी हस्तक्षेप: सरकार विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप करके विनिमय दर को प्रभावित कर सकती है।

2. मौद्रिक नीति: केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को बदलकर या मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित करके भुगतान संतुलन को प्रभावित कर सकता है।

3. राजकोषीय नीति: सरकार खर्च और करों में बदलाव करके भुगतान संतुलन को प्रभावित कर सकती है।

उदाहरण:- यदि किसी देश का चालू खाता घाटे में है, तो सरकार निर्यात को बढ़ावा देने और आयात को कम करने के लिए विभिन्न नीतियां अपना सकती है। इससे व्यापार संतुलन में सुधार होगा और चालू खाते का घाटा कम होगा।

निष्कर्ष:- भुगतान संतुलन खाते में स्थिरता बनाए रखने के लिए समायोजनकारी लेनदेन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन लेनदेन के माध्यम से, देश अपने भुगतान संतुलन में असंतुलन को दूर कर सकते हैं और आर्थिक स्थिरता बनाए रख सकते हैं।

SECTION - C 4x3=12

Q13) मुद्रा का मुल्यह्यास किसी राष्ट्र के निर्यात को प्रोत्साहित कर सकता है।" मान्य तर्को के साथ दिए गए कथन का समर्थन या खंडन कीजिए।

उत्तर- इसके पीछे निम्नलिखित तर्क हैं:

1.    निर्यात की प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि: जब किसी देश की मुद्रा का मूल्यह्रास होता है, तो उस देश के निर्यात अन्य देशों के मुकाबले सस्ते हो जाते हैं। इससे विदेशी बाजारों में उस देश के उत्पादों की मांग बढ़ जाती है, जिससे निर्यात में वृद्धि होती है।

2.    आयात में कमी: मुद्रा के मूल्यह्रास से आयात महंगे हो जाते हैं, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं के लिए विदेशी वस्तुओं की तुलना में घरेलू वस्तुओं को खरीदना अधिक आकर्षक हो जाता है। इससे आयात में कमी आती है।

3.    व्यापार संतुलन में सुधार: निर्यात में वृद्धि और आयात में कमी के परिणामस्वरूप, देश के व्यापार संतुलन में सुधार होता है। व्यापार अधिशेष में वृद्धि या व्यापार घाटे में कमी से देश की अर्थव्यवस्था को लाभ होता है।

4.    राष्ट्रीय आय में वृद्धि: निर्यात में वृद्धि से देश की राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है। बढ़ा हुआ निर्यात उत्पादन और रोजगार को बढ़ाता है, जिससे अर्थव्यवस्था को समग्र रूप से लाभ होता है।

Q14) किसी राष्ट्र को विदेशी मुद्रा की माँग को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने वाले किन्हीं चार कारको की विवेचना कीजिए।

उत्तर- किसी राष्ट्र को विदेशी मुद्रा की मांग को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने वाले चार कारक निम्नलिखित हैं:

1.    आयात: जब कोई देश विदेशों से वस्तुओं और सेवाओं का आयात करता है, तो उसे विदेशी मुद्रा की आवश्यकता होती है। आयातक को विदेशी मुद्रा में भुगतान करना होता है, जिससे विदेशी मुद्रा की मांग बढ़ती है। यदि किसी देश में आयात की मात्रा बढ़ती है, तो विदेशी मुद्रा की मांग भी बढ़ती है।

2.    विदेश यात्रा: जब कोई देश के नागरिक विदेश यात्रा करते हैं, तो उन्हें विदेशी मुद्रा की आवश्यकता होती है। उन्हें वहां रहने, खाने-पीने, घूमने और खरीदारी करने के लिए विदेशी मुद्रा में भुगतान करना होता है। विदेश यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ने से विदेशी मुद्रा की मांग भी बढ़ती है।

3.    विदेशी निवेश: जब कोई देश दूसरे देशों में निवेश करता है, तो उसे विदेशी मुद्रा की आवश्यकता होती है। विदेशी निवेश में शेयर, बांड, रियल एस्टेट आदि में निवेश शामिल हो सकता है। विदेशी निवेश की मात्रा बढ़ने से विदेशी मुद्रा की मांग भी बढ़ती है।

4.    विदेशी ऋण: जब कोई देश विदेशों से ऋण लेता है, तो उसे विदेशी मुद्रा की आवश्यकता होती है। ऋणदाता को विदेशी मुद्रा में भुगतान करना होता है, जिससे विदेशी मुद्रा की मांग बढ़ती है। विदेशी ऋण की मात्रा बढ़ने से विदेशी मुद्रा की मांग भी बढ़ती है।

Q15) नम्य flexible विनिमय दर प्रणाली के अंतर्गत केन्द्रीय बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप नहीं करता है। "इस कथन का व्याख्या करें।

उत्तर- नम्य विनिमय दर प्रणाली, जिसे तैरती विनिमय दर प्रणाली भी कहा जाता है, एक ऐसी प्रणाली है जिसमें किसी देश की मुद्रा का मूल्य बाजार की शक्तियों, यानी मुद्रा की मांग और आपूर्ति द्वारा निर्धारित किया जाता है। इस प्रणाली में सरकार या केंद्रीय बैंक विनिमय दर को नियंत्रित करने के लिए कोई हस्तक्षेप नहीं करते हैं।

SECTION-D 6x2=12

Q16) (A) एक अर्थव्यवस्था संतुलन में है। निम्नलिखित आकडों द्वारा सीमान्त बचत प्रवृत्ति MPS की गणना करें :

(i) राष्ट्रीय आय (Y)  = Rs.4,400

(ii) स्वायत्त उपभोग (c) = Rs. 1,000

(iii) निवेश व्यय (I) = RS. 100

उत्तर- एक अर्थव्यवस्था संतुलन में होती है जब कुल मांग (AD) कुल आपूर्ति (AS) के बराबर होती है।

कुल मांग (AD) = उपभोग व्यय (C) + निवेश व्यय (I)

कुल आपूर्ति (AS) = राष्ट्रीय आय (Y)

उपभोग व्यय (C) = स्वायत्त उपभोग (c) + प्रेरित उपभोग

प्रेरित उपभोग = (1 - MPS)  Y

गणना:

संतुलन की स्थिति में:

AD = AS

C + I = Y

[c + (1 - MPS) Y] + I = Y

मानों को प्रतिस्थापित करें:

(1,000 + (1 - MPS) 4,400) + 100 = 4,400

सरल बनाएं:

1,100 + 4,400 - 4,400 MPS = 4,400

5,500 - 4,400 MPS = 4,400

1,100 = 4,400 MPS

MPS = 1,100 / 4,400

MPS = 0.25

उत्तर: सीमान्त बचत प्रवृत्ति (MPS) 0.25 है।

(B) "यदि आय का वितरण असमान हो तो सकल धरेलू अत्पाद (GDP) कल्याण के सुचक के रूप में अपना महत्व खो देता है।" दिए गए कथन की मान्य कारण द्वारा पुष्टि करें।

उत्तर- जीडीपी किसी देश में एक निश्चित अवधि में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य है। इसे देश की आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण मापदंड माना जाता है। हालांकि, जीडीपी केवल आर्थिक उत्पादन को मापता है, यह देश के नागरिकों के कल्याण को नहीं मापता है।

आय वितरण की असमानता:

यदि किसी देश में आय का वितरण असमान है, तो इसका मतलब है कि कुछ लोगों के पास बहुत अधिक आय है, जबकि कुछ लोगों के पास बहुत कम आय है। ऐसी स्थिति में, जीडीपी में वृद्धि का मतलब यह नहीं है कि देश के सभी नागरिकों का कल्याण बढ़ रहा है।

कारण:

  • जीवन स्तर में अंतर: असमान आय वितरण वाले देशों में, गरीब लोगों का जीवन स्तर अमीर लोगों की तुलना में बहुत कम होता है। उनके पास अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और अन्य बुनियादी सुविधाएं नहीं होती हैं। इसलिए, भले ही जीडीपी बढ़ रहा हो, गरीब लोगों के जीवन स्तर में सुधार नहीं होता है।
  • सामाजिक अशांति: असमान आय वितरण से समाज में असंतोष और अशांति बढ़ सकती है। गरीब लोग महसूस कर सकते हैं कि उनके साथ अन्याय हो रहा है, जिससे सामाजिक तनाव पैदा हो सकता है।
  • कल्याण में कमी: यदि आय का वितरण असमान है, तो देश के अधिकांश नागरिकों का कल्याण कम हो सकता है, भले ही जीडीपी बढ़ रहा हो।

Q17) (A) "औपनिवेशिक काल के दौरान व्यावसायिक संरचना में असंतुलित गतिविधियाँ दिखाई दी।" क्या आप दिए गए कथन से सहमत हैं? वैध तर्को के साथ अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।

उत्तर- औपनिवेशिक काल में व्यावसायिक संरचना में असंतुलन के कारण:

  • ब्रिटिश साम्राज्य के हितों को प्राथमिकता: औपनिवेशिक शासकों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को अपने हितों के अनुरूप ढाला। उन्होंने भारत को कच्चे माल का आपूर्तिकर्ता और ब्रिटिश उत्पादों के लिए एक बाजार के रूप में इस्तेमाल किया। इससे भारतीय उद्योगों का विकास बाधित हुआ और वे पिछड़ गए।
  • कृषि का पिछड़ापन: औपनिवेशिक काल में कृषि क्षेत्र में कोई खास विकास नहीं हुआ। किसानों पर भारी कर लगाए गए और उन्हें अपनी फसलें औपनिवेशिक शासकों को कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर किया गया। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति खराब हुई और कृषि क्षेत्र में गतिरोध आया।
  • उद्योगों का पतन: ब्रिटिश नीतियों ने भारतीय उद्योगों को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने भारतीय उद्योगों के साथ भेदभाव किया और उन्हें ब्रिटिश उद्योगों के साथ प्रतिस्पर्धा करने से रोका। इससे कई भारतीय उद्योग बंद हो गए और बेरोजगारी बढ़ी।
  • आधारिक संरचना का अभाव: औपनिवेशिक शासकों ने भारत में आधारिक संरचना के विकास पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने केवल उन्हीं क्षेत्रों में निवेश किया जो उनके हितों के लिए महत्वपूर्ण थे। इससे देश के समग्र विकास में बाधा उत्पन्न हुई।

(B) "भारत में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षकों के सेवाकालीन प्रशिक्षण पर अत्यधिक बल दिया है।"

(i) उपर्युक्त कथन में इंगित मानव पूँजी निर्माण (human capital formation) के स्रोत की पहचान कीजिए।

(ii) भारत के आर्थिक विकास पर इस स्रोत के संभावित प्रभावों की विस्तार से व्याख्या कीजिए।

उत्तर- (i) मानव पूंजी निर्माण का स्रोत

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षकों के सेवाकालीन प्रशिक्षण पर बल देना मानव पूंजी निर्माण के कौशल और ज्ञान स्रोत को इंगित करता है।

व्याख्या:

मानव पूंजी निर्माण के कई स्रोत होते हैं, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल और ज्ञान शामिल हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षकों के सेवाकालीन प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करके शिक्षकों के कौशल और ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास करती है। जब शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण मिलता है, तो वे छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने में सक्षम होते हैं। इससे छात्रों के कौशल और ज्ञान में भी वृद्धि होती है, जो अंततः देश के मानव पूंजी भंडार को बढ़ाता है।

(ii) भारत के आर्थिक विकास पर संभावित प्रभाव

शिक्षकों के सेवाकालीन प्रशिक्षण पर बल देने से भारत के आर्थिक विकास पर कई संभावित सकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं:

  • उत्पादकता में वृद्धि: जब शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण मिलता है, तो वे छात्रों को अधिक प्रभावी ढंग से पढ़ाने में सक्षम होते हैं। इससे छात्रों की सीखने की क्षमता बढ़ती है और वे अधिक उत्पादक बनते हैं। अधिक उत्पादक कार्यबल देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है।
  • नवाचार को बढ़ावा: प्रशिक्षित शिक्षक छात्रों को नई सोच और रचनात्मकता के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इससे नवाचार को बढ़ावा मिलता है, जो आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
  • बेहतर रोजगार क्षमता: बेहतर शिक्षा प्राप्त छात्र बेहतर रोजगार के अवसरों के लिए तैयार होते हैं। वे उच्च वेतन वाली नौकरियां प्राप्त करने और देश के आर्थिक विकास में अधिक योगदान करने में सक्षम होते हैं।
  • सामाजिक विकास: शिक्षा सामाजिक विकास का एक महत्वपूर्ण साधन है। जब शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण मिलता है, तो वे छात्रों को बेहतर नागरिक बनने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। इससे सामाजिक सद्भाव और विकास को बढ़ावा मिलता है।

PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 2024-25

















Class 12th ECONOMICS PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 2023-24

Model Question Solution 


















12th Economics Short Answer Type Important Questions Part-2

12th Economics Short Answer Type Important Questions Part-1

Economics Model Set-5 2022-23

Economics Model Set-4 2022-23

Economics Model Set-3 2022-23

Economics Model Set-2 2022-23

Economics Model Set-1 2022-23

12th Economics VVI Objective Questions Set-1

12th Economics SET -3 Koderma PROJECT RAIL 2.0 MODEL QUESTION PAPER-2023

12th Economics SET -2 Koderma PROJECT RAIL 2.0 MODEL QUESTION PAPER-2023 

12th Economics Koderma PROJECT RAIL 2.0 MODEL QUESTION PAPER-2023 SET -1

 Economics Model Paper 2021 Solution/JAC Board Jharkhand

व्यष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय स्मरण रखें (Remember an Introduction to Microeconomics)

आय/उत्पादक का संतुलन स्मरण रखे (Remember an Revenue/ Producer’s Equilibrium)

समष्टि अर्थशास्त्र-आय और उत्पाद- समुच्चय- राष्ट्रीय आय- मुद्रा स्मरण रखे (Remember an Macroeconomics-Income & Product-Aggregates-NI-M)

अधिमाँग-सरकारी बजट-विनिमय दर-भुगतानशेष-स्मरण रख (Remember an Excess Demand-Budget-Exchange-Balance)

उत्पादन फलन/ लागत स्मरण रखें (Remember an Production Function/ Cost)

बैंकिंग-AD AS- संतुलन - गुणक - समस्याएं स्मरण रख (Remember an Banking-Equilibrium-Multiplier-Problems)

पूर्ति/बाजार/बाजार संतुलन स्मरण रखे (Remember an Supply/ Market/Market Equilibrium)

Economics Model Question Solution Set-1Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-2Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-3Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-4 Term-1 Exam.

Economics Model Question Solution Set-5 Term-1 Exam.

12th JAC Economics Model Paper Solution 2022-23

Economics Model Question Solution Set-1 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-2 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-3 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-4 Term-2 Exam. (2021-22)

Economics Model Question Solution Set-5 Term-2 Exam. (2021-22)

12th ECONOMICS MODEL (Mock) TEST (I.A/I.SC/I.COM) 2022 

PROJECT RAIL (JCERT) Weekly Test Answer Key 2023-24

Class 11th

Class 12th

Economics

Click Here

Economics

Click Here

History

Click Here

History

Click Here

Geography

Click Here

Geography

Click Here

Hindi Core

Click Here

Hindi Core

Click Here

Hindi Elective

Click Here

Hindi Elective

Click Here

English Core

Click Here

English Core

Click Here

English Elective

Click Here

English Elective

Click Here

Post a Comment

Hello Friends Please Post Kesi Lagi Jarur Bataye or Share Jurur Kare